सनी देओल अपनी अगली एक्शन ड्रामा फिल्म Jaat के लिए कमर कस रहे हैं। आखिरकार मेकर्स ने फिल्म का बहुप्रतीक्षित ट्रेलर रिलीज कर दिया है, जिसमें एक बार फिर सनी देओल का दमदार एक्शन अवतार देखने को मिला। इस फिल्म का निर्देशन साउथ के मशहूर डायरेक्टर गोपीचंद मालिनेनी ने किया है। हालांकि, मेकर्स ने अभी तक इस एक्शन-ड्रामा की रिलीज डेट का खुलासा नहीं किया है।
सनी देओल अपनी अगली एक्शन ड्रामा फिल्म Jaat के लिए कमर कस रहे हैं। ट्रेलर की शुरुआत में ही उनका एक्शन अवतार देखने को मिला। जाट के ट्रेलर की शुरुआत सैयामी खरे से होती है, जो एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रही हैं। वह गांव वालों से क्राइम सीन पुलिस अधिकारी के बारे में सवाल करती हैं। बाद में उनमें से एक ‘रणतुंगा’ का नाम चिल्लाता है। बाद में सनी देओल एक शानदार लेकिन प्रभावशाली एंट्री करते हैं।
ट्रेलर के अंत में दिग्गज अभिनेता कहते हैं, ‘पूरे उत्तर ने मेरे ढाई किलो के हाथ की ताकत देखी है, अब दक्षिण भी इसे देखेगा।’ रणदीप हुड्डा के साथ, छावा अभिनेता विनीत कुमार सिंह भी इस फिल्म में एक खलनायक की भूमिका में नज़र आएंगे।
हालाँकि, ट्रेलर में बहुत सारे अतिरंजित दृश्य हैं जो इसे अविश्वसनीय बनाते हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि आजकल दर्शकों को यही आकर्षित करता है। इसलिए, मालिनेनी के पास एक ऐसी पटकथा है जो दर्शकों को सिनेमाघरों में वापस ला सकती है।
फिल्म के बारे में और जानकारी
Jaat की कास्ट में सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार सिंह, रेजिना कैसंड्रा, सैयामी खेर और स्वरूपा घोष शामिल हैं। फिल्म का निर्देशन और लेखन गोपीचंद मालिनेनी ने किया है। फिल्म का निर्माण नवीन यरनेनी, रविशंकर यालमंचिली और टीजी विश्व प्रसाद ने किया है। जाट का संगीत थमन एस ने दिया है।
यह फिल्म अप्रैल 2025 में रिलीज होगी। हालांकि, निर्माताओं ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि सनी देओल की फिल्म सिनेमाघरों में कब आएगी। इसकी सही तारीख बाद में घोषित की जाएगी। गौरतलब है कि सनी को आखिरी बार 2023 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक गदर 2 में देखा गया था। फिल्म में अमीषा पटेल, उत्कर्ष शर्मा और सिमरत कौर रंधावा भी हैं।
जस्टिस Yashwant Varma के नकद विवाद में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर दिल्ली हाई कोर्ट के जज को इलाहाबाद हाई कोर्ट में वापस भेजने की सिफारिश की। सीजेआई संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एएस ओका की मौजूदगी वाले कॉलेजियम ने आधिकारिक बयान जारी किया है।
कोर्ट की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है, “सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 20 और 24 मार्च 2025 को हुई अपनी बैठकों में दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा को इलाहाबाद हाई कोर्ट में वापस भेजने की सिफारिश की है।”
सामग्री की तालिका
दिल्ली उच्च न्यायालय ने न्यायमूर्ति Yashwant Varma से सभी न्यायिक कार्य वापस लिए
दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को न्यायमूर्ति Yashwant Varma से सभी न्यायिक कार्य वापस लेने की घोषणा की। न्यायालय ने अपनी वेबसाइट पर इस घटनाक्रम की घोषणा करते हुए एक नोटिस जारी किया। उच्च न्यायालय की वेबसाइट पर दिन की कॉजलिस्ट से जुड़े एक नोट में कहा गया है कि न्यायमूर्ति वर्मा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ-III के कोर्ट मास्टर सोमवार से पहले सूचीबद्ध मामलों में तारीखें तय करेंगे।
नोट में रजिस्ट्रार (लिस्टिंग) के हस्ताक्षर के साथ लिखा है, “हाल की घटनाओं को देखते हुए, न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा से न्यायिक कार्य तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक वापस लिया जाता है।”
सीजेआई ने 3 सदस्यीय समिति गठित की
शनिवार को भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने आग की घटना के बाद उनके आवास से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने के आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की। समिति न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ आरोपों की आंतरिक जांच करेगी।
जांच समिति में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति शील नागू, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी एस संधावालिया और कर्नाटक उच्च न्यायालय की न्यायाधीश अनु शिवरामन शामिल हैं। शीर्ष अदालत की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “फिलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को कोई न्यायिक कार्य न सौंपने के लिए कहा गया है। दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट, न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा का जवाब और अन्य दस्तावेज सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड किए जा रहे हैं।”
नकदी बरामदगी विवाद
14 मार्च को एक बड़ा विवाद तब खड़ा हो गया जब जस्टिस Yashwant Varma के आवास पर कथित तौर पर नकदी से भरी बड़ी बोरियां पाई गईं। होली की रात करीब 11:35 बजे जस्टिस वर्मा के लुटियंस दिल्ली स्थित आवास पर आग लग गई, जिसके बाद दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और आग बुझाई।
Kunal Kamra Controversy: मुंबई की एक अदालत ने कॉमेडियन कुणाल कामरा के शो के दौरान ‘हैबिटेट स्टूडियो’ में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार 12 शिवसेना कार्यकर्ताओं को 15,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है। पुलिस ने आरोपियों पर कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें बीएनएस 132 और बीएनएस 333 शामिल हैं – दोनों गैर-जमानती अपराध हैं।
यह घटना तब हुई जब कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर एक पैरोडी गीत प्रस्तुत किया, जिसमें उन्हें ‘गद्दार’ कहा गया। इससे शिवसेना कार्यकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने स्टूडियो में तोड़फोड़ की।
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधान परिषद में घोषणा की है कि कुणाल कामरा के कॉल डेटा रिकॉर्ड (CDR) और बैंक स्टेटमेंट की जांच की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनके बयानों के पीछे कोई साजिश तो नहीं है।
Kunal Kamra विवाद के बीच, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि एकनाथ शिंदे का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कामरा को माफी मांगनी चाहिए। दूसरी ओर, कामरा ने कहा है कि उन्हें अपनी टिप्पणी पर कोई पछतावा नहीं है और वे अदालत के कहने पर ही माफी मांगेंगे।
कर्नाटक हनी-ट्रैप विवाद: SC ने सोमवार को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करने पर सहमति जताई, जिसमें कर्नाटक में विधायकों, लोक सेवकों और न्यायाधीशों के कथित हनी-ट्रैप मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा स्वतंत्र जांच की मांग की गई है।
याचिकाकर्ता के वकील ने मामले को भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष शीघ्र सूचीबद्ध करने के लिए कहा, जिसने इसे आज या कल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने पर सहमति जताई।
निष्पक्ष जांच के लिए SC पहुंची याचिका
SC में दायर जनहित याचिका में सीबीआई या एसआईटी द्वारा स्वतंत्र जांच की मांग क्यों की गई? झारखंड निवासी बिनय कुमार सिंह द्वारा SC में दायर याचिका में कर्नाटक में विधायकों, लोक सेवकों और न्यायाधीशों से जुड़े कथित हनी-ट्रैपिंग कांड की स्वतंत्र जांच का अनुरोध किया गया है। उन्होंने मांग की है कि जांच सीबीआई या एसआईटी द्वारा की जाए, जिसमें पुलिस अधिकारी शामिल हों, जो कर्नाटक राज्य सरकार के नियंत्रण या प्रभाव से मुक्त हों।
याचिका में SC से आग्रह किया गया है कि जांच की निगरानी सर्वोच्च न्यायालय या सेवानिवृत्त सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली निगरानी समिति द्वारा की जाए। याचिका में कहा गया है, “निगरानी समिति को उन सभी अधिकारियों/व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच करनी चाहिए, जिन्होंने घटना से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभ उठाया। जांच के बाद दोषी पाए गए व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा चलाने का निर्देश दिया जाना चाहिए।”
याचिका में कहा गया है, “कर्नाटक विधानसभा में बहुत गंभीर और परेशान करने वाले आरोप लगाए गए हैं कि राज्य का मुख्यमंत्री बनने की चाहत रखने वाला एक व्यक्ति कई लोगों को हनीट्रैप में फंसाने में सफल रहा है, जिनमें न्यायाधीश भी शामिल हैं। यह आरोप एक मौजूदा मंत्री ने लगाए हैं, जिन्होंने खुद को पीड़ित बताया है, जिससे इन गंभीर आरोपों को विश्वसनीयता मिल रही है।”
याचिका में कहा गया है, “इतना ही नहीं, सरकार के दूसरे मंत्री ने न केवल पहले मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों को दोहराया है, बल्कि आरोप लगाया है कि घोटाले का पैमाना और अनुपात वर्तमान में दिखाई देने वाले पैमाने से कम से कम दस गुना अधिक है।” याचिका में आगे कहा गया है कि हनी ट्रैपिंग जैसे तरीकों से जजों के साथ समझौता करना न्यायिक स्वतंत्रता के लिए ‘गंभीर खतरा’ है और संस्था में जनता के विश्वास को गंभीर रूप से कमजोर करता है।
कर्नाटक हनी-ट्रैप विवाद क्या है?
