कुमाऊं की वादियों में बसा Nainital अपनी झीलों, पहाड़ों और शांत वातावरण के लिए तो मशहूर है ही, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस खूबसूरत हिल स्टेशन की एक आध्यात्मिक दुनिया भी है, जो कई मायनों में अद्भुत और रहस्यमयी है? यहां ऐसे कई प्राचीन मंदिर हैं, जो न सिर्फ आपकी यात्रा को धार्मिक रंग देते हैं, बल्कि आपको एक ऐसा अनुभव कराते हैं जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है। अगर आप वाकई में Nainital को महसूस करना चाहते हैं, तो इन मंदिरों में जरूर जाएं – यहां हर घंटी एक आशीर्वाद है, हर दीया एक कहानी कहता है।
सामग्री की तालिका
1. नैना देवी मंदिर – Nainital की आत्मा
नैनी झील के उत्तरी किनारे पर स्थित नैना देवी मंदिर, इस शहर का सबसे प्रसिद्ध और पवित्र मंदिर है।
क्या है खास:
- यह मंदिर भारत के 51 शक्ति पीठों में से एक माना जाता है।
- मान्यता है कि माता सती के शरीर के हिस्से जहां-जहां गिरे, वहां शक्ति पीठ बने। यहां उनकी आंखें (नैन) गिरी थीं, इसलिए इसका नाम पड़ा Nainital।
- मंदिर में देवी नैना की मूर्ति दो आंखों के रूप में स्थापित है, जो दिव्य दृष्टि और संरक्षण का प्रतीक हैं।
अनुभव:
मंदिर तक पहुंचने के लिए कुछ सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। ऊपर पहुंचते ही आपको झील का शांत दृश्य और मंदिर की लाल-पीली छटा आत्मिक ऊर्जा से भर देती है। नवरात्रि के समय यहां जबरदस्त भीड़ होती है, और पूरा इलाका भक्ति, भजन और दीपों की रौशनी से जगमगा उठता है।
टिप: शाम के समय यहां जरूर आएं – जब सूर्य झील में ढल रहा हो और मंदिर की घंटियां बज रही हों, तब का दृश्य बेहद अलौकिक होता है।
2. हनुमानगढ़ी – जहां सूर्य भूमि को छूता है
Nainital से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है हनुमानगढ़ी, जो भगवान हनुमान को समर्पित है।
क्या है खास:
- इस मंदिर को नीम करौली बाबा ने 1950 के दशक में बनवाया था।
- यहां भगवान हनुमान की एक विशाल मूर्ति है, जिसमें वे अपनी छाती चीरकर भगवान राम और सीता को दिखा रहे हैं।
- यह स्थान सूर्यास्त देखने के लिए मशहूर है, साथ ही शिव और राम मंदिर भी परिसर में मौजूद हैं।
अनुभव:
यहां का वातावरण बेहद शांत और भक्ति से परिपूर्ण है। बच्चों की हंसी, पक्षियों की चहचहाहट और सूरज की अंतिम किरणें जब मंदिर की घंटियों के साथ मिलती हैं, तो लगता है जैसे धरती और आकाश का मिलन हो रहा हो।
टिप: सुबह की आरती और शाम का सूर्यास्त – दोनों ही अनुभव अविस्मरणीय हैं।
3. कैची धाम – दुनिया भर से आने वाले भक्तों का केंद्र
अगर कोई एक मंदिर Nainital के आसपास ऐसा है जो स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग जैसे लोगों को भी आकर्षित करता है, तो वह है कैची धाम आश्रम।
क्या है खास:
- यह मंदिर नीम करौली बाबा का आश्रम है, जो एक सिद्ध संत और कई विदेशी भक्तों के गुरु रहे हैं।
- यहां दुनियाभर से लोग ध्यान और शांति की तलाश में आते हैं।
- बाबा के भक्त मानते हैं कि इस स्थान पर बैठने से ही मन को शांति और दिशा मिलती है।
अनुभव:
Nainital से करीब 17 किलोमीटर दूर, जंगलों और नदी के बीच बसा यह आश्रम बेहद शांत, स्वच्छ और ऊर्जा से भरपूर है। यहां फोटो खींचना मना है, लेकिन यहां की सकारात्मक ऊर्जा आपको अंदर तक छू जाती है।
खास मौका: हर साल जून में आयोजित भंडारा (प्रसाद वितरण) एक बड़ा आयोजन होता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु आते हैं।
4. पाषाण देवी मंदिर – पत्थर में विराजमान देवी
Nainital की ठंडी सड़क पर स्थित यह छोटा सा लेकिन प्रभावशाली मंदिर पाषाण देवी को समर्पित है।
क्या है खास:
