शिमला (Himachal Pradesh): हिमाचल प्रदेश सड़क एवं परिवहन निगम (HRTC) की बस के शिमला जिले में शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त होने से उसके चालक और परिचालक समेत चार लोगों की मौत हो गई।
Himachal Pradesh के जुब्बल के केंची इलाके की दुर्घटना
यह दुर्घटना जुब्बल के केंची इलाके में हुई, जब शिमला जिले के रोहड़ू इलाके में कुड्डू-दिलतारी जा रही बस पहाड़ी सड़क से नीचे खाई में गिर गई।
HRTC के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा, “यह दुर्घटना सुबह 6:45 बजे हुई, जब बस सड़क पर पलट गई। बस में चालक और परिचालक के अलावा कुल 5 यात्री सवार थे। तीन घायलों को रोहड़ू के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
उन्होंने कहा कि दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चालक और परिचालक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
मृतकों की पहचान करम दास (चालक), राकेश कुमार (कंडक्टर), बिरमा देवी और नेपाल निवासी धन शाह के रूप में हुई है। घायलों की पहचान जियेंद्र रंगटा, दीपिका और हस्त बहादुर के रूप में हुई है।
Diabetes का प्रबंधन करने के लिए आहार, व्यायाम और दवाओं का संतुलन आवश्यक है। विशेष रूप से टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए, खाद्य पदार्थों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) और पोषण सामग्री रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मधुमेह को प्रबंधित करने का एक प्रमुख तरीका उन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करना है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इन सामग्रियों को अपने आटे में मिलाना एक व्यावहारिक तरीका हो सकता है। यहां पांच सामग्रियां हैं जिन्हें आपको अपने आटे में मिलाने पर विचार करना चाहिए ताकि आप अपने रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित कर सकें।
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1. Diabetes: मेथी के बीज
मेथी के बीज अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाने जाते हैं, विशेष रूप से Diabetes रोगियों के लिए। ये बीज घुलनशील फाइबर में उच्च होते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट के पाचन और अवशोषण को धीमा करके रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करता है।
लाभ:
रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है: मेथी में घुलनशील फाइबर होता है जो कार्बोहाइड्रेट के पाचन और शर्करा के अवशोषण को धीमा करने में मदद करता है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर में कमी होती है।
इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार: अध्ययनों से पता चला है कि मेथी इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकती है, जिससे शरीर को रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करना आसान हो जाता है।
पोषक तत्वों से भरपूर: मेथी विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है, जो समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करता है।
उपयोग कैसे करें:
पाउडर रूप: मेथी के बीजों को बारीक पाउडर में पीस लें और इसे अपने आटे में मिलाएं। एक सामान्य अनुपात प्रति कप आटे के लिए 1 चम्मच मेथी पाउडर हो सकता है।
भीगे हुए बीज: मेथी के बीजों को रातभर भिगोकर रखें, फिर उन्हें पेस्ट में पीसकर इस पेस्ट को आटे में मिलाएं।
2. अलसी के बीज
अलसी के बीज Diabetes प्रबंधन के लिए एक और शक्तिशाली सामग्री हैं। वे फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और लिग्नन से भरे हुए हैं, जो अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं।
लाभ:
उच्च फाइबर सामग्री: अलसी के बीज घुलनशील और अघुलनशील फाइबर में समृद्ध होते हैं, जो ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: ये स्वस्थ वसा हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं, जो विशेष रूप से Diabetes रोगियों के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि उन्हें हृदय रोगों का उच्च जोखिम होता है।
लिग्नन: अलसी के बीजों में लिग्नन होते हैं जिनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
