spot_img
होम ब्लॉग पेज 1721

23 फरवरी 2021 को है Jaya Ekadashi, जानिए शुभ मुहूर्त, महत्‍व, व्रत कथा और पूजा विधि

Jaya Ekadashi 2021: जया एकादशी (Jaya Ekadashi) को अत्‍यंत पुण्‍यदायी और कल्‍याणकारी माना गया है. हिन्‍दू मान्‍यताओं के अनुसार इस एकादशी (Ekadashi) का व्रत करने से व्‍यक्ति बुरी योनि यानी भूति पिशाच की योनि में जन्‍म नहीं लेता है. इतना ही नहीं इस व्रत के प्रताप से व्‍यक्ति के सभी पापों का नाश होता है और घर में सुख-संपत्ति आती है. पौराणिक मान्‍यता के अनुसार दुख, दरिद्रता और कष्‍टों को दूर करने के लिए Jaya Ekadashi का व्रत करना सर्वोत्तम साधन है.

रमा एकादशी व्रत से प्रसन्न होती हैं लक्ष्मी जी, जानें व्रत की पूजा विधि

Jaya Ekadashi कब है ?

हिन्‍दू पंचांग के अनुसार Jaya Ekadashi हर साल माघ महीने के शुक्‍ल पक्ष को आती है. ग्रगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह हर साल जनवरी या फरवरी महीने में पड़ती है. इस बार Jaya Ekadashi 23 फरवरी 2021 को है. 

Jaya Ekadashi की तिथि और शुभ मुहूर्त 

जया एकादशी की तिथि: 23 फरवरी 2021 

एकादशी तिथि प्रारंभ: 22 फरवरी 2021 को शाम 5 बजकर 16 मिनट से 

एकादशी तिथि समाप्‍त: 23 फरवरी 2021 को शाम 6 बजकर 05 मिनट तक

पारण का समय: 24 फरवरी 2021 को सुबह 6 बजकर 51 मिनट से 9 बजकर 09 मिनट तक

मोक्ष देने वाली एकादशी, जानिए क्यों कहते हैं मोक्षदा एकादशी।

Jaya Ekadashi का महत्व

हिन्‍दू धर्म में माघ शुक्‍ल में आने वाली Jaya Ekadashi का विशेष महत्‍व है. मान्‍यता है कि इसका व्रत करने से मनुष्य ब्रह्म हत्यादि पापों से छूट कर मोक्ष को प्राप्त होता है. यही नहीं इसके प्रभाव से भूत, पिशाच आदि योनियों से भी मुक्त हो जाता है. मान्‍यता है कि इस दिन विधिपूर्वक व्रत करने और श्री हरि विष्‍णु की पूजा करने से व्‍यक्ति बुरी योनि से छूट जाता है. कहते हैं कि जिस मनुष्य ने इस एकादशी का व्रत किया है उसने मानो सब यज्ञ, जप, दान आदि कर लिए. प्राचीन मान्‍यताओं के अुनसार जो मनुष्य जया एकादशी का व्रत करता है वह अवश्य ही हजार वर्ष तक स्वर्ग में वास करता है.

Jaya Ekadashi की पूजा विधि 

– एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्‍नान करें और फिर भगवान विष्‍णु का ध्‍यान करें. 

– अब व्रत का संकल्‍प लें. 

– अब घर के मंदिर में एक चौकी में लाल कपड़ा बिछाकर भगवान विष्‍णु की प्रतिमा स्‍थापित करें. 

– अब एक लोटे में गंगाजल लें और उसमें तिल, रोली और अक्षत मिलएं. 

– इसके बाद इस लोटे से जल की कुछ बूंदें लेकर चारों ओर छिड़कें. 

– फिर इसी लोटे से घट स्‍थापना करें. 

– अब भगवान विष्‍णु को धूप-दीप दिखाकर उन्‍हें पुष्‍प अर्पित करें. 

– अब घी के दीपक से विष्‍णु की आरती उतारें और विष्‍णु सहस्‍नाम का पाठ करें. 

– इसके बाद श्री हरि विष्‍णु को तिल का भोग लगाएं और उसमें तुलसी दल का प्रयोग अवश्‍य करें. 

– इस दिन तिल का दान करना अच्‍छा माना जाता है. 