पिछले हफ्ते, कर्नाटक के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने आरोप लगाया कि उन पर हनी ट्रैप का प्रयास किया गया था और मामले की जांच की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में 48 लोग “हनी ट्रैप” के शिकार हुए हैं और उनके अश्लील वीडियो प्रसारित किए गए हैं। कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि यह सूची पार्टी लाइनों से परे है, जिसमें राज्य और राष्ट्रीय नेता भी शामिल हैं। राजन्ना ने कहा, “वे दो अलग-अलग राजनीतिक दलों से संबंधित हैं। यह मामला सिर्फ हमारे राज्य तक सीमित नहीं है – यह राष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है, जिसमें देश भर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं।
मैं यहां अपने खिलाफ लगे आरोपों का जवाब नहीं दूंगा। मैं गृह मंत्री को लिखित शिकायत दूंगा। इसकी जांच होनी चाहिए। यह पता चलना चाहिए कि इसके पीछे निर्माता और निर्देशक कौन हैं। जनता को पता चलना चाहिए।” “दो पार्टियों के 48 लोगों की पेन ड्राइव हैं। यह एक खतरनाक खतरा है। यह अब एक सार्वजनिक मुद्दा है। उन्होंने मुझ पर भी ऐसा करने की कोशिश की। मेरे पास सबूत हैं। मैं शिकायत दर्ज कराऊंगा। यह पता चलना चाहिए कि इसमें कौन शामिल है,” उन्होंने मांग की।
Himachal Pradesh: शिमला के जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे पर सोमवार को एक बड़ा हादसा टल गया, जब एलायंस एयर की फ्लाइट के पायलट को तकनीकी खराबी के कारण समय रहते आपातकालीन ब्रेक लगाने पड़े। विमान में हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अतुल वर्मा सहित 44 यात्री सवार थे।
रिपोर्ट के अनुसार, पायलट को तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा, जिसके कारण विमान की गति धीमी नहीं हो पाई और उसे तत्काल आपातकालीन ब्रेक लगाने पड़े। माना जा रहा है कि त्वरित प्रतिक्रिया के कारण संभावित आपदा टल गई।
दिल्ली, शिमला और धर्मशाला के बीच उड़ान भरने वाली एलायंस एयर की फ्लाइट अभी-अभी उतरी थी, तभी यह समस्या हुई। एहतियात के तौर पर, इस घटना के बाद धर्मशाला के लिए निर्धारित आगे की उड़ान रद्द कर दी गई। एलायंस एयर ने अभी तक तकनीकी खराबी या उसके बाद की सुरक्षा प्रक्रियाओं के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
Himachal के डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
Himachal के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि,“तकनीकी खराबी से यात्रियों की जान को खतरा हो सकता था। हवाई सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरतने की जरूरत है।”
Kunal Kamra Controversy के ताजा घटनाक्रम में, शिवसेना (शिंदे) नेता राहुल कनाल को सोमवार को तोड़फोड़ मामले में गिरफ्तार किया गया। इस बीच, मुंबई में एक प्रदर्शन और कार्यक्रम स्थल हैबिटेट स्टूडियो ने पहले ही दिन घोषणा की कि वे बंद हो रहे हैं, क्योंकि शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने एक शो के दौरान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ कुणाल कामरा की कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर उनके परिसर में तोड़फोड़ की।
Kunal Kamra Controversy के कारण हैबिटेट स्टूडियो बंद
मुंबई का प्रतिष्ठित हैबिटेट स्टूडियो, जहां Kunal Kamra का शो आयोजित हुआ था, ने तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद अस्थायी रूप से बंद होने की घोषणा कर दी। स्टूडियो ने इंस्टाग्राम पर लिखा,”हम हाल ही में हमारे खिलाफ़ की गई तोड़फोड़ की घटनाओं से स्तब्ध, चिंतित और बेहद टूट गए हैं।”
स्टूडियो ने यह भी स्पष्ट किया कि वे कलाकारों की प्रस्तुत सामग्री के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, लेकिन लगातार निशाना बनाए जाने से वे अब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सुरक्षा के बीच संतुलन के तरीकों पर विचार कर रहे हैं।
शिवसेना कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन और तोड़फोड़
रविवार रात बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता होटल यूनिकॉन्टिनेंटल के बाहर एकत्र हुए, जहाँ स्टूडियो स्थित है। उन्होंने कथित तौर पर स्टूडियो और होटल परिसर में तोड़फोड़ की, मुंबई पुलिस ने कहा। पुलिस ने इस मामले में शिवसेना के 40 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मुंबई पुलिस ने सोमवार को कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। उन पर आरोप है कि उन्होंने शो के दौरान एकनाथ शिंदे पर “गद्दार” कटाक्ष किया, जिससे यह विवाद भड़का।
Karnataka में मुस्लिम आरक्षण को लेकर सोमवार को संसद में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच तीखी नोकझोंक हुई। कर्नाटक के सार्वजनिक ठेकों में मुसलमानों के लिए आरक्षण के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक के कारण दोपहर के भोजन से पहले राज्यसभा की कार्यवाही बिना किसी कामकाज के स्थगित कर दी गई।
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Karnataka में मुस्लिम आरक्षण पर गरमाई बहस
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को कोई नहीं बदल सकता। कोई भी आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता। हमने भारत जोड़ो यात्रा इसी संविधान को बचाने के लिए की। वे (भाजपा) भारत को तोड़ते हैं।” केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा, “मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठाकर कांग्रेस ने अंबेडकर के संविधान की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है। अगर हिम्मत है तो कांग्रेस सरकार अपने उपमुख्यमंत्री (डी.के. शिवकुमार) से इस्तीफा मांगे।”
खड़गे पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “आज संसद के दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा – को एक बहुत ही गंभीर मुद्दे पर स्थगित करना पड़ा। एनडीए पार्टी ने एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता द्वारा दिए गए बयान को बहुत गंभीरता से लिया है, जो एक संवैधानिक पद पर हैं, और उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि मुसलमानों के लिए ठेकों में आरक्षण मुस्लिम समुदाय को आरक्षण और अन्य सुविधाएँ प्रदान करने की दिशा में एक कदम है, और इसके लिए उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत के संविधान को बदला जाएगा। उनका बयान बहुत स्पष्ट है।
वे भारत के संविधान को बदलकर मुस्लिम समुदाय को आरक्षण देना चाहते हैं। कृपया एक बात याद रखें Karnataka में मुस्लिम प्रतिनिधित्व और आरक्षण का मुद्दा 1947 में खारिज कर दिया गया था जब मुस्लिम लीग ने मुस्लिम समुदाय को आरक्षण प्रदान करने के लिए इस मामले को संविधान सभा में लाया था।”
“हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष है; आर्थिक और सामाजिक मानदंडों के आधार पर आरक्षण हो सकता है, लेकिन धार्मिक पहचान और संबद्धता के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता। संविधान में संशोधन करके, व्यक्ति ने भारत के संविधान के साथ धोखाधड़ी की है।
मैंने कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष, जो राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं, से स्थिति पूछी थी और उन्हें सदन में यह बताना चाहिए कि क्या वे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को बर्खास्त करने जा रहे हैं या वे स्पष्ट रूप से यह कहने जा रहे हैं कि कांग्रेस भारत के संविधान को नष्ट कर देगी।” सत्ता पक्ष की ओर से नारेबाजी के बीच, सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भाजपा का आरोप
रिजिजू ने कहा कि एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता जो संवैधानिक पद पर हैं, ने कहा है कि पार्टी Karnataka में मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव करेगी। हालांकि उन्होंने नेता का नाम नहीं बताया, लेकिन जाहिर तौर पर उनका इशारा डीके शिवकुमार की ओर था। मंत्री ने कहा, “हम इस बयान को हल्के में नहीं ले सकते।” उन्होंने कहा कि यह बयान किसी साधारण पार्टी नेता की ओर से नहीं बल्कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की ओर से आया है।
उन्होंने इसे “बेहद गंभीर” बताते हुए कहा कि धर्म आधारित आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव करना “बर्दाश्त नहीं किया जा सकता”। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता संविधान की किताब जेब में रखते हैं, लेकिन उसे कमजोर करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। जब धनखड़ ने पूछा कि वह और उनकी पार्टी क्या चाहते हैं, तो रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को पार्टी की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और “सदन और देश को बताना चाहिए कि कांग्रेस मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव क्यों करना चाहती है”।
सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस संविधान को टुकड़े-टुकड़े कर रही है। उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने भारतीय संविधान बनाते समय स्पष्ट रूप से कहा था कि “धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा। यह भारत के संविधान का एक स्वीकृत सिद्धांत है।”
Karnataka विधानसभा में स्थिति
इससे पहले, Karnataka विधानसभा में भी इस मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ था। भाजपा विधायकों ने मुस्लिमों को 4% आरक्षण देने के विधेयक का विरोध किया, जिसके परिणामस्वरूप 18 भाजपा विधायकों को निलंबित कर दिया गया था। यह मुद्दा न केवल कर्नाटक की राजनीति में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है, और आने वाले दिनों में इस पर और बहस होने की संभावना है।
क्या है? मामला
Karnataka में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान मुस्लिम समुदाय के लिए 4% ओबीसी (OBC) कोटे को समाप्त कर दिया गया था। इस कोटे को वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों में पुनर्वितरित किया गया था। लेकिन कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद इस फैसले को वापस लेने का संकेत दिया गया, जिससे दोनों दलों के बीच तकरार बढ़ गई है।
Delhi के बिजली मंत्री आशीष सूद ने सोमवार को बिजली की कीमतों में संभावित वृद्धि का संकेत देते हुए कहा कि पिछली आप सरकार द्वारा दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (DERC) के माध्यम से बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) पर छोड़ा गया 27,000 करोड़ रुपये का कर्ज इसकी वजह है।
Delhi विधानसभा में आप विधायक इमरान हुसैन द्वारा बिजली दरों में अपेक्षित वृद्धि के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में सूद ने कहा कि बकाया राशि वसूलने के लिए डिस्कॉम को दरें बढ़ाने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान Delhi उच्च न्यायालय ने डीईआरसी को टैरिफ आदेश जारी करने का निर्देश दिया था, लेकिन प्रशासन जनता के हितों की रक्षा करने में विफल रहा।
उन्होंने कहा, “पिछली सरकार ने डीईआरसी के माध्यम से डिस्कॉम पर 27 हजार करोड़ रुपये का कर्ज छोड़ा है। इसकी वसूली के लिए कंपनियों को बिजली की दरें बढ़ाने का अधिकार है। पिछली सरकार के कार्यकाल में हाईकोर्ट के आदेश पर डीईआरसी को टैरिफ ऑर्डर लाने का आदेश दिया गया था।”
उन्होंने कहा, “वह सरकार जनता के हितों की रक्षा नहीं कर सकी। आने वाले समय में बिजली की कीमतें बढ़ेंगी और शायद कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा चाहते भी हैं। हालांकि, सरकार डीईआरसी के संपर्क में है और स्थिति पर करीब से नजर रख रही है।”
उम्मीद है कि BJP बजट सत्र में Delhi की महिलाओं से किए अपने वादे पूरे करेगी: Atishi
इस बीच, Delhi की पूर्व मुख्यमंत्री और आप नेता आतिशी ने सोमवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि महिलाओं को 2,500 रुपये की वित्तीय सहायता देने का वादा पूरा नहीं किया गया है और उम्मीद जताई कि सत्तारूढ़ पार्टी सोमवार को बजट सत्र के दौरान अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करेगी।
विपक्ष की नेता ने कहा, “चुनाव से पहले भाजपा ने बहुत सारे वादे किए थे। हमें उम्मीद है कि इस बजट सत्र में वे वादे पूरे होंगे। पहला और सबसे महत्वपूर्ण वादा यह था कि दिल्ली की महिलाओं को 8 मार्च को 2,500 रुपये मिलेंगे। आज तक उस योजना का पंजीकरण भी शुरू नहीं हुआ है। यह स्पष्ट है कि पीएम मोदी ने झूठ बोला और दिल्ली के लोगों को धोखा दिया।
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि इस बजट में दिल्ली के लोगों को धोखा नहीं दिया जाएगा।” Delhi की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा में नवनिर्वाचित सरकार के उद्घाटन बजट सत्र से पहले औपचारिक ‘खीर’ तैयार की। वित्तीय कार्यवाही की एक अनूठी शुरुआत करते हुए, नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री ने बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
विस्तार के प्रावधानों के साथ 24 मार्च से 28 मार्च तक चलने वाला बजट सत्र भाजपा सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो हाल ही में 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 27 साल बाद सत्ता में लौटी है।
सदन की कार्यसूची के अनुसार, Delhi की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता वित्तीय समितियों के चुनाव के लिए प्रस्ताव पेश करेंगी, जो विधानसभा के वित्तीय प्रशासन में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
सूची में लिखा है, “मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता निम्नलिखित प्रस्ताव पेश करेंगी: “इस सदन के सदस्य राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की विधानसभा के प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के नियम 192(2), नियम 194(2) और नियम 196(2) के तहत अपेक्षित तरीके से अपने में से नौ सदस्यों को लोक लेखा समिति, अनुमान समिति और सरकारी उपक्रम समिति के सदस्य के रूप में 1 अप्रैल 2025 से कार्य करने के लिए निर्वाचित करेंगे।”
इसके अतिरिक्त, उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट और सदस्य ओम प्रकाश शर्मा कार्य मंत्रणा समिति की पहली रिपोर्ट पेश करेंगे। इस रिपोर्ट से विधानसभा के कार्य और विधायी एजेंडे के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिलने की उम्मीद है। LoB के अनुसार, सदस्य संजय गोयल और पूनम शर्मा निजी सदस्यों के विधेयकों पर समिति की पहली रिपोर्ट पेश करेंगे।
यह बजट सत्र महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हाल ही में 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 वर्षों के बाद सत्ता में लौटी है। इससे पहले, भाजपा सरकार ने पिछले महीने आयोजित पहले विधानसभा सत्र के दौरान अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति और राष्ट्रीय राजधानी की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर दो सीएजी रिपोर्ट पेश की थीं।
भारत में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एक क्रांतिकारी कदम साबित हुआ है। समय-समय पर नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) इस प्रणाली को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए नए नियम लागू करता है। 2025 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के लिए कई नए नियम और दिशानिर्देश लागू किए गए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी होंगे। जिनका उद्देश्य सुरक्षा बढ़ाना, लेन-देन को अधिक सुविधाजनक बनाना और धोखाधड़ी को कम करना है।