उपयोग कैसे करें:
पिसी हुई अलसी: हमेशा पिसी हुई अलसी का उपयोग करें न कि पूरे बीजों का, क्योंकि ये पचने और अवशोषित होने में आसान होते हैं। 1-2 चम्मच पिसी हुई अलसी को अपने आटे में मिलाएं।
अलसी का आटा: आप अपने आटे के एक हिस्से को अलसी के आटे से बदल सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि एक रेसिपी में 1 कप आटे की आवश्यकता होती है, तो आप ¾ कप आटा और ¼ कप अलसी का आटा उपयोग कर सकते हैं।
3. चिया बीज
चिया बीज अत्यधिक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और Diabetes रोगियों के लिए कई लाभ प्रदान करते हैं। वे फाइबर, प्रोटीन, और स्वस्थ वसा का एक बड़ा स्रोत हैं।
लाभ:
रक्त शर्करा को स्थिर करता है: चिया बीज उच्च फाइबर सामग्री के कारण रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने में मदद कर सकते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करता है।
संतृप्ति को बढ़ावा देता है: चिया बीजों में उच्च फाइबर और प्रोटीन सामग्री आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराने में मदद कर सकती है, कुल कैलोरी सेवन को कम कर सकती है और वजन प्रबंधन में सहायता कर सकती है।
पोषक तत्वों से भरपूर: चिया बीज कैल्शियम, मैग्नीशियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड सहित आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
उपयोग कैसे करें:
संपूर्ण या पिसे हुए: आप चिया बीजों का उपयोग सम्पूर्ण या पिसे हुए कर सकते हैं। 1-2 चम्मच चिया बीजों को अपने आटे में मिलाएं।
चिया जेल: चिया बीजों को पानी में भिगोकर एक जेल जैसा घोल बनाएं, फिर इस जेल को आटे में मिलाएं।
4. ओट ब्रान
Diabetes: ओट ब्रान ओट अनाज की बाहरी परत होती है और यह विशेष रूप से घुलनशील फाइबर में उच्च होती है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होती है।
लाभ:
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स: ओट ब्रान का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका अर्थ है कि यह रक्त शर्करा के स्तर में धीरे-धीरे वृद्धि करता है।
बीटा-ग्लुकन में उच्च: इस प्रकार का घुलनशील फाइबर रक्त शर्करा नियंत्रण में सुधार और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए दिखाया गया है।
हृदय स्वास्थ्य: ओट ब्रान हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, जो Diabetes रोगियों के लिए महत्वपूर्ण है।
उपयोग कैसे करें:
आटे में मिलाएं: अपने आटे के एक हिस्से को ओट ब्रान से बदलें। उदाहरण के लिए, आप ¾ कप आटा और ¼ कप ओट ब्रान उपयोग कर सकते हैं।
ओट ब्रान का आटा: आप ओट ब्रान का आटा भी पा सकते हैं, जिसे सीधे अपने नियमित आटे के साथ मिलाया जा सकता है।
5. Diabetes: दालचीनी
दालचीनी एक लोकप्रिय मसाला है जिसे रक्त शर्करा नियंत्रण के लिए कई लाभ प्रदान करने के लिए दिखाया गया है। इसके जैव सक्रिय घटक इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकते हैं।
लाभ:
रक्त शर्करा को कम करता है: दालचीनी को उपवास रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने के लिए पाया गया है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण: दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से लड़ने में मदद करती है।
हृदय स्वास्थ्य: यह कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड स्तर को कम करके हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करती है।
उपयोग कैसे करें:
पिसी हुई दालचीनी: अपने आटे के मिश्रण में 1-2 चम्मच पिसी हुई दालचीनी मिलाएं।
दालचीनी का अर्क: आप दालचीनी के अर्क या आवश्यक तेल का भी उपयोग कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि ये अधिक केंद्रित होते हैं इसलिए मात्रा के प्रति सावधान रहें।
इन सामग्रियों को शामिल करने के लिए सुझाव
छोटी मात्रा से शुरुआत करें: अपने आटे में नई सामग्री को शामिल करते समय, यह देखने के लिए कि आपका शरीर कैसे प्रतिक्रिया करता है, छोटी मात्रा से शुरुआत करें।
संतुलित आहार: सुनिश्चित करें कि आपका समग्र आहार संतुलित बना रहे। इसमें बहुत सारी सब्जियां, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल करें।
