Kolkata में जूनियर डॉक्टरों और नागरिकों ने मंगलवार को सीबीआई के साल्ट लेक स्थित कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने सीबीआई पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज बलात्कार-हत्या मामले में जांच में अनावश्यक देरी करने और अपराधियों को बचाने के लिए कोलकाता पुलिस के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों ने सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई कार्यालय के गेट पर प्रतीकात्मक रूप से ताला लगाया। जब सुरक्षाकर्मियों ने ताला हटाने का प्रयास किया, तो डॉक्टरों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने कहा कि सीबीआई की निष्क्रियता से न्याय की उम्मीदें धूमिल हो रही हैं। एक डॉक्टर ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “अगर यह जांच इसी तरह चलती रही, तो सीबीआई को कोलकाता में अपना कार्यालय बंद कर देना चाहिए।”
विरोध की व्यापकता:
प्रदर्शन को “अभया” नाम की डॉक्टर को न्याय दिलाने के आंदोलन का हिस्सा बताया गया। अभय मंच और डॉक्टरों के संयुक्त मंच ने एस्प्लेनेड के डोरीना क्रॉसिंग पर धरना दिया। रात में प्रदर्शनकारियों ने ‘द्रोहर अलो जलान’ पहल के तहत मोमबत्तियाँ जलाकर अपनी मांगों को दोहराया।
मानव श्रृंखला और प्रदर्शन विस्तार:
आंदोलनकारियों ने मानव श्रृंखला बनाकर अपनी एकजुटता दिखाई और कहा कि विरोध प्रदर्शन 31 दिसंबर तक जारी रहेगा। इसके लिए वे अदालत से अनुमति की मांग करेंगे।
मामले की पृष्ठभूमि:
9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में एक महिला डॉक्टर का शव बरामद हुआ था। सीबीआई ने मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया है। आरोपों के अनुसार, रॉय ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से अपराध किया।
न्याय की मांग:
डॉक्टरों और प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जांच की धीमी गति अपराधियों को बचाने का प्रयास है। Kolkata उच्च न्यायालय ने हाल ही में प्रदर्शन की अनुमति दी थी, और आंदोलनकारियों ने न्याय दिलाने तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया है।
Bihar: केंद्रीय मंत्री और जेडीयू नेता Rajiv Ranjan Singh ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 2025 का Bihar Polls मुख्यमंत्री Nitish Kumar के नेतृत्व में लड़ेगा।
रंजन सिंह ने कहा, “2025 का बिहार विधानसभा चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा।” बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया। भाजपा के अलावा बिहार में एनडीए में जेडीयू, लोजपा (रामविलास) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) शामिल हैं। नीतीश कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले महागठबंधन सरकार को गिरा दिया और फिर से भाजपा के साथ सरकार बनाई।
भाजपा राज्य में एनडीए में वरिष्ठ सहयोगी है। राज्य विधानसभा में भाजपा के 84 विधायक हैं, जबकि जेडीयू के 48 विधायक हैं।
नीतीश कुमार, जो बिहार में लंबे समय से शासन कर रहे हैं, एनडीए के प्रमुख नेता के रूप में जाने जाते हैं। इस घोषणा से यह स्पष्ट होता है कि भाजपा और जेडीयू मिलकर आगामी चुनावों में रणनीतिक साझेदारी बनाए रखेंगे।
Karnataka में भाजपा एमएलसी CT Ravi की गिरफ्तारी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के खिलाफ विधान परिषद में अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। भाजपा ने इस गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हुए न्यायिक जांच की मांग की है, आरोप लगाया है कि रवि के साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया गया।
Karnataka भाजपा ने CT Ravi की गिरफ्तारी की जांच की मांग की
घटना का विवरण:
अभद्र टिप्पणी का आरोप: 19 दिसंबर को कर्नाटक विधान परिषद में मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने आरोप लगाया कि CT Ravi ने उनके खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। इस आधार पर पुलिस ने रवि को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी और रिहाई: गिरफ्तारी के बाद, कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश पर रवि को रिहा कर दिया गया। CT Ravi ने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी के दौरान उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें बिना भोजन या आराम के कई स्थानों पर ले जाया गया।