इस लेख में, हम UPI के नए नियमों पर गहराई से चर्चा करेंगे, उनके प्रभाव को समझेंगे और जानेंगे कि ये बदलाव आम उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए कैसे फायदेमंद हैं।
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UPI के नए नियम 2025
NPCI ने 2025 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये नए नियम मुख्य रूप से सुरक्षा उपायों, लेन-देन की सीमाओं, निष्क्रिय मोबाइल नंबरों की पहचान, और स्वचालित विवाद समाधान प्रणाली पर केंद्रित हैं।
1. निष्क्रिय मोबाइल नंबरों की पहचान और निष्कासन
NPCI ने सभी बैंकों और भुगतान सेवा प्रदाताओं (PSP) को निर्देश दिया है कि वे निष्क्रिय मोबाइल नंबरों की पहचान करें और उन्हें UPI सिस्टम से हटाएं। यह नियम उन मोबाइल नंबरों पर लागू होगा जो:
लंबे समय से उपयोग में नहीं हैं।
किसी अन्य उपयोगकर्ता को फिर से आवंटित कर दिए गए हैं।
निष्क्रिय खातों से जुड़े हुए हैं।
प्रभाव: इससे धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आएगी और सुरक्षा बढ़ेगी, क्योंकि कई बार लोग किसी अन्य व्यक्ति के पुराने मोबाइल नंबर से जुड़े UPI खाते का गलत उपयोग कर सकते हैं।
2. उपयोगकर्ता की सहमति आवश्यक
अब UPI ऐप्स को किसी भी मोबाइल नंबर के अपडेट या पोर्टिंग से पहले उपयोगकर्ता की स्पष्ट सहमति लेनी होगी। यदि उपयोगकर्ता सहमति नहीं देता है, तो उस नंबर के लिए UPI सेवाएं बंद की जा सकती हैं।
प्रभाव: इससे उपभोक्ता की सहमति और नियंत्रण बढ़ेगा, जिससे अनधिकृत लेन-देन को रोका जा सकेगा।
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस 123Pay के माध्यम से बिना इंटरनेट के किए जाने वाले लेन-देन की सीमा ₹5,000 से बढ़ाकर ₹10,000 कर दी गई है। यह निर्णय ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है।
प्रभाव: इससे उन लोगों को लाभ होगा जिनके पास स्मार्टफोन या इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है। वे अब अधिक राशि तक का लेन-देन कर सकते हैं।
4. विशेष कैरेक्टर वाले UPI आईडी पर प्रतिबंध
1 फरवरी 2025 से, UPI आईडी में केवल अल्फाबेट और न्यूमेरिक कैरेक्टर्स (अंक और अक्षर) का ही उपयोग किया जा सकता है। विशेष कैरेक्टर्स (#, @, $, *) वाले UPI आईडी स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
प्रभाव: इससे UPI सिस्टम को अधिक संगठित और सुरक्षित बनाया जाएगा। इससे फिशिंग और स्पूफिंग हमलों में कमी आएगी।
5. ऑटोमैटिक चार्जबैक प्रक्रिया
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस विवाद समाधान प्रणाली (URCS) में 15 फरवरी 2025 से ऑटोमैटिक एक्सेप्टेंस या रिजेक्शन लागू किया गया है। अब चार्जबैक अनुरोधों को स्वचालित रूप से संसाधित किया जाएगा, जिससे विवाद समाधान प्रक्रिया तेज और प्रभावी होगी।
प्रभाव: उपभोक्ताओं को जल्दी समाधान मिलेगा, जिससे वे अपने धन को लेकर अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे।
6. UPI पेमेंट्स पर नया शुल्क
1 अप्रैल 2025 से, ₹2,000 से अधिक के P2M (Person to Merchant) लेन-देन पर मामूली इंटरचेंज शुल्क लगाया जा सकता है। हालांकि, यह केवल क्रेडिट कार्ड लिंक्ड यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस लेन-देन पर लागू होगा।
प्रभाव: इससे व्यापारियों और बैंकों को भुगतान प्रसंस्करण में मदद मिलेगी, लेकिन छोटे उपभोक्ताओं को इसका सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
7. UPI पेमेंट के लिए नए वेरिफिकेशन नियम
अब यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस पेमेंट्स के लिए एडवांस वेरिफिकेशन सिस्टम लागू किया जाएगा। यदि कोई नया डिवाइस या स्थान से लॉगिन करता है, तो अतिरिक्त प्रमाणीकरण की आवश्यकता होगी।
प्रभाव: इससे साइबर फ्रॉड को कम किया जा सकेगा और उपयोगकर्ता के खाते की सुरक्षा बढ़ेगी।
इन नए नियमों का उपभोक्ताओं पर प्रभाव
इन नए नियमों के लागू होने से उपभोक्ताओं को कई लाभ मिलेंगे:
सुरक्षा में बढ़ोतरी – निष्क्रिय नंबरों को हटाने और एडवांस वेरिफिकेशन के कारण धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी।
तेजी से विवाद समाधान – ऑटोमैटिक चार्जबैक सिस्टम से उपभोक्ताओं को तेजी से समाधान मिलेगा।
अधिक नियंत्रण – उपयोगकर्ता की सहमति की आवश्यकता होने से, वे अपने खाते पर अधिक नियंत्रण रख सकेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए फायदेमंद – UPI 123Pay की सीमा बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा।
व्यापारियों के लिए बेहतर अनुभव – इंटरचेंज शुल्क के स्पष्ट दिशा-निर्देशों से व्यापारियों को उनके लेन-देन पर अधिक पारदर्शिता मिलेगी।
निष्कर्ष
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के नए नियम 2025 डिजिटल भुगतान प्रणाली को और अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए बनाए गए हैं। NPCI का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को सुरक्षित और निर्बाध लेन-देन की सुविधा प्रदान करना है। इन परिवर्तनों से न केवल सुरक्षा और विश्वास में वृद्धि होगी, बल्कि डिजिटल भुगतान को और अधिक लोकप्रिय बनाने में भी मदद मिलेगी।
जैसे-जैसे भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, UPI जैसी प्रणालियों का विकास और सुधार अनिवार्य हो गया है। इन नए नियमों से UPI उपयोगकर्ताओं को एक सहज और सुरक्षित भुगतान अनुभव मिलेगा।
Delhi की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा में नवनिर्वाचित सरकार के उद्घाटन बजट सत्र से पहले औपचारिक ‘खीर’ तैयार की।
वित्तीय कार्यवाही की एक अनूठी शुरुआत करते हुए, नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री ने बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “सभी नेताओं, मंत्रियों, विधायकों और लोगों को बहुत-बहुत बधाई जिन्होंने अपने सुझाव दिए, साथ ही हमारे नेतृत्व को भी जिसके तहत हमने यह बजट तैयार किया है।”
इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “पहली बार दिल्ली में इस तरह का समारोह आयोजित किया गया है। खीर की मिठास से बजट। इसे भगवान राम को अर्पित किया गया है और अब यह उन लोगों को परोसा जाएगा जिन्होंने अपने सुझाव दिए हैं।
Delhi विधानसभा भाजपा सरकार के तहत अपना पहला बजट सत्र बुलाने के लिए तैयार है, जिसमें राज्य का बजट 25 मार्च को पेश किया जाएगा।
24 मार्च से 28 मार्च तक चलने वाला बजट सत्र, विस्तार के प्रावधानों के साथ, भाजपा सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो हाल ही में 2025 के Delhi विधानसभा चुनाव में 27 साल बाद सत्ता में लौटी है।
इससे पहले, ऑटो चालक, व्यापारी और दुकानदार ‘खीर’ समारोह में भाग लेने के लिए विधानसभा में एकत्र हुए।
भाजपा विधायक करनैल सिंह ने कहा, “व्यापारियों और दुकानदारों सहित समाज के सभी वर्गों के लोगों को आमंत्रित किया गया है। आज बजट सत्र का पहला दिन है। ‘मीठी खीर, मीठा बजट’।
सदन की कार्यसूची के अनुसार, Delhi की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता वित्तीय समितियों के चुनाव के लिए प्रस्ताव पेश करेंगी, जो विधानसभा के वित्तीय शासन में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
सूची में लिखा है, “मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता निम्नलिखित प्रस्ताव पेश करेंगी: “इस सदन के सदस्य राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र Delhi की विधानसभा के प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के नियम 192(2), नियम 194(2) और नियम 196(2) के तहत अपेक्षित तरीके से अपने में से नौ सदस्यों का चुनाव करेंगे, जो 1 अप्रैल 2025 से लोक लेखा समिति, अनुमान समिति और सरकारी उपक्रम समिति के सदस्य के रूप में काम करेंगे।”
इसके अतिरिक्त, उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट और सदस्य ओम प्रकाश शर्मा कार्य मंत्रणा समिति की पहली रिपोर्ट पेश करेंगे। इस रिपोर्ट से विधानसभा के कार्य और विधायी एजेंडे के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिलने की उम्मीद है। कार्य सूची के अनुसार, सदस्य संजय गोयल और पूनम शर्मा निजी सदस्यों के विधेयकों पर समिति की पहली रिपोर्ट पेश करेंगे।
बजट सत्र के दौरान, डीटीसी के कामकाज पर सीएजी की रिपोर्ट भी सदन में पेश की जाएगी, दिल्ली विधानसभा सचिवालय ने एक बयान में कहा। यह तीसरी सीएजी रिपोर्ट होगी, जो सदन में पेश की जाएगी।
Shreeja Shrestha: बहुत से लोगों के लिए लंबे और घने बालों का सपना अधूरा रह जाता है। जबकि अधिकांश लोग कंधे तक बाल बनाए रखने में भी संघर्ष करते हैं, कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास असाधारण बाल बढ़ाने का जादुई फॉर्मूला होता है। ऐसी ही एक व्यक्ति हैं Shreeja Shrestha, जिन्होंने अपने आश्चर्यजनक बालों के परिवर्तन से दुनिया को चौंका दिया है। कंधे तक के बालों से लेकर घुटनों के नीचे तक बहते बालों तक की उनकी यात्रा प्रेरणादायक है।
सामग्री की तालिका
एक विशेष खुलासे में, Shreeja Shrestha ने अपने शानदार लंबे और स्वस्थ बालों के पीछे के रहस्यों को साझा किया है। यदि आप भी ऐसे घने और लंबे बाल पाने की चाह रखते हैं, तो उनके अनमोल ब्यूटी सीक्रेट्स को जानने के लिए आगे पढ़ें।
रॅपुंज़ेल जैसे बालों तक का सफर
Shreeja Shrestha की बालों की यात्रा एक दिन में नहीं हुई। इसमें वर्षों की धैर्य, देखभाल और समर्पण शामिल था। जब उन्होंने अपने बाल बढ़ाना शुरू किया, तो उन्हें बाल टूटने, दोमुंहे बालों और अत्यधिक झड़ने जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने रासायनिक उपचारों और त्वरित उपायों पर निर्भर होने के बजाय प्राकृतिक उपचार और जीवनशैली में बदलाव को अपनाया, जिससे उनके बालों पर जादुई प्रभाव पड़ा।
“यह केवल सही उत्पादों का उपयोग करने के बारे में नहीं है, बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के बारे में भी है,” Shreeja Shrestha कहती हैं। “आप क्या खाते हैं, अपने स्कैल्प की देखभाल कैसे करते हैं, और यहां तक कि आपकी मानसिक शांति भी बालों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।”
लंबे और घने बालों का रहस्य
1. प्राकृतिक तत्वों से भरपूर हेयर केयर रूटीन
Shreeja Shrestha प्राकृतिक हेयर केयर रूटीन को ही अपनाती हैं। वह केमिकल युक्त शैंपू, हीट स्टाइलिंग और कठोर ट्रीटमेंट्स से बचती हैं। इसके बजाय, वह घर के बने हेयर मास्क, हर्बल तेल और जैविक उत्पादों पर निर्भर करती हैं।
उनकी पसंदीदा हेयर केयर सामग्री में शामिल हैं:
आंवला: विटामिन C से भरपूर, यह बालों की जड़ों को मजबूत करता है और बढ़ने में मदद करता है।
मेथी के बीज: डैंड्रफ को रोकते हैं और स्कैल्प को पोषण देते हैं।
एलोवेरा: स्कैल्प को हाइड्रेटेड रखता है और रूखापन दूर करता है।
नारियल दूध: बालों को मजबूत बनाने के लिए पोषण से भरपूर।
हर सप्ताह के अंत में, वह इन सामग्रियों से बने हेयर मास्क को अपने बालों पर लगाती हैं और इसे एक घंटे के लिए छोड़कर हल्के हर्बल शैंपू से धोती हैं।
2. तेल मालिश का जादू
Shreeja Shrestha नियमित तेल मालिश को अपने बालों की वृद्धि का सबसे बड़ा कारण मानती हैं। “अच्छी तेल मालिश से रक्त संचार बेहतर होता है, बालों की जड़ों को पोषण मिलता है और स्कैल्प स्वस्थ रहता है,” वह बताती हैं। उनका पसंदीदा तेल मिश्रण इस प्रकार है:
नारियल तेल – गहरी कंडीशनिंग के लिए
कैस्टर ऑयल – बालों को घना करने के लिए
बादाम तेल – विटामिन E से भरपूर
भृंगराज तेल – बालों की जड़ों को मजबूत बनाने के लिए
वह सप्ताह में कम से कम दो बार गुनगुने तेल से मालिश करती हैं और इसे रातभर छोड़ देती हैं, जिससे तेल स्कैल्प में अच्छी तरह समा सके।
जो आप खाते हैं, उसका सीधा असर आपके बालों पर पड़ता है। Shreeja Shrestha ऐसे आहार का पालन करती हैं जो बालों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है:
प्रोटीन: अंडे, दाल और नट्स में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
बायोटिन: केला, नट्स और साबुत अनाज में मौजूद होता है।
आयरन: पालक और चुकंदर में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: अलसी के बीज और मछली में मौजूद होते हैं।
वह खूब पानी पीती हैं और हर्बल चाय लेती हैं ताकि शरीर डिटॉक्स हो सके और बालों की जड़ों को सही पोषण मिल सके।
4. हीट स्टाइलिंग और केमिकल से परहेज
अत्यधिक हीट स्टाइलिंग बालों को कमजोर कर सकती है, जिससे दोमुंहे बाल और टूटने की समस्या बढ़ जाती है। Shreeja Shrestha हेयर स्ट्रेटनर, कर्लिंग आयरन और ब्लो ड्रायर का उपयोग नहीं करतीं। वह अपने बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने देती हैं और किसी भी केमिकल ट्रीटमेंट से दूर रहती हैं।
5. तनाव प्रबंधन और अच्छी नींद
तनाव बालों के विकास का सबसे बड़ा दुश्मन है। Shreeja Shrestha तनाव को दूर रखने के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करती हैं। “एक शांत मन, एक स्वस्थ शरीर का निर्माण करता है, और एक स्वस्थ शरीर अच्छे बालों की ओर ले जाता है,” वह कहती हैं।
इसके अलावा, वह हर रात कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेती हैं क्योंकि नींद के दौरान शरीर खुद की मरम्मत करता है, जिसमें बालों के रोम भी शामिल हैं।
6. सही ढंग से बाल धोने की तकनीक
Shreeja Shrestha बाल धोने के कुछ खास नियमों का पालन करती हैं:
गुनगुने या ठंडे पानी से धोती हैं (गर्म पानी प्राकृतिक तेलों को हटा देता है)
शैम्पू लगाते समय स्कैल्प की हल्की मालिश करती हैं
कंडीशनर सिर्फ बालों की लंबाई पर लगाती हैं, स्कैल्प पर नहीं
अंतिम रिंस चावल के पानी से करती हैं जिससे बाल मजबूत और चमकदार बनते हैं।
7. नियमित रूप से स्प्लिट एंड्स ट्रिम करना
कई लोग मानते हैं कि बाल कटवाने से उनकी लंबाई नहीं बढ़ेगी, लेकिन Shreeja Shrestha हर तीन महीने में अपने स्प्लिट एंड्स को ट्रिम करवाती हैं। दोमुंहे बालों से छुटकारा पाने से बाल स्वस्थ रहते हैं और तेजी से बढ़ते हैं।
अपने अनुशासित हेयर केयर रूटीन की बदौलत, सृजा के बाल घुटनों से भी नीचे बढ़ चुके हैं और हर साल और भी घने और चमकदार होते जा रहे हैं। उनका राज महंगे उत्पादों में नहीं, बल्कि प्राकृतिक उपायों, निरंतर देखभाल और संपूर्ण स्वास्थ्य के प्रति उनके समर्पण में छिपा है।
सृजा की अंतिम सलाह
अगर आप भी Shreeja Shrestha जैसे लंबे, घने और स्वस्थ बाल चाहते हैं, तो उनका सबसे बड़ा सुझाव यही है कि “धैर्य और समर्पण जरूरी है। कोई भी जादुई उपाय रातोंरात आपके बालों को नहीं बढ़ा सकता, यह छोटे-छोटे सही प्रयासों का नतीजा होता है।”
प्राकृतिक हेयर केयर रूटीन अपनाकर, सही भोजन खाकर, केमिकल से बचकर, तनाव प्रबंधित करके और हाइड्रेटेड रहकर, कोई भी सुंदर, लंबे और मजबूत बाल पा सकता है।
डिजिटल दुनिया लगातार विकसित हो रही है, और इसके साथ ही साइबर खतरों की जटिलता भी बढ़ रही है। हाल ही में, गूगल ने “Vapor Operation” नामक एक दुर्भावनापूर्ण अभियान में शामिल होने के कारण अपने प्ले स्टोर से 300 से अधिक ऐप्स को हटा दिया। इस चौंकाने वाली घटना ने टेक उद्योग में हलचल मचा दी है और साइबर सुरक्षा और मोबाइल ऐप्स की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ उत्पन्न कर दी हैं। लेकिन वास्तव में Vapor Operation क्या है, और इसने गूगल को इतना बड़ा कदम उठाने के लिए क्यों मजबूर किया? आइए विस्तार से समझते हैं।
सामग्री की तालिका
Vapor Operation क्या है?
