भोजपुरी इंडस्ट्री में विलेन के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले भोजपुरी एक्टर Vijay Khare ने रविवार को आखिरी सांसें लीं। वह पार्किंसंस से पीड़ित थे और लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था। बेंगलुरु के कावेरी अस्पताल में इलाज के दौरान आज सुबह 4:00 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
यह भी पढ़ें: Actor Satish Kaushik का 66 साल की उम्र में हुआ निधन
Vijay Khare ने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया
जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि विजय खरे ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है और गंगा किनारे मोरा गांव (1983) सहित फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभाने के लिए प्रसिद्ध हुए।
वह अपने पीछे तीन बेटे और पत्नी छोड़ गए हैं। उनके बड़े बेटे संतोष खरे नोएडा की एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उनके मंझले बेटे आशुतोष खरे ने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाया और 50 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। वह एक अभिनेता, निर्देशक और निर्माता के रूप में विजय खरे की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका छोटा बेटा परितोष खरे भी बेंगलुरु में एक मल्टीनेशनल कंपनी में ऊंचे पद पर कार्यरत है।
Vijay Khare को 2019 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला
यह भी पढ़ें: भारतीय फैशन डिजाइनर Rohit Bal का 63 साल की उम्र में निधन हुआ
भोजपुरी फिल्मों के अमरीश पुरी के नाम से मशहूर विजय खरे को साल 2019 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी नवाजा गया था। उन्हें यह अवॉर्ड कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में दिया गया था। अवॉर्ड लेते वक्त उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपने सफर के बारे में भी बात की। भोजपुरी फिल्मों में कई उतार-चढ़ाव देखने वाले विजय खरे का निधन भोजपुरी इंडस्ट्री के लिए बड़ी क्षति है।