अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को घोषणा की कि सऊदी अरब के जेद्दा में हुई शांति वार्ता के बाद Ukraine युद्ध विराम पर सहमत हो गया है। ट्रम्प ने उम्मीद जताई कि रूस भी इस प्रस्ताव पर सहमत होगा, जिससे युद्ध समाप्ति की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा सकेगा।
यह भी पढ़ें: Russia ने यूक्रेन पर किया हमला, 20 लोगों की मौत, 30 अन्य घायल
सामग्री की तालिका
मंगलवार (स्थानीय समय) को पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा, “Ukraine युद्ध विराम पर सहमत हो गया है। अब हमें रूस से बात करनी है और उम्मीद है कि राष्ट्रपति पुतिन भी इस पर सहमत होंगे। हम इस भयानक युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं। लोग मारे जा रहे हैं, शहर नष्ट हो रहे हैं।”
ट्रम्प ने इस घटनाक्रम को “बहुत महत्वपूर्ण” बताया और कहा कि अगर रूस सहमत होता है तो यह एक बड़ी कूटनीतिक सफलता होगी।
युद्ध विराम का प्रस्ताव
- अमेरिका ने “तत्काल, अंतरिम 30-दिवसीय युद्ध विराम” लागू करने का प्रस्ताव दिया है।
- इसे पार्टियों के आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकता है।
- युद्ध विराम रूस द्वारा स्वीकृति और समवर्ती कार्यान्वयन के अधीन होगा।
अमेरिकी भूमिका और समर्थन
- अमेरिका ने कहा कि रूस की सहमति शांति स्थापित करने की कुंजी होगी।
- अमेरिका ने घोषणा की कि वह: खुफिया जानकारी साझा करने पर लगी रोक को तुरंत हटाएगा।
- यूक्रेन को सुरक्षा सहायता फिर से शुरू करेगा।
- शांति प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए मानवीय राहत प्रयासों का समर्थन करेगा।
यह भी पढ़ें: Russia ने दावा किया कि उसने यूक्रेन में सबसे बड़े सैन्य ईंधन भंडारण स्थल को नष्ट किया
शांति वार्ता के मुख्य बिंदु
- जेद्दा में हुई बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने निम्नलिखित मुद्दों पर सहमति जताई:
- युद्धबंदियों का आदान-प्रदान
- नागरिक बंदियों की रिहाई
- जबरन स्थानांतरित किए गए यूक्रेनी बच्चों की वापसी
- युद्धविराम के दौरान मानवीय सहायता की आपूर्ति
Ukraine के बाद रूस की प्रतिक्रिया का इंतजार
ट्रम्प ने कहा कि वह जल्द ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे ताकि युद्ध विराम को अंतिम रूप दिया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर रूस सहमत होता है, तो यह एक ऐतिहासिक सफलता होगी। हालांकि, ट्रम्प ने चेतावनी दी कि अगर रूस ने इनकार किया, तो युद्ध जारी रहेगा और इसका खामियाजा निर्दोष लोगों को भुगतना पड़ेगा।
निष्कर्ष
यह घटनाक्रम यूक्रेन में जारी लंबे युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है। अब सबकी नजर रूस के फैसले पर टिकी है, जो शांति प्रक्रिया की सफलता या असफलता को निर्धारित करेगा।
अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें