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वेस्ट यूपी में बारिश के साथ ओलावृष्टि (Hailstone), किसानों की चिंता बढ़ी।

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उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि (Hailstone) ने ठंडक बढ़ा दी है। प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, अलीगढ़ और बुलंदशहर के कई इलाकों में बरसात के साथ ओलावृष्टि (Hailstone) हुई। इसके चलते इलाके में तापमान अचानक गिर गया। ओले के साथ तेज बारिश से फसल को भारी नुकसान होने की आशंका है। बता दें कि मौसम विभाग ने बारिश और ओलावृष्टि (Hailstone) की भविष्यवाणी तीन दिन पहले ही कर दी थी।

मेरठ जिले के मवाना इलाके में रविवार का दिन बारिश लेकर आया। इसके साथ ही इलाके में जमकर ओलावृष्टि (Hailstone) हुई। इससे पारा काफी गिर गया और इलाके में ठंड बढ़ गई। किसान अपनी फसल को लेकर काफी चिंतित हैं। मुजफ्फरनगर में भी ओले और बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है।

नए साल में बारिश के साथ गिर सकते हैं ओले, पंजाब-हरियाणा और यूपी भी शीतलहर की चपेट में।

ओलावृष्टि से किसान को भारी नुकसान 

अलीगढ़ में बारिश और ओलाबारी (Hailstone) ने किसानों की फसलों को बुरी तरह से तबाह कर दिया है। काफी मात्रा में ओले पड़ने के कारण पूरी फसल जमीन पर बिछ गई है। इसकी वजह से कई जगहों पर प्रशासन को निराश किसानों के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा। बताया गया कि थाना नगला जंगली इलाके में ओलावृष्टि (Hailstone) से आलू की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। संबंधित अधिकारी को मौके पर जांच के लिए भेजा गया है। उनकी रिपोर्ट के अनुसार प्रशासन इस पर ऐक्शन लेगा। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।

अलीगढ़ में ओलावृष्टि से आलू की फसल बर्बाद

Hailstone with rain in West UP concern of farmers increased they are worried

अलीगढ़ में बारिश से आलू के किसान परेशान हैं। बरसात और ओलाबारी (Hailstone) के कारण खेतों में आलू की बिछी फसल को देखकर किसानों के होश उड़ गए। किसान कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर पहले ही आक्रोशित हैं। वहीं अब प्राकृतिक आपदाओं से फसलों को नुकसान पहुंचने पर उन्होंने अलीगढ़ के मथुरा इगलास रोड पर जाम लगाकर गुस्सा निकाला। फसल बर्बादी के कारण किसान मुआवज़े की मांग कर रहे हैं।

कृषि विज्ञान विभाग की चेतावनी

बागपत जिले के खेकड़ा तहसील रविवार को ओलाबारी (Hailstone) का गवाह बनी। यहां न्यूनतम 14 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान यहां 17 डिग्री था। कृषि विज्ञान केंद्र के डॉक्टर संदीप चौधरी ने बताया कि मौसम विभाग ने 3 दिन की चेतावनी जारी की है। इसमें ओलावृष्टि (Hailstone) के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि सरसो की फसल को ओलावृष्टि से नुकसान होने की संभावना है जबकि बदले मौसम से गेहूं की फसल को फायदा मिलेगा।

नोएडा में भी रविवार को बारिश हुई। इस दौरान चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी रहा। बारिश किसानों के हौसलों को डिगाने में कामयाब नहीं हो पाई। इस दौरान किसानों ने तंबू लगाकर बारिश से खुद का बचाव किया। बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ महीने भर से ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं।

तीन साल की बच्ची के साथ गैंगरेप (Gangrape), तीनों आरोपी नाबालिग, गिरफ्तार

Bihar: पूर्वी चंपारण (East Champaran) जिले में इंसानियत को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. यहां तीन वर्षीय बच्ची के साथ तीन नाबलिगों द्वारा गैंगरेप (Gangrape) का आरोप लगा है. घटना बंजरिया थाना क्षेत्र और आदापुर थाना क्षेत्र के बॉर्डर की है. बताया जा रहा है कि पीड़ित बच्ची को बेर (फल) खिलाने के बहाने तीनों आरोपी आदापुर और बंजरिया थाना के सीमा पर ले गए और वहां उसके साथ गलत काम (Gangrape) किया. बच्ची बेहोश हो गई तो आरोपी उसे उसी हालत में छोड़कर फरार हो गए.

