Bihar Board 12th Result 2025: बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) आज 25 मार्च को बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट (कक्षा 12) के नतीजे घोषित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्र आधिकारिक वेबसाइट interresult2025.com और interbiharboard.com के जरिए बीएसईबी इंटर रिजल्ट 2025 डाउनलोड कर सकते हैं।
राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार बिहार बोर्ड रिजल्ट 2025 की घोषणा करेंगे। घोषणा के दौरान शिक्षा मंत्री के साथ बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर भी मौजूद रहेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोर्ड रिजल्ट डेटा, टॉपर्स के नाम, पुनर्मूल्यांकन और पूरक परीक्षा की जानकारी की घोषणा करेगा। उसके बाद आधिकारिक वेबसाइट पर बिहार बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2025 का लिंक एक्टिवेट हो जाएगा।
Bihar Board 12वीं की परीक्षा 2025 1 से 15 फरवरी तक विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। परीक्षाएं दो पालियों में आयोजित की गईं, जो सुबह 9:30 बजे और दोपहर 2 बजे शुरू हुईं। छात्रों को पंद्रह मिनट का कूल-ऑफ पीरियड मिला (पहली पाली में सुबह 9:30 बजे से 9:45 बजे तक और दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से 2:15 बजे तक)। बिहार भर में 1,677 केंद्रों पर लगभग 12,92,313 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 6,41,847 लड़कियां और 6,50,466 लड़के हैं जो बीएसईबी इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के लिए पंजीकृत हैं।
पिछले साल, 2024 बिहार बोर्ड 12वीं रिजल्ट का पास प्रतिशत 87.21% था। स्ट्रीमवाइज, साइंस के लिए परिणाम 87.7%, कॉमर्स के लिए 94.88% और आर्ट्स के लिए 86.15% थे।
Bihar Board 12th Result 2025 कैसे डाउनलोड करें?
Bihar Board के नतीजों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ (जैसा कि ऊपर बताया गया है)।
होमपेज पर उपलब्ध BSEB इंटर रिजल्ट लिंक या बिहार बोर्ड 12वीं रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।
अपना रोल कोड, रोल नंबर और शायद अपना नाम निर्दिष्ट फ़ील्ड में दर्ज करें।
इतिहास, सिनेमा और शासन का संगम अब प्रमुख रूप से उभर रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक महाकाव्य Chhava की विशेष स्क्रीनिंग देखने जा रहे हैं, जिसमें बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता विक्की कौशल मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। यह विशेष स्क्रीनिंग भारतीय संसद के प्रतिष्ठित प्रांगण में आयोजित की जाएगी, जो न केवल इस फिल्म के सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करती है, बल्कि ऐतिहासिक कहानियों के माध्यम से राष्ट्रीय चेतना को आकार देने की भूमिका को भी दर्शाती है।
Chhava एक सिनेमाई कृति के रूप में उभर रहा है, जो छत्रपति संभाजी महाराज के शौर्य और बलिदान को पुनः जीवंत करता है। इस फिल्म की संसद में स्क्रीनिंग का निर्णय सिनेमा को शिक्षा, सांस्कृतिक संरक्षण और राष्ट्रीय गर्व का माध्यम मानने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सामग्री की तालिका
‘Chhava’ का महत्व और ऐतिहासिक संदर्भ
कौन थे छत्रपति संभाजी महाराज?
इस फिल्म के सिनेमाई पक्ष में जाने से पहले, यह जानना आवश्यक है कि छावा जिस ऐतिहासिक चरित्र को जीवंत करता है, वह कौन थे। छत्रपति संभाजी महाराज, महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र थे, जिन्होंने मुगलों के अत्याचार के खिलाफ जबरदस्त प्रतिरोध किया और मराठा साम्राज्य के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अद्वितीय बहादुरी, बुद्धिमत्ता और बलिदान ने उन्हें भारतीय इतिहास के महानतम योद्धाओं में स्थान दिलाया।
लक्ष्मण उटेकर द्वारा निर्देशित Chhava संभाजी महाराज की जीवन यात्रा, उनकी लड़ाइयों, संघर्षों और अपने लोगों के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह फिल्म शिवाजी सावंत के प्रसिद्ध मराठी उपन्यास छावा पर आधारित है, जो उनके जीवन की गहन व्याख्या प्रस्तुत करता है।
संसद में विशेष स्क्रीनिंग: एक ऐतिहासिक अवसर
यह स्क्रीनिंग क्यों महत्वपूर्ण है?
संसद में किसी फिल्म की स्क्रीनिंग एक दुर्लभ घटना होती है, जो आमतौर पर उन फिल्मों के लिए आयोजित की जाती है जो सांस्कृतिक, ऐतिहासिक या सामाजिक रूप से अत्यधिक महत्वपूर्ण होती हैं। Chhava की स्क्रीनिंग में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति यह दर्शाती है कि सरकार सिनेमा को एक शैक्षिक और प्रेरणादायक माध्यम के रूप में मान्यता देती है। यह आयोजन न केवल मराठा वीरों के योगदान का सम्मान करता है, बल्कि भारत की समृद्ध विरासत को सिनेमा के माध्यम से प्रस्तुत करने के महत्व को भी दर्शाता है।
स्क्रीनिंग की तारीख और स्थान
यद्यपि सटीक तिथि अभी घोषित नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह स्क्रीनिंग आगामी हफ्तों में होने की संभावना है। संसद का प्रांगण, जो भारतीय लोकतंत्र का प्रतीक है, इस शक्तिशाली कथा को देखने के लिए एक उपयुक्त स्थान होगा।
कौन-कौन होगा उपस्थित?
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा, इस स्क्रीनिंग में प्रमुख राजनीतिक हस्तियां, सांसद, इतिहासकार और प्रभावशाली सांस्कृतिक व्यक्तित्व उपस्थित रहेंगे। विक्की कौशल, निर्देशक लक्ष्मण उटेकर और फिल्म की निर्माण टीम की उपस्थिति इस आयोजन को और भी भव्य बनाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी की ‘Chhava’ की सराहना
प्रधानमंत्री का समर्थन
प्रधानमंत्री मोदी अक्सर भारतीय इतिहास को संरक्षित करने और राष्ट्रीय नायकों को सम्मानित करने के महत्व पर जोर देते रहे हैं। दिल्ली में आयोजित 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने छावा का जिक्र करते हुए कहा था, “इन दिनों तो ‘छावा’ की धूम मची हुई है।” इस बयान ने न केवल फिल्म के प्रभाव को मान्यता दी, बल्कि इसकी पहुंच को भी व्यापक बना दिया।
ऐतिहासिक फिल्मों के प्रति प्रधानमंत्री की रुचि
प्रधानमंत्री मोदी पहले भी उन फिल्मों की सराहना कर चुके हैं जो राष्ट्रीय भावना और ऐतिहासिक विषयों को प्रस्तुत करती हैं। Chhava को उनकी स्वीकृति इतिहास को कला के माध्यम से प्रस्तुत करने के उनके व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है। उनकी इस स्क्रीनिंग में उपस्थिति यह दर्शाती है कि वे कहानी कहने की शक्ति को देशभक्ति और गौरव को प्रेरित करने वाले एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में देखते हैं।
प्रधानमंत्री की सराहना पर विक्की कौशल की प्रतिक्रिया
विक्की कौशल, जिन्होंने इससे पहले उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक जैसी फिल्मों में प्रभावशाली भूमिकाएं निभाई हैं, प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा से अत्यंत भावुक हो गए। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के भाषण का एक अंश साझा करते हुए लिखा, “शब्दों से परे सम्मानित! आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आभारी हूं। #छावा।”
भूमिका के लिए विक्की कौशल की तैयारी
छत्रपति संभाजी महाराज के चरित्र को प्रामाणिक रूप से प्रस्तुत करने के लिए, विक्की कौशल ने गहन प्रशिक्षण लिया, जिसमें घुड़सवारी, तलवारबाजी और मराठी भाषा की बारीकियों को सीखना शामिल था। उनके इस समर्पण की दर्शकों और समीक्षकों द्वारा सराहना की गई है, और प्रधानमंत्री मोदी की मान्यता उनके करियर में एक और उपलब्धि जोड़ती है।
‘Chhava’ की सांस्कृतिक छाप
बॉक्स ऑफिस पर सफलता और दर्शकों की प्रतिक्रिया
14 फरवरी 2025 को रिलीज़ हुई छावा ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया, और पहले ही हफ्ते में ₹300 करोड़ से अधिक की वैश्विक कमाई कर ली। इस फिल्म की शानदार कहानी, अद्भुत दृश्य और जबरदस्त अभिनय ने इसे सभी आयु वर्गों के दर्शकों का पसंदीदा बना दिया है।
मनोरंजन से परे इसका प्रभाव
छावा सिर्फ एक फिल्म नहीं है, बल्कि इसने उन ऐतिहासिक नायकों पर चर्चा शुरू कर दी है, जिन्हें उचित पहचान नहीं मिली। इस फिल्म की सफलता ने मराठा इतिहास में लोगों की रुचि को पुनर्जीवित किया है, और कई शिक्षण संस्थानों में संभाजी महाराज पर चर्चा बढ़ी है।
सिनेमा की शक्ति यह है कि यह इतिहास को आज के दर्शकों के लिए अधिक प्रासंगिक और भावनात्मक रूप से जुड़ने योग्य बनाता है। Chhava जैसी फिल्में अतीत की घटनाओं से दर्शकों को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम बनती हैं। इस फिल्म की संसद में स्क्रीनिंग इसका प्रमाण है।
सरकार द्वारा ऐतिहासिक फिल्मों को बढ़ावा
भारतीय सरकार ऐतिहासिक विषयों पर आधारित फिल्मों को प्रोत्साहित कर रही है। कर छूट से लेकर राज्य-प्रायोजित प्रचार तक, फिल्म निर्माताओं को इतिहास को जीवंत करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। Chhava को मिली मान्यता इस नीति के अनुरूप है।
निष्कर्ष
संसद में छावा की विशेष स्क्रीनिंग, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित होंगे, केवल एक राजनीतिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक उपलब्धि भी है। यह दर्शाता है कि सिनेमा कैसे राष्ट्रीय पहचान को आकार दे सकता है, जनता को शिक्षित कर सकता है और छत्रपति संभाजी महाराज जैसे वीरों के योगदान को उजागर कर सकता है।
