मुंबई: Maharashtra के औरंगाबाद में कल शाम दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के दौरान पुलिस दल पर हमला किया गया और उनके कई वाहनों में आग लगा दी गयी। युवकों के दो गुटों में कहासुनी ने मारपीट का रूप ले लिया।
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विशेष रूप से रामनवमी और रमज़ान के महीने को देखते हुए सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
Maharashtra में साम्प्रदायिक हिंसा, पुलिस की गाड़ियाँ फूंकीं
पुलिस ने कहा कि लगभग 500-600 लोग हमले में शामिल थे और अभी तक उनकी पहचान नहीं की जा सकी है। पुलिस आयुक्त निखिल गुप्ता ने कहा कि यह घटना किराडपुरा में हुई, जहां प्रसिद्ध राम मंदिर है।
गुप्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “यह कुछ युवकों के बीच झड़प के बाद शुरू हुआ। उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चल रहा है। भीड़ की घटना लगभग एक घंटे तक चली। लगभग छह से सात वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।”
जले हुए वाहनों को हटा दिया गया है। पुलिस ने कहा कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने हिंसा भड़काने वालों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमों का गठन किया है।
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में स्थानीय सांसद इम्तियाज जलील, राज्य के भाजपा मंत्री अतुल सावे और अन्य लोगों को शांति सुनिश्चित करने का प्रयास करते दिखाया गया है।
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असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी से ताल्लुक रखने वाले जलील ने कहा, “कुछ घोषणाओं को लेकर युवकों के दो समूह आपस में भिड़ गए थे। इसके कारण सैकड़ों लोग सड़कों पर जमा हो गए और पथराव शुरू कर दिया।”