झारखंड के दुमका (Dumka) में पति के साथ मेला देखकर लौट रही महिला से 17 लोगों ने गैंगरेप किया।

पुलिस अधीक्षक (SP) नवीन चंद्र झा के निर्देश के बाद दोनों थानों की पुलिस हरकत में आई है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है. इनकी उम्र आठ, नौ और 11 वर्ष बताई जा रही है. वहीं बंजरिया थाने की पुलिस ने पीड़ित बच्ची को गंभीर हालत में सदर अस्पताल में भर्ती करवाया है.

एसपी नवीन झा ने बताया कि शानिवार की शाम बच्ची खेल रही थी. इस दौरान तीनों नाबलिग लड़के उसे बेर दिलवाने का लालच देकर अपने साथ ले गए और उसके साथ दुष्कर्म (Gangrape) किया. उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा आवश्यक कार्रवाई कर आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.

WhatsApp के Advance Search फीचर से आसानी से सर्च कर सकते हैं फोटो, वीडियो, लिंक और डॉक्यूमेंट

New Delhi: पॉपुलर मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (WhatsApp) हर साल अपने यूजर्स के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए कई फीचर्स लॉन्च करता है. इन फीचर्स का उपयोग करके यूज़र्स न केवल अपना समय बचा सकते हैं, बल्कि काफी महत्वपूर्ण काम आसानी से कर सकते हैं. साल 2020 में व्हाट्सएप (WhatsApp) ने तमाम ऐसे फीचर्स लॉन्च किए, जो काफी एडवांस हैं. अगर आप अब व्हाट्सएप (WhatsApp) में कोई फाइल, फोटो या वीडियो सर्च करना चाहते हैं, तो Advance Search फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे आप कुछ सेकंड्स में ही सटीक फाइल सर्च कर सकते हैं.

WhatsApp का नया Carts फीचर लॉन्च, जानें कैसे करें इस्‍तेमाल।

जानें कैसे काम करता है फीचर

सबसे पहले आपको व्हाट्सएप (WhatsApp) ओपन करना होगा. इसमें सबसे ऊपर आपको सर्च का ऑप्शन दिखाई देगा. जब आप सर्च के ऑप्शन पर क्लिक करेंगे, तो आपके सामने फोटोज, वीडियोज, लिंक्स, जिफ, ऑडियो और डाक्यूमेंट्स के 6 ऑप्शन आ जाएंगे. इनमें से जिस फाइल को आप सर्च करना चाहते हैं उस पर क्लिक करें. उदाहरण के लिए अगर आपको कोई फोटो सर्च करना है तो फोटो वाले ऑप्शन पर क्लिक करें.

नाम से कर सकते हैं सर्च

अब आपके सामने वे सभी फोटो आ जाएंगे जो आपने व्हाट्सएप (WhatsApp) के जरिए भेजे हैं या रिसीव किए हैं. सबसे ऊपर फोटो दिखाई देंगे जो आपने हाल में ही भेजे या रिसीव किए हों. साथ ही फोटो के ऊपर एक और सर्च ऑप्शन आएगा. अगर आपको फोटो का नाम याद है, तो सर्च ऑप्शन में डालते ही आपको वह फोटो तुरंत मिल जाएगा. यहां याद रखें कि आपको इनमें वही फोटो मिलेंगे जो आपने डिलीट ना किए हों. एक बार अगर आप व्हाट्सएप (WhatsApp) से फोटो डिलीट कर देंगे, तो फोटो सर्च ऑप्शन में नहीं दिखाई देगा.