शक्तिशाली कहानी, अद्भुत दृश्यों और शानदार अभिनय से भरपूर Chhava केवल एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा आंदोलन है जो इतिहास को नई पीढ़ी के सामने ला रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति इस बात की पुष्टि करती है कि सिनेमा प्रेरणा, शिक्षा और राष्ट्रीय गौरव का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्टैंड-अप कॉमेडियन Kunal Kamra द्वारा किए गए ‘देशद्रोही’ वाले व्यंग्य पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “व्यंग्य समझ में आता है, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए।” शिंदे ने यह भी उल्लेख किया कि महाराष्ट्र की जनता ने तय कर लिया है कि गद्दार कौन है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कॉमेडी करने का अधिकार है, लेकिन अगर यह जानबूझकर किसी को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है, तो यह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमाएं होती हैं, और अपमानजनक बयान देना उचित नहीं है।
इस विवाद के संदर्भ में, शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने मुंबई के खार इलाके में स्थित उस स्टूडियो और होटल में तोड़फोड़ की, जहां कामरा का वीडियो शूट हुआ था। इसके अलावा, Kunal Kamra के खिलाफ एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई है। शिवसेना नेता राहुल कनाल ने खार पुलिस स्टेशन में कुणाल कामरा, आदित्य ठाकरे, संजय राउत और राहुल गांधी के खिलाफ उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज कराने की मांग की है, आरोप लगाते हुए कि इन नेताओं ने एकनाथ शिंदे का अपमान किया है।
विपक्षी नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अगर किसी को आपत्ति है, तो उन्हें एफआईआर दर्ज करनी चाहिए और कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए, न कि तोड़फोड़ जैसी गतिविधियों में शामिल होना चाहिए। उन्होंने इसे असहिष्णुता का उदाहरण बताया और कहा कि कानून और व्यवस्था को हाथ में लेना गलत है।
इस विवाद ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और उसकी सीमाओं पर एक महत्वपूर्ण बहस छेड़ दी है, जिसमें विभिन्न पक्षों से मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र में India ने पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर पर बार-बार किए जाने वाले झूठे दावों को सख्ती से खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि यह मुद्दा पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है। भारत के स्थायी मिशन के प्रतिनिधि ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र मंच का दुरुपयोग कर रहा है और अपनी घरेलू विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए झूठा प्रचार करने में लगा हुआ है।
India के स्थायी मिशन के प्रतिनिधि ने स्पष्ट रूप से कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा हैं और पाकिस्तान को अवैध रूप से कब्जा किए गए क्षेत्रों को तुरंत खाली करना चाहिए। भारतीय प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र मंच का दुरुपयोग करने के लिए पाकिस्तान की निंदा की और कहा कि उसे पहले आतंकवाद को बढ़ावा देने और मानवाधिकार उल्लंघन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। भारत ने यह भी दोहराया कि पाकिस्तान बार-बार झूठे और भ्रामक दावे कर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की कोशिश करता है, लेकिन सच्चाई यह है कि पाकिस्तान अवैध कब्जे के माध्यम से कश्मीर में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहा है।
भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान का व्यवहार संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के खिलाफ है, क्योंकि वह बार-बार झूठे दावे करके और आतंकवाद को बढ़ावा देकर अंतरराष्ट्रीय शांति को खतरे में डाल रहा है।
पाकिस्तान की भ्रामक रणनीति
India ने संयुक्त राष्ट्र में यह भी उजागर किया कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर झूठ फैलाकर और फर्जी आंकड़े देकर वैश्विक समुदाय को गुमराह करने की कोशिश करता है। हालांकि, विश्व अब पाकिस्तान की ‘फेक नैरेटिव’ (झूठे कथानक) को पहचान चुका है और उसकी विश्वसनीयता पहले ही गिर चुकी है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में एक मजबूत और स्पष्ट रुख अपनाया है, जिसमें उसने पाकिस्तान को कश्मीर पर झूठ फैलाने से बाज आने और अपने अवैध कब्जे वाले क्षेत्रों को तुरंत खाली करने के लिए कहा है। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान को यह भी याद दिलाया कि वह आतंकवाद को बढ़ावा देने के अपने कृत्यों पर ध्यान केंद्रित करे, बजाय इसके कि वह संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक मंचों का दुरुपयोग करे।
Drumstick leaves, जिन्हें आमतौर पर मोरिंगा पत्तियां कहा जाता है, पोषण का खजाना हैं और पारंपरिक चिकित्सा में सदियों से उपयोग किए जा रहे हैं। ये पत्तियां मोरिंगा ओलीफेरा वृक्ष से प्राप्त होती हैं, जिसे इसके असंख्य स्वास्थ्य लाभों के कारण “चमत्कारी वृक्ष” कहा जाता है। आवश्यक पोषक तत्वों, एंटीऑक्सीडेंट और औषधीय गुणों से भरपूर, Drumstick leaves आपके आहार में शामिल किए जाने योग्य एक सुपरफूड हैं। इस लेख में, हम Drumstick leaves खाने के अद्भुत लाभों का अन्वेषण करेंगे और जानेंगे कि इन्हें अपने दैनिक आहार में क्यों शामिल करना चाहिए।
सामग्री की तालिका
ड्रमस्टिक के पत्तों का पोषण मूल्य
Drumstick leaves आवश्यक विटामिन और खनिजों का खजाना हैं। इनमें शामिल हैं:
विटामिन A – दृष्टि सुधारता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
विटामिन C – प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और संक्रमण से बचाता है
विटामिन E – त्वचा को स्वस्थ रखता है और ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ता है
कैल्शियम – हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है
आयरन – एनीमिया को रोकने और रक्त संचार में सुधार करने में मदद करता है
पोटैशियम – रक्तचाप को नियंत्रित करता है
प्रोटीन – मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक
एंटीऑक्सीडेंट – मुक्त कणों से लड़ने और सूजन को कम करने में मदद करता है
Drumstick leaves खाने के स्वास्थ्य लाभ
1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
Drumstick leaves विटामिन C से भरपूर होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। इनकी जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी विशेषताएं शरीर को हानिकारक रोगाणुओं से बचाती हैं।
2. पाचन स्वास्थ्य में सुधार करता है
ये पत्तियां कब्ज, सूजन और अपच जैसी पाचन समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपाय के रूप में कार्य करती हैं। इनमें मौजूद फाइबर पाचन को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है और आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
3. वजन घटाने में सहायक
Drumstick leaves कम कैलोरी और उच्च फाइबर वाले होते हैं, जिससे ये वजन घटाने के आहार में एक बेहतरीन विकल्प बनते हैं। ये भूख को नियंत्रित करने और स्वस्थ चयापचय को बनाए रखने में मदद करते हैं।
Drumstick leaves मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होते हैं क्योंकि वे रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इनमें मौजूद पौधों के यौगिक इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करते हैं और रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित रखते हैं।
5. हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
इन पत्तों में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, रक्तचाप को नियंत्रित करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। इनमें मौजूद पोटैशियम स्वस्थ रक्त संचार बनाए रखने में सहायक होता है।
6. त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार करता है
ड्रमस्टिक के पत्तों में मौजूद विटामिन और खनिज स्वस्थ त्वचा और बालों को बनाए रखते हैं। विटामिन A और E उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं, जबकि आयरन बालों के झड़ने को रोकने और स्कैल्प स्वास्थ्य में सुधार करता है।
7. हड्डियों को मजबूत बनाता है
कैल्शियम और फॉस्फोरस से भरपूर, Drumstick leaves हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। ये विशेष रूप से बढ़ते बच्चों और ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त बुजुर्गों के लिए फायदेमंद होते हैं।
8. शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है
ड्रमस्टिक के पत्तों में विषहरण गुण होते हैं, जो यकृत और गुर्दे की सफाई में मदद करते हैं, और शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं। ये रक्त को शुद्ध करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मदद करते हैं।
9. सूजन को कम करता है
पुरानी सूजन गठिया, मधुमेह और हृदय रोग जैसी विभिन्न बीमारियों से जुड़ी होती है। ड्रमस्टिक के पत्तों में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
ड्रमस्टिक के पत्तों में उच्च स्तर के एंटीऑक्सीडेंट और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाते हैं, स्मृति को बढ़ाते हैं और अल्जाइमर जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों को रोकते हैं।
अपने आहार में ड्रमस्टिक के पत्तों को कैसे शामिल करें?
