Basant Panchami के दिन माँ सरस्वती की पूजा की जाती है और यह दिन ज्ञान, संगीत, कला और नई शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि एक छोटी सी गलती दुर्भाग्य ला सकती है।
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Basant Panchami को क्या करना चाहिए?
- माँ सरस्वती की पूजा – पीले वस्त्र पहनकर माँ सरस्वती की पूजा करें और सफेद या पीले फूल अर्पित करें।
- विद्या और ज्ञान का सम्मान – इस दिन नई किताबें, पेन या अध्ययन सामग्री खरीदना शुभ होता है। बच्चों को अक्षर लेखन करवाना अच्छा माना जाता है।
- पीले भोजन का सेवन – हल्दी युक्त भोजन जैसे खिचड़ी, केसर युक्त मिठाइयाँ और पीले फल खाना शुभ होता है।
- दान और सत्कर्म करें – गरीबों को भोजन और शिक्षा से जुड़ी चीजें दान करें।
- संगीत और कला का आदर करें – इस दिन संगीत और कला से जुड़े कार्य करना शुभ होता है।
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Basant Panchami को क्या नहीं करना चाहिए?
- काले और गहरे रंगों से बचें – इस दिन पीला, सफेद और हल्के रंग पहनना शुभ माना जाता है।
- गंदगी न फैलाएँ – इस दिन घर और पूजा स्थान को साफ-सुथरा रखना जरूरी है।
- कटु वचन और क्रोध से बचें – इस दिन मीठे शब्द बोलें और किसी से झगड़ा न करें।
- शिक्षा और किताबों का अपमान न करें – इस दिन किताबों, कॉपियों और पेन को पैर से छूना अशुभ माना जाता है।
- माँ सरस्वती की पूजा में भूल से भी बिना स्नान किए शामिल न हों – ऐसा करने से पूजा का शुभ फल नहीं मिलता।
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एक गलती जो भारी पड़ सकती है
विद्या और ज्ञान से जुड़ी वस्तुओं का अपमान करना या भूल से भी किताबों पर पैर रखना बहुत बड़ा दोष माना जाता है। ऐसा करने से शिक्षा और करियर में बाधाएँ आ सकती हैं।
अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो बसंत पंचमी का दिन आपके लिए शुभ और मंगलमय रहेगा! 😊
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