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UK में मिला Coronavirus का नया स्ट्रेन हो सकता है 70% ज्यादा संक्रामक

वैज्ञानिकों को कोरोनावायरस (Coronavirus). का यह नया वेरिएंट सितंबर में एक मरीज में मिला था. नवंबर में उन्हें पता चला कि केंट में इसी स्ट्रेन की वजह से कई नए मामलों का क्लस्टर मिला है.

London: ब्रिटेन (Britain) के स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को चेतावनी दी कि लंदन (London) और दक्षिण-पूर्वी इंग्लैंड में लगा लॉकडाउन (Lockdown) महीनों तक खिंच सकता है क्योंकि कोरोनावायरस (Coronavirus) का नया स्ट्रेन, जो मिला है, वो ‘नियंत्रण से बाहर है’. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को कहा कि नागरिकों को क्रिसमस प्लान कैंसल करने होंगे और घरों पर रहना होगा क्योंकि नए टाइप का वायरस ज्यादा तेजी से फैल रहा है.

ब्लिक हेल्थ इंग्लैंड की सूज़न हॉपकिन्स ने Sky News को बताया कि वैज्ञानिकों को कोरोनावायरस (Coronavirus) का यह नया वेरिएंट सितंबर में एक मरीज में मिला था. नवंबर में उन्हें पता चला कि केंट में इसी स्ट्रेन की वजह से कई नए मामलों का क्लस्टर मिला है. यहां से यह वायरस लंदन और एसेक्स में फैला, इसकी जानकारी सरकार को 11 दिसंबर को दी गई.

सूज़न ने बताया कि पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने सरकार को पिछले शुक्रवार को फिर इसकी जानकारी दी और बताया कि नया स्ट्रेन कितना ज्यादा खतरनाक है. बोरिस जॉनसन ने इस स्ट्रेन को 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक बताया था, जिसकी सूज़न ने पुष्टि की और कहा कि यह शुरुआती आंकड़ा है. उन्होंने बताया कि यह वायरस (Coronavirus) इंग्लैंड के हर हिस्से में लेकिन कम संख्या में पाया गया है. स्वास्थ्य सचिव मैट हैंकॉक ने बताया कि इस स्ट्रेन के साथ ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में भी केस मिले हैं.

सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वालेंस ने शनिवार को बताया था कि नए स्ट्रेन में पुराने से 23 अलग भिन्नताएं हैं, जिसमें इसके इंसानों की कोशिकाओं में घुसने और इससे जुड़ने की प्रक्रिया भी शामिल है. Cellular Microbiology at the University of Reading में असोसिएट प्रोफेसर साइमन क्लार्क ने बताया कि यह नया म्यूटेटेड स्ट्रेन ‘स्पाइक प्रोटीन’ को प्रभावित करता है, जो वायरस को कवर करता है और इसे ही वैक्सीन निशाना बनाता है. उन्होंने बताया कि स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन की वजह से हुए बदलाव को देखें तो ऐसा नहीं लगता है कि इससे वैक्सीन के प्रभाव पर बहुत ज्यादा असर पड़ेगा.

हैंकॉक ने कहा कि नए प्रतिबंध एक तिहाई इंग्लैंड में तब तक लागू रह सकते हैं, जबतक कि वैक्सीन पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हो जाती. हैंकॉक ने कहा कि ‘स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर है. जब तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाती, इसे नियंत्रण में नहीं लाया जा सकता. अगरे कुछ महीनों में हमें इसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.’

इंग्लैंड की लगभग 31 फीसदी जनता फिर से लॉकडाउन में चली गई है. लंदन की मेट्रोलपॉलिटन पुलिस ने नियम तोड़ने वालों के खिलाफ एक्शन लेने की बात की है.

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