ड्रमस्टिक के पत्तों का सेवन विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है:
स्मूदी – ताजे ड्रमस्टिक के पत्तों को फलों के साथ मिलाकर पौष्टिक ड्रिंक बनाएं।
सूप – इन्हें सूप और शोरबे में डालें ताकि अतिरिक्त स्वास्थ्य लाभ मिल सकें।
सलाद – ताजे पत्तों को सलाद में मिलाकर पौष्टिकता बढ़ाएं।
चाय – सूखे ड्रमस्टिक के पत्तों को उबालकर हर्बल चाय बनाएं।
करी और सब्जी – इन्हें मसालों के साथ पकाकर स्वादिष्ट व्यंजन बनाएं।
पाउडर फॉर्म – सूखे ड्रमस्टिक पत्तों के पाउडर को व्यंजनों और पेय में मिलाएं।
निष्कर्ष
Drumstick leaves एक पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड हैं, जिनके असाधारण स्वास्थ्य लाभ हैं। ये प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने, पाचन में सुधार करने, वजन घटाने में सहायता करने, रक्त शर्करा को नियंत्रित करने और हृदय, त्वचा और हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल करना आसान है और ये आपके समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने का एक प्राकृतिक तरीका प्रदान करते हैं। ड्रमस्टिक के पत्तों को अपने आहार का नियमित हिस्सा बनाएं और इनके असंख्य स्वास्थ्य लाभों का आनंद लें।
Heat Stroke एक गंभीर गर्मी से संबंधित बीमारी है, जो समय पर इलाज न मिलने पर जानलेवा हो सकती है। यह तब होता है जब शरीर की तापमान नियंत्रक प्रणाली अत्यधिक गर्मी, अत्यधिक शारीरिक परिश्रम या पानी की कमी के कारण विफल हो जाती है। बढ़ते वैश्विक तापमान के कारण, Heat Stroke आम होता जा रहा है, इसलिए इसे रोकने और प्रभावी ढंग से इलाज करने की समझ होना आवश्यक है। यह गाइड आपको हीट स्ट्रोक के लक्षण, कारण, प्राथमिक उपचार और दीर्घकालिक रोकथाम रणनीतियों के बारे में विस्तार से बताएगा।
सामग्री की तालिका
Heat Stroke
Heat Stroke एक मेडिकल इमरजेंसी है जिसमें शरीर का तापमान 104°F (40°C) से अधिक हो जाता है। हीट एक्सॉशन के विपरीत, जिसे आराम और हाइड्रेशन से प्रबंधित किया जा सकता है, हीट स्ट्रोक के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान आवश्यक होता है क्योंकि यह अंग विफलता या मृत्यु का कारण बन सकता है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण
Heat Stroke के लक्षणों को जल्दी पहचानना प्रभावी उपचार के लिए आवश्यक है। सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
उच्च शरीर का तापमान (104°F/40°C से अधिक)
भ्रम, चक्कर आना या मानसिक अस्थिरता
तेज़ हृदय गति और सांस
गर्म, लाल और शुष्क त्वचा (पसीने का अभाव)
गंभीर सिरदर्द
मतली और उल्टी
बेहोशी या मूर्छा
मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी
हीट स्ट्रोक के कारण
हीट स्ट्रोक कई कारणों से हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:
लंबे समय तक उच्च तापमान में रहना: बिना सुरक्षा के लंबे समय तक धूप में रहने से शरीर ज़्यादा गर्म हो सकता है।
पानी की कमी: पर्याप्त पानी न पीने से शरीर का ठंडा करने का तंत्र बाधित हो जाता है।
अत्यधिक शारीरिक गतिविधि: अत्यधिक गर्मी में व्यायाम या परिश्रम करने से Heat Stroke का खतरा बढ़ जाता है।
भारी कपड़े पहनना: मोटे, गहरे रंग के या हवा न निकलने वाले कपड़े गर्मी को फंसा सकते हैं।
कुछ दवाइयों का सेवन: मूत्रवर्धक, एंटीहिस्टामाइन और एंटीडिप्रेसेंट जैसी दवाएं शरीर की गर्मी नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं।
पूर्व स्वास्थ्य स्थितियाँ: हृदय रोग, मोटापा या श्वसन संबंधी विकार वाले लोग अधिक संवेदनशील होते हैं।
हीट स्ट्रोक के लिए प्राथमिक उपचार
यदि कोई व्यक्ति Heat Stroke के लक्षण दिखा रहा है, तो तुरंत ये कदम उठाएं:
व्यक्ति को ठंडी जगह पर ले जाएं
उसे छायादार या एयर-कंडीशन्ड जगह पर ले जाएं।
शरीर को ठंडा करने के लिए अतिरिक्त कपड़े हटा दें।
शरीर का तापमान कम करें
बगल, कमर और गर्दन पर ठंडी पट्टियां या बर्फ के पैक लगाएं।
पंखे का उपयोग करते हुए ठंडे पानी का छिड़काव करें।
यदि संभव हो, तो व्यक्ति को ठंडे पानी के स्नान में डालें।
हाइड्रेशन
यदि व्यक्ति सचेत है, तो उसे ठंडा पानी या इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय धीरे-धीरे पिलाएं।
कैफीन और शराब से बचें क्योंकि ये निर्जलीकरण को बढ़ा सकते हैं।
आपातकालीन चिकित्सा सहायता लें
यदि लक्षण 15 मिनट से अधिक समय तक बने रहें या बिगड़ते जाएं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।
चिकित्सा सहायता आने तक ठंडा करने की प्रक्रिया जारी रखें।
सच्चाई: कोई भी व्यक्ति Heat Stroke का शिकार हो सकता है, चाहे वह बच्चा हो, बुजुर्ग हो, या ऑफिस में काम करने वाला व्यक्ति।
बहुत ठंडा पानी तुरंत हीट स्ट्रोक को ठीक कर सकता है।
सच्चाई: ठंडा पानी मदद करता है, लेकिन शरीर को धीरे-धीरे ठंडा करना आवश्यक है ताकि शॉक न लगे।
अधिक पसीना आने का मतलब है कि हीट स्ट्रोक नहीं होगा।
सच्चाई: पसीना शरीर को ठंडा करता है, लेकिन अत्यधिक गर्मी में शरीर का कूलिंग सिस्टम असफल हो सकता है, जिससे Heat Stroke हो सकता है।
निष्कर्ष
Heat Stroke एक गंभीर स्थिति है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इसके लक्षणों को पहचानना, प्राथमिक उपचार देना और रोकथाम के उपाय अपनाना आवश्यक है। हाइड्रेटेड रहें, उपयुक्त कपड़े पहनें और अत्यधिक गर्मी से बचें ताकि आप गर्मियों का आनंद सुरक्षित रूप से उठा सकें। संदेह की स्थिति में, तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
स्टैंड-अप कॉमेडियन Kunal Kamra को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कथित ‘अपमानजनक’ टिप्पणी के मामले में मुंबई पुलिस ने तलब किया है। यह समन उनके एक पैरोडी गीत के बाद जारी किया गया, जिसमें उन्होंने शिंदे पर कटाक्ष किया था।
कामरा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर इस पैरोडी गीत को साझा किया था, जिससे शिंदे समर्थकों में नाराजगी फैल गई। इसके परिणामस्वरूप, मुंबई में उस स्थल पर तोड़फोड़ की गई, जहां यह प्रदर्शन हुआ था, और कामरा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
Kunal Kamra को मुंबई पुलिस ने तलब किया
पुलिस के अनुसार, चूंकि कामरा इस समय महाराष्ट्र से बाहर हैं, इसलिए उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से समन भेजा गया है, जिसमें उन्हें सुबह 11 बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है। इस विवाद के बीच, कामरा ने कहा है कि वह अपनी कॉमेडी के लिए ‘माफी’ नहीं मांगेंगे, लेकिन यदि कोर्ट कहेगा तो वह ऐसा करने के लिए तैयार हैं।
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा में कहा है कि कामरा की कॉल रिकॉर्डिंग, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और बैंक स्टेटमेंट की भी जांच की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस घटना के पीछे कौन है।
इस विवाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है, जहां एक ओर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात की जा रही है, वहीं दूसरी ओर सार्वजनिक शालीनता और मानहानि के मुद्दे भी उठ रहे हैं।
विवाद कैसे शुरू हुआ?
