केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) दिल्ली से विशेषज्ञों की एक टीम पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए कोलकाता पहुंची है। यह टेस्ट आज RG Kar Medical College के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और अन्य पर एक प्रशिक्षु डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के मामले में किया जाएगा।
पॉलीग्राफ टेस्ट संदीप घोष, मुख्य आरोपी संजय रॉय, चार डॉक्टरों और एक स्वयंसेवक पर होगा। मुख्य आरोपी का टेस्ट जेल में होगा, जबकि अन्य को कोलकाता में CBI कार्यालय में बुलाया गया है।
इससे पहले दिन में, कोलकाता पुलिस ने कहा कि अदालत के आदेश के अनुसार, आरजी कर में कथित वित्तीय अनियमितताओं के बारे में सभी दस्तावेज SIT द्वारा सीबीआई को सौंप दिए गए हैं।
इससे पहले शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने डॉ. संदीप घोष से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं की जांच CBI को सौंप दी थी, जिसे पहले विशेष जांच दल (एसआईटी) संभाल रहा था।
RG Kar Medical College के डॉ. घोष पर वित्तीय कदाचार और अनैतिक व्यवहार का आरोप
अदालत ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को डॉ. संदीप घोष और घटना से जुड़े पांच अन्य लोगों पर पॉलीग्राफ टेस्ट करने की अनुमति भी दे दी है।
अदालत ने यह फैसला अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली की याचिका पर सुनवाई करते हुए लिया, जिन्होंने डॉ. घोष पर वित्तीय कदाचार और अनैतिक व्यवहार का आरोप लगाया था। उच्च न्यायालय ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी, क्योंकि वह अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की जांच भी संभाल रही है।
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अदालत ने जांच पर प्रगति रिपोर्ट पेश करने के लिए सीबीआई को तीन सप्ताह का समय दिया है, जिसे 17 सितंबर को पेश किया जाना है।
एक अलग घटनाक्रम में, सियालदह कोर्ट ने शुक्रवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सीबीआई की निगरानी में उनकी हिरासत 6 सितंबर, 2024 तक जारी रहेगी।
प्रशिक्षु डॉक्टर 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में मृत पाए गए थे।
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