– शाम के समय भगवान विष्‍णु की पूजा कर फलाहार ग्रहण करें. 

– अगले दिन यानी कि द्वादशी को सुबह किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं व दान-दक्षिणा देकर विदा करें. इसके बाद स्‍वयं भी भोजन ग्रहण कर व्रत का पारण करें. 

Putrada Ekadashi: संतान से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है, जानें शुभ मुहूर्त और विधि

Jaya Ekadashi व्रत कथा

पद्म पुराण में वर्णित कथा के अुनसार देवराज इंद्र स्वर्ग में राज करते थे और अन्य सब देवगण सुखपूर्वक स्वर्ग में रहते थे. एक समय इंद्र अपनी इच्छानुसार नंदन वन में अप्सराओं के साथ विहार कर रहे थे और गंधर्व गान कर रहे थे. उन गंधर्वों में प्रसिद्ध पुष्पदंत तथा उसकी कन्या पुष्पवती और चित्रसेन तथा उसकी स्त्री मालिनी भी उपस्थित थे. साथ ही मालिनी का पुत्र पुष्पवान और उसका पुत्र माल्यवान भी उपस्थित थे.

पुष्पवती गंधर्व कन्या माल्यवान को देखकर उस पर मोहित हो गई और माल्यवान पर काम-बाण चलाने लगी. उसने अपने रूप लावण्य और हावभाव से माल्यवान को वश में कर लिया. वह पुष्पवती अत्यन्त सुंदर थी. अब वे इंद्र को प्रसन्न करने के लिए गान करने लगे परंतु परस्पर मोहित हो जाने के कारण उनका चित्त भ्रमित हो गया था.

इनके ठीक प्रकार न गाने तथा स्वर ताल ठीक नहीं होने से इंद्र इनके प्रेम को समझ गया और उन्होंने इसमें अपना अपमान समझ कर उनको शाप दे दिया. इंद्र ने कहा, “हे मूर्खों ! तुमने मेरी आज्ञा का उल्लंघन किया है, इसलिए तुम्हारा धिक्कार है. अब तुम दोनों स्त्री-पुरुष के रूप में मृत्यु लोक में जाकर पिशाच रूप धारण करो और अपने कर्म का फल भोगो.”

इंद्र का ऐसा शाप सुनकर वे अत्यन्त दु:खी हुए और हिमालय पर्वत पर दु:खपूर्वक अपना जीवन व्यतीत करने लगे. उन्हें गंध, रस तथा स्पर्श आदि का कुछ भी ज्ञान नहीं था. वहाँ उनको महान दु:ख मिल रहे थे. उन्हें एक क्षण के लिए भी निद्रा नहीं आती थी. उस जगह अत्यन्त शीत था, इससे उनके रोंगटे खड़े रहते और मारे शीत के दांत बजते रहते.

एक दिन पिशाच ने अपनी स्त्री से कहा, “पिछले जन्म में हमने ऐसे कौन-से पाप किए थे, जिससे हमको यह दु:खदायी पिशाच योनि प्राप्त हुई. इस पिशाच योनि से तो नर्क के दु:ख सहना ही उत्तम है. अत: हमें अब किसी प्रकार का पाप नहीं करना चाहिए.” इस प्रकार विचार करते हुए वे अपने दिन व्यतीत कर रहे थे.

दैव्ययोग से तभी माघ मास में शुक्ल पक्ष की जया नामक एकादशी आई. उस दिन उन्होंने कुछ भी भोजन नहीं किया और न कोई पाप कर्म ही किया. केवल फल-फूल खाकर ही दिन व्यतीत किया और सायंकाल के समय महान दु:ख से पीपल के वृक्ष के नीचे बैठ गए. उस समय सूर्य भगवान अस्त हो रहे थे. उस रात को अत्यन्त ठंड थी, इस कारण वे दोनों शीत के मारे अति दुखित होकर मृतक के समान आपस में चिपटे हुए पड़े रहे. उस रात्रि को उनको निद्रा भी नहीं आई.

जया एकादशी के उपवास और रात्रि के जागरण से दूसरे दिन प्रभात होते ही उनकी पिशाच योनि छूट गई. अत्यन्त सुंदर गंधर्व और अप्सरा की देह धारण कर सुंदर वस्त्राभूषणों से अलंकृत होकर उन्होंने स्वर्गलोक को प्रस्थान किया. उस समय आकाश में देवता उनकी स्तुति करते हुए पुष्पवर्षा करने लगे. स्वर्गलोक में जाकर इन दोनों ने देवराज इंद्र को प्रणाम किया. इंद्र इनको पहले रूप में देखकर अत्यन्त आश्चर्यचकित हुआ और पूछने लगा, “तुमने अपनी पिशाच योनि से किस तरह छुटकारा पाया, सो सब बतालाओ.”

माल्यवान बोले, “हे देवेन्द्र ! भगवान विष्णु की कृपा और Jaya Ekadashi के व्रत के प्रभाव से ही हमारी पिशाच देह छूटी है.” तब इंद्र बोले, “हे माल्यवान! भगवान की कृपा और एकादशी का व्रत करने से न केवल तुम्हारी पिशाच योनि छूट गई, वरन् हम लोगों के भी वंदनीय हो गए क्योंकि विष्णु और शिव के भक्त हम लोगों के वंदनीय हैं, अत: आप धन्य है. अब आप पुष्पवती के साथ जाकर विहार करो.”

उद्धव ठाकरे की चेतावनी, Corona के मामले बढ़ते रहे तो लगाना पड़ेगा लॉकडाउन

0

Mumbai: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Corona virus) के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आज (शुक्रवार) कहा, ‘बहुत दिनों से आपसे बात करने का प्रयत्न कर रहा था लेकिन आजकल आप घर पर कहां रहते हैं. कोरोना को राज्य में आए लगभग एक साल हो चुका है. अगले 10 दिन में पहला मामला राज्य में पाया गया था. उस समय हालात काफी गंभीर थे. आपसे लगातार जानकारी लेकर बात कर रहा था. मैं बार-बार आपको यही कह रहा हूं कि हम सभी एक परिवार का हिस्सा हैं. उस समय हालात इतने खराब थे कि धीरे-धीरे मामले बढ़ने लगे थे. शुरुआत में पता भी नहीं था कि करना क्या है लेकिन अब वैक्सीन देने का काम शुरू है. लगभग 9 लाख कोविड योद्धाओं को यह (Corona Vaccine) दिया जा रहा है. अगर अगले कुछ दिनों तक कोरोना (Corona) के मामले ऐसे ही बढ़ते रहे तो सख्ती बढ़ाई जाएगी. लॉकडाउन भी लगाया जाएगा.’

Corona मामलों के चलते महाराष्ट्र के अमरावती जिले में एक सप्ताह का लॉकडाउन

CM उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘पहले कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) को लेकर सवाल उठ रहे थे लेकिन 9 लाख लोगों को वैक्सीन देने के बाद कोई बड़े पैमाने में साइड इफेक्ट नहीं मिले, इसलिए जो बाकी कोविड योद्धा हैं, उन्हें हम वैक्सीनेशन लेने की अपील कर रहे हैं. अब लोग पूछ रहे हैं हमें कब मिलेगा, यह ऊपर वाले के ऊपर है. केंद्र सरकार तय करती है कि वैक्सीन किसे देना है. आने वाले दो महीनों में और भी कंपनी हमें वैक्सीन देने को तैयार हो जाएंगे, जिसके बाद जनता को भी वैक्सीन दिया जाएगा लेकिन जब तक वैक्सीन नहीं आती है तब तक नियमों का पालन करना जरूरी है. शिवाजी जयंती ओर शिवनेरी जाने का सौभाग्य मिला. बतौर मुख्यमंत्री जाने का मौका मिला एक भाग्य है. पिछले साल के तुलना में शिवनेरी पर भीड़ कम थी, लेकिन उत्साह उतना ही था.’

Night Curfew: महाराष्ट्र के होटल व्यवसायी फ़ैसले से निराश।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘शिवाजी महाराज ने शत्रु से लड़ने की जिद्द हमें दी है, वो प्रेरणा उन्होंने हमें दी है. उस समय ढाल और तलवार से हम लड़ते थे, अब हम कोरोना (Corona) के खिलाफ लड़ रहे हैं. इसे वॉर अगेंस्ट वायरस कहता हूं. अब तक तलवार यानी वैक्सीन आई नहीं है, लेकिन ढाल हमारे पास है. ढाल यानी मास्क, उसका इस्तेमाल कर हम इससे लड़ सकते हैं.

पहले न ही बेड मिल रहे थे, न ही वेंटिलेटर, एम्बुलेंस मिल रहे थे लेकिन इसके बावजूद डॉक्टर और कोविड योद्धाओं ने डटकर इसका सामना किया. बहुत बुरा समय था वो, जब न ही ऑक्सीजन मिल रही थी, न बेड था, टेस्टिंग लैब भी नहीं थे.

पहले 2 टेस्टिंग लैब थे, अब 500 हैं. बेड को भी 4 लाख तक लेकर गए लेकिन अब और तब में फर्क है. हमने कई कदम उठाए हैं लेकिन अब एक बार फिर से मामले बढ़ रहे हैं. फिलहाल यहां कोरोना की दूसरी लहर आई है या नहीं, यह समझने में 8 से 15 दिन लगेंगे.’

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘अब हम बाहर निकलने लगे हैं. होटल, शादी, मंदिर के लिए सब कुछ शुरू किया गया. लोकल शुरू किया गया लेकिन आप सभी से उम्मीद पहले भी थी और अभी भी है कि कोरोना से लड़ने के लिए आप सारे नियमों का पालन करें. धीरे-धीरे हमें लगने लगा कि कोरोना (Corona) चला गया. लोग कहते हैं कि तुम पागल हो क्या कि मास्क पहन रहे हो. जब कोरोना (Corona) कम होता है, हमें तब भी उसे रोकना चाहिए. यह कम ज्यादा होता रहता है. विदेश में भी कई जगहों पर लॉकडाउन को दोबारा लगाया है. ब्रिटेन में दिसंबर में लॉकडाउन का ऐलान किया गया, जिसे आगे कैसे लेकर जाया जाए, इस पर चर्चा जारी है. 100 साल पहले स्पेनिश फ्लू आया था, तब भी हालात ऐसे ही थे. तब भी मास्क पहनना, हाथ धोना ही इसका इलाज था लेकिन तब पहले लोग इतना एक देश से दूसरे देश नहीं जाते थे. अब हम दूसरे देश से आने वालों को 7 दिन इसोलेशन में रखते हैं, बाद में होम क्वारंटाइन करते हैं. अब एक बार फिर से हमें कुछ बंधन में रहना पड़ेगा.’

Corona Virus: कोरोना मामलों के चलते महाराष्ट्र में अब 31 जनवरी 2021 तक लॉकडाउन

उन्होंने कहा, ‘राज्य में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. हमारे मंत्री नितिन राउत ने अपने बेटे के शादी के कार्यक्रम को बढ़ते मामलों को देखते हुए रद्द किया. यह बड़ी बात है और उम्मीद करता हूं इससे लोग प्रेरणा लेंगे. शादी बड़े पैमाने में होने लगी हैं. थिएटर शुरू हैं लेकिन वो नियमों का पालन कर रहे हैं. अब अगर कहीं भी नियमों का पालन लोग नहीं करेंगे तो उनपर कार्रवाई शुरू की गई है. अगर कोई व्यापारी भी ऐसा करता है तो भी कार्रवाई की जा रही है. पहले हमने मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी नामक एक कार्यक्रम की शुरुआत की थी लेकिन अब लोगों के लिए सब कुछ शुरू किया और एक बार फिर मामले बढ़ने लगे. आज भी एक दिन में करीब 7 हजार मामले मिले हैं. लोगों को 15 दिन पहले लग रहा था कि कोरोना (Corona) चला गया और उन्होंने नियमों का पालन बंद किया. जिसके बाद वापस मामले बढ़ने लगे.’