भाजपा की प्रतिक्रिया:
न्यायिक जांच की मांग: भाजपा नेताओं ने रवि की गिरफ्तारी की न्यायिक जांच की मांग की है, यह दावा करते हुए कि उनके साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया गया।
राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप: भाजपा का कहना है कि यह कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध के तहत की गई है, जिससे पार्टी की छवि धूमिल करने का प्रयास हो रहा है।
सरकार की प्रतिक्रिया:
सीआईडी जांच के आदेश: कर्नाटक सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे सीआईडी को सौंप दिया है, ताकि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जा सके।
गृह मंत्री का बयान: कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।
इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को CT Ravi की कथित अपमानजनक टिप्पणी की निंदा करते हुए इसे “आपराधिक अपराध” बताया।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार पर भाजपा एमएलसी सीटी रवि को अंतरिम जमानत दिए जाने के कुछ दिनों बाद सत्ता का “दुरुपयोग” करने का आरोप लगाया।
श्री जोशी ने कहा कि यह सत्ता का दुरुपयोग है। कांग्रेस लोकतंत्र और संविधान में विश्वास नहीं करती। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस न केवल सत्ता का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रही है, बल्कि वे अपने राजनीतिक विरोधियों की राजनीतिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने की भी कोशिश कर रहे हैं।
Karnataka में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नाम पर Mysuru Road का नामकरण करने के प्रस्ताव ने राजनीतिक और सामाजिक विवाद को जन्म दिया है। विपक्ष और नागरिक समूह इस कदम को लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ मानते हैं और इसे राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से प्रेरित बताया है।
Karnataka में Mysuru Road का नाम बदलने को लेकर विवाद के पीछे कारण:
जीवित राजनेताओं के नामकरण पर आपत्ति: विपक्ष का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों का नाम जीवित राजनेताओं के नाम पर रखना लोकतांत्रिक मूल्यों और परंपराओं के खिलाफ है। यह जनता को गलत संदेश दे सकता है।
MUDA घोटाले के आरोप: मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) में कथित घोटाले और अनियमितताओं के कारण सिद्धारमैया पर पहले से ही आलोचनाएं हैं। उनके नाम पर रोड का नामकरण करना विवाद को और बढ़ा सकता है।
राजनीतिक लाभ का आरोप: यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि यह कदम आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है, ताकि व्यक्तिगत छवि को बढ़ावा दिया जा सके।
सरकार की स्थिति: राज्य सरकार ने फिलहाल इस प्रस्ताव पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। सार्वजनिक और राजनीतिक दबाव को देखते हुए, सरकार से संतुलित और विचारशील निर्णय की उम्मीद की जा रही है।
यह विवाद एक बार फिर बताता है कि सार्वजनिक स्थानों के नामकरण में पारदर्शिता और जनभावनाओं का सम्मान कितना महत्वपूर्ण है।
सर्दियों का Multani Mitti, शांति और सूखेपन का समय होता है, लेकिन यह स्वास्थ्य और सौंदर्य की देखभाल के लिए भी बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। इस मौसम में कद्दू के बीज, जो पोषण से भरपूर होते हैं, और मुल्तानी मिट्टी, जो खनिजों से भरपूर होती है, का संयोजन एक अनोखा तरीका है जिससे आप सर्दियों में अपनी सेहत और त्वचा की देखभाल कर सकते हैं।
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पोषण का खजाना
कद्दू के बीज, जिन्हें पपीता भी कहा जाता है, छोटे, चपटे और अंडाकार आकार के होते हैं। ये पोषक तत्वों और औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।
कद्दू के बीज के स्वास्थ्य लाभ
पोषक तत्वों से भरपूर
