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Newsnowक्राइमSambhal में भाजपा नेता से पीड़ित परिवार ने किया पलायन का फैसला

Sambhal में भाजपा नेता से पीड़ित परिवार ने किया पलायन का फैसला

दीपा शर्मा ने अपने मकान पर पलायन करने और मकान बेचने का पोस्टर लगा दिया। बात शहर में आग की तरह फैल गई और बात बहजोई में बैठे एसपी पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक सम्भल तक पहुंच गई।

सम्भल/यूपी: Sambhal में अंशु शार्मा जो की एक पत्रकार हैं और उनकी पत्नी दीपा शर्मा भाजपा नेता राजेश सिंघल और उसके भाई भाजपा नेता कपिल सिंघल और कोतवाली प्रभारी ओमकार सिंह की ज़्यादती से तंग आ कर पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। 

Sambhal की दुर्गा कालोनी का मामला

Sambhal family aggrieved by BJP leader decided to flee
Sambhal में भाजपा नेता से पीड़ित परिवार ने किया पलायन का फैसला

यह मामला सम्भल सदर कोतवाली क्षेत्र में दुर्गा कालोनी का है, जहाँ दीपा शर्मा ने अपने मकान पर पलायन करने और मकान बेचने का पोस्टर लगा दिया। बात शहर में आग की तरह फैल गई और बात बहजोई में बैठे एसपी पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक सम्भल तक पहुंच गई। 

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Sambhal family aggrieved by BJP leader decided to flee
Sambhal में भाजपा नेता से पीड़ित परिवार ने किया पलायन का फैसला

पुलिस अधीक्षक को शहर के अन्य लोगों और कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने मामले की जानकारी दी जिस पर पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने सीओ जितेंद्र सरगम को पलायन करने वाले परिवार से संपर्क कर सदर कोतवाली बुलाने के लिए कहा और खुद भी कुछ ही देर में कोतवाली पहुंच गए। 

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कोतवाली में मौजूद अंशु शर्मा की पत्नी दीपा शर्मा से बात की तो दीपा शर्मा ने बताया की मेरे पति को मार पीट कर भाजपा नेता राजेश और उसके भाई भाजपा नेता कपिल सिंघल और सदर कोतवाली प्रभारी ओमकार सिंह से मिलकर जानलेवा हमला कर हत्या करने के प्रयास में झूठे मुकदमे में फंसा दिया है।

उन्होंने कहा कि आपकी पुलिस सच्चाई सुनने को तैयार नहीं है, ऐसे में न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई देती। 

Sambhal family aggrieved by BJP leader decided to flee
Sambhal में भाजपा नेता से पीड़ित परिवार ने किया पलायन का फैसला

उन्होंने कहा कि मेरे पास पलायन के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा है। इस पर पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच सदर कोतवाली से हटाकर क्राइम ब्रांच को दे दी है और जांच करा के मुकदमे में लगे झूठे आरोप को हटाने का आश्वासन देकर परिवार के सदस्यों को पलायन करने से रोक लिया है। 

शहर में इस मामले को लेकर लोगों की अलग अलग राय है

सम्भल से ख़लील मलिक की रिपोर्ट 

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