Vapor Operation एक परिष्कृत साइबर खतरा है जिसमें धोखाधड़ी वाले ऐप्स दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में संलिप्त होते हैं, जैसे डेटा चोरी, अनावश्यक विज्ञापन, उपयोगकर्ता डिवाइस तक अनधिकृत पहुंच और यहाँ तक कि वित्तीय धोखाधड़ी। इस ऑपरेशन को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह उपयोगकर्ताओं का शोषण करता है और साइबर अपराधियों के लिए राजस्व उत्पन्न करता है, जबकि यह ऐप स्टोर्स पर वैध रूप में दिखाई देता है।
ये ऐप्स आमतौर पर फोटो एडिटर्स, बैटरी सेवर्स या गेमिंग एप्लिकेशन जैसे उपयोगी टूल के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं, ताकि उपयोगकर्ताओं को धोखा देकर उन्हें डाउनलोड करवाया जा सके। एक बार इंस्टॉल होने के बाद, वे पृष्ठभूमि में हानिकारक स्क्रिप्ट निष्पादित करना शुरू कर देते हैं, जिससे उपयोगकर्ता के डेटा और डिवाइस की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।
Vapor Operation कैसे काम करता है?
Vapor Operation के पीछे साइबर अपराधी कई कपटी तकनीकों का उपयोग करते हैं ताकि वे गूगल प्ले स्टोर में प्रवेश कर सकें और दुनिया भर के लाखों अनजान उपयोगकर्ताओं को लक्षित कर सकें। यहाँ बताया गया है कि वे कैसे काम करते हैं:
1. वैध ऐप्स के रूप में छिपना
Vapor Operation की एक प्रमुख रणनीति यह है कि दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर को एक वास्तविक, उपयोगी एप्लिकेशन के रूप में प्रच्छन्न किया जाए। इन ऐप्स में आकर्षक विवरण, सुंदर उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस और उच्च रेटिंग (अक्सर नकली या हेरफेर की गई) होती हैं, ताकि उपयोगकर्ताओं को उन्हें डाउनलोड करने के लिए लुभाया जा सके।
2. दुर्भावनापूर्ण कोड सक्रिय करना
एक बार इंस्टॉल होने के बाद, ये ऐप्स तुरंत हानिकारक व्यवहार नहीं दिखाते, जिससे वे गूगल की सुरक्षा जांचों से बच जाते हैं। हालांकि, एक निश्चित अवधि के बाद या किसी विशेष ट्रिगर पर, वे पृष्ठभूमि में दुर्भावनापूर्ण गतिविधियाँ शुरू कर देते हैं।
3. डेटा चोरी और अनधिकृत पहुंच
ये ऐप्स गुप्त रूप से संवेदनशील उपयोगकर्ता डेटा एकत्र करते हैं, जिसमें संपर्क विवरण, स्थान, ब्राउज़िंग आदतें और वित्तीय जानकारी शामिल हो सकती हैं। कुछ मामलों में, वे अत्यधिक अनुमतियाँ मांगते हैं, जिससे वे एसएमएस, कैमरा और माइक्रोफोन जैसी महत्वपूर्ण फोन कार्यक्षमताओं तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं।
4. विज्ञापन धोखाधड़ी और राजस्व उत्पन्न करना
कई Vapor Operation ऐप्स क्लिक धोखाधड़ी के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करते हैं, जहाँ वे पृष्ठभूमि में अदृश्य रूप से विज्ञापन चलाते हैं। वे विज्ञापनों के साथ उपयोगकर्ता इंटरैक्शन का अनुकरण करते हैं, जिससे विज्ञापनदाताओं को धोखा देकर धोखाधड़ी से राजस्व अर्जित किया जाता है।
5. बचाव तकनीकें और पहचान से बचना
Vapor Operation से संबंधित कुछ ऐप्स जटिल तकनीकों का उपयोग करते हैं ताकि वे पकड़े न जाएं। वे अपनी दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में देरी कर सकते हैं, अनइंस्टॉल करने के विकल्प को अक्षम कर सकते हैं, या यहाँ तक कि उपयोगकर्ता द्वारा हटाए जाने के बाद खुद को फिर से इंस्टॉल कर सकते हैं।
गूगल ने इन ऐप्स को क्यों हटाया?
गूगल के पास उपयोगकर्ताओं को हानिकारक एप्लिकेशन से बचाने के लिए सख्त नीतियाँ हैं। हालांकि, साइबर अपराधी लगातार अपनी रणनीतियाँ विकसित कर रहे हैं ताकि वे सुरक्षा उपायों को पार कर सकें। Vapor Operation के मामले में, गूगल ने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के व्यवहार का पता निम्नलिखित तरीकों से लगाया:
उपयोगकर्ता रिपोर्ट और शिकायतें: कई उपयोगकर्ताओं ने असामान्य गतिविधियों जैसे अत्यधिक बैटरी ड्रेन, अनावश्यक विज्ञापन या व्यक्तिगत जानकारी तक अनधिकृत पहुंच की शिकायत की।
सुरक्षा अनुसंधान और विश्लेषण: साइबर सुरक्षा फर्मों और स्वतंत्र शोधकर्ताओं ने इन ऐप्स को संदिग्ध गतिविधियों के लिए चिह्नित किया, जिससे एक गहन जांच शुरू हुई।
गूगल प्ले प्रोटेक्ट मैकेनिज्म: गूगल की अंतर्निहित सुरक्षा प्रणाली ने इन एप्लिकेशन में असामान्य डेटा ट्रांसमिशन और दुर्भावनापूर्ण पैटर्न की पहचान की।
एक बार पुष्टि होने के बाद, गूगल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया और कुछ मामलों में, पहले से संक्रमित उपकरणों पर उन्हें निष्क्रिय कर दिया।
हालाँकि गूगल सक्रिय रूप से अपने प्ले स्टोर को सुरक्षित रखने के लिए काम कर रहा है, उपयोगकर्ताओं को भी सतर्क रहना चाहिए ताकि वे भविष्य में इसी तरह के खतरों का शिकार न बनें। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिए गए हैं:
1. केवल विश्वसनीय स्रोतों से डाउनलोड करें
गूगल प्ले स्टोर जैसे आधिकारिक ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें और थर्ड-पार्टी साइटों से बचें, क्योंकि वे अक्सर दुर्भावनापूर्ण ऐप्स की मेजबानी करते हैं।
2. ऐप अनुमतियों की जाँच करें
ऐप इंस्टॉल करने से पहले, ध्यानपूर्वक इसकी अनुमतियों की समीक्षा करें। यदि कोई साधारण वॉलपेपर ऐप आपके संपर्कों या संदेशों तक पहुंच मांगता है, तो यह एक लाल झंडा हो सकता है।
3. समीक्षाएँ और रेटिंग्स ध्यान से पढ़ें
नकली समीक्षाएँ आम हैं, लेकिन वास्तविक उपयोगकर्ता फीडबैक की जाँच करने से संदिग्ध ऐप्स की पहचान करने में मदद मिल सकती है। बार-बार दोहराई जाने वाली या अत्यधिक सामान्य समीक्षाओं से बचें।
4. एक विश्वसनीय एंटीवायरस ऐप का उपयोग करें
एक अच्छा मोबाइल सुरक्षा अनुप्रयोग दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर का पता लगा सकता है और उसे ब्लॉक कर सकता है।
5. अपने डिवाइस को अपडेट रखें
नियमित सॉफ़्टवेयर अपडेट में सुरक्षा पैच होते हैं जो दुर्भावनापूर्ण ऐप्स द्वारा शोषित कमजोरियों से आपके डिवाइस की रक्षा करने में मदद करते हैं।
Vapor Operation के कारण 300 से अधिक ऐप्स को हटाया जाना यह दर्शाता है कि टेक दिग्गजों और साइबर अपराधियों के बीच लड़ाई जारी है। हालाँकि गूगल अपनी सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत कर रहा है, उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहना आवश्यक है।
तकनीक जितनी विकसित होगी, साइबर खतरे भी उतने ही उन्नत होंगे। जागरूक और सतर्क रहकर, हम सभी के लिए एक सुरक्षित डिजिटल वातावरण बना सकते हैं। हमेशा याद रखें: यदि कोई ऐप बहुत अच्छा लग रहा है, तो यह शायद सुरक्षित नहीं है!
Desi Ghee: बढ़ती उम्र के साथ झुर्रियां और बेजान त्वचा आम समस्या बन जाती है। हालांकि, महंगे स्किनकेयर प्रोडक्ट्स और कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट्स के बजाय, प्राकृतिक तरीके अपनाकर आप लंबे समय तक जवां और खूबसूरत दिख सकते हैं। ऐसा ही एक प्राचीन और प्रभावी उपाय है गुनगुने पानी में देसी घी मिलाकर पीना। यह न केवल त्वचा को झुर्रियों से मुक्त करता है, बल्कि 50 की उम्र तक आपकी त्वचा को जवां और चमकदार बनाए रखता है।
सामग्री की तालिका
Desi Ghee त्वचा के लिए रामबाण क्यों है?
