6 नवंबर को सुबह 8 बजकर 14 मिनट पर सूर्य देव विशाखा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 19 नवंबर दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। जानिए किन लोगों के जीवन पर पड़ेगा सबसे ज्यादा प्रभाव।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की उदया तिथि पंचमी और दिन शुक्रवार है। 6 नवंबर को सुबह 8 बजकर 14 मिनट पर सूर्य देव विशाखा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 19 नवंबर दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। विशाखा नक्षत्र के पहले तीन चरण तुला राशि में हैं और चौथा चरण वृश्चिक राशि में है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से किस नक्षत्र और किस नाम वाले लोगों पर सूर्य के विशाखा नक्षत्र में जाने से क्या फल मिलेगा।
जिनके नाम का पहला अक्षर न, य और भ
जिनका जन्म अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र और मूल नक्षत्र में हुआ हो या जिन लोगों के नाम न, य और भ अक्षर से शुरू होते हैं, उन्हें अपने घर में बिजली के शॉर्ट सर्किट से बचने का ध्यान रखना चाहिए। घर में आग को खुला नहीं छोड़ना चाहिए। कोई धूपबत्ती, दीया इत्यादि जलता हुआ छोड़ना इस दौरान उचित नहीं होगा। बुरे प्रभावों से बचने के लिये आपको गेहूं और गुड़ दान करना चाहिए।
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जिनके नाम का पहला अक्षर भ, ध, फ, ढ, ज, ख और ग
जिनका जन्म पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र या धनिष्ठा नक्षत्र में हुआ है या जिनके नाम का पहला अक्षर भ, ध, फ, ढ, ज, ख और ग अक्षरों से शुरू होता हो, वो लोग इन दिनों, यानि कि 19 नवंबर की दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक बहुत बोर महसूस करेंगे। उनके साथ कुछ निगेटिव नहीं होगा, लेकिन उनके काम भी अच्छे से नहीं बनेंगे। इस दौरान अपने कामों को बनाने के लिये घर से निकलते समय गुड़ खाकर और पानी पीकर निकलने से आपको फायदा होगा।
जिनके नाम का पहला अक्षर स, द और च
जिन लोगों का जन्म शतविखा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र या रेवती नक्षत्र में हुआ हो, उन लोगों को 19 नवंबर तक अपने सभी कामों में स्थिरता प्राप्त होगी या जिन लोगों का नाम ‘स‘ से शुरू होता हो, द से शुरू होता हो या च अक्षर से शुरू होता हो, उन सभी लोगों के काम स्थिर होंगे। इन लोगों को शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये रात में सोते समय सिरहाने के पास पानी रखकर सोना चाहिए।
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जिनके नाम का पहला अक्षर च, ल, ई, उ और ए
जिन लोगों का जन्म अश्विनी नक्षत्र, भरणी नक्षत्र या कृतिका नक्षत्रों में हुआ हो, उन लोगों को इस दौरान लक्ष्मी की प्राप्ति होगी, यानि कि जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर च, ल, ई, उ, ए से शुरू होता है, उनके लिये ये समय माता महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का है, आपको खूब धन–दौलत मिलेगी। इन नक्षत्र के जातकों को शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये अपना सांसारिक व्यवहार उत्तम रखना चाहिए। साथ ही घर में आज से 19 नवंबर तक के बीच कभी तेजपत्ता खत्म न होने पाये, इसका भी ध्यान रखना चाहिए। तेजपत्ता जो आप रसोई में इस्तेमाल करते हैं, उसका ध्यान रखिये, वो इस दौरान खत्म होने के पहले ही घर ले आइए, तो अच्छा है।
जिनके नाम का पहला अक्षर व, ख, घ, छ और क
जिन लोगों का जन्म रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, और पुनर्वसु नक्षत्रों में हुआ हो, यानि जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर व, ख, घ, छ या क है, उन्हें लाभ हासिल होगा। लाभ सुनिश्चित करने के लिये आपको 19 नवंबर तक दूसरों का मजाक उड़ाना अवॉयड करना चाहिए, अन्यथा आप पर ही भारी पड़ सकता है।
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जिनके नाम का पहला अक्षर ह, द और म
जिन लोगों का जन्म पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र या मघा नक्षत्र में हुआ हो, या जिन लोगों के नाम की शुरुआत ‘ह‘ अक्षर से होती हो, ‘द‘ अक्षर से होती हो, ‘म‘ से होती हो, उन लोगों के परिवार के मुखिया को नुकसान होने की संभावना है। बुरे फलों से बचने के लिये आपको 19 नवंबर तक काले या नीले कपड़े पहनने अवॉयड करने चाहिए। साथ ही इस दौरान सिर ढंक कर रखें। ध्यान रहे कि सिर पर सूर्य की रोशनी न पड़े।
जिनके नाम का पहला अक्षर म, ट, प, ठ और ण
वहीं जिनका जन्म पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र, उतरा फाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, और चित्रा नक्षत्र में हुआ हो या जिन लोगों का पहला अक्षर म, ट, प, ठ या ण से शुरू हो, उन्हें दरिद्रता का सामना करना पड़ेगा। उन्हें आर्थिक नुकसान हो सकता है। इस नक्षत्र वाले लोगों को रात को 5 मूली या बादाम सिरहाने अपने रखकर सोना चाहिए और अगली सुबह उन्हें किसी धर्मस्थल या मन्दिर में दान देने से आपको निश्चित ही फायदा होगा।
जिनके नाम का पहला अक्षर र, त, और न
जिन लोगों का जन्म स्वाती नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, और अनुराधा नक्षत्र में हुआ हो या जिनके नाम का पहला अक्षर र, त, या न से शुरू हो, उन्हें रोग, पीड़ा व भय हो सकता है। इनसे बचने के लिये आपको 19 नवंबर तक दिन के समय घर का बरामदा खुला रखना चाहिए, जिससे सूर्य की पर्य़ाप्त रोशनी घर के अन्दर आये। साथ ही इस दौरान अपने शत्रुओं को क्षमा कर दें।