West Bengal में शिक्षक भर्ती घोटाले के कारण नौकरी गंवाने वाले सैकड़ों शिक्षकों ने कोलकाता में सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ये शिक्षक OMR (Optical Mark Recognition) उत्तर पुस्तिकाओं को सार्वजनिक किए जाने की मांग कर रहे हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उनकी नियुक्ति प्रक्रिया निष्पक्ष थी या नहीं।
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प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्होंने वैध तरीके से परीक्षा उत्तीर्ण की थी, लेकिन भर्ती में भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते उन्हें अनुचित रूप से सेवा से हटा दिया गया।
शिक्षकों का आरोप है कि कई ऐसे उम्मीदवारों को नौकरी दी गई जिनकी परीक्षा में कम अंक आए थे या जिन्होंने प्रक्रिया पूरी नहीं की थी। उनका मानना है कि OMR शीट्स सार्वजनिक करने से यह साफ हो जाएगा कि किसे कितने अंक मिले और किस आधार पर नियुक्ति रद्द की गई।
इस विरोध प्रदर्शन को लेकर राज्य सरकार सावधानीपूर्वक प्रतिक्रिया दे रही है, जबकि विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर भ्रष्टाचार और शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे।
West Bengal का शिक्षक भर्ती घोटाला मामला
West Bengal में शिक्षक भर्ती घोटाला (West Bengal Teacher Recruitment Scam) हाल के वर्षों में राज्य की राजनीति और शिक्षा व्यवस्था से जुड़ा एक प्रमुख विवाद रहा है। यह घोटाला School Service Commission (SSC) और West Bengal Board of Primary Education (WBBPE) द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में भ्रष्टाचार, धांधली और अनियमितताओं से संबंधित है। नीचे इस घोटाले की विस्तृत जानकारी दी गई है:
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