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने महाराष्ट्र में बढ़ रहे Corona मामलों के लिए लोगों को जिम्मेदार ठहराया

CM ने आगे कहा, ‘कोरोना (Corona) को थामने के लिए कई लोगों ने मेहनत की. परिवार की परवाह नहीं करते हुए काम किया उन्होंने. कई लोग इसमें शहीद हुए हैं, हां उन्हें शहीद कहेंगे लेकिन अब उनकी मेहनत पर पानी नहीं फेरना चाहिए. केवल कोविड योद्धाओं का सत्कार करना काफी नहीं है, यह देखना है कि कोविड योद्धाओं को बढ़ाना न पड़े, आप कोविड योद्धा नहीं बन सकते तो कम से कम कोविड के मामलों को बढ़ाने वाले न बनें. आंकड़े बढ़ रहे हैं. बीच में केवल दो से ढाई हजार मामले आ रहे थे लेकिन अब मामले 7 हजार के करीब आ गए हैं. अमरावती में मामले बढ़ रहे हैं. आज लगभग 1000 मामले आए हैं. यह पहले पीक में जितने मामले आ रहे थे, उतने अभी आ रहे हैं. यह काफी गलत है. आज हमने अस्पताल और बेड बढ़ाए हैं लेकिन पहले जितने मामले पीक में आ रहे थे, उतने अभी शुरुआत में आ रहे हैं, तो सोचिए कि इसके पीक में कितने मामले आएंगे.’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पहले 40 हजार तक एक्टिव मामले थे, वो अब 53 हजार चले गए. पहले दो से ढाई हजार मरीज मिल रहे थे, वो अब 7 हजार के करीब हैं. मुंबई में एक हफ्ते में मामले दोगुना हो गए हैं. दूसरा वेव दरवाजे पर है लेकिन वो अंदर आ चुका है क्या, यह 8 से 15 दिन में पता चलेगा लेकिन इसलिए अब बंधन बढ़ाना होगा. अमरावती, अकोला समेत दूसरी जगह के अधिकारियों को हमने कहा है कि आप एक दिन का समय दीजिए और बाद में आप अपने अनुसार बंदी लाइए, जहां लॉकडाउन की जरूरत है, उसे लागू किया जाए. विकास का काम शुरू है. मैंने कई परियोजनाओं की शुरुआत की है, कार्यक्रम किए हैं लेकिन अब धीरे-धीरे इसे कम किया जा रहा है. कल भी मैंने अपने एक कार्यक्रम में केवल जरूरी लोगों को बुलाने के अलावा किसी को नहीं आने कहा है. कल के कार्यक्रम के बाद अब मैंने राजनैतिक, धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों को कुछ दिन के लिए बंद करने के आदेश दिए हैं. जरूर आप अपनी पार्टियों को आगे बढ़ाइए लेकिन कोरोना को मत बढ़ाइए. मैंने अधिकारियों को जूम कॉल से काम करने की शुरुआत करने कहा है.’

Corona मामलों के चलते महाराष्ट्र के अमरावती जिले में एक सप्ताह का लॉकडाउन

0

Mumbai: महाराष्ट्र में अमरावती (Amravati) जिले को राज्य में Corona के बढ़ते मामलों के बीच एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन (Lockdown) में रखा जाएगा। कैबिनेट मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि सोमवार शाम से तालाबंदी शुरू हो जाएगी। सरकार ने कहा कि सात दिन के सख्त बंद के दौरान केवल आवश्यक सेवाओं को काम करने दिया जाएगा।

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने महाराष्ट्र में बढ़ रहे Corona मामलों के लिए लोगों को जिम्मेदार ठहराया

अगर लोगों ने सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया तो लॉकडाउन (Lockdown) को बढ़ाया जाएगा, मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में COVID-19 (Corona) मामलों के लगातार बढ़ने के बाद सभी गैर-जरूरी गतिविधियों को रोकने का निर्णय लिया गया।

Corona Virus: कोरोना मामलों के चलते महाराष्ट्र में अब 31 जनवरी 2021 तक लॉकडाउन

अमरावती में तालाबंदी की घोषणा 28 फरवरी तक पुणे के स्कूलों और कोचिंग सेंटरों में जिला प्रशासन द्वारा बंद करने के घंटों बाद हुई है। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने निर्णय लेने से पहले जिले में COVID-19 (Corona) की  स्थिति का आकलन करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।

Night Curfew: महाराष्ट्र के होटल व्यवसायी फ़ैसले से निराश।

इससे पहले महाराष्ट्र के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि वे रात के कर्फ्यू पर विचार कर रहे हैं और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में एक बैठक में निर्णय लिया जाएगा।

