शाहजहांपुर/उ.प्र: Shahjahanpur में मानवाधिकार संगठन की महिला शाखा के पदाधिकारियों द्वारा जिला कारागार में बंद महिला बंदियों को उनके सजने संवरने तथा सुहाग के प्रतीक चूडी, बिन्दी, लिपस्टिक, नेल पोलिश, सिन्दूर, कंघी आदि श्रंगार के साथ नहाने और कपड़े धोने का साबुन, कपड़े, रूमाल आदि सहित दैनिक उपयोग की वस्तुएं दी गईं।
इस दौरान महिला बंदियों ने ईश्वरीय प्रार्थना गाई और उनके साथ रहने वाले बच्चों ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया। साथ ही अंग्रेजी वर्णमाला भी सुनाई।
Shahjahanpur कारागार में अध्यापक की नियुक्ति
Shahjahanpur जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि महिला बंदियों व उनके बच्चों की शिक्षा के लिए जिला कारागार में जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग से एक महिला शिक्षा अध्यापक की नियुक्ति कराई गई है। ताकि कारागार में बंद रहते हुए बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
उन्होंने बताया कि आज स्वयंसेवी संगठन की जिलाध्यक्ष रीता गुप्ता द्वारा महिला बंदियों के सभी बच्चों की शिक्षा का खर्च वहन करने का आश्वासन दिया गया। जेल अधीक्षक ने बताया कि शीघ्र ही जेल में बन्द सभी 12 बच्चों को जेल के बाहर पब्लिक स्कूल में प्रवेश कराकर उनकी और बेहतर शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी।
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उन्होंने बताया कि संगठन की मंडल अध्यक्ष नलिनी ओमर द्वारा सभी महिला बंदियों को सिलाई, कढ़ाई प्रशिक्षण देने का आश्वासन दिया गया है। सिलाई- कढ़ाई का प्रशिक्षण आने वाले रविवार से प्रारंभ किया जाएगा।
इस मौके पर संगठन की जिला उपाध्यक्ष रितु श्रीवास्तव, महानगर उपाध्यक्ष ममता श्रीवास्तव, मंडल उपाध्यक्ष मधु श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रेया सक्सेना आदि लोग मौजूद रहे।