जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के बारामूला (Baramulla) जिले में सनसनीखेज घटना सामने आई है। जिले के पाट्टन इलाके में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई है। मामला दम घुटने का बताया जा रहा है। पुलिस ने इस घटना में संदिग्ध मौत का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही बाकी कारणों का पता चलेगा।
घटना Jammu and Kashmir के पाट्टन इलाके की है
जानकारी के अनुसार Jammu and Kashmirके पाट्टन इलाके के गांव नेहालपोरा में रात को मोहम्मद मकबूल अपनी पत्नी और बेटे के साथ रात का खाना खाकर सो गया। सुबह काफी देर तक वह घर से बाहर नहीं आए। इससे मोहल्ले के लोगों को शक हुआ। उसके बाद अंदर जाकर देखा तो तीनों बिस्तर पर बेसुध पड़े हुए थे। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन जांच के दौरान डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
दम घुटने से मौत होने की आशंका
पुलिस को कमरे के अंदर एक अंगीठी भी मिली है। माना जा रहा है कि वह रात को कमरे में अंगीठी जलाकर सो गए थे। इससे की अंदर गैस बन गई और तीनों की दम घुटने से मौत हुई है। पुलिस का कहना है कि बाकी मामले का पता पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।
कश्मीर में कई बार हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
बता दें कि जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में सर्दी के मौसम में ठंड से बचने के लिए लोग अंगीठी कमरे में जलाकर लोग सो जाते हैं। इस कारण पहले भी कई बार लोगों की मौत हो चुकी है। इस मामले को वैसे ही देखा जा रहा है।
ब्रिटेन सरकार ने लोगों को नए वायरस (Corona virus New Strain) की चेतावनी पहले ही दी थी जो पुराने स्ट्रेन के मुकाबले 70% ज्यादा संक्रामक है। हालांकि, इसके अलावा हाल ही में छुट्टियों और त्योहारों का दौर चलना भी मामले बढ़ने का बड़ा कारण बताया जा रहा है। इस दौरान सफर करने के लिए दी गई छूट और सोशल डिस्टेंसिंग में ढील की भारी कीमत लोगों को चुकानी पड़ी है। ‘तीसरी वेव’ बताई जा रही आपदा से अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा गई है। यहां तक कि PM जॉनसन ने यह भी बताया है कि महामारी के शुरुआती दौर से ज्यादा दबाव अब अस्पतालों पर पड़ रहा है।
मामले बढ़ने के साथ मरने वालों की संख्या में भी दिसंबर के महीने में तेजी देखी गई है। 30 दिसंबर को देश में 982 मौतें हुईं जो अप्रैल के बाद सबसे ज्यादा थी। हालांकि, मृत्युदर पहली वेव की तुलना में कम रही। माना जा रहा है कि जल्दी डिटेक्ट होने की वजह से नतीजा रहा है। हालांकि, महामारी शुरू होने के बाद अब पहली बार खतरे के स्तर को बढ़ाकर लेवल 5 घोषित कर दिया गया है जो पिछले साल मई में लागू किए गए कोविड अलर्ट सिस्टम में सबसे ज्यादा है।
ब्रिटेन में वैक्सिनेशन का काम शुरू हो चुका है। 1 जनवरी तक देश में Pfizer की कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक 10 लाख लोगों को दी जा चुकी थी। ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुराक देने के लिए तीन महीने के अंतराल पर दूसरी खुराक देने का फैसला किया गया है। देश में Pfizer के अलावा ऑक्सफर्ड-AstraZeneca की कोरोना वायरस वैक्सीन देने का काम शुरू किया जा चुका है।
देश में गंभीर होते हालात को देखते हुए भारत दौरा रद्द करने वाले PM जॉनसन ने फरवरी के मध्य तक नया स्टे-ऑन-होम लॉकडाउन लगाया है और लोगों से घर में रहने की अपील की। मंगलवार से स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी, ऑनलाइन ही चलेंगे। लॉकडाउन की घोषणा के साथ अब लोगों का घर से बाहर निकलना लगभग बंद हो जाएगा। सिर्फ़ ज़रूरी काम से ही लोग बाहर निकल सकेंगे।
न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, जॉनसन (Boris johnson) अब भारत नहीं आएंगे। जॉनसन ने सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से फोन पर बात की। उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि वे इस महीने भारत नहीं आ पाएंगे।
