“Gabbar is back” एक हिंदी एक्शन-ड्रामा फिल्म है, जो 2015 में रिलीज़ हुई थी। यह फिल्म सोनू सूद और अक्षय कुमार की प्रमुख भूमिका में है, जबकि इसका निर्देशन कृष्णा वामशी ने किया है। यह फिल्म एक समाज सुधारक की कहानी है, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ एक लड़ाई लड़ता है और एक अज्ञात नायक के रूप में सामने आता है। गब्बर इस बैक का मुख्य आकर्षण इसके मुख्य पात्र की अनूठी कहानी और उसके द्वारा उठाए गए साहसी कदम हैं, जो दर्शकों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ते हैं।
Gabbar is back फिल्म 2002 में रिलीज़ हुई मशहूर फिल्म “शोले” के पात्र गब्बर सिंह से प्रेरित है, लेकिन यह एक नए संदर्भ में स्थापित की गई है। गब्बर इस बैक का उद्देश्य भ्रष्टाचार, असमानता, और सामाजिक अन्याय के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाना है। इस फिल्म में अक्षय कुमार ने गब्बर के रूप में एक नए अवतार में अपनी भूमिका निभाई है, जो सशक्त और प्रभावी ढंग से न्याय के लिए लड़ता है।
इस लेख में हम Gabbar is back फिल्म के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जैसे कहानी, पात्र, निर्देशन, संगीत, और उसकी सामाजिक संदेश से जुड़े पहलू। साथ ही फिल्म के प्रभाव और प्रतिक्रिया पर भी नजर डालेंगे।
Table of Contents
गब्बर इस बैक: फिल्म की पूरी जानकारी
फिल्म की कहानी
Gabbar is back की कहानी एक युवा और साहसी पुलिस अधिकारी अजय सिंह (अक्षय कुमार) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो भ्रष्टाचार और सरकारी अधिकारियों द्वारा किए गए गलत कामों के खिलाफ लड़ाई लड़ने का संकल्प लेता है। अजय सिंह का नाम गब्बर रखा गया है, क्योंकि वह उसी नाम से बदला लेने की योजना बनाता है, जो देशभर में भ्रष्टाचार की समस्या के खिलाफ अपनी लड़ाई को अंजाम देता है।
अजय सिंह का एक उद्देश्य होता है – भ्रष्टाचारियों और काले धन के किंगपिन्स को सजा दिलवाना। वह अपने जाल में उन सभी लोगों को फंसाता है, जो समाज और सरकार की मदद से समाज को लूट रहे होते हैं। फिल्म में गब्बर का मुख्य उद्देश्य न्याय की प्राप्ति है, और वह उसे किसी भी कीमत पर पाने का फैसला करता है।
Gabbar is back में भ्रष्टाचार की गंभीरता को दर्शाने के लिए बहुत सी घटनाओं और मुद्दों को उठाया गया है, जो दर्शकों को अपने समाज के बारे में सोचने के लिए मजबूर करते हैं। गब्बर इस बैक न केवल एक एक्शन फिल्म है, बल्कि यह समाज में हो रहे भ्रष्टाचार, अन्याय, और असमानता के खिलाफ एक गंभीर संदेश भी देती है।
मुख्य पात्र और उनकी भूमिकाएं
1. गब्बर सिंह राजपूत / आदित्य (अक्षय कुमार)
किरदार का विवरण:
आदित्य, जिसे “गब्बर” के नाम से जाना जाता है, एक ईमानदार और साहसी व्यक्ति है। वह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक गुप्त संगठन बनाता है, जो भ्रष्ट अधिकारियों और शक्तिशाली लोगों को निशाना बनाता है। गब्बर का मिशन समाज से भ्रष्टाचार को खत्म करना है।
उसका अतीत दर्दनाक है, जब उसकी गर्भवती पत्नी को सरकारी अस्पताल की लापरवाही के कारण खो दिया।
वह समाज के लिए न्याय का रक्षक बनता है, जो “भ्रष्टाचार का अंत” करने के लिए कानून से बाहर जाकर काम करता है।
2. श्रुति (श्रुति हासन)
किरदार का विवरण:
श्रुति गब्बर की कहानी में रोमांटिक एंगल जोड़ती है। वह एक चुलबुली और हंसमुख लड़की है, जो गब्बर के साथ अप्रत्याशित रूप से जुड़ जाती है। श्रुति की भूमिका सीमित है लेकिन कहानी में एक भावनात्मक गहराई लाती है।
3. सीबीआई ऑफिसर डिग्विजय पाटिल (सुमन तलवार)
किरदार का विवरण:
डिग्विजय पाटिल एक भ्रष्ट अधिकारी है, जो गब्बर को पकड़ने की कोशिश करता है। वह गब्बर के मिशन के खिलाफ है और अपने व्यक्तिगत हितों को बचाने की कोशिश करता है।
गब्बर के साथ उसका टकराव फिल्म का एक बड़ा आकर्षण है।
4. बलबीर सिंह (सुनिल ग्रोवर)
किरदार का विवरण:
