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Gond ke Laddoo: सर्दियों में गोंद के लड्डू खाने के हैं फायदे, जानें क्या।

सर्दियों में अक्सर आपने घरों में गोंद के लड्डू (Gond ke Laddoo) तैयार होते देखे होंगे. ये लड्डू बच्चों और बड़ों दोनों को खूब पसंद आते हैं और इसके कई फायदे भी हैं. ठंड के मौसम (Winter Season) में गोंद के लड्डू (Gond ke Laddoo) का सेवन करने से शरीर को गर्माहट मिलती है. इसमें प्राकृतिक गोंद यानी खाद्य गोंद होती है, जिसे पेड़ों की छाल से निकाला जाता है. आमतौर पर गोंद के लड्डू (Gond ke Laddoo) को देसी घी, गोंद, नारियल का बूरा, बहुत सारे नट्स और ड्राई फ्रूट्स से तैयार किया जाता है.

गोंद के लड्डू (Gond ke Laddoo) को तीन महीने तक रखकर खाया जा सकता है. रोजाना सुबह नाश्ते में एक या दो लड्डू खा सकते हैं और सर्दी (Winter Season) में खुद को स्वस्थ रख सकते हैं. इससे मिलने वाले फायदे को देखते हुए गर्भवती महिलाओं से लेकर स्तनपान कराने वाली माताओं तक को गोंद से बने लड्डू खाने की सलाह दी जाती है. सर्दियों में इसे अपने आहार में शामिल करने से ढेरों फायदें होते हैं.

ये हैं गोंद के फायदे

• यह गिरते तापमान में शरीर को गर्म रखने में मदद करता है.

• यह शरीर को ठंड, मौसमी वायरस के संक्रमण से बचाता है और सर्दी की बीमारियों से सुरक्षित रखता है.

• यह उन लोगों के लिए पौष्टिक विकल्प है जो कि सर्दियों के मौसम में थके हुए और ऊर्जा की कमी महसूस करते हैं.

• यह आंखों की रोशनी में सुधार करता है.

• यह प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और अगर गोंद के लड्डू को गुड़ के साथ तैयार किया जाता है तो यह  स्टेमिना में भी सुधार करता है.

• यह प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों और ऊतकों को मजबूत बनाता है.

• गोंद के लड्डू गठिया में भी फायदेमंद होते हैं क्योंकि यह जोड़ों को चिकनाई देता है. यह पीठ और जोड़ों के दर्द से राहत देता है.

• हाई फाइबर के कारण यह कब्ज के इलाज में प्रभावी है.

• यह पुरुषों में यौन कमजोरी में भी सुधार करता है.

• यह गर्भवती महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन है क्योंकि यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और बच्चे के जन्म के बाद पीठ दर्द से बचाता है.

• स्तनपान कराने वाली माताओं को अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है, ऐसे में गोंद का लड्डू कारगर है और यह तेजी से रिकवरी करने से मदद करता है. यह दूध के उत्पादन को भी बढ़ाता है.

• कब्ज से परेशान लोगों के लिए इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है. रोजाना एक लड्डू खाने से इस परेशानी को दूर किया जा सकता है.

• शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए भी गोंद के लड्डू का सेवन किया जा सकता है.

आपको बता दें गोंद और गोंद कतीरा दोनों अलग होते हैं 

कई लोग गोंद कतीरा और गोंद को एक समझ लेते हैं. वास्तव में दोनों अलग-अलग हैं. दोनों के विपरीत प्रभाव होते हैं. गोंद जहां शरीर को गर्मी देता है, वहीं गोंद कतीरा शरीर को ठंडा करता है.  गोंद कतीरा गर्मी के मौसम में शरीर का तापमान कम करता है.

Cold Waves: शीतलहर की चपेट में दिल्ली, बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई सर्दी

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नई दिल्ली.  देश के उत्तरी क्षेत्र में गुरुवार को प्रचंड शीत लहर (Cold Waves) जारी रही जहां ठंड लगातार बढ़ रही है. दिल्ली में इस मौसम का सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में बीते 24 घंटे में 18 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली जिसके चलते तापमान में और गिरावट दर्ज की गई. माना जा रहा है कि शुक्रवार को भी स्थितियां ऐसी ही रहेंगी. हालांकि शनिवार को हवा की रफ्तार कम होने के आसार हैं लेकिन ठंड इसी तरह जारी रह सकती है.

राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार ‘ठंडा दिन’ रहा जहां अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है. ‘ठंडा दिन’ उसे कहते हैं जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस कम होता है. गिरते तापमान के साथ दिल्ली ने गुरुवार को ठंड के 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. बता दें साल 2011 में 17 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस था.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक शहर के आंकड़े मुहैया कराने वाली सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. वहीं पालम स्टेशन ने न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. क्योंकि पश्चिमी हिमालय से उठीं बर्फीली हवाएं (Cold Waves) लगातार दिल्ली में चल रही हैं. आयानगर और रिज मौसम स्टेशनों में न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.8 डिग्री सेल्सियस और 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक़ पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालय में भारी बर्फबारी हुई और अब शीत लहर (Cold Waves) के मैदानी इलाकों की ओर बढ़ने की वजह से तापमान में गिरावट आ रही है.

