दिल्ली के उपमुख्यमंत्री Manish Sisodia और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता को दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस मामले में पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तलब किया है। सिसोदिया को 16 अक्टूबर सोमवार को सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में दिल्ली शराब नीति मामले में पहली गिरफ्तारी की है। ईडी ने मनीष सिसोदिया के करीबी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था।
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Manish Sisodia ने सहयोग करने की बात की
सूचना मिलने के बाद सिसोदिया ने एक ट्वीट किया, उन्होंने लिखा- ‘मेरे घर पर 14 घंटे CBI रेड कराई, कुछ नहीं निकला। मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें कुछ नहीं निकला। मेरे गांव में इन्हें कुछ नहीं मिला। अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे CBI मुख्यालय बुलाया है। मैं जाऊंगा और पूरा सहयोग करूंगा। सत्यमेव जयते.’
दिल्ली आबकारी नीति मामले को लेकर सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में मनीष सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर है। बाकी आरोपियों के नाम सामने आ रहे हैं। ऐसे में तय है कि जांच के केंद्र में रहने वाले मनीष सिसोदिया ही हैं। इस मामले में सिसोदिया के अलावा जांच एजेंसी ने 14 और लोगों को आरोपी बनाया है।
मनीष सिसोदिया पर लगे थे ये आरोप
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मनीष सिसोदिया पर दो मुख्य आरोप हैं। पहला आरोप यह है कि जब आबकारी विभाग ने शराब की दुकानों के लिए लाइसेंस जारी किया, तो इस दौरान मनीष सिसोदिया द्वारा निजी वेंडरों को कुल 144 करोड़ 36 लाख रुपये का फायदा हुआ क्योंकि इस दौरान इतनी की लाइसेंस फीस माफ कर दी गई थी। जिससे सरकार को भारी नुकसान हुआ है।
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इसके अलावा मनीष सिसोदिया पर कैबिनेट को विश्वास में लिए बिना और बिना उपराज्यपाल की अंतिम मंजूरी के कई बड़े फैसले लेने का भी आरोप है।