spot_img
होम ब्लॉग पेज 1845

Makar Sankranti: मकर संक्रांति 2021 पर ग्रहों का बन रहा है अद्भूत संयोग

Makar Sankranti 2021: पंचांग और ज्योतिष गणना के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी 2021 को मनाया जाएगा. मकर संक्रांति के पर्व का लोग वर्षभर इंतजार करते है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, पूजा और दान का विशेष महत्व बताया गया है।

Makar Sankranti कब है?

ज्योतिष गणना के अनुसार जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इस पूरी प्रक्रिया को Makar Sankranti के नाम से जाना जाता है. मकर राशि में सूर्य प्रवेश का विशेष महत्व माना गया है। सूर्य देव मकर संक्रांति के दिन उत्तरायण होते है इसे सूर्य का राशि परिवर्तन भी कहते है।

मकर संक्रांति इस बार क्यों विशेष है

मकर संक्रांति (Makar Sankranti) इस बार की कई मायनों में विशेष है। मकर संक्रांति का पर्व इस वर्ष वृहस्पतिवार को पड़ रही है. देव गुरु बृहस्पति मकर राशि में ही विराजमान रहेंगे. इसलिए इसे एक विशेष संयोग के तौर भी देखा जा रहा है.

मकर संक्रांति पर बन रहा है 5 ग्रही संयोग

मकर संक्रांति पर इस बार विशेष 5 ग्रही संयोग बनने जा रहा है. मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर मकर राशि में 5 ग्रह एक साथ विराजमान रहेंगे. मकर संक्रांति पर मकर राशि में सूर्य, शनि, बृहस्पति, बुध और चंद्रमा का गोचर रहेगा।

मकर संक्रांति पुण्य काल

14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य देव प्रात: 8 बजकर 20 मिनट के करीब धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे. पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति का पुण्यकाल सूर्यास्त तक रहेगा।

मकर संक्रांति पर सूर्योदय का समय

पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्योदय प्रात: 7 बजकर 15 मिनट 13 सेकेंड पर होगा. वहीं सायं 5 बजकर 45 मिनट पर सूर्य देव अस्त होंगे. मकर संक्रांति पर पुण्यकाल 9 घंटे से अधिक समय तक रहेगा।

मकर संक्रांति पर क्या करें

मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर सूर्योदय से पूर्व पवित्र नदी में स्नान करें. यदि पवित्र नदी में स्नान संभव न हो तो जल में गंगाजल की कुछ बूंदे मिलाकर स्नान करें. इसके बाद पूजा करें और उगते हुए सूर्य को तीन बार जल अर्पित करें। मकर संक्रांति पर दान का भी विशेष महत्व है। इस दान जरूरतमंदों को दान करें।

Farmers Protest on Farm Laws: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र पर कसा तंज। 

Farmers Protest:  नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) पिछले एक महीने से ज्यादा समय से जारी है। इस आंदोलन (Farmers Protest) को समाप्त करने के लिए किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन उनका कोई ठोस परिणाम अब तक नहीं निकल सका है। ऐसा ही कुछ आज की बैठक में हुआ, जिसके बाद वार्ता की अगली तारीख तय कर दी गई। इसी को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र पर तंज कसा।  

राहुल गांधी ने एक ट्वीट में केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए शायराना अंदाज में लिखा, ‘नीयत साफ नहीं है जिनकी, तारीख पे तारीख देना स्ट्रैटेजी है उनकी!’ बता दें कि नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर किसान समेत विपक्षी दल भी केंद्र सरकार पर सवाल उठाते आए हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि नए कृषि कानूनों (Farm Laws) की आड़ में सरकार कृषि क्षेत्र को भी कॉरपोरेट के हवाले करना चाहती है और इन कानूनों के आने से छोटे किसानों के लिए संकट उत्पन्न हो जाएगा। 

उल्लेखनीय है कि नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) शुक्रवार को 44वें दिन में प्रवेश कर गया। लेकिन अब तक इसे लेकर शुरू हुआ गतिरोध खत्म होता नहीं दिख रहा है। किसानों को मनाने के लिए आज हुई आठवें दौर की वार्ता भी एक बार फिर बेनतीजा रही। अब अगली बैठक 15 जनवरी को आयोजित होगी। किसान यूनियनें कृषि कानूनों (Farm Laws) को रद्द करने से कम पर राजी नहीं हैं, जबकि सरकार बार-बार इसमें संशोधन करने की बात कह रही है।  

किसान पेश नहीं कर पाए कोई अन्य विकल्प: नरेंद्र सिंह तोमर 

उधर, बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान नेता कोई विकल्प पेश नहीं कर पाए। तोमर ने कहा, कानूनों पर चर्चा हुई लेकिन किसी निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। सरकार ने अनुरोध किया कि अगर किसान यूनियनें कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने के अलावा कोई अन्य विकल्प देती हैं तो हम उस पर विचार करेंगे। लेकिन, किसान यूनियों ने कोई विकल्प पेश नहीं किया, इसलिए बैठक समाप्त कर दी गई और अगली बैठक करने का फैसला किया गया।  