Protein की कमी दूर करने के लिए शाकाहारी लोग डाइट में शामिल करें ये चीजें

शरीर के लिए सबसे जरुरी तत्वों में से एक है प्रोटीन। जब भी Protein से भरपूर फूड्स का जिक्र चलता है तो लोग मीट, मछली, अंडे का नाम लेते हैं। इन सभी को हाईप्रोटीन फूड्स माना जाता है। जाहिर है ये फूड्स नॉन वेजिटेरियन लोगों के लिए तो सही है लेकिन शाकाहारी लोग क्या खाएं। तो शाकाहारी लोगों को परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है। क्योंकि उनके पास भी हाई प्रोटीन फूड्स की कोई कमी नहीं है। 

इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ स्वास्थ्य के लिये है बेहद लाभदायक है Vitamin C, जानें फ़ायदे।

Protein शरीर को अंदर और बाहर से मजबूत बनाता है।

प्रोटीन (Protein) ऑक्सीजन, हाइड्रोजन और नाइट्रोजन से बनने वाला तत्व है जो बॉडी को अंदर और बाहर से मजबूत बनाता है। प्रोटीन हमारे शरीर के मसल्‍स को स्‍ट्रान्ग करने के साथ हड्डियों को भी मजबूत करता है। इसके अलावा यह ब्‍लड फंक्‍शन को सही रखता है और बालों और स्किन को भी खूबसूरत बनाता है। हाई प्रोटीन (Protein) शरीर को एनर्जी देने का काम करता है।

Carrot Juice: सर्दी में गाजर जूस के फायदे, कई तरह से बना सकते हैं डाइट का हिस्सा

आज हम आपको ऐसे ही फूड्स के बारे में बता रहे हैं जिनमें हाई प्रोटीन पाया जाता है।

1. ड्राई फ्रूट और सीड्स हाई प्रोटीन (High Protein) के अच्छे सोर्स माने जाते हैं। बादाम, अखरोट, मूंगफली में भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल और फाइबर भी पाया जाता है। ड्राई फ्रूट और सीड्स के सेवन से प्रोटीन की कमी को दूर किया जा सकता है।

2. पीनट बटर में प्रोटीन का अच्छा सोर्स है. इसके अलावा इसमें विटामिन बी 6, पौटेशियम, फाइबर, मैग्नीशियम के गुण भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर के हेल्दी रखने में मदद कर सकते हैं।

3. हरी मटर स्वास्थ्य गुणों से भरी होती है. हरी मटर में पिरोटीन के अलावा फाइबर, विटामिन, कॉपर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

Amla Benefits: इम्यूनिटी बढ़ाता है आंवला, जानें आंवला खाने के फ़ायदे।

4. शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन (Protein) के सबसे अच्छे सोर्स में सोयाबीन शामिल है। सोयाबीन के सेवन से प्रोटीन और कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सकता है।

5. ओट्स भी प्रोटीन का बहुत अच्छा सोर्स है. ओट्स में सिर्फ प्रोटीन ही नहीं बल्कि मैग्नीशियम, जिंक, फॉस्फोरस और फॉलेट की मात्रा भी पाई जाती है, जो हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।

6. दालें- मसूर, अरहर, और मूंग दाल हाई प्रोटीन के सोर्स हैं. दाल को आप सूप या खाने में दोनों तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं।

Weight loss: खाली पेट सुबह में लहसुन (garlic) खाने से इस तरह हो सकता है फायदा।

7. हरी पत्तेदार सब्जियों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम के गुण पाए जाते हैं।  अपनी डाइट में हरी सब्जियों में पालक, गोभी और ब्रोकली को शामिल कर सकते हैं।

8. दूध और पनीर को प्रोटीन (Protein) का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है। दूध और पनीर में कैल्शियम, आयरन फाइबर के गुण भी पाए जाते हैं।

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने महाराष्ट्र में बढ़ रहे Corona मामलों के लिए लोगों को जिम्मेदार ठहराया

0

Mumbai: महाराष्ट्र में कोरोनावायरस (Corona virus in Maharashtra) संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों एवं सरकारी अधिकारियों ने इसके लिए उन लोगों को जिम्मेदार बताया है, जो न तो मास्क (Mask) पहनते हैं और न ही सामाजिक दूरी से मेलजोल के नियमों का पालन करते हैं. प्रदेश के ग्रामीण इलाकों एवं मुंबई के गैर झुग्गी इलाकों में COVID-19 के बढ़ते मामलों के बीच ताजा लॉकडाउन (Lockdown) लागू करने की चर्चा शुरू हो चुकी है. इससे कुछ ही दिन पहले सार्वजनिक परिवहन प्रणाली, शैक्षिक संस्थान एवं धार्मिक स्थान खुले थे.