रक्त शर्करा की निगरानी करें: नियमित रूप से अपने रक्त शर्करा के स्तर की निगरानी करें ताकि यह देखा जा सके कि ये आहार परिवर्तन आपको कैसे प्रभावित कर रहे हैं।
डायटीशियन से परामर्श करें: अपने आहार में महत्वपूर्ण परिवर्तन करने से पहले हमेशा एक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या डायटीशियन से परामर्श करना एक अच्छा विचार है, विशेष रूप से यदि आपके पास अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियां हैं।
Diabetes: नमूना रेसिपी:
यहां एक सरल रेसिपी है जो आपको इन सामग्रियों को अपने आहार में शामिल करने की शुरुआत करने में मदद करेगी।
सामग्री:
2 कप गेहूं का आटा
2 चम्मच पिसी हुई अलसी
1 चम्मच मेथी पाउडर
1 चम्मच चिया बीज
¼ कप ओट ब्रान
1 चम्मच पिसी हुई दालचीनी
पानी (आवश्यकतानुसार आटा बनाने के लिए)
चुटकी भर नमक
निर्देश:
सूखी सामग्री मिलाएं: एक बड़े बाउल में गेहूं का आटा, पिसी हुई अलसी, मेथी पाउडर, चिया बीज, ओट ब्रान, पिसी हुई दालचीनी और नमक को मिलाएं।
पानी मिलाएं: धीरे-धीरे पानी मिलाएं और मिश्रण करते रहें जब तक कि एक चिकना आटा न बन जाए। आटे को कुछ मिनटों तक गूंदें जब तक कि यह अच्छी तरह से मिलकर लचीला न हो जाए।
आटे को आराम दें: आटे को गीले कपड़े से ढककर लगभग 20-30 मिनट तक आराम करने दें।
फ्लैटब्रेड बनाएं: आटे को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित करें और उन्हें गोलियों में रोल करें। प्रत्येक गोली को बेलन से बेलकर फ्लैटब्रेड बनाएं।
पकाएं: मध्यम आंच पर एक नॉन-स्टिक तवा गरम करें। प्रत्येक फ्लैटब्रेड को 2-3 मिनट तक प्रत्येक साइड पर पकाएं जब तक कि यह सुनहरा भूरा और पक जाए।
परोसें: अपने Diabetes-मित्र फ्लैटब्रेड को एक स्वस्थ डिप या अपने भोजन के हिस्से के रूप में आनंद लें।
इन शक्तिशाली सामग्रियों को अपने आटे में मिलाकर आप स्वादिष्ट, पौष्टिक और Diabetes-मित्र भोजन बना सकते हैं जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करेगा। नियमित खपत के साथ, आप कुछ हफ्तों के भीतर अपने रक्त शर्करा के स्तर में सुधार देख सकते हैं। याद रखें, Diabetes को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए आहार, व्यायाम और नियमित चिकित्सा परामर्श का एक समग्र दृष्टिकोण आवश्यक है।
अब हम सात विभिन्न Face packs तैयार करेंगे जो दुल त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करेंगे, और चेहरे की सुंदरता को बढ़ाएंगे। यहां एक विस्तृत गाइड है जिसमें प्रत्येक फेस पैक को बनाने का तरीका, उनके फायदे और लगाने का तरीका दिया गया है:
Table of Contents
1. दही और हल्दी Face packs
सामग्री:
2 बड़े चमचे ताजा दही
1/2 चमच अरारोट का पाउडर
फायदे:
हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी और चमकदार गुण होते हैं।
दही त्वचा को नमी प्रदान करती है और रंगत को हल्का करने में मदद करती है।
तैयारी:
दही और हल्दी पाउडर को अच्छे से मिलाएं ताकि एक चिकनी पेस्ट मिल जाए।
लगाने का तरीका:
साफ किया हुआ चेहरा और गर्दन पर पेस्ट को बराबर मात्रा में लगाएं।
15-20 मिनट के लिए छोड़ दें।
गुनगुने पानी से धो लें।
उपयोग की अवधि: सप्ताह में 2-3 बार इस पैक का उपयोग करें।
2. दही और बेसन फेस पैक
सामग्री:
2 बड़े चमचे ताजा दही
1 बड़ा चमच बेसन
फायदे:
बेसन मृत त्वचा को निकालने में मदद करता है और त्वचा को साफ करता है।
दही त्वचा को नमी प्रदान करती है और दुल त्वचा को चमकदार बनाती है।
तैयारी:
दही और बेसन को एक समग्र पेस्ट बनाने के लिए मिलाएं।
लगाने का तरीका:
साफ चेहरे और गर्दन पर पेस्ट लगाएं।
15-20 मिनट के लिए सुखने दें।
हल्के गर्म पानी से धो लें और गोलाईयों में दीर्घाकार मासाज करते हुए।
उपयोग की अवधि: सप्ताह में 2-3 बार।
3. दही और शहद फेस पैक
सामग्री:
2 बड़े चमचे ताजा दही
1 बड़ा चमचा शहद
लाभ:
शहद प्राकृतिक ह्यूमेक्टेंट होता है, जो त्वचा को नमी प्रदान करता है और चमकदार बनाता है।
दही त्वचा को शांति और मुलायमी प्रदान करता है।
तैयारी:
दही और शहद को अच्छी तरह से मिलाएं ताकि एक अच्छी पेस्ट बने।
लागू करने का तरीका:
शुद्ध किए हुए चेहरे और गर्दन पर मिश्रण को लगाएं।
इसे 20-30 मिनट तक लगाएं रखें।
ठंडे पानी से धो लें।
फ्रीक्वेंसी: सप्ताह में 1-2 बार इस पैक का उपयोग करें।
