केदारनाथ (उत्तराखंड): Uttarakhand के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य प्रशासन द्वारा चार धाम यात्रा के लिए किए गए प्रबंधों की सराहना करते हुए दावा किया कि इस साल केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की आमद ने नया रिकॉर्ड बनाया है।
उन्होंने कहा, “इस साल आपदा के बाद भी प्रशासन द्वारा किए गए बेहतर प्रबंधों के परिणामस्वरूप केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने नया रिकॉर्ड बनाया है। सुचारू, सुरक्षित और सुव्यवस्थित चार धाम यात्रा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
इससे पहले आज सीएम ने केदारनाथ धाम का दौरा किया और भगवान शिव की पूजा-अर्चना की तथा राज्य के लोगों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। केदारनाथ धाम भगवान शिव को समर्पित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
इसके अलावा, सीएम ने देश भर से आए श्रद्धालुओं से बातचीत कर व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक भी लिया।
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Uttarakhand के केदारनाथ धाम के कपाट 3 नवंबर होंगे बंद
केदारनाथ उत्तराखंड के चार उच्च ऊंचाई वाले धामों में से एक है, जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं।
ये मंदिर हर साल लगभग छह महीने के लिए बंद रहते हैं, आमतौर पर अप्रैल या मई के दौरान गर्मियों में खुलते हैं और आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर के आसपास बंद हो जाते हैं।
पवित्र तीर्थयात्रा यमुनोत्री से शुरू होती है, गंगोत्री की ओर बढ़ती है, केदारनाथ होती है और अंत में बद्रीनाथ में समाप्त होती है।
केदारनाथ धाम के कपाट रविवार, 3 नवंबर को सुबह 8:30 बजे शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। केदारनाथ स्थल के कपाट 25 अप्रैल को खुले थे।
इस साल पूरी चार धाम यात्रा 17 दिन की देरी से 10 मई से शुरू हुई, जबकि पिछले साल 23 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने से यात्रा शुरू हुई थी।
पिछले साल पूरी यात्रा अवधि के दौरान 56.13 लाख तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए थे। इसी प्रकार वर्ष 2022 में चार धाम दर्शन के लिए 46.29 लाख तथा वर्ष 2019 में 34.77 लाख तीर्थयात्री पहुंचे। वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना संक्रमण के कारण यात्रा प्रभावित रही। इन दोनों वर्षों में तीर्थयात्रियों की संख्या क्रमश: 3.30 लाख व 5.29 लाख रही।
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