कद्दू के बीज प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत हैं। इनमें मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, और मैंगनीज भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो दिल की सेहत, हड्डियों की मजबूती और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट गुण
कद्दू के बीज विटामिन ई और कैरोटीनॉयड जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करते हैं और कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं। सर्दियों में जब ठंड से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, ये एंटीऑक्सीडेंट आपकी रक्षा करते हैं।
दिल की सेहत के लिए फायदेमंद
इनमें मौजूद मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और दिल को स्वस्थ रखता है। ठंड के मौसम में, जब रक्त प्रवाह धीमा हो सकता है, कद्दू के बीज का सेवन फायदेमंद होता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है
जिंक की प्रचुर मात्रा इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है, जो सर्दियों में सर्दी-खांसी से बचाव के लिए जरूरी है।
नींद में सुधार
कद्दू के बीज में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो सेरोटोनिन और मेलाटोनिन बनाने में मदद करता है। ये हार्मोन नींद को बेहतर बनाते हैं, जो सर्दियों की लंबी रातों में आवश्यक है।
सर्दियों में कद्दू के बीज का उपयोग
भुने हुए बीज: हल्का नमक और मसालों के साथ भूनकर स्नैक के रूप में खाएं।
सूप में डालें: कद्दू के बीज सूप और स्ट्यू में डालने से पोषण और स्वाद बढ़ता है।
सलाद टॉपिंग: सलाद पर छिड़कने से कुरकुरापन और पोषण बढ़ता है।
Multani Mitti: प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना
मुल्तानी मिट्टी, जिसे फुलर अर्थ भी कहा जाता है, खनिजों से भरपूर मिट्टी है। यह त्वचा की देखभाल और उपचार के लिए सदियों से उपयोग की जाती रही है।
मुल्तानी मिट्टी के लाभ
सफाई और डिटॉक्सिफिकेशन
मुल्तानी मिट्टी त्वचा से अशुद्धियों और टॉक्सिन्स को निकालने में मदद करती है। सर्दियों में यह त्वचा को गहराई से साफ करती है और मृत कोशिकाओं को हटाती है।
शीतलता और आराम
मुल्तानी मिट्टी में ठंडक देने वाले गुण होते हैं, जो सर्दियों में त्वचा की जलन और लालिमा को कम करने में मदद करते हैं।
हाइड्रेशन और नमी संतुलन
मुल्तानी मिट्टी त्वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करती है। सर्दियों में इसका उपयोग त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाए रखता है।
एंटी-एजिंग गुण
इसमें मौजूद सिलिका कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देती है, जिससे त्वचा की लचीलापन बनी रहती है और झुर्रियां कम होती हैं।
Multani Mitti का उपयोग
फेस मास्क
मुल्तानी मिट्टी को शहद, गुलाब जल या दही के साथ मिलाकर फेस मास्क बनाएं। यह त्वचा को साफ, मुलायम और चमकदार बनाता है।
बालों की देखभाल
मुल्तानी मिट्टी को पानी या एलोवेरा जेल के साथ मिलाकर बालों पर लगाएं। यह स्कैल्प को साफ करता है और बालों को मजबूत बनाता है।
शरीर की सफाई
Multani Mitti और नारियल तेल का मिश्रण शरीर के लिए स्क्रब की तरह काम करता है। यह मृत त्वचा को हटाकर त्वचा को चिकना बनाता है।
आरामदायक स्नान
गर्म पानी में Multani Mitti मिलाकर स्नान करें। यह त्वचा को आराम और नमी प्रदान करता है।
सर्दियों में कद्दू के बीज और मुल्तानी मिट्टी का संयोजन
सर्दियों में कद्दू के बीज और Multani Mitti का उपयोग आपके स्वास्थ्य और सौंदर्य की देखभाल के लिए एक संपूर्ण तरीका है।
स्वास्थ्य और त्वचा के लिए फायदेमंद
कद्दू के बीज त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं, जबकि Multani Mitti बाहरी देखभाल करती है।
कद्दू के बीज के जिंक और मुल्तानी मिट्टी के सफाई गुण मिलकर त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं।
तनाव और आराम में मददगार
कद्दू के बीज का मैग्नीशियम तनाव को कम करता है, जबकि Multani Mitti का ठंडक प्रभाव मानसिक शांति देता है।
कद्दू के बीज में ट्रिप्टोफैन बेहतर नींद में मदद करता है, और मुल्तानी मिट्टी का आरामदायक स्नान तनाव को दूर करता है।
निष्कर्ष