4. दही और नींबू फेस पैक
सामग्री:
2 बड़े चमचे ताजा दही
1 चमचा नींबू का रस
लाभ:
नींबू का रस त्वचा को चमकदार बनाता है और काले दागों को कम करने में मदद करता है।
दही त्वचा को शांति देता है और नमी प्रदान करता है।
तैयारी:
दही और नींबू का रस अच्छी तरह मिलाएं।
लागू करने का तरीका:
शुद्ध किए हुए चेहरे और गर्दन पर मिश्रण को बराबरी मात्रा में लगाएं।
इसे 15-20 मिनट तक लगाएं रखें।
ठंडे पानी से धो लें।
सावधानी: इस Face packs का उपयोग करने के बाद सूरज किरणों से बचें क्योंकि नींबू की फोटोसेंसिटिव प्रकृति होती है।
फ्रीक्वेंसी: सप्ताह में 1-2 बार इस पैक का उपयोग करें।
5. दही और ओटमील Face packs
सामग्री:
2 बड़े चमचे ताज़ा दही
1 बड़ा चमचा ओटमील (चिकनी पाउडर में पीसा हुआ)
लाभ:
ओटमील हल्के स्क्रब की तरह काम करता है और त्वचा को साफ करता है।
दही त्वचा को नमी प्रदान करती है और बेजान त्वचा को ताजगी देती है।
तैयारी:
दही और ओटमील को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं जब आप एक गाढ़ा पेस्ट प्राप्त कर लें।
लागू करने का तरीका:
अपने चेहरे और गर्दन पर पेस्ट लगाएं, हल्के गोलाई में मसाज करते हुए।
इसे 15-20 मिनट तक सूखने दें।
ठंडे पानी से धो लें।
फ्रीक्वेंसी: सप्ताह में 2-3 बार इस पैक का उपयोग करें।
6. दही और खीरा फेस पैक
सामग्री:
2 बड़े चमचे ताज़ा दही
2 बड़े चमचे कटे हुए खीरे
लाभ:
खीरा त्वचा को ठंडा करता है और स्वेलिंग कम करता है।
दही त्वचा को नरमी प्रदान करती है और चेहरे की त्वचा को ताजगी देती है।
तैयारी:
दही और कटे हुए खीरे को अच्छी तरह से मिलाएं।
लागू करने का तरीका:
सफाई किए गए चेहरे और गर्दन पर मिश्रण लगाएं।
इसे 15-20 मिनट तक छोड़ दें।
ठंडे पानी से धो लें।
फ्रीक्वेंसी: हफ्ते में 2-3 बार इस पैक का उपयोग करें।
7. दही और पपीता Face packs
सामग्री:
2 बड़े चमचे ताजा दही
2 बड़े चमचे पीसा हुआ पका हुआ पपीता
लाभ:
पपीता में ऐन्जाइम्स होते हैं जो त्वचा को एक्सफोलिएट करते हैं और त्वचा की सतह को नया बनाते हैं।
दही त्वचा को नमी प्रदान करती है और बेजान त्वचा को चमकदार बनाती है।
तैयारी:
दही और पपीता को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं।
लागू करने का तरीका:
साफ़ चेहरे और गर्दन पर पेस्ट लगाएं।
15-20 मिनट तक लगाए रखें।
गुनगुने पानी से धो लें।
फ्रीक्वेंसी: हफ्ते में 1-2 बार इस पैक का उपयोग करें।
अच्छी तरह से साफ़ करें: Face packs लगाने से पहले हमेशा साफ़ चेहरा धोएं, ताकि पैक का सही प्रभाव हो सके।
पैच टेस्ट: अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो किसी नए फेस पैक को लगाने से पहले पैच टेस्ट करें।
नियमितता महत्वपूर्ण है: इन Face packs का नियमित उपयोग समय के साथ सबसे अच्छे परिणाम देगा।
हाइड्रेटेड रहें: त्वचा को अंदर से हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी पिएं।
इन दही आधारित Face packs को अपनी स्किनकेयर रूटीन में शामिल करके आप अपनी त्वचा को प्राकृतिक रूप से चमकदार और उज्जवल बना सकते हैं। प्रत्येक पैक विभिन्न त्वचा प्रकारों और समस्याओं के लिए अनूठे लाभ प्रदान करता है। उसे चुनें जो आपकी त्वचा के लिए सबसे उपयुक्त हो और निरंतर प्रयास के फलस्वरूप अद्वितीय परिणामों का आनंद लें!
International Yoga Day 2024, 21 जून को मनाया जाएगा, जो इस वैश्विक आयोजन का दसवाँ उत्सव है, जिसका विषय “स्वयं और समाज के लिए योग” है। यह विषय व्यक्तिगत स्वास्थ्य और सामाजिक सद्भाव पर योग के दोहरे प्रभाव को रेखांकित करता है। यह योग की समग्र प्रकृति को दर्शाता है, जो समुदाय और सामूहिक कल्याण की भावना को बढ़ावा देते हुए व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
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International Yoga Day का ऐतिहासिक संदर्भ और विकास
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2014 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना की, जिसका पहला उत्सव 2015 में मनाया गया। भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए इस दिन का उद्देश्य योग अभ्यास के असंख्य लाभों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है। प्रत्येक वर्ष, इस दिन योग के विभिन्न पहलुओं और समकालीन वैश्विक चुनौतियों के लिए इसकी प्रासंगिकता को उजागर करने के लिए एक विशिष्ट थीम होती है:
