नई दिल्ली: लंबे समय से विवादों में फंसी बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की फिल्म ‘Pathaan’ को कई राज्यों में रिलीज से पहले विरोध और गुस्से का सामना करना पड़ा है। हालांकि फिल्म को विवादों का पूरा फायदा मिला और पठान की एडवांस बुकिंग जबरदस्त रही।
यह भी पढ़ें: Selfiee: अक्षय कुमार और इमरान हाशमी की फिल्म को मिली रिलीज डेट
रिलीज से पहले ही फिल्म ने करीब 21 करोड़ रुपये कमा लिए। 25 जनवरी 2023 को यशराज बैनर तले बनी फिल्म ‘Pathaan’ आखिरकार सिनेमाघरों में लग चुकी हैं, लेकिन इस बीच कई शहरों में स्पाई थ्रिलर फिल्म को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है और पठान का विवाद एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है।
Pathaan के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन
बिहार सिनेमा हॉल के बाहर हंगामा
बिहार के भागलपुर में मंगलवार को एक सिनेमा हॉल के बाहर फिल्म ‘पठान’ के पोस्टर फाड़े और जलाए गए। हिंदू संगठनों के युवाओं ने कथित तौर पर रिलीज से पहले सिनेमा हॉल के बाहर हंगामा किया और नारे भी लगाए कि अगर फिल्म प्रदर्शित की गई तो वे सिनेमा हॉल में आग लगा देंगे।
प्रदर्शनकारी लोगों ने “फिल्म चलेगा हॉल जलेगा” के नारे लगाए और कहा कि हिंदुत्व से समझौता नहीं किया जा सकता है। संगठन के सदस्यों ने कथित तौर पर कहा कि अगर ‘पठान’ को भागलपुर के किसी भी सिनेमाघर में दिखाया गया तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
मध्य प्रदेश में फिल्म पठान के पोस्टर में लगी गई आग
मध्य प्रदेश के बड़वानी जिला मुख्यालय में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने एक टॉकी से पठान फिल्म के पोस्टर उतार कर आग लगा दी।
Pathaan के खिलाफ विरोध प्रदर्शन मुद्दा
दक्षिणपंथी कार्यकर्ता सत्य रंजन बोरा ने कथित तौर पर सोमवार को गीतानगर पुलिस स्टेशन में शाहरुख खान-स्टारर ‘पठान‘ के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई थी। ‘बेशरम रंग’ गाना रिलीज होने के बाद ‘पठान’ विवादों में घिर गई।
कई हिंदू संगठनों और भाजपा नेताओं ने गाने के बोल और दीपिका पादुकोण द्वारा पहने गए भगवा पोशाक पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने दावा किया कि यह हिंदू भावनाओं का अपमान करने और चोट पहुंचाने का प्रयास था और आरोप लगाया कि निर्माताओं ने भगवा को ‘बेशरम रंग’ कहने की कोशिश की।
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) फिल्म का विरोध करने वाले दो मुख्य संगठन थे, जिन्होंने इसकी रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी। हालांकि, उन्होंने अब कहा है कि वे गुजरात में रिलीज का विरोध नहीं करेंगे क्योंकि वे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के संशोधनों से संतुष्ट हैं।