उन्होंने कहा कि कोरोना (Corona) की वजह से अभी देश में दोबारा लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया है। जिस तरह ब्रिटेन (Britain) में कोरोना का नया स्ट्रेन (Corona Virus New Strain) फैल रहा है, उस हिसाब से मेरा देश में रहना जरूरी है। इससे वे यहां के हालात पर ध्यान दे पाएंगे।
कुछ समय बाद दौरे की उम्मीद
बोरिस जॉनसन (Boris johnson) ने कहा कि उम्मीद है कि वे इसी साल ब्रिटेन (Britain) में होने वाली जी-7 समिट से पहले भारत का दौरा करेंगे। इस समिट में ब्रिटेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खास तौर से बुलाया है। ब्रिटेन में इन दिनों हालात बहुत मुश्किल हैं। कोरोना का नया स्ट्रेन (Corona Virus New Strain) मिलने के बाद यूरोप समेत दुनिया के कई देशों ने ब्रिटेन (Britain) से आवाजाही पर रोक लगा दी है। भारत ने भी 31 दिसंबर को उड़ानों पर रोक लगा दी थी। इससे बावजूद यह स्ट्रेन कई देशों में फैल गया है।
इसी दौरान ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन के बीच ब्रेग्जिट ट्रेड डील पूरी हुई। इसे जॉनसन की बड़ी जीत माना गया लेकिन, यूरोप से सटी सीमा पर आवाजाही बंद होने से वहां से आयात होने वाली जरूरी चीजों पर असर पड़ा।
आंदोलन कर रहे किसानों ने सांसदों से की थी अपील
नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने ब्रिटेन के सांसदों से अपील की थी कि वे गणतंत्र दिवस पर बोरिस जॉनसन को भारत आने से रोकें। दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर डटे किसानों ने सांसदों को पत्र लिखा था। इसमें लिखा था कि ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री 26 जनवरी को भारत आने वाले हैं। हमारी अपील है कि जब तक भारत सरकार किसानों की मांग नहीं मानती है, उन्हें भारत आने से रोका जाए।
डाइट और नींद एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। जितनी Healthy Diet होगी, उतनी ही बेहतर नींद आएगी। Healthy Diet और हेल्दी स्लीप (Healthy Sleep) आपके हेल्थ बिहेवियर को बेहतर बनाते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादा शुगर, सेचुरेटेड फैट और कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट आपकी अच्छी नींद को बर्बाद कर सकते हैं। हरी-पत्तेदार सब्जियां, फाइबर और अन-सैचुरेटड फैट वाली डाइट जैसे- नट्स, ऑलिव ऑयल और मछली को खाने में शामिल करने से अच्छी नींद मिलती है।
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया है कि इनसोम्निया के और भी कई फैक्टर्स हैं। अनकंट्रोल्ड डाइट के चलते शरीर में कई तरह के बदलाव आ रहे हैं। इस वजह से भी लोग इनसोम्निया की चपेट में आ रहे हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डाइट की वजह से आपका स्लीप पैटर्न बदल सकता है और इससे डाइट के पैटर्न पर भी फर्क पड़ता है। यानी अगर आप खाने-पीने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं तो इसके दोहरे नुकसान हैं।
अच्छी नींद के लिए जूझ रहे लोगों पर हुई स्टडी में जो बातें सामने आईं हैं, वो डाइट से ही जुड़ी हुई हैं। स्टडी में कुछ लोगों को खुद के हिसाब से खाना खाने को कहा गया। इस दौरान उनके स्लीप पैटर्न को नोटिस किया गया। लोगों की डाइट में प्रोटीन, सब्जी-फल की कमी और शुगर युक्त फूड की मात्रा ज्यादा पाई गई। जिन लोगों ने हरी-पत्तेदार सब्जियां, फाइबर और अन-सैचुरेटड फैट वाली Healthy Diet लीं, उनका नींद पैटर्न बेहतर मिला, जबकि अनकंट्रोल्ड डाइट लेने वालों की नींद पैटर्न बिगड़ा हुआ मिला।
कीवी फ्रूट की कंपनी जेसपरी इंटरनेशनल ने एक स्टडी की थी। इसमें उन्होंने 4 हफ्तों तक लोगों को सोने से एक घंटे पहले कीवी फल खाने को दिया। इस दौरान उनकी नींद में सुधार देखने को मिला। कीवी में एंटीऑक्सीडेंट (Antioxident) होते हैं, यानी एंटीऑक्सीडेंट वाली चीजों को डाइट में शामिल करने से नींद पैटर्न ठीक रहता है। इसी तरह से चेरी जूस पीने से इनसोम्निया से जूझ रहे लोगों की नींद बेहतर हुई। उनके शरीर में ट्रायटोफेन की मात्रा बढ़ी। यह एक तरह का अमीनो एसिड है, जो अच्छी नींद के लिए फायदेमंद है।
फास्ट फूड से आलस और अच्छा खाना खाने से गहरी नींद आती है