2023: “वसुधैव कुटुम्बकम (एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य) के लिए योग”
2024: “स्वयं और समाज के लिए योग”
ये थीम स्वास्थ्य और कल्याण से लेकर जलवायु कार्रवाई और सामाजिक सद्भाव तक विभिन्न वैश्विक और व्यक्तिगत मुद्दों को संबोधित करने में योग की बहुमुखी प्रतिभा को उजागर करती हैं।
2024 की थीम, “स्वयं और समाज के लिए योग”, व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों स्तरों पर योग की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर देती है। यह थीम व्यक्तियों को व्यक्तिगत स्वास्थ्य-शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक-के लिए योग के लाभों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करती है, साथ ही सामाजिक एकता और सामूहिक कल्याण को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता को भी पहचानती है।
व्यक्तिगत कल्याण: योग स्वास्थ्य के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है, जो शारीरिक फिटनेस, मानसिक स्पष्टता और भावनात्मक संतुलन को संबोधित करता है। नियमित अभ्यास से लचीलापन, शक्ति और हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, साथ ही तनाव, चिंता और अवसाद को कम किया जा सकता है।
सामाजिक प्रभाव: योग सहानुभूति, धैर्य और परस्पर जुड़ाव जैसे मूल्यों को बढ़ावा देता है, जो सामाजिक सद्भाव के लिए महत्वपूर्ण हैं। सामुदायिक योग सत्र और सार्वजनिक कार्यक्रम सांप्रदायिक बंधनों को मजबूत कर सकते हैं, समावेशिता को बढ़ावा दे सकते हैं और सामूहिक कल्याण के लिए साझा जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
International Yoga Day का समारोह और गतिविधियाँ
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 का मुख्य कार्यक्रम श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित किया जाएगा। यह स्थान थीम की समावेशी और एकीकृत भावना को दर्शाता है। इस दिन के लिए नियोजित गतिविधियों में शामिल हैं:
सामूहिक योग प्रदर्शन: बड़े पैमाने पर योग सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनका नेतृत्व प्रमुख योग प्रशिक्षक करेंगे और जिसमें सरकारी अधिकारियों, राजनयिकों और स्थानीय समुदायों सहित हज़ारों प्रतिभागी भाग लेंगे।
कार्यशालाएँ और सेमिनार: योग के विभिन्न पहलुओं, बुनियादी अभ्यासों से लेकर उन्नत तकनीकों और स्वास्थ्य और कल्याण के लिए इसके लाभों पर ध्यान केंद्रित करने वाले शैक्षिक कार्यक्रम।
सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम: योग को वंचित समुदायों तक पहुँचाने के उद्देश्य से पहल, समावेशिता और व्यापक भागीदारी पर ज़ोर देना।
डिजिटल अभियान: थीम को बढ़ावा देने और वैश्विक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म का लाभ उठाना। व्यापक दर्शकों को जोड़ने के लिए वर्चुअल योग सत्र और इंटरैक्टिव ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हमेशा से एक वैश्विक कार्यक्रम रहा है, जिसमें विभिन्न देशों और संस्कृतियों में गतिविधियाँ और समारोह आयोजित किए जाते हैं। 2024 में, “स्वयं और समाज के लिए योग” पर ज़ोर विभिन्न वैश्विक पहलों में परिलक्षित होगा:
अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम: स्थानीय समुदायों और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों को शामिल करते हुए दुनिया भर के प्रमुख शहरों में योग सत्र और कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।
संगठनों के साथ सहयोग: योग के लाभों को बढ़ावा देने और व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए स्वास्थ्य संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और सांस्कृतिक निकायों के साथ साझेदारी।
मीडिया कवरेज: अंतर्राष्ट्रीय मीडिया द्वारा व्यापक कवरेज, विभिन्न आयोजनों और थीम के व्यापक संदेश पर प्रकाश डाला गया।
Yoga के लाभ:
योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक आयामों को शामिल करते हुए कई लाभ प्रदान करता है। कुछ प्रमुख लाभों में शामिल हैं:
शारीरिक स्वास्थ्य
