रांची (झारखंड): राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय “प्रांत प्रचारक बैठक” शुक्रवार को झारखंड के रांची में शुरू हुई। RSS की वार्षिक राष्ट्रीय-स्तरीय प्रांत प्रचारक बैठक 14 जुलाई, 2024 तक जारी रहेगी
RSS ने ट्विटर पर किया पोस्ट
बैठक में आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत और संगठन के अन्य पदाधिकारी मौजूद हैं।
RSS ने ट्विटर पर पोस्ट किया, “RSS के पूज्य सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले जी के साथ-साथ सभी सह सरकार्यवाह, सभी प्रांतों के प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक और क्षेत्र प्रचारक तथा सभी कार्य विभागों के अखिल भारतीय पदाधिकारी और विभिन्न संघ प्रेरित संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री भी बैठक में उपस्थित हैं।”
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आरएसएस ने कहा, “बैठक में इस वर्ष आयोजित संघ प्रशिक्षण शिविरों और कार्यकर्ता विकास वर्ग की रिपोर्ट और समीक्षा, संघ शताब्दी कार्य विस्तार योजना में अब तक हुई प्रगति, वर्तमान परिदृश्य के संदर्भ में सामाजिक परिवर्तन के पांच विषयों पर अनुभवों के आदान-प्रदान पर चर्चा होगी।”
मई और जून में आयोजित संघ के प्रशिक्षण शिविरों की श्रृंखला के बाद, इस बैठक में देश भर के सभी प्रांत प्रचारक मौजूद रहेंगे। संघ की संगठन योजना में कुल 46 प्रांतों की संरचना की गई है।
इस बैठक के दौरान संघ के प्रशिक्षण शिविरों की रिपोर्ट और समीक्षा, आगामी वर्ष की योजना का क्रियान्वयन, वर्ष 2024-25 के लिए पूजनीय सरसंघचालक की यात्रा योजना जैसे विषयों पर चर्चा होगी। साथ ही, आरएसएस शताब्दी वर्ष (2025-26) पर भी चर्चा होगी।
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गौरतलब है कि 2025 में आरएसएस अपने गठन के 100 साल पूरे कर रहा है। इसकी स्थापना 1925 में केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। आरएसएस के वर्तमान प्रमुख मोहन भागवत हैं।
यह संगठन भारतीय संस्कृति और नागरिक समाज के मूल्यों को बनाए रखने के आदर्शों को बढ़ावा देता है और हिंदू समुदाय को “मजबूत” करने के लिए हिंदुत्व की विचारधारा का प्रसार करता है।
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