Pregnancy एक खूबसूरत यात्रा है, लेकिन साथ ही यह कई बदलावों और चुनौतियों से भरी होती है। इस दौरान डॉक्टर से नियमित रूप से परामर्श लेना बेहद जरूरी है। यहां कुछ ऐसे संकेत दिए गए हैं जब आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
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Pregnancy के दौरान डॉक्टर से परामर्श लेने के 8 संकेत
रक्तस्राव: चाहे वह हल्का हो या भारी, गर्भावस्था के किसी भी चरण में रक्तस्राव एक चिंता का विषय हो सकता है।
तकलीफदेह पेट में दर्द: अगर आपको पेट में तेज दर्द, ऐंठन या दबाव महसूस हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
तेज बुखार: सामान्य सर्दी-जुकाम से अधिक बुखार आना गर्भावस्था में खतरनाक हो सकता है।
सिरदर्द: अगर सिरदर्द लगातार रहता है और अन्य लक्षणों के साथ होता है, तो यह उच्च रक्तचाप का संकेत हो सकता है।
सूजन: हाथों, पैरों या चेहरे में सूजन बढ़ना प्रीक्लेम्पसिया का संकेत हो सकता है।
घटती भूख: लगातार उल्टी, मतली या भूख न लगना आपके और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
पेशाब में जलन या दर्द: यह संक्रमण का संकेत हो सकता है और गर्भावस्था में संक्रमण जटिलताएं पैदा कर सकता है।
बच्चे की कम हलचल: अगर आपको लगता है कि बच्चा पहले की तुलना में कम हलचल कर रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
कब-कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
- हर महीने: गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में हर चार हफ्ते में एक बार डॉक्टर से मिलें।
- हर दो हफ्ते में: दूसरे और तीसरे तिमाही में हर दो हफ्ते में एक बार डॉक्टर से मिलें।
- हर हफ्ते: अंतिम महीने में हर हफ्ते एक बार डॉक्टर से मिलें।
क्यों है डॉक्टर से मिलना जरूरी?
- नियमित जांच: डॉक्टर नियमित जांच के माध्यम से आपके और बच्चे के स्वास्थ्य की निगरानी करते हैं।
- समस्याओं का पता लगाना: डॉक्टर किसी भी संभावित समस्या का जल्दी पता लगा सकते हैं और उपचार कर सकते हैं।
- सलाह: डॉक्टर आपको गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक सलाह देते हैं।
ध्यान रखें:
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यह सूची पूरी नहीं है। अगर आपको कोई भी असामान्य लक्षण महसूस हो रहा है, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।