बेहतर लचीलापन: योग आसन मांसपेशियों को खींचने और लंबा करने में मदद करते हैं, जिससे समग्र लचीलापन बढ़ता है।
शक्ति और संतुलन: योग का नियमित अभ्यास मांसपेशियों को मजबूत करता है और संतुलन को बढ़ाता है।
बेहतर मुद्रा: योग शरीर के उचित संरेखण को प्रोत्साहित करता है, जिससे मांसपेशियों और जोड़ों पर तनाव कम होता है।
हृदय स्वास्थ्य: कुछ प्रकार के योग, जैसे कि विन्यास और अष्टांग, गतिशील गति के माध्यम से हृदय स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।
दर्द से राहत: योग पीठ के निचले हिस्से में दर्द, गठिया और माइग्रेन जैसी पुरानी दर्द की स्थितियों को कम कर सकता है।
‘Mirzapur 3 ” के बारे में अपडेट पाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे प्रशंसकों को अब राहत की सांस मिल सकती है क्योंकि आगामी सीजन का ट्रेलर आखिरकार रिलीज हो गया है।
एक्शन से भरपूर ट्रेलर में, गुड्डू पंडित (अली फजल द्वारा अभिनीत) को पूर्वांचल पर अपनी पकड़ बनाने की पूरी कोशिश करते देखा जा सकता है। ऐसा लगता है कि वह गद्दी पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। श्वेता त्रिपाठी शर्मा, रसिका दुगल और विजय वर्मा जैसे अभिनेताओं ने भी ट्रेलर में अपनी मौजूदगी से छाप छोड़ी।
ट्रेलर के अंत में, अभिनेता पंकज त्रिपाठी छाया से बाहर निकलते हैं और साम्राज्य को पुनः प्राप्त करने का वादा करते हैं।
राजेश तैलंग, शीबा चड्ढा, मेघना मलिक और मनु ऋषि चड्ढा भी शो का हिस्सा हैं।
एक्सेल मीडिया एंड एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित, प्रशंसकों की पसंदीदा क्राइम थ्रिलर का निर्देशन गुरमीत सिंह और आनंद अय्यर ने किया है।
प्रशंसक शो से क्या उम्मीद कर सकते हैं, इस पर निर्देशक और कार्यकारी निर्माता गुरमीत सिंह ने साझा किया, “Mirzapur के पहले दो सीज़न भारत में स्ट्रीमिंग स्पेस में क्राइम थ्रिलर शैली के लिए गेम चेंजर साबित हुए। मिर्जापुर 3 के साथ, हम गति को बनाए रखने और कथा को एक नए स्तर पर ले जाने का प्रयास करते हैं, जिसमें प्रत्येक चरित्र के जीवन के नए पहलुओं और आयामों की खोज की जाती है, जो नए कथानक के साथ-साथ ट्विस्ट से भरपूर होते हैं। हम प्रशंसकों के लिए बेहद उत्साहित हैं कि वे नए सीज़न में मिर्जापुर के सिंहासन के लिए होने वाले मुक़ाबले को देखें।”
उन्होंने कहा, “दांव और भी बढ़ गए हैं और कैनवास निश्चित रूप से बड़ा हो गया है। साढ़े तीन साल के अंतराल के बाद, हम, अपने दर्शकों की तरह, प्राइम वीडियो पर Mirzapur 3 के वैश्विक प्रीमियर का इंतज़ार नहीं कर सकते।”
क्राइम ड्रामा का पहला सीजन 2018 में प्रीमियर हुआ था और दूसरा सीजन 2020 में आया था।
‘Mirzapur’ में गुड्डू पंडित की निभा रहे अभिनेता अली फजल ने पुरानी यादों को किया ताजा
जुलाई में तीसरे सीजन की रिलीज से पहले, अभिनेता अली फजल ने पुरानी यादों को ताजा किया और गुड्डू पंडित की अपनी भूमिका को दोहराते हुए सामने आई चुनौतियों को याद किया।
“मुझे नहीं पता कि सीजन 3 में क्या है, लेकिन मुझे पता है कि मैंने इस खास लड़के के लिए एक ग्राफ को सही साबित किया है, जिसके पास सब कुछ है और जो अपने आसपास इतने भ्रष्टाचार के बावजूद अपनी मासूमियत को बनाए रखता है। और एक युवा लड़का जो अपनी उम्र के हिसाब से समाज की परिस्थितियों के कारण सभी तरह के राक्षसों और चीजों में बदल जाता है, और वह वही बन जाता है जो वह बन जाता है। तो हां, इसने मुझसे बहुत कुछ छीन लिया है, मैं इसे हमेशा संजो कर रखूंगा,” उन्होंने साझा किया।
उन्होंने आगे कहा, “यह वह दुनिया है जिससे मैं संबंधित नहीं हूं, यह वह किरदार है जिससे मैं संबंधित नहीं हूं, लेकिन मैंने इसे समझने की कोशिश की है, विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ मुझे इसका अध्ययन करना है, जिस तरह से वे लिखते हैं, जिस तरह से वे सोचते हैं, जिस तरह से वे उन क्षेत्रों में लोगों से बातचीत करते हैं और निश्चित रूप से कहानियां, कहानियां हैं, उन्हें किसी भी परिप्रेक्ष्य में बताया जा सकता है। इस मामले में, आप इसे गुड्डू के दृष्टिकोण से देखते हैं। बाकी सब केक पर आइसिंग की तरह है, बॉडीबिल्डर है, पागलपन है, जो आप देखते हैं लेकिन ये उस व्यक्ति के मूल आघात के प्रभाव हैं।” अली ने आगे बताया कि उन्होंने भूमिका के लिए कैसे तैयारी की।