देसी घी भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है, लेकिन आयुर्वेद में इसे स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
1. हेल्दी फैट्स से भरपूर
Desi Ghee में ओमेगा-3 और ओमेगा-9 जैसे आवश्यक फैटी एसिड होते हैं, जो त्वचा को गहराई तक पोषण देकर उसे रूखेपन से बचाते हैं।
2. विटामिन्स का खजाना
इसमें विटामिन A, D, E और K प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ाते हैं, फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं।
3. नैचुरल मॉइश्चराइजर
देसी घी त्वचा में गहराई तक जाकर उसे हाइड्रेट करता है, जिससे त्वचा मुलायम और झुर्रियों से मुक्त रहती है।
4. शरीर को डिटॉक्स करता है
यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे त्वचा साफ और चमकदार बनती है।
5. कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है
कोलेजन त्वचा की लोच और कसावट बनाए रखने में मदद करता है। Desi Ghee स्वाभाविक रूप से कोलेजन को बढ़ाता है, जिससे त्वचा टाइट और झुर्रियों से मुक्त रहती है।
इस ड्रिंक को बनाना बेहद आसान है और इसे रोजाना अपनी दिनचर्या में शामिल किया जा सकता है।
सामग्री:
1 चम्मच शुद्ध Desi Ghee
1 गिलास गुनगुना पानी
विधि:
एक गिलास गुनगुना पानी लें।
उसमें 1 चम्मच देसी घी डालकर अच्छे से मिलाएं।
इसे सुबह खाली पेट पिएं।
टिप:
अगर आप इसके फायदे बढ़ाना चाहते हैं, तो इसमें चुटकी भर हल्दी मिला सकते हैं। हल्दी में एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाए रखते हैं।
गुनगुने पानी में Desi Ghee मिलाकर पीने के अन्य फायदे
इस उपाय से सिर्फ त्वचा ही नहीं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।
1. मेटाबॉलिज्म सुधारता है
इससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे वजन नियंत्रण में रहता है और शरीर स्वस्थ रहता है।
2. इम्यूनिटी को मजबूत करता है
Desi Ghee में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
3. जोड़ों को मजबूत बनाता है
यह जोड़ों की चिकनाई बनाए रखता है और गठिया जैसी समस्याओं से बचाव करता है।
4. मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
देसी घी याददाश्त, फोकस और एकाग्रता को बढ़ाता है, जिससे दिमाग तेज बना रहता है।
5. बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है
यह न केवल त्वचा बल्कि बालों को भी घना और मजबूत बनाता है।
बाहरी रूप से भी करें उपयोग: झुर्रियों के लिए Desi Ghee का फेस पैक
अगर आप गुनगुने पानी में देसी घी मिलाकर पीने के साथ-साथ इसे त्वचा पर भी लगाएंगे, तो इसके फायदे दोगुने हो जाएंगे।
कैसे लगाएं?
1 चम्मच देसी घी लें।
इसमें थोड़ा सा शहद या नींबू का रस मिलाएं।
इस मिश्रण को हल्के हाथों से चेहरे पर मालिश करें।
20 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।
यह क्यों फायदेमंद है?
देसी घी गहरी नमी देता है।
नींबू का रस डेड स्किन हटाकर त्वचा को चमकदार बनाता है।
लोगों के अनुभव: देसी घी से चमकती त्वचा पाने वाले लोगों की कहानियां
ऋतु शर्मा, 45 वर्ष
“मैं पिछले छह महीने से रोज सुबह गुनगुने पानी में देसी घी मिलाकर पी रही हूं। मेरी त्वचा पहले से ज्यादा चमकदार और झुर्रियों से मुक्त हो गई है।”
अमित वर्मा, 50 वर्ष
“मैंने देसी घी को फेस पैक के रूप में इस्तेमाल करना शुरू किया और कुछ ही हफ्तों में मेरी त्वचा पहले से ज्यादा मुलायम और जवां दिखने लगी।”
नेहा कपूर, 38 वर्ष
“पहले मुझे इस उपाय पर विश्वास नहीं था, लेकिन जब मैंने इसे अपनाया, तो मेरी त्वचा और ऊर्जा दोनों में सुधार हुआ।”
50 की उम्र में भी जवां और सुंदर दिखने का आसान उपाय
बढ़ती उम्र को रोका नहीं जा सकता, लेकिन सही देखभाल और खानपान से त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाए रखा जा सकता है। गुनगुने पानी में देसी घी मिलाकर पीना एक प्राकृतिक, सस्ता और प्रभावी उपाय है, जो न केवल त्वचा को झुर्रियों से मुक्त करता है, बल्कि शरीर को भी स्वस्थ रखता है।
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सामग्री की तालिका
AI क्यों है भविष्य की तकनीक?
AI अब केवल एक कल्पना नहीं बल्कि हकीकत बन चुका है। चैटबॉट, सेल्फ-ड्राइविंग कार, सर्च इंजन एल्गोरिदम, हेल्थकेयर और बिजनेस ऑटोमेशन जैसे क्षेत्रों में AI का व्यापक उपयोग हो रहा है। PwC की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक AI वैश्विक अर्थव्यवस्था में 15.7 ट्रिलियन डॉलर का योगदान कर सकता है।
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हां
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स्व-अध्ययन
निर्धारित समय सारणी
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भारत में वस्तु एवं सेवा कर (GST) ढांचे में नवीनतम संशोधनों के साथ एक महत्वपूर्ण परिवर्तन देखा गया है। सबसे महत्वपूर्ण बदलावों में से एक कर क्रेडिट प्राप्त करने के लिए इनपुट सर्विस डिस्ट्रीब्यूटर (आईएसडी) प्रणाली का अनिवार्य कार्यान्वयन है। यह नया निर्देश विभिन्न क्षेत्रों में व्यवसायों को प्रभावित करेगा, जिससे वे अपने कर क्रेडिट का दावा करने और वितरित करने के तरीके को बदलने के लिए बाध्य होंगे।
सामग्री की तालिका
आईएसडी प्रणाली को समझना
आईएसडी प्रणाली के तहत, कई शाखाओं या इकाइयों वाले व्यवसाय उन इकाइयों को इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) वितरित कर सकते हैं जहां सेवाओं का उपभोग किया जाता है। पहले, व्यवसायों को आईएसडी प्रणाली अपनाने या आईटीसी आवंटन के अन्य तरीकों का उपयोग करने की स्वतंत्रता थी। हालांकि, नए नियम के तहत, कर क्रेडिट प्राप्त करने वाले सभी व्यवसायों को अनिवार्य रूप से आईएसडी प्रणाली का उपयोग करना होगा।
आईएसडी प्रणाली को अनिवार्य क्यों बनाया गया?
सरकार ने पारदर्शिता बढ़ाने और इनपुट टैक्स क्रेडिट के दुरुपयोग को रोकने के लिए यह परिवर्तन किया है। इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
आईटीसी के दुरुपयोग को रोकना: कई मामलों में व्यवसायों द्वारा आईटीसी का गलत दावा किया गया है, जिससे सरकार को राजस्व हानि हुई है।
क्रेडिट वितरण का मानकीकरण: आईएसडी प्रणाली व्यवसाय की विभिन्न शाखाओं में आईटीसी के उचित आवंटन को सुनिश्चित करती है।
कर चोरी में कमी: आईएसडी प्रणाली के अनिवार्य उपयोग से कर अधिकारियों के लिए क्रेडिट प्रवाह को ट्रैक करना और विसंगतियों का पता लगाना आसान हो जाता है।
व्यवसायों के लिए सरलता: शुरू में एक अतिरिक्त अनुपालन आवश्यकता लगने के बावजूद, आईएसडी प्रणाली कर क्रेडिट आवंटन को सुव्यवस्थित करती है और व्यवसायों को अधिक कुशलता से आईटीसी का दावा करने में सहायता करती है।
कई शाखाओं या इकाइयों वाले व्यवसायों को GST के तहत आईएसडी इकाई के रूप में पंजीकरण कराना होगा और एक अलग आईएसडी पंजीकरण संख्या प्राप्त करनी होगी।
2. शाखाओं द्वारा प्रत्यक्ष आईटीसी दावों पर प्रतिबंध
व्यवसाय की व्यक्तिगत शाखाएं अब कॉर्पोरेट स्तर पर प्राप्त सेवाओं के लिए सीधे आईटीसी का दावा नहीं कर पाएंगी। इसके बजाय, सभी आईटीसी को आईएसडी प्रणाली के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
3. दस्तावेज़ीकरण और अनुपालन
व्यवसायों को क्रेडिट वितरण के लिए आईएसडी चालान जारी करना होगा, विशिष्ट आईएसडी रिटर्न दाखिल करना होगा और आईटीसी आवंटन का विस्तृत रिकॉर्ड बनाए रखना होगा। GST रिटर्न फाइलिंग प्रणाली अब आईएसडी से संबंधित प्रविष्टियों को समायोजित करने के लिए अतिरिक्त प्रावधानों को शामिल करेगी।
4. बहु-स्थान व्यवसायों पर प्रभाव
कई राज्यों या शहरों में संचालन करने वाली कंपनियों को अब आईटीसी वितरण के लिए एक केंद्रीकृत दृष्टिकोण अपनाना होगा, जिससे कर फाइलिंग में विसंगतियां कम होंगी। हालांकि, इसका मतलब अतिरिक्त अनुपालन बोझ भी हो सकता है।
5. आईटीसी आवंटन अनुपात में बदलाव
नए आईएसडी नियमों के साथ, आईटीसी का आवंटन संबंधित शाखाओं के उपयोग पैटर्न के आधार पर सख्ती से किया जाना चाहिए, जिससे मनमाने वितरण को रोका जा सके।
आईएसडी प्रणाली की अनिवार्यता के व्यवसायों पर प्रभाव
आईएसडी प्रणाली के अनिवार्य होने से व्यवसायों के लिए लाभ और चुनौतियाँ दोनों उत्पन्न होती हैं।
लाभ:
बेहतर पारदर्शिता: संरचित आईटीसी आवंटन से धोखाधड़ी वाले दावों और कर चोरी को रोका जा सकता है।
बेहतर कर नियोजन: व्यवसाय अपने कर क्रेडिट वितरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर सकते हैं और अपने आईटीसी उपयोग का अनुकूलन कर सकते हैं।
बेहतर अनुपालन: अनिवार्य प्रणाली आईटीसी दावों में अस्पष्टता को कम करती है और कर फाइलिंग में त्रुटियों को कम करती है।
चुनौतियाँ:
प्रशासनिक कार्य में वृद्धि: व्यवसायों को अतिरिक्त दस्तावेज़ीकरण बनाए रखना होगा और आईएसडी-विशिष्ट रिटर्न दाखिल करना होगा।
सिस्टम उन्नयन लागत: कंपनियों को आईएसडी प्रावधानों को समायोजित करने के लिए अपने लेखांकन सॉफ्टवेयर और कर प्रणाली को अपग्रेड करने की आवश्यकता हो सकती है।
कर टीमों के लिए सीखने की प्रक्रिया: व्यवसायों को नए अनुपालन आवश्यकताओं पर अपने वित्त और कर पेशेवरों को प्रशिक्षित करना होगा।
व्यवसायों को अनुपालन के लिए उठाने वाले कदम
आईएसडी पंजीकरण प्राप्त करें: व्यवसायों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे जल्द से जल्द आईएसडी इकाई के रूप में पंजीकरण कराएं।
आईटीसी वितरण रणनीति की समीक्षा करें: कंपनियों को यह मूल्यांकन करना चाहिए कि उनकी इनपुट सेवाओं का उपभोग विभिन्न इकाइयों में कैसे किया जाता है और उसके अनुसार आईटीसी का आवंटन करना चाहिए।
लेखांकन प्रणाली को अपग्रेड करें: व्यवसायों को आईएसडी-विशिष्ट चालान और रिपोर्टिंग को संभालने के लिए अपने ईआरपी और लेखांकन सॉफ्टवेयर को अपडेट करना चाहिए।
वित्तीय टीमों को प्रशिक्षित करें: कर और वित्तीय टीमों को नए नियमों को समझने के लिए कार्यशालाओं या प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन करें।
समय पर आईएसडी रिटर्न फाइलिंग सुनिश्चित करें: व्यवसायों को जुर्माने से बचने के लिए नए दिशानिर्देशों के अनुसार आईएसडी से संबंधित GST रिटर्न दाखिल करना होगा।
निष्कर्ष
नए GST नियमों के तहत अनिवार्य आईएसडी प्रणाली कर क्रेडिट वितरण में एक प्रमुख बदलाव को दर्शाती है। हालांकि यह अतिरिक्त अनुपालन आवश्यकताओं को पेश करता है, यह पारदर्शिता बढ़ाता है, कर चोरी को रोकता है, और व्यवसाय शाखाओं में उचित आईटीसी आवंटन सुनिश्चित करता है।
व्यवसायों को इन परिवर्तनों के लिए तेजी से अनुकूलन करना चाहिए, अपने कर प्रक्रियाओं को अपग्रेड करना चाहिए, आईएसडी पंजीकरण सुनिश्चित करना चाहिए और अपने आईटीसी दावों को नए ढांचे के साथ संरेखित करना चाहिए।
नवीनतम GST नियमों का पालन करना न केवल व्यवसायों को दंड से बचने में मदद करेगा बल्कि उनके कर क्रेडिट दावों को भी प्रभावी ढंग से अनुकूलित करेगा। जैसे-जैसे सरकार GST प्रणाली को परिष्कृत करती रहेगी, व्यवसायों को अपने कर रणनीतियों को अद्यतन करने और विकसित होते कर कानूनों के साथ निर्बाध अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय रहना चाहिए।