बलबीर एक ईमानदार पुलिस कांस्टेबल है, जो गब्बर की सोच और मिशन से प्रेरित होता है। वह गब्बर के खिलाफ नहीं, बल्कि उसके पक्ष में खड़ा होता है।
उसकी भूमिका सिस्टम में अच्छाई और सच्चाई की झलक दिखाती है।
5. कुमुद मिश्रा (जयदीप अहलावत)
किरदार का विवरण:
कुमुद एक भ्रष्ट सरकारी अधिकारी है, जो गब्बर के निशाने पर आता है। उसकी भूमिका यह दर्शाती है कि कैसे भ्रष्टाचार समाज को नुकसान पहुंचाता है।
6. गब्बर की पत्नी (करीना कपूर खान – विशेष उपस्थिति)
किरदार का विवरण:
गब्बर की पत्नी एक डॉक्टर थी, जो अस्पताल की लापरवाही के कारण मर जाती है। उसका किरदार फ्लैशबैक में दिखाया गया है और यही गब्बर की लड़ाई का मुख्य कारण बनता है।
फिल्म का मुख्य संदेश:
“गब्बर इज़ बैक” एक व्यक्ति की कहानी है, जो समाज में हो रहे अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होता है। फिल्म में एक्शन और थ्रिल के साथ-साथ सामाजिक संदेश भी है।
निर्माण और निर्देशन
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Gabbar is back का निर्देशन क्रिश्णा वामशी ने किया है, जो एक प्रसिद्ध निर्देशक हैं और भारतीय फिल्म उद्योग में कई फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं। फिल्म का निर्माण सोनाली जाधव और सोनाली सिंगल द्वारा किया गया है। इस फिल्म में संगीतकार साजिद-वाजिद ने संगीत दिया है, जो फिल्म की थीम के अनुसार बहुत ही प्रभावी था।
Gabbar is back के निर्माता अक्षय कुमार और संदीप सिंह हैं, जिन्होंने इस फिल्म के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म का निर्माण एक बड़े पैमाने पर किया गया था, और इसमें उच्च गुणवत्ता की शूटिंग और दृश्यों का इस्तेमाल किया गया था।
संगीत और गाने
Gabbar is back का संगीत साजिद-वाजिद द्वारा कंपोज़ किया गया है, और गाने फिल्म की कहानी के अनुसार बहुत ही उपयुक्त हैं। “तेरा मेरी कहानी” और जैसे गाने फिल्म के मुख्य आकर्षण थे। इन गानों के माध्यम से फिल्म के संदेश और भावना को प्रस्तुत किया गया है।
Gabbar is back का संगीत और गाने उसकी थीम के अनुसार काफी प्रभावित करने वाले थे और दर्शकों को कहानी से जुड़ने में मदद करते थे।
फिल्म के विषय और संदेश
Gabbar is back का मुख्य उद्देश्य समाज में भ्रष्टाचार और असमानता के खिलाफ जागरूकता फैलाना है। फिल्म में गब्बर को एक नायक के रूप में पेश किया गया है, जो व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज के भले के लिए काम करता है। वह न्याय के लिए लड़ता है, और उसका यह मिशन किसी भी व्यक्तिगत या राजनीतिक फायदे से कहीं ऊपर है।
Gabbar is back का संदेश बहुत स्पष्ट है – अगर समाज में भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए जाते, तो वह समाज खुद को नुकसान पहुंचाता है। गब्बर के किरदार के माध्यम से यह संदेश दिया जाता है कि अगर हम अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाएं, तो समाज में बदलाव ला सकते हैं।
रिलीज़ और प्रतिक्रिया
Gabbar is back 2015 में रिलीज़ हुई और इसे दर्शकों से मिश्रित प्रतिक्रिया मिली। हालांकि, फिल्म की कहानी और अक्षय कुमार का अभिनय बहुत सराहा गया, लेकिन कुछ आलोचकों ने इसके कथानक को थोड़ा प्रेडिक्टेबल और पारंपरिक बताया। फिर भी, फिल्म के एक्शन सीक्वेंस और संवादों को बहुत पसंद किया गया और यह बॉक्स ऑफिस पर सफल रही।
निष्कर्ष
गब्बर इस बैक एक एक्शन-ड्रामा फिल्म है, जो समाज के लिए एक प्रेरणादायक संदेश देती है। फिल्म में गब्बर के किरदार के माध्यम से भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ उठ खड़ा होने का संदेश दिया जाता है। अक्षय कुमार का अभिनय और फिल्म की कहानी दोनों ही प्रभावशाली हैं, जो दर्शकों को सशक्त बनाने और समाज के प्रति जागरूकता फैलाने में मदद करते हैं। यह फिल्म उन दर्शकों के लिए है जो समाज में हो रहे भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना चाहते हैं।
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