किसने क्या भेजा करें चेक

इसके अलावा इस फीचर में आप यह भी देख सकते हैं कि कौन सा फोटो किसने भेजा है. जब आप फोटो सर्च करेंगे, तो आपके सामने एक ऑप्शन आएगा. उस ऑप्शन पर क्लिक करते ही आपके सामने फोटो और उसे भेजने वाले कॉन्टैक्ट का नाम आ जाएगा. इससे आप क्या पता लगा सकते हैं कि कौन सा फोटो किसने भेजा है. व्हाट्सएप (WhatsApp) का यह फीचर काफी काम का है. पहले किसी भी फोटो को सर्च करने के लिए आपको उस कॉन्टैक्ट को सर्च करना पड़ता था, उसके बाद उसमें फोटो देखने पड़ते थे. अब यह काम सेकेड्स में हो जाता है.

कोरोना वैक्सीन के लिए Co-WIN ऐप पर कराना होगा रजिस्ट्रेशन, जानिए प्रोसेस।

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New Delhi:  एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश के बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने रविवार को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की स्वदेशी कोवैक्सीन (Covaxin) को भारत में आपात स्थिति में इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। डीजीसीआई की मंजूरी का विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी स्वागत किया है। साथ ही जायडस कैडिला की वैक्सीन ‘जाइकोव-डी’ को तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी मिल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए वैक्सीन निर्माण में जुटे वैज्ञानिकों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि अब कोविड मुक्त भारत की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। 

देश में कोरोना टीकाकरण प्रक्रिया के लिए केंद्र की तरफ से एक ऐप लॉन्च किया गया है, जिसका नाम Co-WIN (Covid Vaccine Intelligence Network) रखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पहले कहा है कि लोग इस Co-WIN ऐप के माध्यम से वैक्सीन के लिए स्वयं को पंजीकृत करने में सक्षम होंगे। Co-WIN ऐप को डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण मॉड्यूल के जरिए लोग कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। हालांकि, सरकार की तरफ से टीकाकरण अभियान की घोषणा होना अभी बाकी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक दोनों कंपनियां पहले चरण के लिए आवश्यक खुराक की आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं। आप भी जानिए Co-WIN ऐप से जड़ी सारी जानकारी। 

जानिए Co-WIN ऐप के बारे में 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन वितरण की निगरानी, डाटा रखने और लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए पंजीकृत करवाने के लिए प्लेटफॉर्म कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (Co-WIN App) नाम से एक ऐप बनाया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने संयुक्त रूप से Co-WIN ऐप को डेवलप किया है।देश के नागरिक जो हेल्थ वर्कर्स नहीं हैं उन्हें कोवैक्सीन के लिए CoWIN ऐप को गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर से डाउनलोड करना होगा। हालांकि, अब तक ऐप को लोगों द्वारा एक्सेस नहीं किया जा सकता है और न ही कोई सेल्फ-रजिस्ट्रेशन चल रहा है। यह केवल अधिकारियों द्वारा ही एक्सेस किया जा रहा है क्योंकि वैक्सीन ड्राई रन के दौरान भी ऐप का परीक्षण किया गया था। गौरतलब है कि, CoWIN ऐप अभी तक लॉन्च नहीं हुआ है। यह वर्तमान में प्ले स्टोर में उपलब्ध नहीं है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट कर दी जानकारी

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘को विन के जरिए निम्न सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी: 1- लाभार्थियों का पंजीकरण और सत्यापन, 2- टीकाकरण निर्धारण, 3-टीकाकरण की खुराक के लिए एसएमएस के जरिए पहुंच, 4- टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटना की रिपोर्टिंग और 5- टीकाकरण के बाद प्रमाण पत्र।’ बता दें कि, कोविन ऐप अभी लॉन्च नहीं हुआ है लेकिन जैसे ही इसे लॉन्च किया जाएगा तो आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत पड़ सकती है।

