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Rupesh Murder: सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़के

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बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या (Rupesh Murder) के बाद जनता में काफी आक्रोश है। पटना के अलावा छपरा में स्थित उनके आवास पर भी मातम पसरा हुआ है. वहीं घटना पर सवाल पूछे जाने पर सूबे के मुख्यमंत्री नाराज हो गए। इतना ही नहीं उन्होंने डीजीपी को पत्रकारों के सामने ही फोन मिला दिया। 

सवाल पूछे जाने पर भड़के नीतीश कुमार, डीजीपी को मिलाया फोन 

रूपेश हत्याकांड (Rupesh Murder) पर सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आपको जानकारी है तो बताइए। रूपेश के हत्यारे नहीं बचेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने पत्रकारों से पूछ लिया कि आप किस पार्टी से हैं। बिहार में 15 साल जब अपराध होता था तब कोई नहीं बोलता था। आज अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है।

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नीतीश ने कहा कि स्पेशल टीम मामले की जांच कर रही है। हत्या के पीछे कोई न कोई कारण होता है। अगर आपको पास किसी अपराध के बारे में जानकारी है तो सीधा हमें बताइए।

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पत्रकारों ने जब मुख्यमंत्री से पूछा कि आखिर वे किसे सूचना दें तो इसपर नीतीश ने कहा कि आप सीधे बिहार के डीजीपी को जानकारी दीजिए। पत्रकारों ने आरोप लगाया कि बिहार के डीजीपी फोन नहीं उठाते हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद डीजीपी को फोन मिलाया। मुख्यमंत्री के फोन को डीजीपी एसके सिंघल ने दो रिंग के बाद ही उठा लिया। फिर नीतीश ने उनसे कहा कि डीजीपी साहब फोन उठाया करिए। 

CoWIN: शुरुआत में कोविन एप्लीकेशन का इस्तेमाल स्वास्थ्यकर्मियों तक ही सीमित रहेगा

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) कल सुबह 10.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिये देशभर के 3600 अलग अलग केंद्रों पर कोविड-19 वैक्सीन (Covid Vaccination) अभियान की शुरुआत करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री CoWIN मोबाइल एप्लीकेशन भी जारी करेंगे. CoWIN एप्लीकेशन बैकएंड से चलकर लाभार्थी तक इस वैक्सीन के पहुंचने का पूरा ब्यौरा रखेगी. हालांकि शुरुआत में केंद्र और राज्य के स्तर पर CoWIN मोबाइल एप्लीकेशन का सीमित इस्तेमाल ही हो पाएगा.

आम जनता के लिए एक महीने बाद उपलब्ध होगी CoWIN एप्लीकेशन

इस अभियान से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, “आम जनता के लिए ‘CoWIN’ एक महीने के अंदर उपलब्ध कर दिया जाएगा. आम जनता ऑनलाइन वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन दोनों ही के द्वारा इसका इस्तेमाल कर सकती है.” कोरोना के खिलाफ कल से शुरू हो रहे अभियान में CoWIN एप्लीकेशन बेहद महत्वपूर्ण है. इस अभियान की योजना, उसको लागू करने और इस पर नजर बनाए रखने का कार्य इस एप्लीकेशन के जरिए किया जाएगा.

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शुरुआत में इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल स्वास्थ्यकर्मियों तक ही सीमित रखा गया है. इस दौरान ये स्वास्थ्यकर्मी इस एप्लीकेशन पर अपनी जानकारी दे पायेंगे और साथ ही अपनी वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) से जुड़ी जानकारी ले पाएंगे. लगभग एक करोड़ स्वास्थ्यर्मियों का नाम पहले से ही इस प्लेटफ़ॉर्म पर दर्ज किया जा चुका है.

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क्या है CoWIN एप्लीकेशन

कोरोना महामारी से बचने के लिए जल्द ही पूरे भारत में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जाएगी. ऐसे में केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से CoWIN ऐप को लॉन्च किया जाएगा. इस ऐप के जरिए कोविड-19 वैक्सीन (Covid Vaccination) के लिए फ्री रजिस्ट्रेशन कर पाएंगे. को-विन ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मुफ्त उपलब्ध होगा. वहीं इस ऐप के जरिए किसी शख्‍स के वैक्‍सीन लेने के बाद किसी भी संभावित साइड इफेक्ट पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी. दरअसल, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की ओर से कोविड-19 के इलाज के लिए दो वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. जिनमें कोविशील्ड और कोवैक्सीन शामिल हैं.