कुणाल कामरा ने हाल ही में एक पैरोडी गीत (parody song) गाया, जिसमें उन्होंने एकनाथ शिंदे और उनकी राजनीति पर व्यंग्य किया। इस वीडियो को उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसके बाद शिंदे समर्थकों ने इसे अपमानजनक और मानहानि करने वाला बताया।
जैसे ही Kareena Kapoor ने अपनी वेकेशन की पहली तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं, फैंस उनकी खूबसूरती और लोकेशन की अद्भुत झलक देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। तस्वीरों में करीना स्टाइलिश विंटर आउटफिट्स में नजर आईं, जो उन्हें स्नो प्रिंसेस जैसा लुक दे रहे थे।
सामग्री की तालिका
सबसे ज्यादा ध्यान खींचा उनके बच्चों, तैमूर अली खान और जहांगीर (जेह) अली खान ने, जो बर्फ में खेलते और मस्ती करते हुए दिखाई दिए। दोनों बच्चों के गुलाबी गाल और मासूम मुस्कान ने सभी का दिल जीत लिया।
एक तस्वीर में करीना को अपने छोटे बेटे जेह को गोद में लिए हुए देखा गया, जबकि दूसरी तस्वीर में तैमूर स्नो एंजल बनाते हुए नजर आए। इन क्यूट मोमेंट्स को देखकर फैंस कमेंट्स में तारीफों की बारिश करने लगे।
कहां छुट्टियां मना रही हैं करीना?
Kareena Kapoor ने अपनी वेकेशन का लोकेशन ऑफिशियली शेयर नहीं किया, लेकिन तस्वीरों से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह स्विट्जरलैंड या हिमालय की खूबसूरत वादियों में हैं करीना और सैफ अक्सर छुट्टियां मनाने स्विट्जरलैंड जाते हैं, और यह जगह उनकी पसंदीदा लोकेशन्स में से एक मानी जाती है।
इस बार भी उन्होंने अपने बच्चों के साथ एक शांत और सर्दी से भरी जगह पर जाकर कुछ खूबसूरत पल बिताने का फैसला किया।
करीना का विंटर फैशन था कमाल का!
Kareena Kapoor सिर्फ एक्टिंग और फैमिली केयर में ही नहीं, बल्कि फैशन में भी हमेशा टॉप पर रहती हैं। उनकी वेकेशन तस्वीरों में भी उनका ग्लैमरस स्टाइल साफ नजर आया।
उन्होंने कई चिक विंटर आउटफिट्स पहने, जिसमें पफर जैकेट, फर-ट्रिम्ड कोट, स्टाइलिश बूट्स और कूल बीनी कैप शामिल थे। एक तस्वीर में करीना व्हाइट फर कोट और ओवरसाइज़्ड सनग्लासेस में नजर आईं, जिससे उन्होंने एक परफेक्ट स्नो क्वीन लुक कैरी किया।
इसके अलावा, उन्होंने कुछ तस्वीरों में वूलन स्वेटर पहना, जहां वह एक हॉट ड्रिंक के साथ ठंड का मजा लेती हुई नजर आईं। उनकी फैशन सेंस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि करीना हर सीजन की स्टाइल क्वीन हैं।
करीना के बेटे तैमूर और जेह भी इस वेकेशन का पूरा आनंद लेते दिखे। तैमूर को स्नोबॉल फाइट करते हुए देखा गया, जबकि नन्हें जेह बर्फ के साथ खेलते और नई चीजें एक्सप्लोर करते हुए नजर आए।
एक तस्वीर में तैमूर बर्फ में लेटकर स्नो एंजल बनाते हुए दिखे, जो फैंस को बेहद पसंद आया। वहीं, जेह अपनी क्यूटनेस से सभी का दिल जीत रहे थे। करीना ने एक तस्वीर में जेह को गोद में उठाया हुआ था, जिसमें बैकग्राउंड में बर्फ से ढके पेड़ नजर आ रहे थे – यह नज़ारा किसी फेयरीटेल से कम नहीं लग रहा था।
फैंस ने की करीना की तस्वीरों पर प्यार की बारिश
जैसे ही Kareena Kapoor ने अपनी वेकेशन की तस्वीरें शेयर कीं, सोशल मीडिया पर लाइक्स और कमेंट्स की बाढ़ आ गई।
फैंस ने लिखा: “करीना हमेशा हमें ट्रैवल गोल्स देती हैं! ये तस्वीरें बहुत खूबसूरत हैं।” “तैमूर और जेह कितने प्यारे लग रहे हैं, ये दोनों सच में स्नो बेबीज़ हैं!” “करीना का विंटर लुक हमेशा ऑन पॉइंट होता है! स्टाइल और मस्ती दोनों का परफेक्ट बैलेंस!”
बॉलीवुड सेलेब्स ने भी करीना की तस्वीरों पर हार्ट इमोजी और प्यार भरे कमेंट्स किए।
ब्रेक के बाद करीना करेंगी फिल्मों पर फोकस
Kareena Kapoor के लिए यह वेकेशन बेहद ज़रूरी था, क्योंकि वह लगातार एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं। उनकी आने वाली फिल्मों में ‘द बकिंघम मर्डर्स’ और अन्य बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।
काम और परिवार के बीच बैलेंस बनाए रखना करीना को बखूबी आता है, और यह वेकेशन भी उनकी वर्क-लाइफ बैलेंस की शानदार मिसाल है।
Kareena Kapoor खान की यह स्नोफॉल वेकेशन किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लग रही थी। बर्फीली पहाड़ियां, सर्द हवाएं, और उनकी प्यारी फैमिली के साथ बिताए गए ये खूबसूरत पल सच में जादुई थे।
इन तस्वीरों से यह साबित होता है कि जिंदगी के सबसे हसीन लम्हे काम की भागदौड़ से दूर अपनों के साथ बिताए गए पल होते हैं। करीना ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि कैसे मदरहुड, करियर और लाइफस्टाइल को बैलेंस किया जा सकता है – और वो भी पूरे स्टाइल में!
क्या आपको भी करीना की वेकेशन पिक्चर्स पसंद आईं? क्या आप भी ऐसी बर्फीली छुट्टियां मनाना चाहेंगे? हमें कमेंट्स में बताइए!
Delhi Budget 2025: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मंगलवार को सुबह 11 बजे विधानसभा में अपना पहला बजट पेश करेंगी। खास बात यह है कि 27 साल बाद दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा यह पहला बजट पेश किया जा रहा है। पांच दिवसीय बजट सत्र की शुरुआत सोमवार को खीर समारोह के साथ हुई। बजट पेश करने से पहले मुख्यमंत्री गुप्ता अपनी पूरी कैबिनेट के साथ कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर जाएंगी।
पूजा-अर्चना के बाद वह दिल्ली सचिवालय जाएंगी, जहां बजट को मंजूरी देने के लिए सुबह 9:45 बजे कैबिनेट की बैठक होगी। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद मुख्यमंत्री सुबह 10:30 बजे दिल्ली विधानसभा पहुंचेंगी, जहां फोटो सेशन होगा। विधानसभा सत्र सुबह 11 बजे शुरू होगा, जिसके दौरान सीएम गुप्ता बजट पेश करेंगी और अपना बजट भाषण देंगी।
Delhi Budget 2025 में शामिल योजनाएं
बाद में दोपहर 3 बजे वह Delhi Budget की मुख्य बातों पर चर्चा करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। यह बजट लगभग ₹80,000 करोड़ का हो सकता है। बजट की थीम ‘विकसित दिल्ली’ रखी गई है, जिसमें महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और प्रदूषण नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
संभावित घोषणाओं में ‘महिला समृद्धि योजना’ शामिल है, जिसके तहत महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, यमुना नदी की सफाई और रिवर फ्रंट विकास, सड़कों और नालों की सफाई, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, और सार्वजनिक परिवहन में बसों की संख्या बढ़ाने जैसी योजनाएं बजट में शामिल हो सकती हैं।
पिछले साल आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने 2024-25 के लिए 76,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जिसे बढ़ाकर 77,000 करोड़ रुपये कर दिया गया था। सरकार के सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि विधानसभा में पेश किया जाने वाला बजट 2025-26 80,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर सकता है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया है कि इस साल के Delhi Budget में महिला सशक्तिकरण, दिल्ली की संकटग्रस्त बिजली और जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार और मानसून के मौसम में बिगड़ने वाली जल निकासी समस्याओं को दूर करने जैसे प्रमुख मुद्दों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, बजट में वायु प्रदूषण से निपटने, यमुना नदी की सफाई और शिक्षा क्षेत्र में बड़े सुधारों को लागू करने पर ध्यान दिया जाएगा।
सरकार से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण पहल की घोषणा करने की भी उम्मीद है, जबकि युवाओं के लिए रोजगार सृजन और आम जनता के लिए बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाना Delhi Budget का मुख्य बिंदु रहेगा।
मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा 27 साल बाद दिल्ली का बजट पेश कर रही है। जिस तरह भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, उसी तरह हम 27 साल बाद लौट रहे हैं।” पिछले सप्ताह उन्होंने कहा था कि ‘विकसित दिल्ली’ (विकसित दिल्ली) बजट महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं, बेहतर बुनियादी ढांचे, प्रदूषण और जलभराव की समस्याओं पर केंद्रित होगा।
उन्होंने कहा कि बजट “लोगों का बजट” होगा, जिसमें बुनियादी सेवाओं को मजबूत करने और रोजगार सृजन पर जोर दिया जाएगा।
Delhi Budget 2025: खीर समारोह