Thursday: क्या आप लगातार आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं? क्या आपकी बचत नहीं हो पा रही या पैसे आपकी मुट्ठी से फिसल जाते हैं, चाहे आप कितनी भी मेहनत क्यों न करें? यदि हां, तो Thursday के दिन केला और दो लौंग का यह शक्तिशाली उपाय आपकी किस्मत बदल सकता है।
सामग्री की तालिका
यह पारंपरिक उपाय वैदिक ज्योतिष और हिंदू धार्मिक मान्यताओं में गहराई से निहित है। माना जाता है कि यह समृद्धि लाता है, आर्थिक कठिनाइयों को दूर करता है और धन की बरकत को आकर्षित करता है। चाहे आप आध्यात्मिक उपायों में विश्वास करते हों या अपनी धन-संबंधी सोच को बदलने का प्रयास कर रहे हों, यह उपाय अवश्य आजमाएं। आइए जानते हैं कि इसे कैसे करें और Thursday को ही क्यों करना चाहिए।
Thursday का महत्व: बृहस्पति ग्रह की शक्ति
Thursday को हिंदू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है। यह दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति ग्रह (गुरु) को समर्पित है। बृहस्पति को ज्ञान, भाग्य और समृद्धि का कारक माना जाता है। इस दिन किए गए उपाय आर्थिक स्थिरता को बढ़ाते हैं और समृद्धि को आकर्षित करते हैं।
यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति कमजोर है, तो आपको आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए Thursday को विशेष रूप से इस उपाय को करने से आपके जीवन में धन की वृद्धि और स्थायित्व आ सकता है।
शुभ मुहूर्त चुनें – इस उपाय को Thursday की सुबह, सूर्योदय के समय करना सबसे शुभ माना जाता है।
केले को तैयार करें – एक ताजा और पका हुआ केला लें और इसे एक छोटी प्लेट पर रखें। केला साफ और बिना छिला हुआ होना चाहिए।
लौंग को लगाएं – दो साबुत लौंग लें और उन्हें केले में लगाएं। एक लौंग केले के ऊपरी भाग में और दूसरी बीच में लगाएं।
मंत्र जाप करें – लौंग लगाते समय निम्न मंत्र का 21 बार जाप करें: “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” यह मंत्र बृहस्पति ग्रह की कृपा पाने में सहायक होता है और धन को आकर्षित करता है।
केले को देवता को अर्पित करें – केले को भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी या किसी भी समृद्धि से जुड़े देवता के चित्र या मूर्ति के सामने रखें। यदि आपके पास मूर्ति नहीं है, तो मन में धन और समृद्धि का ध्यान करें।
श्रद्धा से प्रार्थना करें – अपनी आँखें बंद करें, गहरी सांस लें और अपनी वित्तीय इच्छाओं को प्रकट करें। भगवान से आर्थिक परेशानियों से मुक्ति, स्थायी आय और समृद्धि की प्रार्थना करें।
केले का त्याग करें – इस केले को स्वयं न खाएं। बल्कि इसे किसी पेड़ के नीचे, बगीचे में या किसी साफ स्थान पर रख दें।
आभार व्यक्त करें – इस उपाय के अंत में भगवान और ब्रह्मांड को धन्यवाद दें कि उन्होंने आपको अब तक जो भी दिया है और जो भी धन और समृद्धि आपके जीवन में आने वाली है।
इस उपाय के पीछे का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक तर्क
कुछ लोग इसे केवल एक आध्यात्मिक उपाय मान सकते हैं, लेकिन इसके पीछे मनोवैज्ञानिक और वैज्ञानिक पहलू भी हैं:
प्रतीकात्मकता और सकारात्मक सोच – किसी भी उपाय को ध्यान और विश्वास के साथ करने से मन में सकारात्मक विचार आते हैं, जिससे सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
ग्रहों का प्रभाव – ज्योतिष में यह माना जाता है कि ग्रहों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। सही समय पर सही उपाय करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं।
आयुर्वेद में केला और लौंग – केले को समृद्धि और पोषण का प्रतीक माना जाता है, जबकि लौंग को शुद्धि और सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाता है।
छात्रवृत्ति या आर्थिक सहायता के लिए प्रयास कर रहे हैं
धन और समृद्धि को आकर्षित करना चाहते हैं
इस सरल उपाय को अपनाकर आप अपने आर्थिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि को आकर्षित कर सकते हैं।
इस उपाय की शक्ति को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त सुझाव
पीले कपड़े पहनें – Thursday के दिन पीले रंग के कपड़े पहनने से बृहस्पति की कृपा प्राप्त होती है।
दान करें – गरीबों को भोजन, वस्त्र या धन दान करने से शुभ फल मिलता है।
घर को स्वच्छ रखें – घर में साफ-सफाई रखने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और धन की वृद्धि होती है।
Thursday को मांस और शराब से बचें – इससे आपकी ऊर्जा शुद्ध रहती है और बृहस्पति की कृपा प्राप्त होती है।
धैर्य और विश्वास बनाए रखें – किसी भी आध्यात्मिक उपाय का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा विश्वास है। यदि आप इसे श्रद्धा और धैर्य से करेंगे, तो निश्चित रूप से इसका सकारात्मक प्रभाव दिखेगा।
निष्कर्ष
आर्थिक समस्याएं कठिन हो सकती हैं, लेकिन सही मानसिकता और आध्यात्मिक उपायों से इन्हें दूर किया जा सकता है। Thursday के दिन केला और दो लौंग का यह आसान उपाय आपके जीवन में धन, स्थिरता और समृद्धि ला सकता है।
याद रखें, आध्यात्मिक उपाय तब सबसे अच्छा काम करते हैं जब उन्हें कड़ी मेहनत, बुद्धिमानी से वित्तीय योजना और आभार के साथ जोड़ा जाता है। इस उपाय को पूरी आस्था और नियमित रूप से करें, और देखें कैसे धन और समृद्धि आपके जीवन में प्रवेश करती है।
आपकी आर्थिक उन्नति सिर्फ एक केला और दो लौंग की दूरी पर हो सकती है! 🌟
Chole Bhature उत्तर भारत का एक बेहद लोकप्रिय और स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसे खासतौर पर नाश्ते और लंच में बड़े चाव से खाया जाता है। यह मसालेदार छोले (चना करी) और फूले हुए भटूरे का एक अद्भुत मेल होता है, जो हर उम्र के लोगों को पसंद आता है।
इस लेख में हम आपको Chole Bhature बनाने की संपूर्ण विधि, इसे और अधिक स्वादिष्ट बनाने के टिप्स, Chole Bhature के विभिन्न प्रकार, और इसे परोसने के अनोखे तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। अगर आप भी बाजार जैसे लाजवाब Chole Bhature घर पर बनाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए परफेक्ट है!
सामग्री की तालिका
छोले भटूरे: संपूर्ण रेसिपी और विभिन्न प्रकार की जानकारी
Chole Bhature उत्तर भारत की सबसे लोकप्रिय और स्वादिष्ट डिश है, जिसे हर उम्र के लोग पसंद करते हैं। यह मसालेदार छोले (चना करी) और फूले हुए भटूरे का मेल होता है, जो विशेष रूप से दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश में नाश्ते और लंच के रूप में खाया जाता है। Chole Bhature का स्वाद इतना अनोखा होता है कि इसे खाने के बाद बार-बार खाने का मन करता है।
इस लेख में हम आपको Chole Bhature बनाने की विस्तृत रेसिपी, इसे स्वादिष्ट बनाने के टिप्स, Chole Bhature के विभिन्न प्रकार और इसे परोसने के अनोखे तरीकों की पूरी जानकारी देंगे।
छोले भटूरे के प्रकार
Chole Bhature के कई प्रकार होते हैं, जो अलग-अलग स्वाद और तरीकों से बनाए जाते हैं। कुछ लोकप्रिय प्रकार इस प्रकार हैं:
1. पंजाबी छोले भटूरे
यह सबसे प्रसिद्ध प्रकार है, जिसे खासतौर पर दिल्ली और पंजाब में पसंद किया जाता है।
छोले में अमचूर, अनारदाना, और मसालेदार ग्रेवी डाली जाती है, जिससे इसका स्वाद तीखा और चटपटा होता है।
भटूरे खमीर से बनाए जाते हैं, जिससे वे हल्के और फूले हुए होते हैं।
2. आलू भटूरे
इसमें भटूरे के आटे में उबले और मैश किए हुए आलू मिलाए जाते हैं, जिससे वे और भी मुलायम और स्वादिष्ट बनते हैं।
यह आम भटूरे से हल्के और जल्दी बनने वाले होते हैं।
3. पनीर भटूरे
इसमें भटूरे के आटे में कद्दूकस किया हुआ पनीर मिलाया जाता है, जिससे भटूरे का स्वाद और बढ़ जाता है।
यह पनीर प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
4. मसाला भटूरे
इसमें आटे में अजवाइन, कसूरी मेथी, और हल्का मसाला मिलाया जाता है, जिससे भटूरे का स्वाद अधिक चटपटा हो जाता है।
यह कुरकुरे और ज्यादा स्वादिष्ट होते हैं।
5. चना छोले भटूरे
इसमें छोले को छोटे चने (काले चने) के साथ मिलाकर बनाया जाता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
यह ज्यादा प्रोटीन युक्त और स्वाद में हल्के होते हैं।
छोले बनाने की संपूर्ण विधि
अब हम आपको मसालेदार और स्वादिष्ट छोले बनाने की पूरी रेसिपी बताएंगे।
आवश्यक सामग्री
छोले के लिए:
काबुली चने – 1 कप (8 घंटे या रातभर भिगोए हुए)
प्याज – 2 (बारीक कटे हुए)
टमाटर – 2 (प्यूरी बनाई हुई)
अदरक-लहसुन पेस्ट – 1 चम्मच
हरी मिर्च – 2 (कटी हुई)
तेल या घी – 2 चम्मच
हल्दी पाउडर – ½ चम्मच
धनिया पाउडर – 1 चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – 1 चम्मच
गरम मसाला – ½ चम्मच
अमचूर पाउडर – ½ चम्मच
अनारदाना पाउडर – ½ चम्मच (वैकल्पिक)
जीरा – 1 चम्मच
तेज पत्ता – 1
दालचीनी – 1 टुकड़ा
नमक – स्वादानुसार
पानी – आवश्यकतानुसार
हरा धनिया – गार्निश के लिए
छोले बनाने की विधि
चरण 1: छोले उबालना
रातभर भिगोए हुए काबुली चने को कुकर में डालें।
उसमें ½ चम्मच नमक, 1 तेज पत्ता और 2 कप पानी डालकर 4-5 सीटी आने तक पकाएं।
गैस बंद करें और भाप निकलने दें।
चरण 2: मसाले तैयार करना
एक कड़ाही में तेल गरम करें और उसमें जीरा, तेज पत्ता, दालचीनी डालकर तड़काएं।
अब बारीक कटे प्याज डालकर भूनें जब तक वह हल्के सुनहरे न हो जाएं।
अब अदरक-लहसुन पेस्ट और हरी मिर्च डालकर 1 मिनट तक भूनें।
टमाटर प्यूरी डालें और तब तक पकाएं जब तक तेल अलग न होने लगे।
अब इसमें हल्दी, धनिया पाउडर, लाल मिर्च, गरम मसाला, अमचूर पाउडर और अनारदाना पाउडर डालकर 2 मिनट और भूनें।
चरण 3: छोले डालकर पकाना
अब उबले हुए छोले डालें और अच्छे से मिलाएं।
जरूरत के अनुसार पानी डालें और धीमी आंच पर 10-15 मिनट तक पकाएं।
जब छोले गाढ़े और मसालेदार हो जाएं तो गैस बंद कर दें।
ऊपर से हरा धनिया डालें और गर्मागर्म परोसें।
भटूरे बनाने की संपूर्ण विधि
अब हम फूले हुए भटूरे बनाने की विधि जानेंगे।
आवश्यक सामग्री
मैदा – 2 कप
सूजी (रवा) – 2 चम्मच (भटूरे को कुरकुरा बनाने के लिए)
दही – ½ कप
बेकिंग पाउडर – ½ चम्मच
नमक – स्वादानुसार
चीनी – 1 चम्मच
तेल – 1 चम्मच (आटे में मिलाने के लिए)
गुनगुना पानी – आवश्यकतानुसार
तलने के लिए तेल – आवश्यकतानुसार
भटूरे बनाने की विधि
चरण 1: आटा गूंधना
एक बड़े बर्तन में मैदा, सूजी, दही, बेकिंग पाउडर, नमक और चीनी डालें।
अब थोड़ा-थोड़ा गुनगुना पानी डालकर नरम आटा गूंध लें।
आटे में 1 चम्मच तेल डालकर अच्छे से चिकना करें।
इसे कपड़े से ढककर 2-3 घंटे तक रख दें, ताकि यह अच्छे से फूल जाए।
इन्हें बेलन से गोल या ओवल आकार में बेल लें (बहुत पतला न करें)।
कढ़ाही में तेल गरम करें और भटूरे को धीमी आंच पर तलें।
जब भटूरा फूल जाए और सुनहरा हो जाए, तो इसे प्लेट में निकाल लें।
छोले भटूरे परोसने के अनोखे तरीके
इसे आचार, प्याज के लच्छे और हरी मिर्च के साथ परोसें।
ऊपर से थोड़ा नींबू निचोड़ें, ताकि स्वाद और बढ़ जाए।
इसे मीठी लस्सी या आम पना के साथ खाएं।
निष्कर्ष
Chole Bhature एक स्वादिष्ट और पौष्टिक उत्तर भारतीय व्यंजन है, जिसे हर कोई पसंद करता है। इस लेख में हमने Chole Bhature की संपूर्ण रेसिपी, इसे स्वादिष्ट बनाने के टिप्स और इसके विभिन्न प्रकारों के बारे में जानकारी दी। अब आप इसे घर पर बनाकर बाजार जैसा स्वाद ले सकते हैं!