अमेरिका में नींद पर शोध करने वाली डॉक्टर सेंट ओन्जे कहती हैं कि अगर लोग अपने आहार में ज्यादा शुगर और कार्ब्स वाली डाइट जैसे- ब्रेड, पेस्ट्री, पास्ता शामिल करते हैं तो आलसी हो सकते हैं। वहीं, अच्छा खाना, फाइबर और प्रोटीन युक्त डाइट लेने से गहरी नींद आती है। कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट फूड खाने से ब्लड और शुगर लेवल नॉर्मल रहता है, जिससे नींद बेहतर होती है। सोने से 1 घंटा पहले केला, शहद, कीवी खाएं या गर्म दूध पीएं, इससे अच्छी नींद आ आएगी।
मेडिटेरियन डाइट लेने से नींद अच्छी आती है। यदि आप Healthy Diet पैटर्न में सब्जियां, फूड ग्रेन और दूध- दही ले रहे हैं तो इसे ही मेडिटेरियन डाइट कहा जाता है। एक स्टडी में पाया कि जो लोग इस तरह की डाइट फॉलो करते हैं, उन्हें कभी भी इनसोम्निया या नींद की समस्या से जूझना नहीं पड़ता है। हालांकि, इसे लेकर अभी और रिसर्च की जरूरत है। किंग्स कॉलेज लंदन में हुई एक स्टडी के मुताबिक, अच्छी नींद से विल पावर बढ़ती है। खाने की आदत भी बदल जाती है।
New Delhi: देश मे कोरोना वायरस के यूके स्ट्रेन (Corona Virus New Strain) के 9 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद यूके स्ट्रेन के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है. जानकारी के अनुसार, यह सभी 9 नए मामले CSIR की IGIB, दिल्ली की लैब से सामने आए हैं. गौरतलब है कि ब्रिटेन से हाल में दिल्ली लौटे कुछ लोगों के कोरोना वायरस के नए प्रकार से (Corona Virus New Strain) संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. यह जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को दी थी.
दरअसल, ब्रिटेन से लौटने वाले कई लोगों ने गलत या अधूरा पता और मोबाइल नंबर दिया है, इस कारण से इनका पता लगाने में मुश्किल पेश आ रही है. अधिकारियों ने बताया कि 25 नवंबर से आईजीआई हवाई अड्डा पहुंचे करीब 14,000 में से 3900 से ज्यादा यात्रियों ने दिल्ली का पता बताया है.
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “कई मामलों में जिला स्तरीय टीमें ब्रिटेन से लौटे शख्स द्वारा दिए गए पते या मोबाइल नंबर से उसका पता नहीं लगा सकीं, क्योंकि ये विवरण अधूरा है. उनका जल्द से जल्द पता लगाने की कोशिशें की जा रही हैं.” दिल्ली में ब्रिटेन से लौटे लोगों का पता लगाकर उनकी जांच करने के लिए जिला स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है.
Jharkhand: झारखंड के रांची में (Ranchi) एक युवती की सिरकटी लाश मिलने से हड़कंप (Woman Murder in Ranchi) मच गया। मामला ओरमांझी थाना इलाके के जिराबार जंगल का है। महिला का शव नग्न अवस्था में मिला है और सिर की तलाश जारी है। पुलिस (Jharkhand Police) की टीम लगातार जांच में जुटी हुई है। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है, खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। फिलहाल महिला का सिर का अभी तक पता नहीं चला है।
युवती की अब तक पहचान नहीं
ऐसी आशंका जताई जा रही कि करीब 18 से 20 वर्षीय युवती की हत्या कहीं और करने के बाद शव को जंगल में लाकर फेंक दिया गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जांच में महिला का शव पूरी तरह से नग्न अवस्था में मिला। इसका सिर भी गायब था। पुलिस के साथ फॉरेंसिंक टीम और डॉग स्क्वॉयड को भी जांच लगाया गया है।
शव के डीएनए को रखवाया सुरक्षित
इस संबंध में सिल्ली के डीएसपी चंद्रशेखर ने बताया कि एक हफ्ते के अंदर रांची में जितनी भी महिलाओं और युवतियों के लापता होने का मामला दर्ज हुआ है, उनकी तस्वीर और विस्तृत जानकारी मंगाई जा रही है। शव के डीएनए को भी सुरक्षित रखवाया गया है, जल्द ही युवती की पहचान हो जाने और घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की शिनाख्त हो जाने की संभावना है। जानकारी के मुताबिक, रविवार देर रात तक न तो लड़की के कटे सिर का कहीं पता चल पाया है और न ही हत्यारों का कोई सुराग ही मिल पाया है। बताया गया है कि जब तक लड़की का सिर नहीं मिल जाता है, तब तक उसकी पहचान मुश्किल है।