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Rahul Gandhi: सच्चाई को दबा रहे हैं पीएम मोदी

Rahul Gandhi ने सरकार पर 'नौकरियों या किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दों' पर मीडिया को बात करने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया।

PM Modi suppressing the truth: Rahul Gandhi
कांग्रेस नेता Rahul Gandhi गुरुवार, 5 अगस्त, 2021 को नई दिल्ली में मुद्रास्फीति में कथित वृद्धि, बेरोजगारी, तीन कृषि कानूनों और जासूसी के मुद्दे पर भारतीय युवा कांग्रेस के "संसद घेराव" के दौरान हल का एक मॉडल पेश करते हुए।

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष Rahul Gandhi ने कहा है कि जिस तरह लोकसभा में विपक्षी सदस्यों को लोकसभा में तख्तियां लेकर सच्चाई छिपाने के लिए नहीं दिखाया जाता है, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वास्तविकता को दबा कर रखते हैं।

उन्होंने गुरुवार को भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) के कार्यक्रम ‘संसद घेराव’ में “बढ़ती बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि, कृषि कानूनों और पेगासस जासूसी विवाद” के विरोध में ये टिप्पणी की।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल इसमें शामिल होने वालों में थे।

श्री गांधी ने सरकार पर “नौकरियों या किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दों” जैसे मुद्दों पर मीडिया को बात करने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया।

उन्होंने हाल ही में दिल्ली में 9 साल की बच्ची के साथ हुए बलात्कार और हत्या का हवाला दिया और दावा किया कि इसे “ब्लैक आउट” कर दिया गया था।

Rahul Gandhi ने कहा ‘लोगों की आवाज दबा दी गई’

Rahul Gandhi ने कहा, “उनका उद्देश्य कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में युवाओं की आवाज को दबाना है। उनका उद्देश्य भारत की आवाज को दबाना है क्योंकि वे जानते हैं कि जिस दिन युवा सच बोलना शुरू करेंगे, नरेंद्र मोदी सरकार नहीं चलेगी।” 

पेगासस स्पाइवेयर लोगों की आवाज को दबाने के सरकार के कदम से जुड़ा था। उन्होंने कहा, ‘किसी ने मुझसे पूछा कि कांग्रेस पेगासस जैसे छोटे मुद्दे पर क्यों अडिग है। यह कोई छोटी बात नहीं है क्योंकि नरेंद्र मोदी ने यह पेगासस सिर्फ मेरे फोन में ही नहीं बल्कि आप सभी के फ़ोन में डाला है, यह लोगों की आवाज को दबाने का एक तरीका है।’

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उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने चुनाव से पहले हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, लेकिन हकीकत में उन्होंने केवल “अपने मुट्ठी भर उद्योगपति मित्रों” को ही लाभान्वित किया है।

असंगठित क्षेत्र, खुदरा व्यापार और छोटे और मध्यम उद्यमों (SME) में नौकरियां विमुद्रीकरण और माल और सेवा कर (GST) जैसे कदमों से नष्ट हो गईं। उन्होंने कहा, ‘आज देश के सामने बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। प्रधानमंत्री सब कुछ के बारे में बात करेंगे लेकिन बेरोजगारी की नहीं। नरेंद्र मोदी युवाओं, किसानों, मजदूरों या छोटे व्यापारियों के साथ साझेदारी में नहीं हैं, बल्कि दो-तीन व्यापारियों के साथ साझेदारी में हैं।

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