सर्दियों में Multani Mitti का संयोजन स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है। ये दोनों तत्व मिलकर शरीर और त्वचा की गहराई से देखभाल करते हैं। इन्हें अपने आहार और सौंदर्य दिनचर्या में शामिल करके सर्दियों के मौसम का आनंद लें और खुद को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखें।
Bathua (Chenopodium album), जिसे लैंब्स क्वार्टर या गूजफुट भी कहा जाता है, एक अत्यधिक पौष्टिक पत्तेदार हरी सब्जी है, जो सदियों से पारंपरिक आहार में उपयोग की जाती रही है। यह साधारण सा पौधा, जो आमतौर पर जंगली इलाकों में पाया जाता है, विटामिन, खनिज और अन्य लाभकारी यौगिकों से भरपूर होता है, जो समग्र स्वास्थ्य में योगदान करते हैं। नीचे Bathua के सेवन के सात प्रमुख लाभ दिए गए हैं
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1. पोषक तत्वों से भरपूर
Bathua विटामिन A, C, और K के साथ-साथ B विटामिन जैसे फोलिक एसिड का भी एक उत्कृष्ट स्रोत है। विटामिन A आंखों की रोशनी, प्रतिरक्षा प्रणाली और त्वचा स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, जबकि विटामिन C एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है, जो घावों के भरने, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और स्वस्थ त्वचा बनाए रखने में मदद करता है। विटामिन K हड्डी स्वास्थ्य और रक्त के थक्के जमने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
बथुआ के हरे पत्ते कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिजों से भी भरपूर होते हैं। ये खनिज मजबूत हड्डियों को बनाए रखने, एनीमिया को रोकने, रक्तचाप को नियंत्रित करने और उचित मांसपेशियों और तंत्रिका कार्य का समर्थन करने के लिए आवश्यक हैं। यह पौधा आहार में फाइबर का भी अच्छा स्रोत है, जो पाचन में मदद करता है और स्वस्थ आंत को बनाए रखता है।
2. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है
Bathua में ऐसे कई यौगिक होते हैं, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। बथुआ में उच्च मात्रा में विटामिन C प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि यह सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को उत्तेजित करता है, जो संक्रमण से लड़ती हैं। इसके अलावा, बथुआ के एंटीऑक्सीडेंट शरीर में मुक्त कणों को निष्क्रिय करने में मदद करते हैं, जो सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं।
पौधे में जिंक की उच्च मात्रा भी प्रतिरक्षा प्रणाली को समर्थन देने में भूमिका निभाती है। जिंक प्रतिरक्षा कोशिकाओं के उत्पादन, घावों के भरने और समग्र कोशिका कार्य के लिए महत्वपूर्ण है। बथुआ का नियमित सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद कर सकता है, जिससे यह संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने में अधिक सक्षम हो जाता है।
3. पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है
Bathua में आहार फाइबर की मात्रा इसे पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक बेहतरीन भोजन बनाती है। फाइबर मल को बढ़ाता है, जो नियमित आंत्र गति को बढ़ावा देता है और कब्ज को रोकता है। इसके अतिरिक्त, फाइबर आंत के बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, जो समग्र पाचन कार्य के लिए आवश्यक है।
बथुआ के हल्के रेचक गुण भी होते हैं, जो कब्ज को दूर करने और पाचन को सुचारू बनाने में मदद कर सकते हैं। पौधे में पानी की उच्च मात्रा भी हाइड्रेशन का समर्थन करती है, जो पाचन मार्ग से भोजन के सुचारू मार्ग को सुनिश्चित करने में मदद करती है।
4. वजन नियंत्रण में मदद करता है
Bathua को एक वजन नियंत्रण योजना में एक बेहतरीन आहार के रूप में जोड़ा जा सकता है, क्योंकि यह कम कैलोरी और उच्च फाइबर सामग्री से भरपूर है। बथुआ में फाइबर न केवल पाचन में मदद करता है, बल्कि यह तृप्ति की भावना पैदा करता है, जो कुल कैलोरी सेवन को कम कर सकता है। बथुआ का सेवन करने से व्यक्ति भोजन के बाद संतुष्ट महसूस कर सकता है, जिससे अधिक स्नैकिंग और अधिक खाने की संभावना कम हो जाती है।