IMD मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर (Cold Waves) की घोषणा तब करता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे हो और लगातार दो दिन तक सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो. उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे छोटे इलाके के लिए शीतलहर की घोषण तब भी की जा सकती है जब उक्त स्थितियां एक दिन के लिए भी बन जाएं. शहर की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।

दिसंबर में Diesel की बिक्री गिरी, ट्रांसपोर्ट और कृषि सेक्टर में धीमी रफ्तार के संकेत

New Delhi: दिसंबर (2020) के पहले पखवाडे़ में डीजल (Diesel) की बिक्री में, पिछले साल की समान अवधि में 5.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. हालांकि इस दौरान पेट्रोल  (Petrol) की बिक्री में 9.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई. डीजल (Diesel) की बिक्री में नवंबर के पहले पखवाड़े की तुलना में दिसंबर के पहले पखवाड़े में 3.4 फीसदी की गिरावट आई. जबकि इस अवधि में पेट्रोल (Petrol) की बिक्री 1.6 फीसदी बढ़ गई . इंटरनेशनल ट्रैवल में प्रतिबंध की वजह से जेट फ्यूल की बिक्री में 47 फीसदी गिरावट दर्ज की गई.

कॉमर्शियल वाहनों से ढुलाई में कमी का असर 

डीजल (Diesel) की खपत में कमी कॉमर्शियल ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्री और फार्म सेक्टर में घटती आर्थिक गतिविधियों का संकेत देती हैं. रिफाइंड पेट्रोलियम प्रोडक्ट में डीजल (Diesel) की हिस्सेदारी 40 फीसदी है. मार्च में लॉकडाउन लगने के बाद अक्टूबर को छोड़ कर अब तक हर महीने डीजल (Diesel) की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है. दरअसल फेस्टिवल सीजन में कंज्यूमर गुड्स की स्टॉकिंग के लिए अक्टूबर में माल ढुलाई बढ़ गई थी. लिहाजा कॉमर्शियल वाहनों से माल ढोने में रफ्तार आने की वजह से डीजल (Diesel) की खपत और बिक्री में भी इजाफा हुआ. दिवाली के बाद उपभोक्ता सामानों की मांग में कमी होने की वजह से माल ढुलाई कम हो गई है. इस वजह से भी डीजल की बिक्री में कमी आई है.

निजी वाहनों की बिक्री से पेट्रोल की बिक्री में इजाफा 

नवंबर में निर्यात में कमी आई है. इसका भी असर डीजल (Diesel) की बिक्री पर पड़ा है. इसके उलट पेट्रोल (Petrol) की बिक्री में रिकवरी ज्यादा तेज हुई है. चूंकि लोगों ने कोरोनावायरस (Corona Virus) की वजह से सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करना कम किया है और निजी वाहनों की खरीदारी बढ़ी है इसलिए भी पेट्रोल (Petrol) की बिक्री में इजाफा दर्ज हुआ है.

फ्रांस के राष्ट्रपति Emmanuel Macron Corona पॉजिटिव, खुद को किया क्वारंटाइन

France: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल (Emmanuel Macron) मैक्रों कोविड-19 पॉजिटिव (Corona Positive) पाए गए हैं. वहां के प्रसिडेंशियल पैलेस, जिसे एलईसी के नाम से जाना जाता है, उसने एक बयान जारी कर गुरुवार को यह बताया. राष्ट्रपति आवास ‘एलईसी पैलेस’ ने गुरुवार को बताया कि जैसे ही राष्ट्रपति को लक्षण दिखे, उन्होंने फौरन जांच कराई. संक्षिप्त बयान में यह नहीं बताया गया है कि मैक्रों (Emmanuel Macron) में कैसे लक्षण दिखे थे.

बयान में यह कहा गया है कि 42 वर्षीय मैक्रों (Emmanuel Macron) सात दिनों के लिए खुद को अलग कर लेंगे और काम जारी रखेंगे. गौरतलब है कि फ्रांस में कोरोना संक्रमण (Corona) के अब तक 24 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जबकि यहां पर 59 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के बाद संक्रमित दुनिया के बड़े नेताओं में इमैनुअल मैक्रों (Emmanuel Macron) का ताजा नाम आया है.

1 करोड़ 73 लाख से ज्यादा कोरोना के मामलों के साथ अमेरिका दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमितों देशों की सूची में पहले स्थान पर है, और 3 लाख 14 हजार से ज्यादा लोगों की वहां पर मौत हो चुकी है. भारत में कोरोना संक्रमण के अब तक 99 लाख 51 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं जबकि 1 लाख 44 हजार से ज्यादा की जान जा चुकी है.

