होम देश Hardoi में समाधान दिवस पर पहुँचे बुज़ुर्ग बोले ‘साहब मैं ज़िंदा हूँ’

Hardoi में समाधान दिवस पर पहुँचे बुज़ुर्ग बोले ‘साहब मैं ज़िंदा हूँ’

विरासत में लेखपाल ने बुजुर्ग को दिखा दिया मृत, एक बार फिर राजस्व विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने। बुजुर्ग की बात सुनकर अधिकारियों के उड़े होश। बुजुर्ग ने एप्लिकेशन लेकर आलाधिकारियों से गुहार लगाई " साहब मैं जिंदा हूँ "

बुजुर्ग ने एप्लिकेशन लेकर आलाधिकारियों से गुहार लगाई " साहब मैं जिंदा हूँ "

हरदोई/उ.प्र: अजीब खेल है राजस्व विभाग का जीते को मुर्दा कर देते हैं, और मुर्दा फरियादी खुद अपनी फरियाद लेकर अपने आप को ज़िंदा साबित करने के लिए Hardoi में हो रहे समाधान दिवस में एप्लिकेशन लेकर आलाधिकारियों से गुहार लगाता है “साहब मैं जिंदा हूँ ” जिस पर समाधान दिवस में बैठे आलाधिकारियों के होश उड़ जाते है।

Hardoi के गौरिया ग्राम का मामला 

Elder reached Hardoi samadhan diwas said 'I am alive sir'
Hardoi के शाहबाद तहसील के ग्राम गौरिया का मामला

आप को बताते चले हरदोई ज़िले के शाहाबाद तहसील के गौरिया ग्राम का मामला है, जहां एक बुजुर्ग महाराज सिंह को विरासत बदलने में मृतक दिखा दिया और उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया। 

जब बुज़र्ग ने किसी काम को लेकर इंतखाब निकलवाया तो उसका नाम ही नहीं था, जब बुज़ुर्ग ने इसकी जानकारी करी तो वकील ने बताया की तुम तो ज़िंदा ही नही हो। 

तुम कागजों में मृत दिखा दिए गए हो यह बात सुनकर बुज़ुर्ग को एक झटका लगा और उसने ईश्वर से कहा यह कैसा अन्याय है की एक जीते जाते इंसान को मृत घोषित कर दिया गया। फिर क्या था बुज़ुर्ग ने अपने आप को ज़िंदा साबित करने की जंग छेड़ दी और तमाम आलाधिकारियों से गुहार लगाई। 

Hardoi में समाधान दिवस पर पहुँचे बुज़ुर्ग बोले ‘साहब मैं ज़िंदा हूँ’

आज शाहाबाद तहसील में हो रहे समाधान दिवस पर बुज़र्ग महाराज सिंह, अपने आप को ज़िंदा साबित करने के लिए समाधान दिवस में मौजूद एसडीएम शाहाबाद के सामने एप्लिकेशन लेकर पहुँचा और हाथ जोड़कर कहा ” साहब मैं जिंदा हूँ ” 

Hardoi में समाधान दिवस पर पहुँचे बुज़ुर्ग बोले ‘साहब मैं ज़िंदा हूँ’

एसडीएम शाहाबाद ने प्राथना पत्र लेकर आश्वासन दिया कि जल्दी इस गलती को सुधारा जाएगा।

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