सोमवार को Delhi Budget सत्र से पहले मुख्यमंत्री ने विकसित दिल्ली की मिठास को दर्शाते हुए प्रतीकात्मक “खीर समारोह” का आयोजन किया, साथ ही जनता को भरोसा दिलाया कि बजट में समाज के हर वर्ग की जरूरतों को ध्यान में रखा जाएगा। खीर समारोह में वकील, छात्र, महिलाएं, सिख समुदाय के लोग और ऑटो चालक आदि शामिल हुए। दिल्ली सरकार को ईमेल और पहले जारी किए गए व्हाट्सएप नंबर के जरिए बजट प्रावधानों पर लोगों से 10,000 से अधिक सुझाव मिले हैं। परामर्श प्रक्रिया का नेतृत्व खुद गुप्ता ने किया, जिन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से बातचीत की और बजट प्रस्तावों पर उनकी प्रतिक्रिया ली। उन्होंने कहा कि दिल्ली की भाजपा सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित दिल्ली” के सपने को पूरा करे।
मौजूदा IPL 2025 के चौथे गेम के लिए मंच तैयार है। 24 मार्च को दिल्ली कैपिटल्स का मुकाबला लखनऊ सुपर जायंट्स से डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम, विशाखापत्तनम में होगा। यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि विजाग में होने वाला यह गेम आईपीएल 2025 में दोनों टीमों के लिए पहला मुकाबला होगा।
मैच शुरू होने से पहले, दिल्ली कैपिटल्स के कैंप को सूचित किया गया कि स्टार बल्लेबाज केएल राहुल लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मुकाबले से पहले टीम के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। विशेष रूप से, राहुल को डीसी कैंप से विशेष अनुमति दी गई है, क्योंकि वह अपने पहले बच्चे के जन्म की उम्मीद कर रहे हैं। राहुल को पता चला कि उनकी पत्नी अथिया शेट्टी किसी भी समय बच्चे को जन्म दे सकती हैं, इसलिए वह घर वापस आ गए। उनके 30 मार्च को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ होने वाले आगामी मैच के लिए टीम के कैंप में शामिल होने की उम्मीद है।
भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत को बाहर करने के बाद, दिल्ली ने इस सत्र के लिए अपने नेतृत्व की स्थिति में बदलाव किया है, जिसमें ऑलराउंडर अक्षर पटेल को कप्तान बनाया गया है और फाफ डु प्लेसिस को उप कप्तान बनाया गया है।
IPL 2025: इशान किशन ने रविवार (23 मार्च) को चल रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए शानदार शुरुआत की। उन्होंने सिर्फ़ 45 गेंदों पर शतक जड़ा और अपनी टीम को 20 ओवरों में 286 रनों का विशाल स्कोर बनाने में मदद की। दिलचस्प बात यह है कि किशन SRH के लिए शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए। कुल मिलाकर, वह आईपीएल इतिहास में तीन अंकों का स्कोर बनाने वाले फ़्रैंचाइज़ी के छठे बल्लेबाज़ हैं।
फ़्रैंचाइज़ी ने 2013 में पहली बार कैश-रिच लीग में खेला और 2016 में डेविड वार्नर के नेतृत्व में पहली बार IPL ट्रॉफी जीती, जो SRH के लिए दो शतक बनाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के रिलीज़ होने से पहले वे पाँच सीज़न के दौरान टीम के मुख्य खिलाड़ी थे। हालाँकि, SRH ने पैट कमिंस को बागडोर सौंपने के लिए उनके बाद एक और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पर भरोसा जताया।
उनके नेतृत्व में, टीम हर दूसरे दिन बड़े स्कोर बनाने के साथ असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रही है। आईपीएल के इतिहास में शीर्ष पांच सर्वोच्च स्कोर की सूची में, SRH चार बार दिखाई देता है, जिसने हाल ही में आईपीएल 2025 के अपने शुरुआती गेम में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 286 रन बनाकर दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाया था।
SRH के नए युग में, हैरी ब्रूक, हेनरिक क्लासेन और ट्रैविस हेड SRH के लिए शतक बनाने वाले तीन खिलाड़ी हैं, जबकि इससे पहले, वार्नर और जॉनी बेयरस्टो ने उनके लिए तीन अंकों का आंकड़ा पार किया था।
IPL में SRH के लिए शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची
डेविड वार्नर (दो शतक)
जॉनी बेयरस्टो
हैरी ब्रूक
हेनरिक क्लासेन
ट्रैविस हेड
इशान किशन
राजस्थान रॉयल्स पर 44 रनों की बड़ी जीत के साथ धमाकेदार शुरुआत करने के बाद, SRH इस बार नौ साल बाद ट्रॉफी उठाने का लक्ष्य रखेगा। उनके पास ऐसा करने के लिए टीम है और कमिंस के नेतृत्व में वे इतिहास रच सकते हैं।
सनी देओल अपनी अगली एक्शन ड्रामा फिल्म Jaat के लिए कमर कस रहे हैं। आखिरकार मेकर्स ने फिल्म का बहुप्रतीक्षित ट्रेलर रिलीज कर दिया है, जिसमें एक बार फिर सनी देओल का दमदार एक्शन अवतार देखने को मिला। इस फिल्म का निर्देशन साउथ के मशहूर डायरेक्टर गोपीचंद मालिनेनी ने किया है। हालांकि, मेकर्स ने अभी तक इस एक्शन-ड्रामा की रिलीज डेट का खुलासा नहीं किया है।
सनी देओल अपनी अगली एक्शन ड्रामा फिल्म Jaat के लिए कमर कस रहे हैं। ट्रेलर की शुरुआत में ही उनका एक्शन अवतार देखने को मिला। जाट के ट्रेलर की शुरुआत सैयामी खरे से होती है, जो एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रही हैं। वह गांव वालों से क्राइम सीन पुलिस अधिकारी के बारे में सवाल करती हैं। बाद में उनमें से एक ‘रणतुंगा’ का नाम चिल्लाता है। बाद में सनी देओल एक शानदार लेकिन प्रभावशाली एंट्री करते हैं।
ट्रेलर के अंत में दिग्गज अभिनेता कहते हैं, ‘पूरे उत्तर ने मेरे ढाई किलो के हाथ की ताकत देखी है, अब दक्षिण भी इसे देखेगा।’ रणदीप हुड्डा के साथ, छावा अभिनेता विनीत कुमार सिंह भी इस फिल्म में एक खलनायक की भूमिका में नज़र आएंगे।
हालाँकि, ट्रेलर में बहुत सारे अतिरंजित दृश्य हैं जो इसे अविश्वसनीय बनाते हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि आजकल दर्शकों को यही आकर्षित करता है। इसलिए, मालिनेनी के पास एक ऐसी पटकथा है जो दर्शकों को सिनेमाघरों में वापस ला सकती है।
फिल्म के बारे में और जानकारी
Jaat की कास्ट में सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार सिंह, रेजिना कैसंड्रा, सैयामी खेर और स्वरूपा घोष शामिल हैं। फिल्म का निर्देशन और लेखन गोपीचंद मालिनेनी ने किया है। फिल्म का निर्माण नवीन यरनेनी, रविशंकर यालमंचिली और टीजी विश्व प्रसाद ने किया है। जाट का संगीत थमन एस ने दिया है।
यह फिल्म अप्रैल 2025 में रिलीज होगी। हालांकि, निर्माताओं ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि सनी देओल की फिल्म सिनेमाघरों में कब आएगी। इसकी सही तारीख बाद में घोषित की जाएगी। गौरतलब है कि सनी को आखिरी बार 2023 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक गदर 2 में देखा गया था। फिल्म में अमीषा पटेल, उत्कर्ष शर्मा और सिमरत कौर रंधावा भी हैं।
जस्टिस Yashwant Varma के नकद विवाद में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर दिल्ली हाई कोर्ट के जज को इलाहाबाद हाई कोर्ट में वापस भेजने की सिफारिश की। सीजेआई संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एएस ओका की मौजूदगी वाले कॉलेजियम ने आधिकारिक बयान जारी किया है।
कोर्ट की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है, “सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 20 और 24 मार्च 2025 को हुई अपनी बैठकों में दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा को इलाहाबाद हाई कोर्ट में वापस भेजने की सिफारिश की है।”
सामग्री की तालिका
दिल्ली उच्च न्यायालय ने न्यायमूर्ति Yashwant Varma से सभी न्यायिक कार्य वापस लिए
दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को न्यायमूर्ति Yashwant Varma से सभी न्यायिक कार्य वापस लेने की घोषणा की। न्यायालय ने अपनी वेबसाइट पर इस घटनाक्रम की घोषणा करते हुए एक नोटिस जारी किया। उच्च न्यायालय की वेबसाइट पर दिन की कॉजलिस्ट से जुड़े एक नोट में कहा गया है कि न्यायमूर्ति वर्मा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ-III के कोर्ट मास्टर सोमवार से पहले सूचीबद्ध मामलों में तारीखें तय करेंगे।
नोट में रजिस्ट्रार (लिस्टिंग) के हस्ताक्षर के साथ लिखा है, “हाल की घटनाओं को देखते हुए, न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा से न्यायिक कार्य तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक वापस लिया जाता है।”
सीजेआई ने 3 सदस्यीय समिति गठित की
शनिवार को भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने आग की घटना के बाद उनके आवास से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने के आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की। समिति न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ आरोपों की आंतरिक जांच करेगी।