Co-WIN ऐप में दिए गए हैं 5 मॉड्यूल

कोविन ऐप (Co-WIN App) से टीकाकरण की प्रक्रिया, प्रशासनिक क्रियाकलापों, टीकाकरण कर्मियों और उन लोगों के लिए एक मंच की तरह काम करेगा, जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है। कोविन ऐप में 5 मॉड्यूल हैं। पहला प्रशासनिक मॉड्यूल, दूसरा रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल, तीसरा वैक्सीनेशन मॉड्यूल, चौथा लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल और पांचवां रिपोर्ट मॉड्यूल।

प्रशासनिक मॉड्यूल उन लोगों के लिए है जो टीकाकरण कार्यक्रम का संचालन करेंगे। इस मॉड्यूल के जरिए वे सेशन तय कर सकते हैं, जिसके जरिए टीका लगवाने लोगों और प्रबंधकों को नोटिफिकेशन के जरिए जानकारी मिल जाएगी।

रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल उन लोगों के लिए होगा जो टीकाकरण कार्यक्रम के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाएंगे।

वैक्सीनेशन मॉड्यूल उन लोगों की जानकारियां को वेरिफाई करेगा, जो टीका लगवाने के लिए अपना रजिट्रेशन करेंगे और इस बारे में स्टेटस अपडेट करेगा।

लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल के जरिए टीकाकरण के लाभान्वित लोगों को मैसेज भेजे जाएंगे। साथ ही इससे क्यूआर कोड भी जनरेट होगा और लोगों को वैक्सीन लगवाने का ई-प्रमाणपत्र मिल जाएगा।

रिपोर्ट मॉड्यूल के जरिए टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़ी रिपोर्ट तैयार होंगी, जैसे टीकाकरण के कितने सेशन हुए, कितने लोगों को टीका लगा। कितने लोगों ने रजिस्ट्रेशन के बावजूद टीका नहीं लगवाया।

3 करोड़ हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगेगी फ्री वैक्सीन

स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अब सिर्फ देश के 3 करोड़ हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को फ्री वैक्सीन दिए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा, “फ्री वैक्सीन सिर्फ उन्हीं लोगों को दी जाएगी जो हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर हैं, ऐसे लोगों की संख्या करीब तीन करोड़ है, बाकी लोगों को वैक्सीन कैसे लगेगी इस पर जुलाई तक फैसला होगा।” कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर डॉ हर्षवर्धन ने कहा, ‘देश के लोगों को मेरी अपील है कि वो किसी भी अफवाह में न जाएं। भारत की सरकार देश के लोगों को कोविड-19 से सुरक्षित रखना चाहती है, वैक्सीन का विकास उसी प्रक्रिया का हिस्सा है।’

वैक्सीनेशन के लिए भारत के सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन 2 जनवरी से शुरू हो चुका है। साथ ही 6 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) शुरू हो जाएगा। वैक्सीन की मंजूरी मिलने के बाद लोगों को अब टीकाकरण का इंतजार है। सरकार ने साफ कर दिया है कि पहले चरण में फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स को टीका लगेगा। इसके बाद सरकार ने चरण वार टीका लगवाने की बात कही है।  

Kashmir: कश्मीर में जबरदस्त बर्फबारी (Snowfall), राजमार्ग बंद, वायु संपर्क कटा।

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Srinagar:  कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) के ज्यादातर हिस्सों में बर्फबारी (Snowfall) के बाद घाटी का देश के अन्य हिस्सों से सड़क और वायु संपर्क कट गया है। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर स्थानों पर रात में और कुछ स्थानों पर तड़के बर्फबारी शुरू हुई। उन्होंने बताया कि श्रीनगर (Srinagar) में तीन से चार इंच तक ताजा बर्फबारी हुई। उत्तरी कश्मीर के कुछ इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई जबकि मध्य और दक्षिणी कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में मध्यम बर्फबारी (Snowfall) हुई। वहीं घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मध्यम से भारी बर्फबारी हुई। अधिकारी ने बताया, “फिलहाल दोपहर तक इसी तीव्रता से बर्फबारी (Snowfall) जारी रहने की संभावना है। हालांकि शाम तक इसके अस्थायी तौर पर रुकने की संभावना है।”