1 जनवरी से पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम में नहीं चलेगा WhatsApp, चेक करें लिस्ट।

New Delhi: नया साल आने वाला है. नया साल आते ही WhatsApp पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए अपना सपोर्ट बंद कर देता है और इस बार भी कंपनी ने उन स्मार्टफोन्स (Smart Phone) की लिस्ट जारी कर दी है जिनमें एक जनवरी से WhatsApp काम करना बंद कर देगा. iOS 9 और एंड्रॉयड (Android) 4.0.3 ऑपरेटिंग सिस्टम से नीचे वाले स्मार्टफोन्स (Smart Phone) पर WhatsApp काम नहीं करेगा.

कंपनी के मुताबिक WhatsApp के सारे फीचर्स यूज करने के लिए iPhone यूजर्स को iOS 9 या उससे ऊपर और एंड्रॉयड यूजर्स को 4.0.3 या उससे ऊपर का वर्जन यूज करना होगा. आपको बताते हैं कि एक जनवरी से WhatsApp किन-किन स्मार्टफोन (Smart Phone) में काम करना बंद कर देगा.

iPhones के इन मॉडल्स में नहीं चलेगा WhatsApp


ऐपल (Apple) के iPhone 4, iPhone 4S, iPhone 5, iPhone 5S, iPhone 6, और iPhone 6S को ऑपरेटिंग सिस्टम iOS 9 से अपडेट करना होगा, अगर ऐसा नहीं किया तो इन स्मार्टफोन्स में WhatsApp नहीं चलेगा. हालांकि iPhone 6S, 6 Plus, और iPhone SE को iOS 14 से अपडेट किया जा सकता है.

इन Android फोन में भी बंद हो जाएगा WhatsApp


वहीं ऐसे एंड्रॉयड स्मार्टफोन (Smart Phone) जो Android 4.0.3 पर नहीं काम करते हैं, उनमें भी WhatsApp नहीं चलेगा. इन स्मार्टफोन्स (Smart Phone) में HTC Desire, LG Optimus Black, Motorola Droid Razr, Samsung Galaxy S2 जैसे मॉडल्स को शामिल किया गया है. लेकिन कई यूजर्स ये जानते ही नहीं हैं कि उनका फोन किस ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है. तो इसको पता करने का तरीका भी हम आपको बता रहे हैं.

iPhone और Android यूजर्स ऐसे करें पता


सबसे पहले सेटिंग में जाएं. इसके बाद General पर टैप करें. अब आप जैसे ही Information पर टैप करेंगे आपको ऑपरेटिंग सिस्टम की डिटेल्स मिल जाएगी. वहीं अगर आप Android यूजर्स हैं तो सबसे पहले Settings में जाएं. अब About Phone में जाकर फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में पता लगा सकते हैं.

Suvendu Adhikari ने तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी दिया इस्तीफा, TMC से पूरी तरह नाता तोड़ा।

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Kolkata: कभी ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के सबसे करीबी नेताओं में शुमार रहे सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने अब तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। एक दिन पहले ही उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। सुवेंदु पिछले महीने अचानक सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने पश्चिम बंगाल कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं।

पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी (TMC) चेयरपर्सन ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) को पत्र लिखकर इस्तीफा सौंपते हुए सुवेंदु ने लिखा, ‘मैं तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही पार्टी और इसके संगठनों के सभी पदों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा सौंपता हूं।’ सुवेंदु पूर्व में ममता बनर्जी सरकार के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर भी रहे थे और उन्होंने हाल ही में अपना मंत्री पद छोड़ा था।

पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने सुवेंदु (Suvendu Adhikari) का इस्तीफा मिलने की पुष्टि करते हुए कहा, ‘मुझे सचिवालय से सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) का इस्तीफा मिल गया है। मैं इसके निरीक्षण के बाद डिटेल ऑर्डर जारी करूंगा। तब तक यह कहना गलत होगा कि इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है या फिर खारिज कर दिया गया है।’

ममता से क्यों नाराज हैं सुवेंदु?

सुवेंदु अधिकारी ममता कैबिनेट में नंबर दो के मंत्री कहे जाते थे लेकिन पिछले कुछ समय से जैसे-जैसे ममता के भतीजे अभिषेक का राजनीति में उदय होने लगा, सुवेंदु का कद घटने लगा। शुभेंदु इसी बात से नाराज थे। हालांकि खबर है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी के लिए रणनीति तैयार कर रहे प्रशांत किशोर और उनकी एजेंसी की दखलअंदाजी सुवेंदु को रास नहीं आ रही।

बीजेपी में शामिल होने की अटकलें

सुवेंदु का परिवार भी बंगाल की राजनीति में अच्छा खासा दखल रखता है। उनके भाई और पिता राजनीति में हैं और सांसद हैं। दक्षिण बंगाल के इलाकों में इनका काफी प्रभाव है। इस बात की अटकलें हैं कि सुवेंदु इस हफ्ते अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।