हरदोई / यूपी: उत्तर प्रदेश के Hardoi जिले के कस्बा शाहाबाद में रहने वाले श्री नासिर खान ने अपने जिले और प्रदेश का नाम रौशन किया।
श्री नासिर खान ने वनस्पति विज्ञान में जलवायु परिवर्तन द्वारा पौधों पर होने वाले दुष्प्रभाव से किस तरीके से बचाया जाए इस पर गहन शोध किया और किताबें लिखीं।
श्री खान द्वारा इस महत्वपूर्ण विषय में लिखी गई किताबों को यूएसए की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और एलजीवियर पब्लिसिंग हाउस ने पब्लिश करके दुनिया के दो पर्सेंट टॉप साइंटिस्ट में उनका नाम शामिल किया है।
श्री नासिर खान इस समय यूनिवर्सिटी ऑफ तबूक सऊदी अरबिया में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।
श्री खान ने वनस्पति विज्ञान में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पी एचडी की है।
श्री खान Hardoi के क़स्बा शाहाबाद के रहने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश के Hardoi जिले के कस्बा शाहाबाद के रहने वाले नासिर खान के पिता कासिम रजा खान भी ग्रेजुएट थे और एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे।
नासिर खान ने अपनी प्राइमरी एजुकेशन शाहबाद से पूरी की उसके बाद राष्ट्रपिता स्कूल से हाई स्कूल किया और आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी चले गए जहां से पीएचडी करने के बाद सऊदी अरब में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर उनका चयन हो गया।
श्री खान ने वनस्पति विज्ञान के ऊपर 50 से ज्यादा शोध किये है और तीन किताबें भी लिखी है जो काफी चर्चित है। युवाओं को संदेश देते हुए नासिर खान ने कहा पेड़ पौधे खूब लगाएं अगर पेड़ पौधे नहीं हैं तो दुनिया नहीं है।