कानून वापसी से पहले पीछे नहीं हटेंगे किसान: राकेश टिकैत 

उधर, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बैठक के बाद कहा कि जब तक नए कृषि कानून (Farm Laws) वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक आंदोलन (Farmers Protest) जारी रहेगा और किसान पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम कहीं नहीं जा रहे हैं। सरकार संशोधनों के बारे में बात करना चाहती थी। लेकिन, हम कानूनों के हिस्सों पर चर्चा नहीं करना चाहते। हम केवल यह चाहते हैं कि नए कानून निरस्त किए जाएं।’ 

Farmers Protest: बैठक के बाद बोले कृषि मंत्री, कोई विकल्प नहीं दे पाए किसान नेता।

0

New Delhi: किसानों और सरकार के बीच शुक्रवार को हुई आठवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान नेता कोई विकल्प नहीं दे पाए। ऐसे में अब 15 जनवरी को दोपहर 12 बजे एक बार फिर सरकार और किसानों के बीच बैठक होगी। इससे पहले 30 दिसंबर को हुई बैठक में केंद्र ने किसानों की ओर से उठाए गए चार मुद्दों में से दो पर रजामंदी जताई थी। 

तोमर ने कहा, कानूनों (Farm Laws) पर चर्चा हुई लेकिन किसी निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। सरकार ने अनुरोध किया कि अगर किसान यूनियनें कानूनों को वापस लेने के अलावा कोई अन्य विकल्प देती हैं तो हम उस पर विचार करेंगे। लेकिन, किसान यूनियों ने कोई विकल्प पेश नहीं किया, इसलिए बैठक समाप्त कर दी गई और फैसला लिया गया कि अगली बैठक का आयोजन 15 जनवरी को किया जाएगा।

कृषि मंत्री तोमर ने कहा, ‘वो लोग जो प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं उनका ये मानना है कि कानूनों (Farm Laws) को वापस लिया जाना चाहिए। लेकिन, कई ऐसे भी हैं जो इन कानूनों (Farm Laws) का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उन किसान यूनियनों से लगातार बात कर रही है जो इन कानूनों के विरोध में हैं। जब उन लोगों ने मिलने का अनुरोध किया, जो कानूनों के समर्थन में हैं तो हमने उन्हें भी समय दिया। 

तोमर ने कहा, लाखा सिंह (कालेरन स्थित नानकसार गुरुद्वारा के अध्यक्ष) इस बात से व्यथित थे कि किसान सर्दी के मौसम में आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे हैं। उन्होंने हमारे सामने किसानों का पक्ष रखा और हमने उनके सामने सरकार की बात रखी। मैंने उनसे अनुरोध किया कि वह किसान यूनियनों के नेताओं से बात करें। हमने उनसे संपर्क नहीं किया बल्कि उन्होंने किसानों के दर्द के कारण हमसे बात की। 

राकेश टिकैत: कानून वापसी से पहले पीछे नहीं हटेंगे किसान

उधर, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बैठक के बाद कहा कि जब तक नए कृषि कानून (Farm Laws) वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक आंदोलन (Farmers Protest) जारी रहेगा और किसान पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम कहीं नहीं जा रहे हैं। सरकार संशोधनों के बारे में बात करना चाहती थी। हम कानूनों के हिस्सों पर चर्चा नहीं करना चाहते। हम केवल यह चाहते हैं कि नए कानून (Farm Laws) निरस्त किए जाएं।’

Farmers Protest: सुप्रीम कोर्ट जाना है या नहीं हम खुद तय करेंगे, किसान नेता

0

New Delhi: सरकार हमें कोर्ट जाने का सुझाव नहीं दे सकती. सुप्रीम कोर्ट में 11 जनवरी को महत्वपूर्ण सुनवाई होगी. बरार ने कहा कि हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि हमारा आंदोलन (Farmers Protest) तब तक चलता रहेगा जब तक तीनों कानून (Farm Laws) रद्द नहीं किए जाते चाहे फैसला जो भी हो. 

ऑल इंडिया किसान सभा के नेता बालकरण सिंह बरार ने कहा है कि केंद्र सरकार के साथ आठवें दौर की वार्ता में भी कोई नतीजा नहीं निकला है. अगले दौर की बैठक 15 जनवरी को होगी. शुक्रवार की बैठक में सरकार ने किसान संगठन के नेताओं से कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चल रहे मामले में पार्टी बनना चाहिए. 

किसान नेताओं ने सरकार से साफ शब्दों में कह दिया है कि इस मामले में हम सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) जाएंगे या नहीं यह फैसला सभी 40 किसान संगठन के नेता एक साथ मिलकर करेंगे.

किसानों ने साफ किया है कि वह अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे. किसानों की ओर से वार्ता में शामिल किसान नेता बलवंत सिंह बहरामके ने कुछ ऐसा ही रुख जाहिर किया. बहरामके ने अपनी टेबल पर डायरी पर पंजाबी में लिख रख था कि हम मरेंगे या जीतेंगे. किसान नेताओं की यह दृढ़ता दिखा रही है कि सरकार भले ही वार्ता को लंबा खींचकर उन्हें थकाने और अलग-थलग करने का प्रयास करेंगे. लेकिन वे डिगने वाले नहीं हैं.