Gulab Jamun भारत की सबसे पसंदीदा और पारंपरिक मिठाइयों में से एक है, जिसे त्योहारों, शादियों और विशेष अवसरों पर बड़े चाव से खाया जाता है। यह नरम, रसदार और मीठा होता है, जिसे खोया (मावा), मैदा और चीनी की चाशनी से तैयार किया जाता है। इसके अद्भुत स्वाद और सुगंध के कारण यह हर उम्र के लोगों की पसंदीदा मिठाई बनी हुई है। गुलाब जामुन कई प्रकार के होते हैं, जैसे खोया गुलाब जामुन, सूजी गुलाब जामुन, ब्रेड गुलाब जामुन, पनीर गुलाब जामुन और चॉकलेट गुलाब जामुन। हर प्रकार का गुलाब जामुन अपने खास स्वाद और बनावट के लिए जाना जाता है।
Gulab Jamun भारत की सबसे लोकप्रिय मिठाइयों में से एक है, जिसे खास मौकों, त्योहारों और शादियों में बड़े चाव से खाया जाता है। यह मुलायम, रसदार और मीठी मिठाई खोया (मावा), मैदा और चीनी की चाशनी से बनाई जाती है। इस लेख में हम आपको Gulab Jamun बनाने की पारंपरिक विधि, इसे स्वादिष्ट बनाने के जरूरी टिप्स, गुलाब जामुन के विभिन्न प्रकार और इसे परोसने के अनोखे तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। अगर आप भी घर पर बाजार जैसे लाजवाब गुलाब जामुन बनाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए परफेक्ट है!
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गुलाब जामुन: पारंपरिक मिठाई की संपूर्ण जानकारी और रेसिपी
Gulab Jamun भारत की सबसे लोकप्रिय और स्वादिष्ट मिठाइयों में से एक है, जिसे त्योहारों, शादियों और खास मौकों पर जरूर बनाया जाता है। इसका मुलायम और रसीला स्वाद हर किसी को पसंद आता है। यह खोया (मावा), मैदा और चीनी की चाशनी से बनाई जाती है, जो इसे और भी स्वादिष्ट बनाती है।
इस लेख में हम Gulab Jamun बनाने की विस्तृत रेसिपी, इसे सही तरीके से बनाने के टिप्स, गुलाब जामुन के विभिन्न प्रकार और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। आइए जानते हैं कि घर पर ही बाजार जैसे स्वादिष्ट और परफेक्ट गुलाब जामुन कैसे बनाए जाएं!
गुलाब जामुन के प्रकार
Gulab Jamun कई अलग-अलग प्रकार से बनाए जाते हैं। कुछ लोकप्रिय प्रकार इस प्रकार हैं:
1. खोया गुलाब जामुन
यह पारंपरिक गुलाब जामुन होता है, जिसे मावा (खोया), मैदा और चीनी की चाशनी से बनाया जाता है।
इसका स्वाद बेहद समृद्ध और नरम होता है।
2. ब्रेड गुलाब जामुन
इसमें खोया की जगह ब्रेड के टुकड़ों और दूध का उपयोग किया जाता है।
यह जल्दी और आसानी से बनने वाला विकल्प है।
3. सूजी गुलाब जामुन
इसमें सूजी (रवा) और दूध का उपयोग किया जाता है, जिससे यह हल्का और कुरकुरा बनता है।
यह उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जो खोया नहीं खाना चाहते।
4. पनीर गुलाब जामुन
इसमें पनीर और खोया मिलाकर बनाया जाता है, जिससे यह अधिक नरम और स्वादिष्ट बनता है।
यह खासतौर पर बंगाली मिठाइयों के प्रेमियों के लिए बेहतरीन विकल्प है।
5. चॉकलेट गुलाब जामुन
इसमें गुलाब जामुन के अंदर चॉकलेट फिलिंग डाली जाती है, जिससे इसका स्वाद अनोखा हो जाता है।
यह बच्चों के लिए खास पसंदीदा होता है।
6. ड्राई गुलाब जामुन
इसे चाशनी में अधिक देर तक नहीं डुबोया जाता, बल्कि हल्का मीठा रखा जाता है।
ऊपर से इसे पिसे हुए सूखे मेवे से सजाया जाता है।
गुलाब जामुन बनाने की पारंपरिक विधि
अब हम पारंपरिक खोया Gulab Jamun बनाने की पूरी रेसिपी जानेंगे।
आवश्यक सामग्री
गुलाब जामुन के लिए:
मावा (खोया) – 1 कप (नरम और ताज़ा)
मैदा – 2 चम्मच
बेकिंग सोडा – 1 चुटकी
दूध – 2-3 चम्मच (आटा गूंधने के लिए)
घी/तेल – तलने के लिए
चाशनी के लिए:
चीनी – 2 कप
पानी – 1.5 कप
इलायची पाउडर – ½ चम्मच
केसर के धागे – 4-5 (वैकल्पिक)
गुलाब जल – 1 चम्मच (असली स्वाद के लिए)
गुलाब जामुन बनाने की विधि
चरण 1: चाशनी तैयार करना
एक बर्तन में चीनी और पानी डालें और धीमी आंच पर गर्म करें।
जब चीनी पूरी तरह घुल जाए, तो उसमें इलायची पाउडर और केसर डालें।
इसे 5-7 मिनट तक उबालें जब तक कि हल्की चिपचिपी चाशनी बन जाए।
अब इसमें गुलाब जल डालें और गैस बंद कर दें।
चरण 2: गुलाब जामुन का आटा गूंधना
एक बाउल में मावा, मैदा और बेकिंग सोडा मिलाएं।
इसमें धीरे-धीरे दूध डालें और नरम आटा गूंध लें।
ध्यान दें कि आटा ज्यादा सख्त न हो और इसमें दरारें न पड़ें।
इसे 10-15 मिनट तक ढककर रखें ताकि आटा अच्छे से सेट हो जाए।
चरण 3: गुलाब जामुन बनाना और तलना
आटे से छोटी-छोटी लोइयां (गेंदें) बनाएं और ध्यान दें कि उन पर दरार न आए।
एक कढ़ाही में घी/तेल को मध्यम आंच पर गर्म करें।
अब गुलाब जामुन को धीमी आंच पर तलें, ताकि वे अंदर से भी अच्छे से पक जाएं।
जब गुलाब जामुन गहरे भूरे रंग के हो जाएं, तो उन्हें निकाल लें और गर्म चाशनी में डाल दें।
गुलाब जामुन को कम से कम 2-3 घंटे तक चाशनी में भिगोने दें ताकि वे पूरी तरह से रसदार बन जाएं।
गुलाब जामुन को सही बनाने के टिप्स
Gulab Jamun के आटे को बहुत ज्यादा गूंथना नहीं चाहिए, वरना वे सख्त बन सकते हैं।
तलने के लिए तेल ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए, वरना गुलाब जामुन बाहर से जल जाएंगे और अंदर से कच्चे रह जाएंगे।
चाशनी हल्की गाढ़ी होनी चाहिए, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं, वरना Gulab Jamun उसमें अच्छे से सोख नहीं पाएंगे।
गुलाब जामुन को तलने के तुरंत बाद गर्म चाशनी में डालें, ताकि वे अच्छी तरह मीठे और रसदार बन सकें।
इन्हें वनीला आइसक्रीम के साथ परोसें, जो इसे और भी स्वादिष्ट बनाता है।
चाशनी में थोड़ा केसर और गुलाब जल डालकर इसे और भी सुगंधित बनाया जा सकता है।
ड्राई गुलाब जामुन बनाकर इसे चॉकलेट सॉस या कंडेंस्ड मिल्क के साथ भी परोसा जा सकता है।
गुलाब जामुन खाने के फायदे
Gulab Jamun ऊर्जा देने वाला मिठाई है क्योंकि इसमें खोया और चीनी होती है।
त्योहारों और विशेष अवसरों पर इसे खाने से खुशी और आनंद मिलता है।
इसमें इलायची और केसर होने के कारण यह सुगंधित और पाचन के लिए अच्छा होता है।
निष्कर्ष
Gulab Jamun भारतीय मिठाइयों में एक विशेष स्थान रखता है। इस लेख में हमने Gulab Jamun की पारंपरिक रेसिपी, इसे बनाने के टिप्स और इसके विभिन्न प्रकारों के बारे में विस्तार से बताया। अब आप इसे आसानी से घर पर बना सकते हैं और बाजार जैसा स्वाद ले सकते हैं!
OMAD (वन मील ए डे) डाइट स्वास्थ्य-जागरूक व्यक्तियों और फिटनेस प्रेमियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है। वजन घटाना कई लोगों के लिए एक प्राथमिक लक्ष्य है, और ओएमएडी अतिरिक्त वजन कम करने के लिए एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका प्रदान करता है। लेकिन क्या यह वास्तव में लाभदायक है? आप इसकी क्षमता को अधिकतम कैसे कर सकते हैं? इस लेख में, हम ओएमएडी डाइट के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके फायदे, संभावित जोखिम और इसे सुरक्षित रूप से अपनाने के तरीके पर चर्चा करेंगे।
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ओएमएडी डाइट क्या है?
OMAD का मतलब वन मील ए डे है, जो इंटरमिटेंट फास्टिंग का एक रूप है, जिसमें व्यक्ति पूरे दिन की कैलोरी केवल एक ही भोजन में लेता है। यह भोजन आमतौर पर एक घंटे की समयावधि में किया जाता है, जबकि बाकी 23 घंटे उपवास रखा जाता है। पारंपरिक आहार की तुलना में, जो कैलोरी नियंत्रण और भोजन योजना पर केंद्रित होते हैं, ओएमएडी भोजन की आवृत्ति को कम करके इसे सरल बनाता है।
ओएमएडी वजन घटाने में कैसे मदद करता है?