वहीं काजीगुंड में नौ इंच तक बर्फबारी हुई। अधिकारियों ने बताया कि पर्यटन के लिए मशहूर पहलगाम में पांच से छह इंच तक और कोकेरनाग में नौ इंच तक बर्फबारी (Snowfall) हुई। उत्तरी कश्मीर के मशहूर पर्यटन स्थल गुलमर्ग में चार इंच तक बर्फबारी हुई। वहीं श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के जवाहर सुरंग के आसपास 10 इंच तक बर्फबारी हुई। ताजा बर्फबारी की वजह से राजमार्ग पर यातायात निलंबित हो गया।

यातायात नियंत्रण कक्ष के अधिकारी ने बताया कि जवाहर सुरंग के आसपास भारी बर्फबारी (Snowfall) की वजह से राजमार्ग को बंद कर दिया गया। वहीं बर्फबारी के कारण श्रीनगर (Srinagar) हवाईअड्डे पर विमानों का पहुंचना और उड़ान भरना बंद है। श्रीनगर (Srinagar) हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि रनवे पर बर्फ जमा होने की वजह से अब तक यहां विमानों का परिचालन बंद है। रनवे से बर्फ हटाने के बाद ही परिचालन शुरू करने के संबंध में फैसला लिया जाएगा।

बर्फबारी (Snowfall) की वजह से घाटी में न्यूनतम तापमान में सुधार तो हुआ है लेकिन अब भी यह जमाव बिन्दु से नीचे है। श्रीनगर (Srinagar) में रात का तापमान शून्य से1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। वहीं गुलमर्ग में तापमान शनिवार रात में शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पहलगाम में तापमान शून्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज हुआ। मौसम कार्यालय ने दक्षिणी कश्मीर, गुलमर्ग, बनिहाल-रामबन, पुंछ, राजौरी, किश्तवाड़, जांस्कर और केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के द्रास तथा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सोमवार से अगले दो दिनों तक मध्यम से भारी बर्फबारी (Snowfall) की संभावना जताई है। कश्मीर में फिलहाल ‘चिल्लई-कलां’ चल रहा है। यह 40 दिन की अवधि होती है, जिसमें पारा गिरता है और घाटी ठंड की चपेट में रहती है। 

Ghaziabad: अंतिम संस्कार में शामिल होने गए लोगों पर श्मशान भूमि में गिरा लेंटर, 8 की मौत

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Ghaziabad: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक बड़ा हादसा हुआ है. गाजियाबाद (Ghaziabad) के मुरादनगर (Muradnagar) में अंतिम संस्कार में शामिल होने गए लोगों पर श्मशान घाट में लेंटर गिर गया. इस हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. आशंका जताई जा रही है कि मलबे में अब भी कुछ लोग दबे हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, लेंटर गिरने के बाद करीब 2 दर्जन से ज्यादा लोग मलबे में दब गए थे. इनमें से करीब 17 लोगों को निकाला गया. राज्य के मुख्यमंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.

बताया जा रहा है कि गाजियाबाद (Ghaziabad) में जारी बारिश के बीच कई स्थानीय निवासी एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए श्मशान भूमि पहुंचे थे। बारिश की वजह से कई लोगों ने छत के नीचे पनाह ली थी। तभी श्मशान घाट का लेंटर भरभराकर गिर गया। इसमें कई लोग मलबे में दब गए। पुलिस ने क्रेन की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक 17-18 लोगों को मलबे से निकाला गया है और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है।

मां को याद कर रो रही बच्ची की पिता ने ही गुस्से में गला दबाकर कर दी हत्या

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस के अलावा दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची. राहत और बचाव का काम अभी चल रहा है. मलबे से निकाले गए 8 लोगों की मौत हो गई है. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बारिश की वजह से लेंटर गिरने की बात सामने आ रही है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गाजियाबाद (Ghaziabad) के मुरादनगर में श्मशान के लेंटर गिरने की घटना का संज्ञान लिया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीएम योगी ने कहा, “मैने जिले के अधिकारियों को राहत कार्य करने और घटना की एक रिपोेर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. हादसे में प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी.”