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Kangana Ranaut ने ट्वीट कर किसानों की ट्रैक्टर रैली पर निकाला गुस्सा

New Delhi: किसानों द्वारा कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकाली गई, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने उनपर आंसू गैस के गोले दागे और कई जगह वह लाठियां चार्ज करती हुई भी नजर आईं. किसानों पर लिये गए पुलिस के एक्शन को लेकर बॉलीवुड कलाकारों ने विरोध किया. वहीं, हाल ही में कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने भी किसानों को लेकर ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि कुछ तो शर्म कर लो. कंगना रनौत (Kangana Ranaut) का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, साथ ही यूजर इसपर जमकर कमेंट भी कर रहे हैं. 

कंगना रनौत के अपमानजनक ट्वीट पर DSGMC ने बिना शर्त माफी मांगने को कहा।

Kangana Ranaut: वीडियो शेयर कर कहा, मिल रही है रेप और जान से मारने की धमकी।

कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने अपने ट्वीट में लिखा, “झुंड बनकर रह गए हैं, अनपढ़, गंवार मोहल्लों में किसी के घर शादी हो या अच्छा त्योहार आए तो जलने वाले वाले ताऊ/चाचा/चाची कपड़े धोना या बच्चों को आंगन में शौच करवाना या खटिया लगाके बीच आंगन में शराब पीकर नंगे हो कर सो जाना. वही हाल हो गया है इस गंवार देश का. शर्म कर लो आज.” बता दें कि कंगना रनौत (Kangana Ranaut) अकसर समसामयिक मुद्दों पर बेबाकी से ट्वीट करती हुई दिखाई देती हैं. उनके ट्वीट कई बार सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का भी कारण बन जाते हैं. 

Kangana Ranaut के ट्विटर अकाउंट को किया गया अस्थायी रूप से बंद

वहीं, किसान रैली (Farmer Rally) की बात करें तो किसानों की रैली दिल्ली के आईटीओ और फिर लालकिला तक पहुंच गई. लालकिले के भीतर जाकर भी हंगामा हुआ. किसानों ने अपने संगठन का झंडा फहराया. इससे पहले पुलिस ने इससे पहले दावा किया था कि दिल्ली आने वाले सभी बॉर्डर सील है, लेकिन किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) काबू से बाहर हो गया. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक- गाजीपुर बॉर्डर के पास किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं. बता दें कि किसानों की ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) से जुड़े कई वीडियो भी वायरल हुए थे, जिसमें पुलिस किसानों पर लाठीचार्ज करती हुई नजर आ रही थी. 

Farmers Protest: किसानों का ऐलान, अडानी और अंबानी के सभी उत्पादों का बहिष्कार करेंगे

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Mumbai: किसान महासभा के नेतृत्व में मुंबई के आजाद मैदान (Azad Maidan) में हो रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) में किसान नेता अशोक ढवले ने केंद्र सरकार (Modi Government) को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अडानी (Adani) और अंबानी (Ambani) को फायदा पहुंचाने के लिए यह तीन काले कानून (Farm Laws) लेकर आई है। लेकिन देश का किसान ऐसा होने नहीं देगा। उन्होंने महाराष्ट्र (Maharashtra) और देश के सभी किसानों से यह अपील की है कि वे अंबानी और अडानी की कंपनियों द्वारा बनाए गए सभी उत्पादों का बहिष्कार करें। ताकि उन्हें किसान एकता का पता चल सके। और सरकार यह तीनों किसान विरोधी कानून रद्द करने पर मजबूर हो जाए।

Reliance Mobile Tower: शरारती तत्वों ने लगाई आग

पुलिस (Mumbai police) के साथ मुंबई के मेट्रो सिनेमा (Metro Cinema) के पास एक घंटे से ज्यादा चली नोकझोंक के बाद किसान नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) को दिया जाने वाला ज्ञापन महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi Government) नेताओं की मौजूदगी में फाड़ दिया है। किसान नेताओं का कहना है कि वह अब राज्यपाल से मिलने नहीं जाएंगे। सब कुछ जानते हुए भी कोश्यारी गोवा मजा करने चले गए हैं अब सीधे राष्ट्रपति (President) को ज्ञापन दिया जाएगा। 

किसानों ने लोहड़ी पर्व पर नये कानूनों की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया।

किसान नेता अशोक ढवले इतने गुस्से में थे कि उन्होंने कहा कि कोश्यारी तुम्हारी होशियारी नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने महाराष्ट्र के किसानों का अपमान किया है। जब उन्हें पता था कि महाराष्ट्र के दूर-दराज के इलाकों से किसान पैदल चलकर मुंबई आ रहे हैं और उन्होंने खुद मिलने के लिए समय दिया था। ऐसे में वे गोवा क्यों चले गए।

