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Modi Cabinet ने 6,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली दो रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी

यह निर्णय धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। केदारनाथ रोपवे परियोजना से सोनप्रयाग से केदारनाथ तक की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को कठिन पर्वतीय मार्ग पर चलने की परेशानी नहीं होगी।

Modi Cabinet approves two ropeway projects costing over Rs 6,800 crore

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि PM Modi के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 6,800 करोड़ रुपये से अधिक की संयुक्त लागत के साथ केदारनाथ और हेमकुंड साहिब की दो रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी। कैबिनेट के फैसलों के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए वैष्णव ने कहा कि पवित्र केदारनाथ को सोनप्रयाग से जोड़ने वाली 12.9 किलोमीटर लंबी केदारनाथ रोपवे परियोजना की लागत 4,081 करोड़ रुपये होगी और यह पर्वतमाला कार्यक्रम का हिस्सा होगी।

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Modi Cabinet ने हेमकुंड और केदारनाथ रोपवे परियोजना को मंजूरी दी

ropeway projects of Kedarnath and Hemkund Sahib

वैष्णव ने कहा, “मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम – पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना के विकास को मंजूरी दे दी है। परियोजना की कुल लागत 4,081.28 करोड़ रुपये होगी।”

परियोजनाओं से यात्रा काफी कम होकर 36 मिनट रह जाएगी। अभी केदारनाथ पहुंचने में 8 से 9 घंटे का समय लगता है। परियोजना का विवरण देते हुए वैष्णव ने कहा कि प्रत्येक गंडोला की क्षमता 36 लोगों की होगी। यह प्रोजेक्ट ऑस्ट्रिया और फ्रांस के विशेषज्ञों की मदद से पूरा किया जाएगा।

यह निर्णय धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। केदारनाथ रोपवे परियोजना से सोनप्रयाग से केदारनाथ तक की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को कठिन पर्वतीय मार्ग पर चलने की परेशानी नहीं होगी।

इसके अलावा, हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजना भी इस पहल का एक अहम हिस्सा है, जो सिख श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को आसान बनाएगी। इन परियोजनाओं से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

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