जांच समिति में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति शील नागू, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी एस संधावालिया और कर्नाटक उच्च न्यायालय की न्यायाधीश अनु शिवरामन शामिल हैं। शीर्ष अदालत की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “फिलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को कोई न्यायिक कार्य न सौंपने के लिए कहा गया है। दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट, न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा का जवाब और अन्य दस्तावेज सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड किए जा रहे हैं।”
नकदी बरामदगी विवाद
14 मार्च को एक बड़ा विवाद तब खड़ा हो गया जब जस्टिस Yashwant Varma के आवास पर कथित तौर पर नकदी से भरी बड़ी बोरियां पाई गईं। होली की रात करीब 11:35 बजे जस्टिस वर्मा के लुटियंस दिल्ली स्थित आवास पर आग लग गई, जिसके बाद दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और आग बुझाई।
Kunal Kamra Controversy: मुंबई की एक अदालत ने कॉमेडियन कुणाल कामरा के शो के दौरान ‘हैबिटेट स्टूडियो’ में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार 12 शिवसेना कार्यकर्ताओं को 15,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है। पुलिस ने आरोपियों पर कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें बीएनएस 132 और बीएनएस 333 शामिल हैं – दोनों गैर-जमानती अपराध हैं।
यह घटना तब हुई जब कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर एक पैरोडी गीत प्रस्तुत किया, जिसमें उन्हें ‘गद्दार’ कहा गया। इससे शिवसेना कार्यकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने स्टूडियो में तोड़फोड़ की।
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधान परिषद में घोषणा की है कि कुणाल कामरा के कॉल डेटा रिकॉर्ड (CDR) और बैंक स्टेटमेंट की जांच की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनके बयानों के पीछे कोई साजिश तो नहीं है।
Kunal Kamra विवाद के बीच, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि एकनाथ शिंदे का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कामरा को माफी मांगनी चाहिए। दूसरी ओर, कामरा ने कहा है कि उन्हें अपनी टिप्पणी पर कोई पछतावा नहीं है और वे अदालत के कहने पर ही माफी मांगेंगे।
कर्नाटक हनी-ट्रैप विवाद: SC ने सोमवार को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करने पर सहमति जताई, जिसमें कर्नाटक में विधायकों, लोक सेवकों और न्यायाधीशों के कथित हनी-ट्रैप मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा स्वतंत्र जांच की मांग की गई है।
याचिकाकर्ता के वकील ने मामले को भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष शीघ्र सूचीबद्ध करने के लिए कहा, जिसने इसे आज या कल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने पर सहमति जताई।
निष्पक्ष जांच के लिए SC पहुंची याचिका
SC में दायर जनहित याचिका में सीबीआई या एसआईटी द्वारा स्वतंत्र जांच की मांग क्यों की गई? झारखंड निवासी बिनय कुमार सिंह द्वारा SC में दायर याचिका में कर्नाटक में विधायकों, लोक सेवकों और न्यायाधीशों से जुड़े कथित हनी-ट्रैपिंग कांड की स्वतंत्र जांच का अनुरोध किया गया है। उन्होंने मांग की है कि जांच सीबीआई या एसआईटी द्वारा की जाए, जिसमें पुलिस अधिकारी शामिल हों, जो कर्नाटक राज्य सरकार के नियंत्रण या प्रभाव से मुक्त हों।
याचिका में SC से आग्रह किया गया है कि जांच की निगरानी सर्वोच्च न्यायालय या सेवानिवृत्त सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली निगरानी समिति द्वारा की जाए। याचिका में कहा गया है, “निगरानी समिति को उन सभी अधिकारियों/व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच करनी चाहिए, जिन्होंने घटना से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभ उठाया। जांच के बाद दोषी पाए गए व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा चलाने का निर्देश दिया जाना चाहिए।”
याचिका में कहा गया है, “कर्नाटक विधानसभा में बहुत गंभीर और परेशान करने वाले आरोप लगाए गए हैं कि राज्य का मुख्यमंत्री बनने की चाहत रखने वाला एक व्यक्ति कई लोगों को हनीट्रैप में फंसाने में सफल रहा है, जिनमें न्यायाधीश भी शामिल हैं। यह आरोप एक मौजूदा मंत्री ने लगाए हैं, जिन्होंने खुद को पीड़ित बताया है, जिससे इन गंभीर आरोपों को विश्वसनीयता मिल रही है।”
याचिका में कहा गया है, “इतना ही नहीं, सरकार के दूसरे मंत्री ने न केवल पहले मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों को दोहराया है, बल्कि आरोप लगाया है कि घोटाले का पैमाना और अनुपात वर्तमान में दिखाई देने वाले पैमाने से कम से कम दस गुना अधिक है।” याचिका में आगे कहा गया है कि हनी ट्रैपिंग जैसे तरीकों से जजों के साथ समझौता करना न्यायिक स्वतंत्रता के लिए ‘गंभीर खतरा’ है और संस्था में जनता के विश्वास को गंभीर रूप से कमजोर करता है।
कर्नाटक हनी-ट्रैप विवाद क्या है?
पिछले हफ्ते, कर्नाटक के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने आरोप लगाया कि उन पर हनी ट्रैप का प्रयास किया गया था और मामले की जांच की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में 48 लोग “हनी ट्रैप” के शिकार हुए हैं और उनके अश्लील वीडियो प्रसारित किए गए हैं। कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि यह सूची पार्टी लाइनों से परे है, जिसमें राज्य और राष्ट्रीय नेता भी शामिल हैं। राजन्ना ने कहा, “वे दो अलग-अलग राजनीतिक दलों से संबंधित हैं। यह मामला सिर्फ हमारे राज्य तक सीमित नहीं है – यह राष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है, जिसमें देश भर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं।
मैं यहां अपने खिलाफ लगे आरोपों का जवाब नहीं दूंगा। मैं गृह मंत्री को लिखित शिकायत दूंगा। इसकी जांच होनी चाहिए। यह पता चलना चाहिए कि इसके पीछे निर्माता और निर्देशक कौन हैं। जनता को पता चलना चाहिए।” “दो पार्टियों के 48 लोगों की पेन ड्राइव हैं। यह एक खतरनाक खतरा है। यह अब एक सार्वजनिक मुद्दा है। उन्होंने मुझ पर भी ऐसा करने की कोशिश की। मेरे पास सबूत हैं। मैं शिकायत दर्ज कराऊंगा। यह पता चलना चाहिए कि इसमें कौन शामिल है,” उन्होंने मांग की।
Himachal Pradesh: शिमला के जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे पर सोमवार को एक बड़ा हादसा टल गया, जब एलायंस एयर की फ्लाइट के पायलट को तकनीकी खराबी के कारण समय रहते आपातकालीन ब्रेक लगाने पड़े। विमान में हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अतुल वर्मा सहित 44 यात्री सवार थे।
रिपोर्ट के अनुसार, पायलट को तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा, जिसके कारण विमान की गति धीमी नहीं हो पाई और उसे तत्काल आपातकालीन ब्रेक लगाने पड़े। माना जा रहा है कि त्वरित प्रतिक्रिया के कारण संभावित आपदा टल गई।
दिल्ली, शिमला और धर्मशाला के बीच उड़ान भरने वाली एलायंस एयर की फ्लाइट अभी-अभी उतरी थी, तभी यह समस्या हुई। एहतियात के तौर पर, इस घटना के बाद धर्मशाला के लिए निर्धारित आगे की उड़ान रद्द कर दी गई। एलायंस एयर ने अभी तक तकनीकी खराबी या उसके बाद की सुरक्षा प्रक्रियाओं के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
Himachal के डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
Himachal के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि,“तकनीकी खराबी से यात्रियों की जान को खतरा हो सकता था। हवाई सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरतने की जरूरत है।”
Kunal Kamra Controversy के ताजा घटनाक्रम में, शिवसेना (शिंदे) नेता राहुल कनाल को सोमवार को तोड़फोड़ मामले में गिरफ्तार किया गया। इस बीच, मुंबई में एक प्रदर्शन और कार्यक्रम स्थल हैबिटेट स्टूडियो ने पहले ही दिन घोषणा की कि वे बंद हो रहे हैं, क्योंकि शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने एक शो के दौरान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ कुणाल कामरा की कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर उनके परिसर में तोड़फोड़ की।
Kunal Kamra Controversy के कारण हैबिटेट स्टूडियो बंद
मुंबई का प्रतिष्ठित हैबिटेट स्टूडियो, जहां Kunal Kamra का शो आयोजित हुआ था, ने तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद अस्थायी रूप से बंद होने की घोषणा कर दी। स्टूडियो ने इंस्टाग्राम पर लिखा,”हम हाल ही में हमारे खिलाफ़ की गई तोड़फोड़ की घटनाओं से स्तब्ध, चिंतित और बेहद टूट गए हैं।”