26 जनवरी को बड़े आंदोलन की तैयारी में किसान, पंजाब में हजारों वॉलंटियर जुड़े

किसानों के इस महा आंदोलन (Farmers Protest) में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) ने भी शिरकत की उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को ऐसा राज्यपाल कभी नहीं मिला है। जिसके पास कंगना से मिलने का वक्त है लेकिन किसानों से मिलने के लिए वक्त नहीं है। केंद्र सरकार ने यह कानून (Farm Laws) बनाकर डॉ. बाबा साहब आंबेडकर का भी अपमान किया है। संसद की प्रतिष्ठा का ख्याल ना रखते हुए इसे लाया गया है। अब किसानों का कहना है कि सरकार कानून वापस ले या ना ले लेकिन किसान इस सरकार और कानून दोनों को उखाड़ फेंकेगी। जिसकी शुरुआत हो चुकी है।

Farm Laws: किसान संगठनों का एलान- एक फरवरी को संसद तक निकालेंगे पैदल मार्च

New Delhi: तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन आज लगातार 61वें दिन जारी है. इस बीच किसान संगठन गणतंत्र दिवस के मौके पर कल ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकालेंगे. इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है.

Tractor Rally बड़ी चुनौती, मूवमेंट को सही तरीके से गाइड करेंगे, दिल्ली पुलिस

इसके बाद किसान संगठनों ने आगे की योजना के बारे में भी बताया है. किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि एक फरवरी को दिल्ली में अलग-अलग जगहों से हमलोग संसद तक पैदल मार्च करेंगे. बता दें कि एक फरवरी को ही केंद्र सरकार आम बजट पेश करेगी.

किसान नेता बोले, ‘सरकार का प्रस्ताव मंज़ूर नहीं कानून रद्द करने की मांग करेंगे

किसान संगठनों ने साफ-साफ कहा है कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस नहीं लेगी हम आंदोलन (Farmers Protest) जारी रखेंगे. सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने कहा कि 26 जनवरी को सुबह 8 बजे परेड शुरू होगी जब तक आख़िरी ट्रैक्टर वापस नहीं आ जाता है तब तक परेड चलता रहेगा. भले इसमें दो दिन लग जाएं.

टिकैत ने दी सरकार को धमकी, Tractor Rally निकालेंगे, किसमें हिम्मत है जो हमें रोके

नेताओं ने कहा कि ट्रैक्टर पर कोई लिमिट नहीं होगी. जितने ट्रैक्टर आए हैं सब परेड में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि आंदोलन (Farmers Protest) पूरे देश में फैल चुका है अब सरकार के पास कोई चारा नहीं बचा है. आंदोलन तब तक चलेगा जब तक कृषि क़ानून (Farm Laws) वापस नहीं होते.

NIA के जरिए हमें डराने-धमकाने की कोशिश हो रही है

वहीं सरकार का कहना है कि हम कानून में बदलाव के लिए तैयार हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि हम कानूनों में परिवर्तन तक करने को तैयार हैं. इसके मायने यह नहीं लगाने चाहिए कि कानून में कोई खराबी है. लेकिन अगर परिवर्तन से बात बन सकती है और गतिरोध टूट सकता है. एक अच्छा माहौल हो सकता है तो सरकार को इसमें कोई अहम या ईगो नहीं है.

एक ही परिवार की चार महिलाओं से दरिंदगी (Rape), आरोपी के खिलाफ चार केस दर्ज

Rajasthan: राजस्थान के दौसा में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे हर कोई हैरान है। दरअसल, यहां एक ही परिवार की चार महिलाओं से दुष्कर्म (Rape) का मामला सामने आया है। इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने का आरोप एक ही शख्स पर है। उसके खिलाफ महज तीन दिन में चार केस दर्ज हुए हैं। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

दो सगी बहनों से मकान मालिक ने किया Rape, पुलिस केस दर्ज करने में करती रही आनाकानी

जानकारी के मुताबिक, दौसा के सूर्य मंदिर के पीछे रहने वाली चार महिलाओं ने दुष्कर्म (Rape) होने की जानकारी दी है। ये चारों महिलाएं एक ही परिवार से ताल्लुक रखती हैं। इनमें तीन सगी बहनें और एक बेटी शामिल हैं।

नाबालिग लड़की का अपहरण कर Gangrape, दोनों आरोपी फरार

आरोप है कि ढाबा संचालक विष्णु गुर्जर ने उन्हें अपने जाल में फंसा लिया और चारों को अपनी हवस का शिकार बना लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

Patna Murder: युवक की गला रेतकर हत्या, शव मुखिया के दफ्तर से बरामद।

Bihar: राजधानी पटना (Patna) में एक युवक का शव मुखिया के दफ्तर से मिला है. गोपालपुर थाना क्षेत्र के संपतचक बैरिया स्थित बैरिया पंचायत के मुखिया रामनाथ यादव के कार्यालय से युवक का शव बरामद होने से आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गयी. स्थानीय लोगों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दिए जाने के बाद पुलिस (Patna Police) मौके पर पहुंची और पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. मृतक की पहचान संपतचक बैरिया निवासी अनिल पंडित के 23 वर्षीय पुत्र रवि कांत कुमार के रूप में की गई है.