OMAD डाइट कई तरीकों से वजन घटाने में सहायक होती है:
कैलोरी की कमी: दिन में केवल एक भोजन करने से स्वाभाविक रूप से कम कैलोरी का सेवन होता है, जिससे वजन कम होता है।
फैट बर्निंग में वृद्धि: लंबे समय तक उपवास करने से शरीर संग्रहीत वसा का उपयोग ऊर्जा के रूप में करता है, जिससे वसा जलने की प्रक्रिया तेज होती है।
इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार: OMAD रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है।
मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा: लंबी अवधि के उपवास से कोशिका पुनर्प्राप्ति प्रक्रियाएँ सक्रिय होती हैं और मानव विकास हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो वजन प्रबंधन में सहायक होता है।
ओएमएडी डाइट के फायदे
तेजी से वजन घटाना: OMAD कैलोरी घाटा और फैट बर्निंग को बढ़ावा देता है, जिससे वजन तेजी से कम होता है।
सरलता: कैलोरी गिनने या बार-बार भोजन की योजना बनाने की आवश्यकता नहीं होती, केवल एक भोजन पर ध्यान केंद्रित करना होता है।
बेहतर मानसिक स्पष्टता: उपवास मस्तिष्क कार्य को बढ़ाता है और संज्ञानात्मक प्रदर्शन में सुधार करता है।
पाचन स्वास्थ्य में सुधार: लंबे उपवास से पाचन तंत्र को आराम मिलता है, जिससे सूजन कम होती है और आंतों का स्वास्थ्य बेहतर होता है।
दीर्घायु में वृद्धि: शोध बताते हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग, जिसमें OMAD भी शामिल है, कोशिकाओं की मरम्मत का समर्थन करता है और सूजन को कम करके जीवनकाल को बढ़ा सकता है।
OMAD डाइट के फायदों को अधिकतम करने के लिए इन सुझावों का पालन करें:
पौष्टिक भोजन चुनें: सुनिश्चित करें कि आपका एकमात्र भोजन प्रोटीन, हेल्दी फैट, फाइबर, विटामिन और मिनरल से भरपूर हो।
हाइड्रेटेड रहें: उपवास के दौरान पर्याप्त पानी, हर्बल टी और ब्लैक कॉफी का सेवन करें।
प्रोसेस्ड फूड से बचें: संपूर्ण, असंसाधित खाद्य पदार्थों पर ध्यान दें ताकि समग्र स्वास्थ्य बना रहे और पोषक तत्वों की कमी न हो।
हेल्दी फैट शामिल करें: एवोकाडो, नट्स, बीज और जैतून का तेल ऊर्जा स्तर बनाए रखने और लंबे समय तक तृप्त रहने में मदद करते हैं।
अपने शरीर को सुनें: यदि आपको चक्कर, थकान या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव हो, तो अपने OMAD दृष्टिकोण को समायोजित करें।
संभावित जोखिम और सावधानियाँ
हालांकि OMAD फायदेमंद हो सकता है, यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं है। निम्नलिखित जोखिमों पर विचार करें:
पोषण की कमी: केवल एक बार भोजन करने से सभी आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
भूख और क्रेविंग में वृद्धि: कुछ लोगों को भूख को नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है, जिससे अधिक खाने की संभावना बढ़ जाती है।
थकान और कमजोरी: कुछ व्यक्तियों को लंबी अवधि का उपवास करने से ऊर्जा की कमी हो सकती है।
कुछ लोगों के लिए अनुपयुक्त: गर्भवती महिलाएं, मधुमेह से पीड़ित लोग और खाने के विकारों के इतिहास वाले व्यक्तियों को OMAD अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
OMAD डाइट वजन घटाने और समग्र स्वास्थ्य सुधार के लिए एक प्रभावी तरीका हो सकता है। यदि आप अपने भोजन को सही ढंग से संरचित करते हैं और उचित रणनीतियों को अपनाते हैं, तो आप इसके लाभों को अधिकतम कर सकते हैं और संभावित जोखिमों को कम कर सकते हैं। हालांकि, अपने शरीर की जरूरतों को समझना और आवश्यक होने पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लेना महत्वपूर्ण है। सही योजना और निष्पादन के साथ, ओएमएडी वजन घटाने के लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक प्रभावी और स्थायी तरीका साबित हो सकता है।
लंबे, खूबसूरत Hair का सपना बहुत से लोगों का होता है, लेकिन इसे पाने की यात्रा कभी-कभी लंबी और चुनौतीपूर्ण महसूस हो सकती है। जबकि बालों की वृद्धि मुख्य रूप से आनुवंशिकी पर निर्भर करती है, कई बाहरी तत्व होते हैं जो आपके बालों की वृद्धि की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। जो लोग अपने बालों को प्राकृतिक रूप से बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए घरेलू उपाय एक सुरक्षित, किफायती और रासायनिक मुक्त तरीका प्रदान करते हैं। इस लेख में हम कुछ प्रभावी घरेलू उपायों पर चर्चा करेंगे, जो बालों की वृद्धि को बढ़ावा देने और बालों के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
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1. सिर की देखभाल है जरूरी
Hair की वृद्धि को बढ़ावा देने का पहला कदम यह सुनिश्चित करना है कि आपके सिर की त्वचा (स्कैल्प) स्वस्थ हो। एक साफ और पोषित सिर की त्वचा Hair की गांठों के लिए आदर्श वातावरण प्रदान करती है, जिससे स्वस्थ बालों का विकास होता है। उचित सिर की देखभाल की कमी बालों के झड़ने, टूटने और यहां तक कि बालों के झड़ने का कारण बन सकती है। नियमित सिर की मालिश रक्त परिसंचरण को बढ़ाती है, जिससे Hair की वृद्धि को उत्तेजना मिलती है।
एसेंशियल ऑयल्स के साथ सिर की मालिश:
रोज़मेरी, लैवेंडर या पेपरमिंट ऑयल जैसी तेलों के साथ सिर की मालिश रक्त प्रवाह को बढ़ा सकती है और Hair की वृद्धि को बढ़ावा दे सकती है। इन तेलों में ऐसे यौगिक होते हैं जो सिर की त्वचा को उत्तेजित करते हैं और स्वस्थ Hair को बढ़ावा देते हैं। आप इन तेलों को एक वाहक तेल जैसे नारियल या जोजोबा तेल में मिला सकते हैं और मालिश कर सकते हैं।
कैसे करें:
अपने पसंदीदा वाहक तेल (नारियल, जैतून, या जोजोबा तेल) की कुछ चम्मच लें।
कुछ बूँदें अपने पसंदीदा एसेन्शियल ऑयल की डालें।
इस मिश्रण को अपने सिर की त्वचा में 5-10 मिनट तक हल्के से मसाज करें।
तेल को कम से कम एक घंटे या रात भर सिर में छोड़ें, फिर धो लें।
इस उपाय को 2-3 बार सप्ताह में दोहराएं।
2. एलोवेरा
एलोवेरा अपने उपचारात्मक और मॉइस्चराइजिंग गुणों के लिए सदियों से जाना जाता है। इसमें एंजाइम होते हैं जो सिर की त्वचा पर मृत कोशिकाओं की मरम्मत करते हैं और स्वस्थ Hair की वृद्धि को बढ़ावा देते हैं। एलोवेरा सिर की त्वचा का pH संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है और रूसी को कम करता है, जिससे बालों के लिए एक स्वस्थ वातावरण बनता है।
एलोवेरा के पत्ते से जेल निकालें या शुद्ध एलोवेरा जेल का उपयोग करें।
इसे सीधे अपने सिर की त्वचा पर लगाएं और हल्के से मालिश करें।
30 मिनट से एक घंटे तक छोड़ दें, फिर गुनगुने पानी से धो लें।
Hair के गिरने को कम करने और स्वस्थ बालों की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सप्ताह में एक या दो बार इस उपाय का उपयोग करें।
3. प्याज का रस
प्याज का रस शायद सबसे सुखद गंध वाला उपाय नहीं हो सकता, लेकिन यह प्रभावी रूप से काम करता है। प्याज के रस में सल्फर होता है, जो बालों की गांठों को पोषण देता है, रक्त प्रवाह में सुधार करता है और कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है—ये सभी तत्व स्वस्थ बालों की वृद्धि में योगदान करते हैं। सल्फर बालों की टूट-फूट को मजबूत करके बालों के झड़ने को कम करता है।
प्याज का रस कैसे उपयोग करें:
एक प्याज को कद्दूकस करें और उसका रस निचोड़ लें।
इस रस को अपने सिर की त्वचा पर लगाएं और कुछ मिनटों तक मसाज करें।
30 मिनट से एक घंटे तक छोड़ दें, फिर गुनगुने पानी और हल्के शैम्पू से धो लें।
सप्ताह में दो बार इस उपाय का उपयोग करें। हालाँकि गंध थोड़ी देर तक रह सकती है, लेकिन इसके लाभ इसे काफ़ी हद तक क़ीमती बना देते हैं।
4. अंडा मास्क
अंडे प्रोटीन, बायोटिन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो स्वस्थ Hair के लिए आवश्यक होते हैं। प्रोटीन बालों की गांठों को मजबूत करने में मदद करता है और टूटने को कम करता है। एक प्राकृतिक अंडा हेयर मास्क बालों को पोषण देता है और उसकी ताकत और लचीलापन बढ़ाता है, जो लंबे बालों को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है।
अंडे का मास्क कैसे उपयोग करें:
एक या दो अंडों को फेंटें (बालों की लंबाई के हिसाब से) और इस मिश्रण को गीले बालों पर लगाएं।
20-30 मिनट के लिए छोड़ें, फिर ठंडे पानी से धो लें (ताकि अंडा Hair में न पक जाए)।
अंडे के मास्क को सप्ताह में एक या दो बार उपयोग करें, ताकि बाल मजबूत और लंबे हो सकें
5. नारियल तेल
नारियल तेल Hair के लिए एक प्राकृतिक चमत्कारी उपाय है। इसके मॉइस्चराइजिंग और कंडीशनिंग गुण सूखापन और नुकसान को रोकने में मदद करते हैं, जबकि बालों के समग्र स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। यह विटामिनों और आवश्यक फैटी एसिड्स से भरपूर होता है जो बालों को मजबूत करते हैं और Hair के झड़ने को कम करते हैं। यह बालों के बालों में गहरे तक प्रवेश करता है और वृद्धि को बढ़ावा देता है।
नारियल तेल का उपयोग कैसे करें:
थोड़े से नारियल तेल को हल्का गर्म करें और इसे सिर की त्वचा और बालों पर लगाएं।
कुछ मिनटों तक मालिश करें और एक घंटे या रात भर के लिए छोड़ दें।
हल्के शैम्पू से धो लें।
लंबे और स्वस्थ बालों के लिए नारियल तेल का उपयोग सप्ताह में एक बार करना सबसे अच्छा है।
6. मेथी के बीज
मेथी के बीज प्रोटीन, आयरन और विटामिनों जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो बालों की वृद्धि को उत्तेजित करने में मदद करते हैं। मेथी के बीज सिर की त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं, बालों की गांठों को मरम्मत करते हैं और बालों के झड़ने को कम करते हैं। इसके अलावा, ये बालों को मजबूत करते हैं और समय से पहले सफेद होने से रोकते हैं।
मेथी के बीज का उपयोग कैसे करें:
मेथी के बीजों को रात भर भिगोने दें।
इन्हें पीसकर पेस्ट बना लें और इसे सिर की त्वचा और बालों पर लगाएं।
30 मिनट से एक घंटे तक छोड़ें, फिर गुनगुने पानी से धो लें।
मेथी Hair की वृद्धि और रूसी को कम करने के लिए एक बेहतरीन उपाय है।
कास्टर तेल सिर की त्वचा को पोषित करने और बालों की वृद्धि को उत्तेजित करने के लिए जाना जाता है। इसमें रीसिनोलेइक एसिड होता है, जो Hair की गांठों तक पोषक तत्वों को पहुंचाता है, जिससे बालों की वृद्धि को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, कास्टर तेल में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो सिर की त्वचा पर संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं, जो Hair की वृद्धि को प्रभावित कर सकता है।
कैसे करें उपयोग:
कास्टर तेल की थोड़ी सी मात्रा को हल्का गर्म करें और सिर की त्वचा में लगाकर मालिश करें।
कुछ घंटे या रातभर छोड़कर हल्के शैम्पू से धो लें।
सप्ताह में एक या दो बार कास्टर तेल का उपयोग करने से बाल घने और लंबे हो सकते हैं।
8. एप्पल साइडर विनेगर
एप्पल साइडर विनेगर (ACV) सिर की त्वचा के pH को संतुलित करने और हेयर प्रोडक्ट्स के अवशेषों को हटाने के लिए जाना जाता है, जो बालों की वृद्धि को प्रभावित कर सकते हैं। यह बालों को चमकदार बनाता है और रूसी को कम करता है, जिससे बालों के लिए एक स्वस्थ वातावरण बनता है।
एप्पल साइडर विनेगर का उपयोग कैसे करें:
एक भाग एप्पल साइडर विनेगर को दो भाग पानी में घोलें।
शैम्पू करने के बाद इस मिश्रण को सिर की त्वचा और बालों पर डालें।
कुछ मिनटों के लिए छोड़ दें और फिर ठंडे पानी से धो लें।
ACV का उपयोग सप्ताह में एक बार सिर की त्वचा को साफ और संतुलित करने के लिए किया जा सकता है, जो बालों की वृद्धि को उत्तेजित कर सकता है।
9. Rosemary तेल
Rosemary तेल बालों की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सबसे प्रसिद्ध एसेन्शियल तेलों में से एक है। यह सिर की त्वचा तक रक्त प्रवाह बढ़ाता है, जिससे बालों की गांठों को पोषण मिलता है। यह बालों को मजबूत करने में भी मदद करता है और रूसी को कम करता है।
कैसे उपयोग करें:
कुछ बूँदें रोज़मेरी तेल की वाहक तेल (नारियल तेल) के साथ मिलाएं।
इस मिश्रण को सिर की त्वचा में 5-10 मिनट तक हल्के से मसाज करें।
एक घंटे या रातभर छोड़कर धो लें।
नियमित रूप से रोज़मेरी तेल का उपयोग करने से Hair के झड़ने को रोकने में मदद मिल सकती है और बालों की वृद्धि में सुधार हो सकता है।
10. स्वस्थ आहार
घरेलू उपाय बालों को बाहरी रूप से सहारा दे सकते हैं, लेकिन आंतरिक पोषण उतना ही महत्वपूर्ण है। एक स्वस्थ, संतुलित आहार जो विटामिन और खनिजों से भरपूर हो, बालों की तेजी से और स्वस्थ वृद्धि को बढ़ावा दे सकता है। बालों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्वों में शामिल हैं:
विटामिन A: स्वस्थ सिर की त्वचा और बालों की गांठों के लिए आवश्यक।
बायोटिन (विटामिन B7): बालों की वृद्धि को उत्तेजित करता है।
विटामिन E: सिर की त्वचा को स्वस्थ बनाता है और परिसंचरण में सुधार करता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: बालों को चमकदार और पोषित रखता है।
आयरन: बालों के झड़ने को कम करता है।
अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियाँ, अंडे, नट्स, बीज, और मछली शामिल करें ताकि बालों को अंदर से पोषण मिले।
11. गर्म स्टाइलिंग और रासायनिक उपचार से बचें
अत्यधिक गर्म स्टाइलिंग, रासायनिक उपचार, और कठोर बाल उत्पाद आपके बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और इसके विकास में रुकावट डाल सकते हैं। हेयर स्ट्रेटनर, कर्लिंग आयरन और हेयर ड्रायर के उपयोग को कम करने की कोशिश करें। प्राकृतिक हेयरस्टाइल का चयन करें और कठोर हेयर डाई या रसायनों से बचें। अपने बालों को हल्के से संभालें और बिना किसी अनावश्यक नुकसान के बढ़ने का समय दें।
निष्कर्ष
लंबे, स्वस्थ Hair की प्राप्ति में धैर्य महत्वपूर्ण है। घरेलू उपाय आपके बालों की वृद्धि और समग्र स्वास्थ्य को प्राकृतिक रूप से सहारा दे सकते हैं, लेकिन निरंतर देखभाल, स्वस्थ आदतें और उचित आहार भी महत्वपूर्ण हैं। उपर्युक्त उपायों को अपने बालों की देखभाल की दिनचर्या में शामिल करके, आप अपने बालों की लंबाई और स्वास्थ्य में ध्यान देने योग्य सुधार देख सकते हैं। हमेशा याद रखें कि बालों की वृद्धि में समय लगता है, इसलिए समर्पित रहें और बालों के प्राकृतिक, सुंदर परिवर्तन की प्रक्रिया का आनंद लें।