Radish-Carrot Pickle एक पारंपरिक भारतीय अचार है, जो स्वाद में तीखा, खट्टा और हल्का मीठा होता है। Radish-Carrot Pickle न केवल खाने के स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है। इसे बनाने के लिए ताजी मूली और गाजर को मसालों और तेल के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है। इसमें सरसों, मेथी, सौंफ, हींग और अन्य पारंपरिक मसाले डाले जाते हैं, जो इसे खास स्वाद और खुशबू देते हैं।
Radish-Carrot Pickle विशेष रूप से सर्दियों में अधिक पसंद किया जाता है, क्योंकि मूली और गाजर ठंड के मौसम में आसानी से उपलब्ध होती हैं और स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी मानी जाती हैं। यह पाचन को सुधारने, भूख बढ़ाने और शरीर को गर्म रखने में सहायक होता है।
Radish-Carrot Pickle को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसे सही तरीके से स्टोर करना जरूरी होता है। इसे कांच के साफ और सूखे जार में रखा जाता है, जिससे यह कई महीनों तक ताजा बना रहता है। यह पराठों, दाल-चावल, खिचड़ी और रोटी के साथ बहुत स्वादिष्ट लगता है। इस लेख में हम आपको Radish-Carrot Pickle बनाने की विस्तृत विधि, इसे बनाने के विभिन्न तरीके और इसे स्टोर करने के सही तरीके के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
सामग्री की तालिका
मूली-गाजर का अचार बनाने की विधि और इससे जुड़ी संपूर्ण जानकारी
Radish-Carrot Pickle भारतीय भोजन का एक अहम हिस्सा है, जो खाने के स्वाद को दोगुना कर देता है। तरह-तरह के अचारों में मूली-गाजर का अचार अपने खट्टे-मीठे और तीखे स्वाद के कारण बेहद पसंद किया जाता है। यह अचार न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है। Radish-Carrot Pickle में मौजूद पोषक तत्व पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं और शरीर को कई लाभ पहुंचाते हैं। इस लेख में हम आपको मूली-गाजर का अचार बनाने की आसान विधि, इसके विभिन्न प्रकार, इसके फायदे और इसे सुरक्षित रखने के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
मूली-गाजर का अचार बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
- गाजर – 500 ग्राम (लंबे और पतले कटे हुए)
- मूली – 500 ग्राम (लंबे और पतले कटे हुए)
- सरसों का तेल – 250 मिलीलीटर
- हल्दी पाउडर – 2 चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – 1 चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- सौंफ पाउडर – 2 चम्मच
- सरसों दाना (राई पाउडर) – 3 चम्मच
- हींग – 1 चुटकी
- नींबू का रस – 4 चम्मच
- मेथी दाना पाउडर – 2 चम्मच
- गुड़ या चीनी (वैकल्पिक, स्वाद अनुसार) – 1 चम्मच
मूली-गाजर का अचार बनाने की विधि
1. सब्जियों की तैयारी
- सबसे पहले गाजर और मूली को अच्छे से धो लें और कपड़े से पोंछकर सुखा लें।
- अब इनका लंबा और पतला काट लें, ताकि मसाले अच्छी तरह से अंदर तक मिल सकें।
- कटे हुए टुकड़ों को कुछ देर धूप में रख दें या फिर उन्हें एक सूखे कपड़े से अच्छी तरह पोंछ लें ताकि उनमें नमी न रहे।
2. मसालों की तैयारी
- एक कटोरी में हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, नमक, सौंफ पाउडर, सरसों दाना पाउडर, हींग और मेथी दाना पाउडर को अच्छे से मिला लें।
- यदि आप मीठा स्वाद पसंद करते हैं, तो इसमें थोड़ा सा गुड़ या चीनी भी मिला सकते हैं।
3. तेल गर्म करना
- एक पैन में सरसों का तेल डालें और इसे अच्छे से गर्म करें जब तक कि उसमें से हल्का धुआं न निकलने लगे।