इसके अलावा, Bathua में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक होते हैं, जो मोटापे से संबंधित सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। क्रोनिक सूजन मोटापे और संबंधित बीमारियों जैसे डायबिटीज और हृदय रोगों के विकास में एक प्रमुख कारक है। पौधे की सूजन को कम करने की क्षमता वजन नियंत्रण का समर्थन कर सकती है और चयापचय विकारों के जोखिम को कम कर सकती है।
5. त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
Bathua में विटामिन A और C की उच्च मात्रा इसे स्वस्थ और चमकदार त्वचा के लिए एक शक्तिशाली सहयोगी बनाती है। विटामिन A त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह कोशिका पुनः निर्माण को बढ़ावा देता है और सूखी, झुर्रीदार त्वचा को रोकता है। यह झुर्रियों और महीन रेखाओं की उपस्थिति को भी कम करने में मदद करता है, जिससे त्वचा युवा बनी रहती है।
विटामिन C, दूसरी ओर, कोलेजन के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, जो त्वचा को संरचना और लचीलापन प्रदान करने वाला प्रोटीन है। उम्र के साथ कोलेजन उत्पादन स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है, जिससे त्वचा ढीली और झुर्रियों वाली हो जाती है, लेकिन बथुआ का नियमित सेवन कोलेजन संश्लेषण को उत्तेजित कर सकता है, जिससे त्वचा की मजबूती और लचीलापन में सुधार होता है।
इसके अतिरिक्त, Bathua में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को UV किरणों, प्रदूषण और पर्यावरणीय तनावों के हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद करते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को निष्क्रिय करते हैं, जो समय से पहले उम्र बढ़ने और उम्र के धब्बे बनने से रोकते हैं।
6. हड्डियों के स्वास्थ्य को समर्थन देता है
Bathua कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन K का अच्छा स्रोत है, जो मजबूत और स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। कैल्शियम हड्डी घनत्व के लिए मुख्य खनिज है, जबकि मैग्नीशियम हड्डी निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और शरीर में कैल्शियम स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। विटामिन K हड्डी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऑस्टियोकाल्सिन के उत्पादन का समर्थन करता है, जो कैल्शियम को हड्डी मैट्रिक्स से जोड़ने में मदद करता है, इस प्रकार हड्डियों की मजबूती में सुधार करता है।
Bathua को आहार में शामिल करने से हड्डी से संबंधित समस्याओं जैसे ऑस्टियोपोरोसिस को रोका जा सकता है, विशेष रूप से उन व्यक्तियों में जो उम्र या अन्य कैल्शियम-समृद्ध खाद्य पदार्थों की कमी के कारण जोखिम में हो सकते हैं। बथुआ का नियमित सेवन हड्डी के फ्रैक्चर के उपचार में भी मदद कर सकता है और समग्र हड्डी स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है।
7. रक्तचाप को नियंत्रित करता है
Bathua में पोटेशियम की उच्च मात्रा इसे स्वस्थ रक्तचाप बनाए रखने के लिए एक उत्कृष्ट भोजन बनाती है। पोटेशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो शरीर में सोडियम के प्रभावों को संतुलित करने में मदद करता है। पोटेशियम सेवन बढ़ाने से बथुआ रक्त वाहिकाओं को आराम देने में मदद करता है, जिससे हृदय पर दबाव कम होता है और रक्तचाप कम होता है।
इसके अतिरिक्त, बथुआ में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं, जो उच्च रक्तचाप का एक कारक है। बथुआ के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी रक्त वाहिकाओं के कार्य में सुधार करने और उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में भूमिका निभाते हैं।
Bathua एक अत्यधिक पौष्टिक और बहुपरकारी पौधा है, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसके समृद्ध पोषक तत्वों से लेकर पाचन, प्रतिरक्षा प्रणाली, त्वचा स्वास्थ्य और वजन नियंत्रण में मदद करने तक, बथुआ एक पोषण से भरपूर आहार का हिस्सा है। इसके उच्च विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट सामग्री के कारण यह किसी भी आहार में एक बेहतरीन अतिरिक्त हो सकता है, चाहे वह सलाद, सूप या पकी हुई सब्जी के रूप में सेवन किया जाए। Bathua को अपने दैनिक आहार में शामिल करके आप समग्र स्वास्थ्य और जीवनशक्ति को बढ़ावा दे सकते हैं।