Corona Virus: कोरोना मामलों के चलते महाराष्ट्र में अब 31 जनवरी 2021 तक लॉकडाउन

महाराष्ट्र में कोरोना (Corona) संक्रमण के मामले शनिवार को लगातार पांचवे दिन बढ़े हैं. प्रदेश में शनिवार को 6281 नए मामले सामने आए, जो पिछले 85 दिन में सबसे अधिक हैं. इसके बाद प्रदेश में संक्रमित मामलों की कुल संख्या बढ़कर 20,93,913 हो गई है. महाराष्ट्र में मरने वालों की कुल संख्या अब 51,753 पर पहुंच गई है. प्रदेश में कोविड-19 (Corona) संक्रमण के कारण मृत्यु दर 2.47 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय आंकड़े 1.42 फीसदी से कहीं अधिक है. पिछले साल अप्रैल में गठित कोरोनावायरस कार्यबल के प्रमुख डॉक्टर संजय ओक कहते हैं कि प्रदेश में बढ़ते आंकड़ों को महामारी का ‘‘दूसरा दौर” नहीं कहा जा सकता है.

Night Curfew: महाराष्ट्र के होटल व्यवसायी फ़ैसले से निराश।

उन्होंने कहा, ‘‘लोग कोविड के तौर तरीकों का पालन नहीं करते हैं. उन्हें इससे बचने की जरूरत है.” महाराष्ट्र सरकार के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) प्रदीप व्यास ने इस बढ़ोतरी के लिए लोगों की लापरवाही एवं अनुशासनहीनता को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रोटोकॉल का पालन करने में कमी है. लोग कोविड के उचित तौर तरीकों का पालन नहीं करते हैं.” व्यास ने कहा, ‘‘अधिकारियों को यह कहना होगा कि कोरोनावायरस अभी आसपास ही है. लोगों को इसे लेकर लापहरवाह होने की जरूरत नहीं है.”

बताते चलें कि महाराष्ट्र में शुक्रवार को 6112 नए मामले सामने आए, जो पिछले 84 दिन में सबसे अधिक थे. इसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 20,87,632 हो गई थी. पिछली बार महाराष्ट्र में 6,112 से अधिक मामले पिछले साल 27 नवंबर को सामने आए थे और उस वक्त यह आंकड़ा 6,185 था. बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि दैनिक मामलों में दैनिक बढोतरी के बाद मुंबई में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3.17 लाख हो गई है.

TMC नेता अभिषेक बनर्जी की पत्नी को CBI का समन, कोयला तस्करी का मामला।

0

New Delhi: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के भतीजे अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) की पत्नी को कोयला तस्करी (Coal Smuggling) से जुड़े एक मामले में CBI द्वारा समन जारी किया गया है. सीबीआई की एक टीम मामले में समन जारी करने के लिए रविवार को अभिषेक बनर्जी के कोलकाता स्थित आवास पहुंची. टीम ने बनर्जी की पत्नी रुजीरा बनर्जी (Ruzira Banerjee) को नोटिस दिया गया है. पिछले कुछ समय पहले CBI ने आरोपी अनूप मांझी से जुड़े मामले पर झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल के कई लोकेशन पर छापेमारी की थी. इसी मामले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी की भूमिका सामने आई थी लिहाजा पूछताछ के लिए CBI की टीम नोटिस देने पहुंची थी. 

CBI ने करप्शन केस में अपने ही 4 अधिकारियों के खिलाफ दर्ज की FIR

आज ही CBI रुजीरा बनर्जी और उनकी बहन से पूछताछ उनके घर पर ही करना चाहती है. वहीं दूसरी तरफ इस मामले को लेकर राज्य का सियासी तापमान भी बढ़ गया है. बता दें कि इसी साल अप्रैल महीने में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं. 

बताते चलें कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) में अभिषेक बनर्जी का प्रभाव पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है. डायमंड हार्बर लोकसभा सीट के 2019 के संसदीय चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की. अब वे 2021 में तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक बन गए हैं.