स्टूडियो ने यह भी स्पष्ट किया कि वे कलाकारों की प्रस्तुत सामग्री के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, लेकिन लगातार निशाना बनाए जाने से वे अब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सुरक्षा के बीच संतुलन के तरीकों पर विचार कर रहे हैं।
शिवसेना कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन और तोड़फोड़
रविवार रात बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता होटल यूनिकॉन्टिनेंटल के बाहर एकत्र हुए, जहाँ स्टूडियो स्थित है। उन्होंने कथित तौर पर स्टूडियो और होटल परिसर में तोड़फोड़ की, मुंबई पुलिस ने कहा। पुलिस ने इस मामले में शिवसेना के 40 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मुंबई पुलिस ने सोमवार को कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। उन पर आरोप है कि उन्होंने शो के दौरान एकनाथ शिंदे पर “गद्दार” कटाक्ष किया, जिससे यह विवाद भड़का।
Karnataka में मुस्लिम आरक्षण को लेकर सोमवार को संसद में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच तीखी नोकझोंक हुई। कर्नाटक के सार्वजनिक ठेकों में मुसलमानों के लिए आरक्षण के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक के कारण दोपहर के भोजन से पहले राज्यसभा की कार्यवाही बिना किसी कामकाज के स्थगित कर दी गई।
सामग्री की तालिका
Karnataka में मुस्लिम आरक्षण पर गरमाई बहस
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को कोई नहीं बदल सकता। कोई भी आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता। हमने भारत जोड़ो यात्रा इसी संविधान को बचाने के लिए की। वे (भाजपा) भारत को तोड़ते हैं।” केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा, “मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठाकर कांग्रेस ने अंबेडकर के संविधान की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है। अगर हिम्मत है तो कांग्रेस सरकार अपने उपमुख्यमंत्री (डी.के. शिवकुमार) से इस्तीफा मांगे।”
खड़गे पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “आज संसद के दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा – को एक बहुत ही गंभीर मुद्दे पर स्थगित करना पड़ा। एनडीए पार्टी ने एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता द्वारा दिए गए बयान को बहुत गंभीरता से लिया है, जो एक संवैधानिक पद पर हैं, और उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि मुसलमानों के लिए ठेकों में आरक्षण मुस्लिम समुदाय को आरक्षण और अन्य सुविधाएँ प्रदान करने की दिशा में एक कदम है, और इसके लिए उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत के संविधान को बदला जाएगा। उनका बयान बहुत स्पष्ट है।
वे भारत के संविधान को बदलकर मुस्लिम समुदाय को आरक्षण देना चाहते हैं। कृपया एक बात याद रखें Karnataka में मुस्लिम प्रतिनिधित्व और आरक्षण का मुद्दा 1947 में खारिज कर दिया गया था जब मुस्लिम लीग ने मुस्लिम समुदाय को आरक्षण प्रदान करने के लिए इस मामले को संविधान सभा में लाया था।”
“हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष है; आर्थिक और सामाजिक मानदंडों के आधार पर आरक्षण हो सकता है, लेकिन धार्मिक पहचान और संबद्धता के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता। संविधान में संशोधन करके, व्यक्ति ने भारत के संविधान के साथ धोखाधड़ी की है।
मैंने कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष, जो राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं, से स्थिति पूछी थी और उन्हें सदन में यह बताना चाहिए कि क्या वे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को बर्खास्त करने जा रहे हैं या वे स्पष्ट रूप से यह कहने जा रहे हैं कि कांग्रेस भारत के संविधान को नष्ट कर देगी।” सत्ता पक्ष की ओर से नारेबाजी के बीच, सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भाजपा का आरोप
रिजिजू ने कहा कि एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता जो संवैधानिक पद पर हैं, ने कहा है कि पार्टी Karnataka में मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव करेगी। हालांकि उन्होंने नेता का नाम नहीं बताया, लेकिन जाहिर तौर पर उनका इशारा डीके शिवकुमार की ओर था। मंत्री ने कहा, “हम इस बयान को हल्के में नहीं ले सकते।” उन्होंने कहा कि यह बयान किसी साधारण पार्टी नेता की ओर से नहीं बल्कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की ओर से आया है।
उन्होंने इसे “बेहद गंभीर” बताते हुए कहा कि धर्म आधारित आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव करना “बर्दाश्त नहीं किया जा सकता”। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता संविधान की किताब जेब में रखते हैं, लेकिन उसे कमजोर करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। जब धनखड़ ने पूछा कि वह और उनकी पार्टी क्या चाहते हैं, तो रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को पार्टी की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और “सदन और देश को बताना चाहिए कि कांग्रेस मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव क्यों करना चाहती है”।
सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस संविधान को टुकड़े-टुकड़े कर रही है। उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने भारतीय संविधान बनाते समय स्पष्ट रूप से कहा था कि “धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा। यह भारत के संविधान का एक स्वीकृत सिद्धांत है।”
Karnataka विधानसभा में स्थिति
इससे पहले, Karnataka विधानसभा में भी इस मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ था। भाजपा विधायकों ने मुस्लिमों को 4% आरक्षण देने के विधेयक का विरोध किया, जिसके परिणामस्वरूप 18 भाजपा विधायकों को निलंबित कर दिया गया था। यह मुद्दा न केवल कर्नाटक की राजनीति में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है, और आने वाले दिनों में इस पर और बहस होने की संभावना है।
क्या है? मामला
Karnataka में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान मुस्लिम समुदाय के लिए 4% ओबीसी (OBC) कोटे को समाप्त कर दिया गया था। इस कोटे को वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों में पुनर्वितरित किया गया था। लेकिन कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद इस फैसले को वापस लेने का संकेत दिया गया, जिससे दोनों दलों के बीच तकरार बढ़ गई है।
Delhi के बिजली मंत्री आशीष सूद ने सोमवार को बिजली की कीमतों में संभावित वृद्धि का संकेत देते हुए कहा कि पिछली आप सरकार द्वारा दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (DERC) के माध्यम से बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) पर छोड़ा गया 27,000 करोड़ रुपये का कर्ज इसकी वजह है।
Delhi विधानसभा में आप विधायक इमरान हुसैन द्वारा बिजली दरों में अपेक्षित वृद्धि के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में सूद ने कहा कि बकाया राशि वसूलने के लिए डिस्कॉम को दरें बढ़ाने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान Delhi उच्च न्यायालय ने डीईआरसी को टैरिफ आदेश जारी करने का निर्देश दिया था, लेकिन प्रशासन जनता के हितों की रक्षा करने में विफल रहा।
उन्होंने कहा, “पिछली सरकार ने डीईआरसी के माध्यम से डिस्कॉम पर 27 हजार करोड़ रुपये का कर्ज छोड़ा है। इसकी वसूली के लिए कंपनियों को बिजली की दरें बढ़ाने का अधिकार है। पिछली सरकार के कार्यकाल में हाईकोर्ट के आदेश पर डीईआरसी को टैरिफ ऑर्डर लाने का आदेश दिया गया था।”
उन्होंने कहा, “वह सरकार जनता के हितों की रक्षा नहीं कर सकी। आने वाले समय में बिजली की कीमतें बढ़ेंगी और शायद कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा चाहते भी हैं। हालांकि, सरकार डीईआरसी के संपर्क में है और स्थिति पर करीब से नजर रख रही है।”
उम्मीद है कि BJP बजट सत्र में Delhi की महिलाओं से किए अपने वादे पूरे करेगी: Atishi
इस बीच, Delhi की पूर्व मुख्यमंत्री और आप नेता आतिशी ने सोमवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि महिलाओं को 2,500 रुपये की वित्तीय सहायता देने का वादा पूरा नहीं किया गया है और उम्मीद जताई कि सत्तारूढ़ पार्टी सोमवार को बजट सत्र के दौरान अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करेगी।
विपक्ष की नेता ने कहा, “चुनाव से पहले भाजपा ने बहुत सारे वादे किए थे। हमें उम्मीद है कि इस बजट सत्र में वे वादे पूरे होंगे। पहला और सबसे महत्वपूर्ण वादा यह था कि दिल्ली की महिलाओं को 8 मार्च को 2,500 रुपये मिलेंगे। आज तक उस योजना का पंजीकरण भी शुरू नहीं हुआ है। यह स्पष्ट है कि पीएम मोदी ने झूठ बोला और दिल्ली के लोगों को धोखा दिया।