पिछले 44 दिनों से जारी किसान आंदोलन (Farmers Protest) को खत्म कराने के लिए केंद्र और किसान नेताओं के बीच 8वें दौर की बातचीत हुई. बैठक में 40 किसान नेताओं ने हिस्सा लिया. केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा रेल एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्यमंत्री सोम प्रकाश ने इस बैठक में शिरकत की. किसानों ने मांगें नहीं मानने पर गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर राजधानी में ट्रैक्टर रैली निकालने की धमकी दे रखी है. किसानों के साथ अगले दौर की बैठक 15 जनवरी को होगी.

Sitamarhi: सड़क किनारे बोरे में बंद मिला कॉलेज स्टूडेंट का शव।

Sitamarhi: राज्य में बढ़ते अपराध का कहर ऐसा है कि जमीनी विवाद में युवक को गोली मारने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि 36 घंटे के अंदर सीतामढ़ी (Sitamarhi) में कॉलेज छात्रा की गला रेतकर हत्या की वारदात सामने आ गई. आज (शुक्रवार) सुबह सड़क किनारे युवती का शव मिलने से शहर में सनसनी फ़ैल गई. घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में कर तफ्तीश में जुट गई है.

रांची के जंगल में मिली युवती की सिर कटी नग्न लाश, पुलिस जांच में जुटी

इस घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मृतका मंजू कुमारी शहर से आधा किमी पर स्थित बरियारपुर कॉलेज में अध्ययनरत थी. वह स्नातक प्रथम पार्ट की छात्रा थी. कल (गुरूवार) वह घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थी. देर शाम तक वह घर नहीं लौटी. परिजन काफी खोजबीन किए, लेकिन नहीं मिली. आज सुबह बरियारपुर के समीप ही सड़क किनारे उसका शव मिला है.शव एक बोरा में बंद था.

मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि गला रेतकर छात्रा की हत्या की गई है. मामले की जांच की जा रही है. घटनास्थल पर पहुंचे छात्रा के माता – पिता का रो-रो कर बुरा हाल है .

Ritesh Deshmukh: साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए एक्टर, फैंस को दी सावधान रहने की नसीहत

Mumbai: बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) ने नए साइबर फ्रॉड के बारे में लोगों को चेताया, जिसमें अधिकतर सत्यापित सेलेब्रिटीज अकांउट्स को निशाना बनाया जा रहा है और लोग इसके झांसे में तभी आ रहे हैं, जब वे पेज पर दिए गए एक लिंक पर क्लिक कर रहे हैं. रितेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, “इंस्टाग्राम के डायरेक्ट मैसेज में मुझे यह मिला – हैशटैगसाइबरफ्रॉड हैशटैगबिवेयर.”

अभिनेता (Ritesh Deshmukh) द्वारा साझा किए गए इस मैसेज के स्क्रीनशॉट पर लिखा है, “आपके अकाउंट के एक पोस्ट में कॉपीराइट उल्लंघन के होने का पता चलता है. अगर आपको लगता है कि यह गलत है, तो आप इस पर अपनी प्रतिक्रिया दें, नहीं तो आपका अकाउंट 24 घंटे के अंदर बंद हो जाएगा. आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपना फीडबैक दे सकते हैं. आपकी समझदारी के लिए आपका शुक्रिया.”

साइबर फ्रॉड से सावधान रहें

रितेश (Ritesh Deshmukh) ने अपने एक अलग ट्वीट में इसके बारे में लोगों को सावधान करते हुए लिखा, “इंस्टाग्राम के सभी यूजर्स इस नए साइबर फ्रॉड से सावधान रहें. मुझे एक ऐसा ही डायरेक्ट मैसेज मिला है, लेकिन खुशकिस्मती से मैंने दिए गए लिंक पर क्लिक नहीं किया है.”

कई सेलेब्स की हस्तियों के साथ साइबर फ्रॉड

हाल ही में बॉलीवुड की कई हस्तियों के साइबर फ्रॉड के झांसे में आने का मामला सामने आया है, जिसके तहत इनके इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक अकाउंट को निशाना बनाया जा रहा है. इस लिस्ट में फिल्मकार आनंद एल राय, अभिनेता विक्रांत मैसी और उर्मिला मातोंडकर, कोरियोग्राफर-निर्देशक फराह खान और गायक आशा भोंसले और अंकित तिवारी शामिल हैं.

Malaika Arora का हॉट फोटोशूट हॉटनेस का ओवरडोज प्राकृतिक रूप से Breast Size को कैसे कम करें इन खाद्य पदार्थों के साथ अपने Sexual Health में सुधार करें Janhvi Kapoor एसिड येलो में स्टनिंग लगी Alia Bhatt ने हरे रंग के कट-आउट गाउन में ग्लैमर का तड़का लगाया Disha Patani; बीच डेस्टिनेशन पर छुट्टियां मना रही अभिनेत्री विश्वसुंदरी Aishwarya ने वैश्विक मंच पर किया राज