- देवी की मूर्ति एक विशाल पत्थर में खुद-ब-खुद उभरी हुई मानी जाती है।
- श्रद्धालु मानते हैं कि यह देवी Nainital की रक्षा करती हैं और मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
- यह मंदिर शांत वातावरण और कम भीड़ के कारण ध्यान और आत्मिक शांति के लिए आदर्श स्थान है।
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अनुभव:
जब आप झील के किनारे ठंडी सड़क पर टहलते हुए इस मंदिर तक पहुंचते हैं, तो झील की लहरें, पक्षियों की आवाज़ और पत्थर में बसे देवी के दर्शन एक अद्भुत ऊर्जा देते हैं।
टिप: यहां कुछ समय बैठकर ध्यान करें – आप खुद महसूस करेंगे कि आपके मन की हलचल कैसे शांत हो रही है।
5. मुक्तेश्वर धाम – मोक्ष का द्वार
Nainital से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित मुक्तेश्वर धाम, भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है।
क्या है खास:
- यह मंदिर करीब 350 साल पुराना है और इसे मोक्ष प्रदान करने वाले शिव के रूप में पूजा जाता है।
- यह समुद्र तल से 2,312 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जहां से हिमालय की चोटियों, जैसे नंदा देवी, के दर्शन होते हैं।
- कहा जाता है कि यहां भगवान शिव ने एक राक्षस का वध कर उसे मुक्ति दी थी।
अनुभव:
मंदिर तक पहुंचने के लिए एक सुंदर पथरीली चढ़ाई है, जिसके चारों ओर देवदार और चीड़ के पेड़ हैं। मंदिर में स्थित प्राचीन शिवलिंग, घंटे और धूप की खुशबू के साथ आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाते हैं।
फोटो प्रेमियों के लिए स्वर्ग: यहां के दृश्य और मंदिर का वातावरण आपको कुछ बेहतरीन तस्वीरें देने वाला है।
6. गोलू देवता मंदिर – जहां पत्रों से होते हैं चमत्कार
Nainital के पास स्थित घोड़ाखाल में स्थित गोलू देवता मंदिर एक ऐसा मंदिर है, जहां लोग भगवान को पत्र लिखते हैं।
क्या है खास:
- गोलू देवता को न्याय का देवता माना जाता है।
- यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी समस्याओं या मनोकामनाओं को कागज पर लिखकर मंदिर में टांग देते हैं।
- जब उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है, तो वे यहां आकर घंटी चढ़ाते हैं – इसीलिए मंदिर हजारों घंटियों से सजा हुआ है।
अनुभव:
मंदिर में जाते ही आपको दीवारों, खंभों और पेड़ों पर बंधे हजारों पत्र दिखाई देंगे – ये सब लोगों की उम्मीदें, दुआएं और आभार हैं। यह दृश्य भावनाओं से भरा हुआ होता है।
विशेष मान्यता: अगर आपको न्याय नहीं मिल रहा या कोई इच्छा है, तो गोलू देवता को पत्र जरूर लिखें – कहा जाता है वे कभी किसी की बात अनसुनी नहीं करते।
Nainital उत्तराखंड के बाकी हिस्सों से कटा, भारी बारिश, सड़कें डूबी।
बोनस: Nainital के कुछ और छिपे हुए धार्मिक रत्न
- भीमताल भीमेश्वर महादेव मंदिर – कहा जाता है कि इसे भीम ने बनाया था। भीमताल झील के किनारे स्थित यह मंदिर बेहद शांत और सुंदर है।
- सीतला देवी मंदिर – मुक्तेश्वर के रास्ते में स्थित यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है।
- खुर्पाताल गणेश मंदिर – एक शांत झील के पास स्थित यह मंदिर प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान है।
Nainital के मंदिर – आत्मा को छूने वाला अनुभव
Nainital सिर्फ एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं है – यह एक आध्यात्मिक यात्रा है, जहां हर मंदिर आपको एक नई कहानी, एक नई ऊर्जा और एक नया दृष्टिकोण देता है। अगर आप वाकई में Nainital को समझना चाहते हैं, तो इन मंदिरों में जरूर जाएं। क्योंकि यहां की हर घंटी एक आशीर्वाद है, हर मंदिर एक मंत्र है, और हर दर्शन एक अनुभव।
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