हथियारबंद अपराधियों ने घर में घुसकर की इंजीनियरिंग के छात्र की हत्या, कई महीनों से मिल रही थी धमकी।

रविकांत की गला रेतकर और ईट पत्थर से कुचलकर कर हत्या (Murder) की गई है. घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतर कर पटना-मसौढ़ी मार्ग को जाम कर दिया है. सड़क जाम हंगामे की सूचना मिलते ही विभिन्न थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर आक्रोशितो को समझाने बुझाने में जुटी है. स्थानीय पुलिस द्वारा पूरे मामले से एफएसएल (FSL) की टीम को अवगत कराए जाने के बाद एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच कर पूरे मामले की छानबीन में जुटी है.

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मृतक के परिजनों ने बैरिया पंचायत के मुखिया रामनाथ यादव और उसके सहयोगी सनी कुमार पर हत्या (Murder) किए जाने का आरोप लगाया है. घटना के बाद से आरोपी मुखिया और उसका सहयोगी फरार बताया जाता है. पुलिस ने इस मामले में मुखिया के एक अन्य सहयोगी विपिन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है जिससे कड़ी पूछताछ चल रही है.

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बताया जाता है कि मृतक रविकांत कुमार पिछले एक वर्ष से रामनाथ मुखिया के यहां स्टाफ के रूप में काम कर रहा था. पिछले महीने मुखिया द्वारा उसे काम से हटा दिया गया था. घटना के संबंध में पूछे जाने पर मृतक की मां सुधा देवी और उसके भाई सनी कुमार ने मुखिया और उसके सहयोगी सनी कुमार पर हत्या (Murder) किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.

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परिजनों ने बताया कि मुखिया के सहयोगी सनी कुमार द्वारा रविकांत का मोबाइल छीन लिया गया था, जिसे वापस दिए जाने की बात कह कर उसे कल कार्यालय बुलाया गया था. देर रात रविकांत मुखिया के कार्यालय पहुंचा और उसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा. सोमवार की सुबह कार्यालय से उसका शव बरामद किया गया. हत्या (Murder) का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है. 

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स्थानीय सूत्रों के मुताबिक रविकांत का मुखिया की बेटी के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि प्रेम-प्रसंग को लेकर ही रविकांत की हत्या (Murder) की गई है.

मौके पर मौजूद संपतचक प्रखंड के अंचलाधिकारी मुकुल झा ने हत्या (Murder) की पुष्टि करते हुए पुलिस अधिकारियों द्वारा पूरे मामले की जांच किए जाने की बात दोहराई है. घटना को लेकर ग्रामीणों में खास आक्रोश व्याप्त है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहन छानबीन में जुटी है.

Corona Vaccination: अफवाह फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी

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New Delhi: केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने को कहा है. केंद्र ने इस बाबत सभी राज्यों औऱ केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है. देश में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) कार्यक्रम चल रहा है, लेकिन यह लक्ष्य के अनुरूप अपेक्षित गति नहीं पकड़ पा रहा है. भारत में अब तक 16 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका (Corona Vaccination) लग चुका है.

भारत ने बांग्लादेश और नेपाल को भेजी Corona Vaccine की खेप

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पिछले हफ्ते राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को इस बाबत पत्र लिखा है. इसमें राज्यों को बताया गया है कि आपदा प्रबंधन कानून और आईपीसी की धाराओं के तहत ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जा सकती है. गृह सचिव ने कहा है कि अफवाह और झूठी खबरों पर रोक के लिए ऐसे लोगों पर कार्रवाई जरूरी है. इसके साथ ही वास्तविक तथ्यों के आधार पर विश्वसनीय सूचनाओं के प्रसार की सलाह भी राज्यों को दी गई है. कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination को लेकर अफवाह फैलाने वाले संगठनों औऱ किसी व्यक्ति पर कानूनी प्रावधानों के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है.

Corona Vaccination: पहले दिन 1.65 लाख लोगों को लगाया गया कोरोना का टीका

गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीनेशन के बाद कुछ लोगों की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें चलाई जा रही हैं. जबकि इन मौतों का टीकाकरण से कोई संबंध नहीं पाया गया है. इन अफवाहों में लोगों से वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) न कराने और इससे जानलेवा खतरे जैसी बातें हैं. केंद्र सरकार की एजेंसियां ऐसी अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह लोगों को दे चुकी हैं. कई जगहों पर जागरूकता कार्यक्रम भी टीकाकरण को प्रोत्साहन के लिए चलाए जा रहे हैं.