इस भूमिका को निभाने के माध्यम से मैं इतनी करुणा दिखाना चाहता था, और दर्शकों के लिए भी ऐसा कुछ निभाने में सक्षम होने के लिए किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो देख सके कि उस स्थिति में एक व्यक्ति क्या कर सकता है या शायद कोई अन्य स्थिति, यह एक कहानी में अंतहीन परिस्थितियाँ हो सकती हैं, मुझे लगता है कि यह मेरी सबसे बड़ी चुनौती थी, खुद को इससे दूर रखने और देखने में सक्षम होना इसे देखें और बिना जज किए बस देखें। इसलिए मैंने ऐसा करने की कोशिश की है। मुझे वाकई उम्मीद है कि यह बड़े पर्दे या किसी भी स्क्रीन पर दिल की बात कहेगा, जहाँ इसे देखा जाएगा,” उन्होंने कहा।
Best Mental Health Books 2024 में, मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई किताबें मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अपने व्यावहारिक, विविधतापूर्ण और व्यावहारिक दृष्टिकोण के लिए ध्यान आकर्षित कर रही हैं।
यहाँ इस साल की कुछ Best Mental Health Books की गहन खोज की गई है, जिनमें से प्रत्येक में अद्वितीय दृष्टिकोण और व्यावहारिक सलाह दी गई है।
Table of Contents
10 Best Mental Health Books
1. जॉनी बेंजामिन द्वारा “The Stranger on the Bridge: My Journey from Suicidal Despair to Hope”
जॉनी बेंजामिन का संस्मरण, “द स्ट्रेंजर ऑन द ब्रिज”, आत्महत्या के विचारों से उनकी लड़ाई और उस महत्वपूर्ण क्षण का एक शक्तिशाली विवरण है जब एक अजनबी ने उनकी जान बचाई थी। यह किताब सिर्फ़ एक व्यक्तिगत कहानी नहीं है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य संघर्षों की एक व्यापक खोज है, खासकर हाशिए पर पड़े समुदायों के भीतर। बेंजामिन अपने यहूदी परिवार के भीतर अपनी कामुकता और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को स्वीकार करने और साझा करने की चुनौतियों पर चर्चा करते हैं। निराशा से आशा तक की उनकी यात्रा कष्टदायक और प्रेरणादायक दोनों है, जो मानसिक बीमारी की गहराई और ठीक होने की संभावना को समझने की चाह रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए इसे अवश्य पढ़ना चाहिए।
2. डेविड हारवुड द्वारा “Maybe I Don’t Belong Here”
डेविड हारवुड की “मेबी आई डोंट बिलॉन्ग हियर” उनके अभिनय करियर के शुरुआती दिनों में, तेईस साल की उम्र में मनोविकृति के साथ उनके अनुभव को याद करती है। हारवुड अपने टूटने, अस्पताल में भर्ती होने और उसके बाद अपने परिवार के इतिहास और अश्वेत मानसिक स्वास्थ्य पर नस्लवाद के प्रभाव की जांच पर एक कच्ची और ईमानदार नज़र डालते हैं। यह पुस्तक मानसिक स्वास्थ्य और नस्लीय भेदभाव के बीच के अंतरसंबंध की खोज के लिए महत्वपूर्ण है, जो एक व्यापक सामाजिक मुद्दे पर एक गहन व्यक्तिगत दृष्टिकोण प्रदान करती है।
3. लिली-जो द्वारा “Talking to children about mental health”
लिली-जो की मार्गदर्शिका, “बच्चों से मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करना”, वयस्कों के लिए बच्चों और किशोरों द्वारा सामना की जाने वाली मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने में उनकी मदद करने के लिए एक व्यावहारिक संसाधन है। पुस्तक समकालीन मुद्दों जैसे कि युवा दिमाग पर एआई और सोशल मीडिया के प्रभाव को संबोधित करती है, माता-पिता, शिक्षकों और देखभाल करने वालों को युवा पीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए रणनीतियाँ प्रदान करती है। यह पुस्तक अपनी स्पष्ट, सुलभ भाषा और व्यावहारिक सलाह के लिए जानी जाती है.
4. जिल मिलर द्वारा “Body by Breath: The Science and Practice of Physical and Emotional Resilience”
“बॉडी बाय ब्रीथ” जिल मिलर द्वारा शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर सांस लेने के गहन प्रभाव की खोज है। मिलर पाठकों को उनके सांस-शरीर संबंध में महारत हासिल करने, सहनशक्ति बढ़ाने, आत्म-नियमन और तनाव से राहत दिलाने में मदद करने के लिए 100 से अधिक तकनीकें प्रस्तुत करते हैं। यह पुस्तक उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो समग्र कल्याण को बेहतर बनाने के लिए अपने दैनिक जीवन में माइंडफुलनेस और शारीरिक अभ्यासों को एकीकृत करने में रुचि रखते हैं.