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तीन चरणों में किया जाएगा वैक्सीनेशन 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोविड-19 का वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) तीन चरणों में किया जाएगा. पहले चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल होंगे. इसके बाद इमरजेंसी वर्कर्स का वैक्सीनेशन होगा. वहीं, तीसरे चरण में वैसे लोग जो पहले से ही किसी बीमारी से ग्रसित हैं, उनका वैक्सीनेशन किया जाएगा. बता दें कि एक व्यक्ति के वैक्सीनेशन का समय लगभग 30 मिनट का हो सकता है.

CBI ने करप्शन केस में अपने ही 4 अधिकारियों के खिलाफ दर्ज की FIR

New Delhi: केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) ने गुरुवार को अपने ही चार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इनमें डीएसपी, इन्स्पेक्टर, स्टेनो और एडवोकेट शामिल हैं।

चारों अधिकारियों पर कुछ विशिष्ट मामलों की जांच के दौरान बाहरी आर्थिक लाभ के विचार से समझौता करने का आरोप लगाया गया है। सीबीआई (CBI) ने इस संबंध में 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से अपने ही अधिकारियों के खिलाफ अचानक ऐक्शन लेने से हर कोई सकते में आ गया।

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जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और नोएडा समेत कई इलाकों में दिल्ली के सीबीआई (CBI) अफसरों के घर पर बुधवार को अचानक से छापेमारी की गई थी। भ्रष्टाचार के आरोप में गाजियाबाद में सीबीआई के बड़े अधिकारी के घर छापे की खबर सबसे पहले आई। पूर्व अधिकारी के फ्लैट को चारों तरफ से घेर कर सीबीआई (CBI) ने तलाशी की। इसके अलावा दिल्ली और नोएडा में भी सीबीआई के दूसरे अफसरों के घर पर छापे मारे गए।

गाजियाबाद के अलावा नोएडा और दिल्ली के कई ठिकानों पर भी सीबीआई (CBI) की टीमें पहुंचीं। एक मामले से जुड़े अन्य सीबीआई अधिकारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। गुरुवार शाम को सीबीआई (CBI) की टीम ने अपने ही चार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मामले में और जानकारी की प्रतीक्षा है।

Google ने Play Store से हटाईं कई Personal Loan App, सुरक्षा नीति का कर रही थीं उल्लंघन

New Delhi:  प्रौद्योगिकी क्षेत्र (Technology Sector) की दिग्गज कंपनी गूगल (Google) ने भारत में सैकड़ों की संख्या में व्यक्तिगत ऋण ऐप (Personal Loan App) की समीक्षा की है और इनमें से कई को अपने प्ले स्टोर (Play Store) से हटा दिया है। प्रयोगकर्ताओं और सरकारी एजेंसियों ने कंपनी से इन ऐप को लेकर चिंता जताई थी।

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गूगल ने बृहस्पतिवार कहा कि जो व्यक्तिगत ऋण ऐप (Personal Loan App) उपयोक्ता सुरक्षा नीतियों का उल्लंघन कर रही थीं, उन्हें तत्काल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। गूगल ने शेष ऐप के डेवलपर्स से कहा है कि वे यह दर्शाएं कि किस तरीके से स्थानीय कानूनों और नियमनों का अनुपालन कर रहे हैं। यदि वे ऐसा करने में विफल रहते हैं तो उनकी व्यक्तिगत ऋण ऐप (Personal Loan App) को भी प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा। 

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गूगल (Google) ने ब्लॉगपोस्ट में कहा, ‘‘गूगल के उत्पादों तक सुरक्षित अनुभव प्रदान करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारी वैश्विक उत्पाद नीतियां इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर डिजाइन और क्रियान्वित की गई हैं। हम प्रयोगकर्ता की सुरक्षा में सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’’ हालांकि, गूगल ने यह नहीं बताया कि उसने किन व्यक्तिगत ऋण ऐप (Personal Loan App) को हटाया है। 

ब्लॉगपोस्ट में कहा गया है, ‘‘हमने भारत में सैकड़ों की संख्या में व्यक्तिगत ऋण ऐप (Personal Loan App) की समीक्षा की। इनको लेकर प्रयोगकर्ताओं और सरकारी एजेंसियों ने चिंता जताई थी। प्रयोगकर्ता सुरक्षा नीति का उल्लंघन कर रही ऐप को प्ले स्टोर से तत्काल हटा दिया गया है।’’

16 जनवरी को वैक्सीन देश को समर्पित करेंगे PM Modi, CO-WIN ऐप भी होगा लॉन्च

New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार यानी 16 जनवरी को देश के आम लोगों को वैक्सीन (Corona Vaccine) समर्पित करेंगे. इसकी शुरूआत प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये करेंगे. सूत्रों की मानें तो सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री मोदी इसकी शुरुआत कर सकते है.