- अब गैस बंद कर दें और तेल को थोड़ा ठंडा होने दें ताकि उसमें मिलाए गए मसाले जलें नहीं।
4. अचार को मिलाना
- कटे हुए गाजर और मूली को एक बड़े बर्तन में डालें।
- तैयार किए गए मसाले इस पर डालें और हाथों या चम्मच की मदद से अच्छे से मिलाएं ताकि मसाले सब्जियों पर अच्छी तरह से चिपक जाएं।
- अब इसमें हल्का गुनगुना तेल डालें और फिर से अच्छे से मिला लें।
- अंत में, नींबू का रस डालें और फिर से अच्छी तरह से मिला दें।
5. अचार को तैयार करना
- तैयार किए गए अचार को एक कांच के साफ और सूखे जार में भरें।
- जार को ढक्कन से कसकर बंद कर दें और इसे 2-3 दिनों तक धूप में रखें।
- रोजाना एक बार जार को हल्का हिलाएं ताकि मसाले और तेल समान रूप से मिलते रहें।
- 3-4 दिनों बाद अचार पूरी तरह से तैयार हो जाएगा और इसका स्वाद और भी बढ़ जाएगा।
मूली-गाजर का अचार खाने के फायदे
- पाचन तंत्र को मजबूत करता है
मूली और गाजर में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जिससे पाचन में सुधार होता है और कब्ज जैसी समस्याएं नहीं होती हैं। - इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
मूली और गाजर में विटामिन C पाया जाता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। - शरीर को डिटॉक्स करता है
मूली और गाजर प्राकृतिक रूप से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे त्वचा में निखार आता है और शरीर स्वस्थ रहता है। - ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है
Radish-Carrot Pickle में पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होती है। - वजन कम करने में मदद करता है
यह अचार कम कैलोरी वाला होता है और फाइबर से भरपूर होता है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है और अधिक खाने की इच्छा कम होती है।
मूली-गाजर के अचार के विभिन्न प्रकार
- सरसों के तेल वाला अचार
इसमें अधिक मात्रा में सरसों का तेल मिलाया जाता है, जिससे यह लंबे समय तक खराब नहीं होता। - नींबू के रस वाला अचार
इसमें तेल की मात्रा कम और नींबू का रस अधिक होता है, जिससे यह हल्का और खट्टा स्वाद देता है। - गुड़ वाला मीठा अचार
इसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाया जाता है, जिससे इसका स्वाद हल्का मीठा और मसालेदार होता है। - कश्मीरी मसाला अचार
इसमें कश्मीरी लाल मिर्च और सौंफ पाउडर अधिक मात्रा में मिलाया जाता है, जिससे यह थोड़ा तीखा और सुगंधित बनता है।
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अचार को सुरक्षित रखने के टिप्स
- हमेशा अचार को कांच या चीनी मिट्टी के जार में ही रखें।
- Radish-Carrot Pickle निकालने के लिए साफ और सूखे चम्मच का ही उपयोग करें।
- धूप में रखने से अचार जल्दी पकता है और ज्यादा समय तक टिकता है।
- नमी अचार को जल्दी खराब कर सकती है, इसलिए इसे हमेशा सूखे और ठंडे स्थान पर रखें।
- अगर अचार में तेल कम लगे, तो थोड़ा और गर्म करके डाल सकते हैं, ताकि यह लंबे समय तक सुरक्षित रहे।
निष्कर्ष
Radish-Carrot Pickle खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। Radish-Carrot Pickle पाचन को सुधारता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। इसे बनाना बेहद आसान है और थोड़े से प्रयास से आप घर पर ही स्वादिष्ट और सेहतमंद अचार तैयार कर सकते हैं। इस लेख में बताई गई विधि से आप Radish-Carrot Pickle बनाकर इसे लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं और अपने भोजन का स्वाद बढ़ा सकते हैं।
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