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि इस बजट में दिल्ली के लोगों को धोखा नहीं दिया जाएगा।” Delhi की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा में नवनिर्वाचित सरकार के उद्घाटन बजट सत्र से पहले औपचारिक ‘खीर’ तैयार की। वित्तीय कार्यवाही की एक अनूठी शुरुआत करते हुए, नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री ने बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
विस्तार के प्रावधानों के साथ 24 मार्च से 28 मार्च तक चलने वाला बजट सत्र भाजपा सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो हाल ही में 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 27 साल बाद सत्ता में लौटी है।
सदन की कार्यसूची के अनुसार, Delhi की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता वित्तीय समितियों के चुनाव के लिए प्रस्ताव पेश करेंगी, जो विधानसभा के वित्तीय प्रशासन में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
सूची में लिखा है, “मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता निम्नलिखित प्रस्ताव पेश करेंगी: “इस सदन के सदस्य राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की विधानसभा के प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के नियम 192(2), नियम 194(2) और नियम 196(2) के तहत अपेक्षित तरीके से अपने में से नौ सदस्यों को लोक लेखा समिति, अनुमान समिति और सरकारी उपक्रम समिति के सदस्य के रूप में 1 अप्रैल 2025 से कार्य करने के लिए निर्वाचित करेंगे।”
इसके अतिरिक्त, उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट और सदस्य ओम प्रकाश शर्मा कार्य मंत्रणा समिति की पहली रिपोर्ट पेश करेंगे। इस रिपोर्ट से विधानसभा के कार्य और विधायी एजेंडे के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिलने की उम्मीद है। LoB के अनुसार, सदस्य संजय गोयल और पूनम शर्मा निजी सदस्यों के विधेयकों पर समिति की पहली रिपोर्ट पेश करेंगे।
यह बजट सत्र महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हाल ही में 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 वर्षों के बाद सत्ता में लौटी है। इससे पहले, भाजपा सरकार ने पिछले महीने आयोजित पहले विधानसभा सत्र के दौरान अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति और राष्ट्रीय राजधानी की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर दो सीएजी रिपोर्ट पेश की थीं।
भारत में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एक क्रांतिकारी कदम साबित हुआ है। समय-समय पर नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) इस प्रणाली को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए नए नियम लागू करता है। 2025 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के लिए कई नए नियम और दिशानिर्देश लागू किए गए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी होंगे। जिनका उद्देश्य सुरक्षा बढ़ाना, लेन-देन को अधिक सुविधाजनक बनाना और धोखाधड़ी को कम करना है।
इस लेख में, हम UPI के नए नियमों पर गहराई से चर्चा करेंगे, उनके प्रभाव को समझेंगे और जानेंगे कि ये बदलाव आम उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए कैसे फायदेमंद हैं।
सामग्री की तालिका
UPI के नए नियम 2025
NPCI ने 2025 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये नए नियम मुख्य रूप से सुरक्षा उपायों, लेन-देन की सीमाओं, निष्क्रिय मोबाइल नंबरों की पहचान, और स्वचालित विवाद समाधान प्रणाली पर केंद्रित हैं।
1. निष्क्रिय मोबाइल नंबरों की पहचान और निष्कासन
NPCI ने सभी बैंकों और भुगतान सेवा प्रदाताओं (PSP) को निर्देश दिया है कि वे निष्क्रिय मोबाइल नंबरों की पहचान करें और उन्हें UPI सिस्टम से हटाएं। यह नियम उन मोबाइल नंबरों पर लागू होगा जो:
लंबे समय से उपयोग में नहीं हैं।
किसी अन्य उपयोगकर्ता को फिर से आवंटित कर दिए गए हैं।
निष्क्रिय खातों से जुड़े हुए हैं।
प्रभाव: इससे धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आएगी और सुरक्षा बढ़ेगी, क्योंकि कई बार लोग किसी अन्य व्यक्ति के पुराने मोबाइल नंबर से जुड़े UPI खाते का गलत उपयोग कर सकते हैं।
2. उपयोगकर्ता की सहमति आवश्यक
अब UPI ऐप्स को किसी भी मोबाइल नंबर के अपडेट या पोर्टिंग से पहले उपयोगकर्ता की स्पष्ट सहमति लेनी होगी। यदि उपयोगकर्ता सहमति नहीं देता है, तो उस नंबर के लिए UPI सेवाएं बंद की जा सकती हैं।
प्रभाव: इससे उपभोक्ता की सहमति और नियंत्रण बढ़ेगा, जिससे अनधिकृत लेन-देन को रोका जा सकेगा।
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस 123Pay के माध्यम से बिना इंटरनेट के किए जाने वाले लेन-देन की सीमा ₹5,000 से बढ़ाकर ₹10,000 कर दी गई है। यह निर्णय ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है।
प्रभाव: इससे उन लोगों को लाभ होगा जिनके पास स्मार्टफोन या इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है। वे अब अधिक राशि तक का लेन-देन कर सकते हैं।
4. विशेष कैरेक्टर वाले UPI आईडी पर प्रतिबंध
1 फरवरी 2025 से, UPI आईडी में केवल अल्फाबेट और न्यूमेरिक कैरेक्टर्स (अंक और अक्षर) का ही उपयोग किया जा सकता है। विशेष कैरेक्टर्स (#, @, $, *) वाले UPI आईडी स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
प्रभाव: इससे UPI सिस्टम को अधिक संगठित और सुरक्षित बनाया जाएगा। इससे फिशिंग और स्पूफिंग हमलों में कमी आएगी।
5. ऑटोमैटिक चार्जबैक प्रक्रिया
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस विवाद समाधान प्रणाली (URCS) में 15 फरवरी 2025 से ऑटोमैटिक एक्सेप्टेंस या रिजेक्शन लागू किया गया है। अब चार्जबैक अनुरोधों को स्वचालित रूप से संसाधित किया जाएगा, जिससे विवाद समाधान प्रक्रिया तेज और प्रभावी होगी।
प्रभाव: उपभोक्ताओं को जल्दी समाधान मिलेगा, जिससे वे अपने धन को लेकर अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे।
6. UPI पेमेंट्स पर नया शुल्क
1 अप्रैल 2025 से, ₹2,000 से अधिक के P2M (Person to Merchant) लेन-देन पर मामूली इंटरचेंज शुल्क लगाया जा सकता है। हालांकि, यह केवल क्रेडिट कार्ड लिंक्ड यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस लेन-देन पर लागू होगा।
प्रभाव: इससे व्यापारियों और बैंकों को भुगतान प्रसंस्करण में मदद मिलेगी, लेकिन छोटे उपभोक्ताओं को इसका सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
7. UPI पेमेंट के लिए नए वेरिफिकेशन नियम
अब यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस पेमेंट्स के लिए एडवांस वेरिफिकेशन सिस्टम लागू किया जाएगा। यदि कोई नया डिवाइस या स्थान से लॉगिन करता है, तो अतिरिक्त प्रमाणीकरण की आवश्यकता होगी।
प्रभाव: इससे साइबर फ्रॉड को कम किया जा सकेगा और उपयोगकर्ता के खाते की सुरक्षा बढ़ेगी।
इन नए नियमों का उपभोक्ताओं पर प्रभाव
इन नए नियमों के लागू होने से उपभोक्ताओं को कई लाभ मिलेंगे:
सुरक्षा में बढ़ोतरी – निष्क्रिय नंबरों को हटाने और एडवांस वेरिफिकेशन के कारण धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी।
तेजी से विवाद समाधान – ऑटोमैटिक चार्जबैक सिस्टम से उपभोक्ताओं को तेजी से समाधान मिलेगा।
अधिक नियंत्रण – उपयोगकर्ता की सहमति की आवश्यकता होने से, वे अपने खाते पर अधिक नियंत्रण रख सकेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए फायदेमंद – UPI 123Pay की सीमा बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा।
व्यापारियों के लिए बेहतर अनुभव – इंटरचेंज शुल्क के स्पष्ट दिशा-निर्देशों से व्यापारियों को उनके लेन-देन पर अधिक पारदर्शिता मिलेगी।
निष्कर्ष
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस के नए नियम 2025 डिजिटल भुगतान प्रणाली को और अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए बनाए गए हैं। NPCI का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को सुरक्षित और निर्बाध लेन-देन की सुविधा प्रदान करना है। इन परिवर्तनों से न केवल सुरक्षा और विश्वास में वृद्धि होगी, बल्कि डिजिटल भुगतान को और अधिक लोकप्रिय बनाने में भी मदद मिलेगी।
जैसे-जैसे भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, UPI जैसी प्रणालियों का विकास और सुधार अनिवार्य हो गया है। इन नए नियमों से UPI उपयोगकर्ताओं को एक सहज और सुरक्षित भुगतान अनुभव मिलेगा।