PM Modi मोबाइल एप्लीकेशन जारी कर सकते हैं

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को-विन (Co-Win) मोबाइल एप्लीकेशन को भी आम लोगों के लिए जारी कर सकते हैं। ताकि आम लोग वैक्सीन (Corona Vaccine) के लिए अपने को उस एप के जरिये रजिस्टर्ड कर सकें।

कोरोना वैक्सीन के लिए Co-WIN ऐप पर कराना होगा रजिस्ट्रेशन

माना जा रहा है कि इस लांचिंग के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग (Video Conferencing) में देश के अलग अलग केंद्रों से दस ऐसे लोग जुड़ेंगे. जिन्होंने ट्रायल के दौरान वैक्सीन (Corona Vaccine) ली है. वो प्रधानमंत्री मोदी को अपने अनुभव बताएंगे. साथ ही भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक, देश के अलग अलग वैक्सीन प्रदाता अस्पताल के डॉक्टर्स और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन भी वीसी के जरिये इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.

भारत में दुनिया का सबसे बड़ा Covid-19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होगा

प्रधानमंत्री मोदी वैक्सीन (Corona Vaccine) को समर्पित करने के दौरान देश के नागरिकों को संबोधित भी कर सकते हैं. फिलहाल आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की रूपरेखा को तैयार करने में स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय लगा हुआ है, जो शुक्रवार को जारी किया जाएगा.

मुरैना जहरीली शराब (poisonous Liquor) कांड में अब तक 24 की मौत, एसआईटी करेगी जाँच।

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मध्य प्रदेश के मुरैना में जहरीली शराब (poisonous Liquor) पीने से हुई मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां हो रही मौतों का सिलसिला सोमवार (11 जनवरी) को शुरू हुआ था। अब तक 24 लोग जान गंवा बैठे हैं। राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए मुरैना के कलेक्टर व एसपी को हटाने के साथ ही बागचीनी थाने के सारे स्टाफ को लाइन अटैच कर दिया। राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।

मामले की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को दिल्ली दौरा रद्द कर दिया था। उन्होंने तुरंत ही अफसरों की एक बैठक बुलाई। इसमें गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा व संभाग के अफसर शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने जहरीली शराब (poisonous Liquor) के गोरखधंधे को लेकर सभी अफसरों से कई सवाल किए और जवाब न मिलने पर जमकर उनकी फटकार लगाई। 

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चौहान ने जब मुरैना के कलेक्टर अनुराग वर्मा और एसपी अनुराग सुजानियां से शराब कांड (poisonous Liquor) के बारे में पूछताछ की तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा, ‘दिखवाते हैं।’ इस बात पर नाराज हुए सीएम ने दोनों अफसरों को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश दे दिए। शिवराज सरकार ने वर्मा को उनके पद से हटाने के बाद अस्थायी रूप से अगले आदेश तक के लिए मंत्रालय में उप सचिव बनाया है। सुजानियां को पीएचक्यू में भेज दिया गया। वहीं, एसडीओपी सुजीत भदौरिया को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा बागचीनी थाने के पूरा स्टाफ लाइन अटैच है।  

इतना ही नहीं शिवराज सरकार ने घटना की जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन भी किया है। एसआईटी की इस टीम में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, एडीजी ए. सांई मनोहर और डीआईजी मिथिलेश शुक्ला शामिल होंगे। ये टीम गुरुवार यानी आज से जांच शुरू करेगी। साथ ही भोपाल में सेनानी 25वीं वाहिनी विसबल के सुनील कुमार पांडे को एसपी पदस्थ किया गया है। 

इस बीच, घटना की जांच के लिए गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) राजेश राजौरा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम जिले के मानपुर गांव पहुंच गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुलिस उपमंडल अधिकारी (एसडीओपी) सुजीत भदरा को भी राज्य सरकार ने इस मामले में निलंबित कर दिया है। वहीं इस घटना के बाद सरकार ने बी कार्तिकेयन को मुरैना जिले का कलेक्टर तथा सुनील कुमार पांडे को एसपी नियुक्त किया है।

उधर, चंबल रेंज के डीआईजी राजेश हिंगणकर ने बृहस्पतिवार को बताया कि जहरीली शराब (poisonous Liquor) मामले में चार और व्यक्तियों के दम तोड़ देने के बाद इसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस मामले में 15 बीमार लोगों का उपचार अब ग्वालियर और मुरैना के सरकारी अस्पतालों में चल रहा है।