5. जोसेफ गुयेन द्वारा “Don’t Believe Everything You Think: Why Your Thinking Is the Beginning and End of Suffering”
जोसेफ गुयेन की पुस्तक, “डोन्ट बिलीव एवरीथिंग यू थिंक,” मनोवैज्ञानिक पीड़ा की संज्ञानात्मक जड़ों में गहराई से गोता लगाती है। गुयेन का तर्क है कि हमारे अधिकांश दुख हमारे विचारों और विश्वासों से उत्पन्न होते हैं। हम जिस तरह से सोचते हैं उसे बदलकर हम अपने मानसिक स्वास्थ्य में काफी सुधार कर सकते हैं। यह पुस्तक मानसिक स्वतंत्रता प्राप्त करने और शांति और संतुष्टि से भरा जीवन बनाने के लिए व्यावहारिक रणनीतियाँ प्रदान करती है।
6. जॉनी बेंजामिन और ब्रिट प्लूगर द्वारा “The Book of Hope: 101 Voices on Overcoming Adversity”
“द बुक ऑफ़ होप” में, जॉनी बेंजामिन और सह-संपादक ब्रिट प्लूगर ने अभिनेताओं, संगीतकारों, एथलीटों, मनोवैज्ञानिकों और कार्यकर्ताओं सहित 101 योगदानकर्ताओं की कहानियों को संकलित किया है। इस संग्रह का उद्देश्य पाठकों को यह दिखाकर सांत्वना और प्रेरणा प्रदान करना है कि आशा सबसे बुरे समय में भी पाई जा सकती है। आवाज़ों और अनुभवों की विविधता इस पुस्तक को अपने मानसिक स्वास्थ्य की यात्रा में प्रोत्साहन और समझ की तलाश करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक मूल्यवान संसाधन बनाती है।
7. नेड्रा ग्लोवर तवाब द्वारा “Set Boundaries, Find Peace: A Guide to Reclaiming Yourself”
नेड्रा ग्लोवर तवाब की “सीमाएँ निर्धारित करें, शांति पाएँ” स्वस्थ सीमाएँ स्थापित करने के लिए एक व्यापक मार्गदर्शिका प्रदान करती है। लाइसेंस प्राप्त परामर्शदाता तवाब, पाठकों को उनकी ज़रूरतों को पहचानने और व्यक्त करने, विषाक्त संबंधों से निपटने और बर्नआउट को रोकने में मदद करने के लिए संज्ञानात्मक-व्यवहार चिकित्सा (CBT) की तकनीकों का उपयोग करते हैं। यह पुस्तक उन सभी लोगों के लिए आवश्यक है जो सीमा संबंधी मुद्दों से जूझ रहे हैं और बेहतर पारस्परिक गतिशीलता के माध्यम से अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहते हैं।
8. ओपरा विनफ्रे और ब्रूस डी. पेरी द्वारा “What Happened to You? Conversations on Trauma, Resilience, and Healing”
ओपरा विनफ्रे और डॉ. ब्रूस डी. पेरी की “व्हाट हैपेंड टू यू?” ट्रॉमा और रेजिलिएंस की एक अभूतपूर्व खोज है। व्यक्तिगत उपाख्यानों और विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि के माध्यम से, लेखक चर्चा करते हैं कि कैसे शुरुआती दर्दनाक अनुभव हमारे व्यवहार और मुकाबला करने के तंत्र को आकार देते हैं। यह पुस्तक आघात को समझने और उपचार को बढ़ावा देने के लिए एक दयालु मार्गदर्शिका है, जो इसे बचे हुए लोगों और उनका समर्थन करने वालों दोनों के लिए एक मूल्यवान संसाधन बनाती है।
9. मार्क वोलिन द्वारा “It Didn’t Start with You: How Inherited Family Trauma Shapes Who We Are and How to End the Cycle”
मार्क वोलिन की “इट डिडेंट स्टार्ट विद यू” विरासत में मिले पारिवारिक आघात की अवधारणा पर गहराई से चर्चा करती है। वोलिन बताते हैं कि पिछली पीढ़ियों द्वारा अनुभव किए गए आघात वंशजों को कैसे प्रभावित कर सकते हैं, जो चिंता, अवसाद और पुराने दर्द के रूप में प्रकट होते हैं। पुस्तक में विज़ुअलाइज़ेशन और प्रत्यक्ष संवाद जैसी तकनीकों के माध्यम से इन चक्रों को तोड़ने की रणनीतियाँ दी गई हैं। यह व्यावहारिक कार्य व्यक्तिगत उपचार के लिए अंतर-पीढ़ीगत आघात को संबोधित करने के महत्व पर प्रकाश डालता है।
10. जिल वेबर द्वारा “Be Calm: Proven Techniques to Stop Worrying Now”
“बी कैलम” में, जिल वेबर चिन्ता को प्रबंधित करने के लिए व्यावहारिक तकनीकें प्रदान करती हैं। वेबर, एक नैदानिक मनोवैज्ञानिक, पुस्तक को भावनाओं, व्यवहारों और विचारों पर खंडों में विभाजित करता है, सामान्य चिन्ता लक्षणों को संबोधित करता है और उन्हें नियंत्रित करने के तरीके प्रदान करता है। यह पुस्तक उन लोगों के लिए विशेष रूप से सहायक है जो अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं में चिन्ता को प्रबंधित करने के लिए एक संरचित दृष्टिकोण की तलाश कर रहे हैं।
निष्कर्ष
2024 की सर्वश्रेष्ठ मानसिक स्वास्थ्य पुस्तकें व्यक्तिगत संस्मरणों और व्यावहारिक मार्गदर्शिकाओं से लेकर आघात और लचीलेपन की खोज तक कई विषयों को कवर करती हैं। चाहे आप चिंता को प्रबंधित करने की रणनीतियों, विरासत में मिले आघात की अंतर्दृष्टि या आशा की प्रेरणादायक कहानियों की तलाश कर रहे हों, ये पुस्तकें आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए मूल्यवान संसाधन प्रदान करती हैं। प्रत्येक पुस्तक अद्वितीय दृष्टिकोण और कार्रवाई योग्य सलाह प्रदान करती है, जो उन्हें मानसिक स्वास्थ्य में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए आवश्यक पठन बनाती है।