करवाचौथ पर नीतू सिंह का पोस्ट पढ़ आप भी हो जाएंगे भावुक।
Yamuna Nagar: पंडित जी के बताए नुस्खे काम नहीं आए तो कर दी हत्या
यमुनानगर: यमुनानगर (Yamuna Nagar) के जगाधरी की रायपुरान गली निवासी 70 वर्षीय पंडित ईश्वर दत्त की उनके घर के पास बीच-बाजार में चाकू गोदकर हत्या कर दी गई. इसकी वजह जानकर आपको यकीन नहीं होगा कि हमारे आस-पास इस कदर सनकी लोग भी घूम रहे हैं, जिनके हाथ जरा सी बात को लेकर 70 वर्षीय वृद्ध की हत्या तक करने से भी नहीं कांपते।
यमुनानगर (Yamuna Nagar) के एक सिरफिरे शख्स ने 70 वर्षीय पंडित द्वारा करवाई गई पूजा और उपायों को बेअसर बताते हुए उनकी निर्मम हत्या कर दी, बीच बाजार पंडित को चाकुओं से गोदकर हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया गया।
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हत्या आरोपी बूड़िया गेट चौक निवासी रमन है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और गहनता से जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक रमन ने अपने कबूलनामे में बताया कि पंडित ने उसे जो भी पूजा-विधि या उपाय बताए थे,
उसने वह सभी आजमाए मगर उसकी किस्मत नहीं बदली, इसी की रंजिश में उसने पंडित को ही जान से मार डाला।
पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने माना है कि वह पंडित द्वारा बताए गए सभी नुस्खों से नाराज था और उसे ऐसा लग रहा था कि उसके घर में जो भी बुरा हो रहा है वह पंडित की वजह से ही हो रहा है, उल्टा उसके पैसे खर्च हो रहे थे।
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उसे ऐसा लगने लगा कि जो भी उसके घर में दिक्कत आती हैं वह पंडित की वजह से आ रही हैं, इसी रंजिश में उसने पंडित की हत्या कर डाली
6 नवंबर को सूर्य बदलेगा अपनी चाल, नाम के पहले अक्षर से जानिए आपके जीवन पर क्या पड़ेगा असर
6 नवंबर को सुबह 8 बजकर 14 मिनट पर सूर्य देव विशाखा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 19 नवंबर दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। जानिए किन लोगों के जीवन पर पड़ेगा सबसे ज्यादा प्रभाव।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की उदया तिथि पंचमी और दिन शुक्रवार है। 6 नवंबर को सुबह 8 बजकर 14 मिनट पर सूर्य देव विशाखा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 19 नवंबर दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। विशाखा नक्षत्र के पहले तीन चरण तुला राशि में हैं और चौथा चरण वृश्चिक राशि में है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से किस नक्षत्र और किस नाम वाले लोगों पर सूर्य के विशाखा नक्षत्र में जाने से क्या फल मिलेगा।
जिनके नाम का पहला अक्षर न, य और भ
जिनका जन्म अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र और मूल नक्षत्र में हुआ हो या जिन लोगों के नाम न, य और भ अक्षर से शुरू होते हैं, उन्हें अपने घर में बिजली के शॉर्ट सर्किट से बचने का ध्यान रखना चाहिए। घर में आग को खुला नहीं छोड़ना चाहिए। कोई धूपबत्ती, दीया इत्यादि जलता हुआ छोड़ना इस दौरान उचित नहीं होगा। बुरे प्रभावों से बचने के लिये आपको गेहूं और गुड़ दान करना चाहिए।
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जिनके नाम का पहला अक्षर भ, ध, फ, ढ, ज, ख और ग
जिनका जन्म पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र या धनिष्ठा नक्षत्र में हुआ है या जिनके नाम का पहला अक्षर भ, ध, फ, ढ, ज, ख और ग अक्षरों से शुरू होता हो, वो लोग इन दिनों, यानि कि 19 नवंबर की दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक बहुत बोर महसूस करेंगे। उनके साथ कुछ निगेटिव नहीं होगा, लेकिन उनके काम भी अच्छे से नहीं बनेंगे। इस दौरान अपने कामों को बनाने के लिये घर से निकलते समय गुड़ खाकर और पानी पीकर निकलने से आपको फायदा होगा।
जिनके नाम का पहला अक्षर स, द और च
जिन लोगों का जन्म शतविखा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र या रेवती नक्षत्र में हुआ हो, उन लोगों को 19 नवंबर तक अपने सभी कामों में स्थिरता प्राप्त होगी या जिन लोगों का नाम ‘स‘ से शुरू होता हो, द से शुरू होता हो या च अक्षर से शुरू होता हो, उन सभी लोगों के काम स्थिर होंगे। इन लोगों को शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये रात में सोते समय सिरहाने के पास पानी रखकर सोना चाहिए।
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जिनके नाम का पहला अक्षर च, ल, ई, उ और ए
जिन लोगों का जन्म अश्विनी नक्षत्र, भरणी नक्षत्र या कृतिका नक्षत्रों में हुआ हो, उन लोगों को इस दौरान लक्ष्मी की प्राप्ति होगी, यानि कि जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर च, ल, ई, उ, ए से शुरू होता है, उनके लिये ये समय माता महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का है, आपको खूब धन–दौलत मिलेगी। इन नक्षत्र के जातकों को शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये अपना सांसारिक व्यवहार उत्तम रखना चाहिए। साथ ही घर में आज से 19 नवंबर तक के बीच कभी तेजपत्ता खत्म न होने पाये, इसका भी ध्यान रखना चाहिए। तेजपत्ता जो आप रसोई में इस्तेमाल करते हैं, उसका ध्यान रखिये, वो इस दौरान खत्म होने के पहले ही घर ले आइए, तो अच्छा है।
जिनके नाम का पहला अक्षर व, ख, घ, छ और क
जिन लोगों का जन्म रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, और पुनर्वसु नक्षत्रों में हुआ हो, यानि जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर व, ख, घ, छ या क है, उन्हें लाभ हासिल होगा। लाभ सुनिश्चित करने के लिये आपको 19 नवंबर तक दूसरों का मजाक उड़ाना अवॉयड करना चाहिए, अन्यथा आप पर ही भारी पड़ सकता है।
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जिनके नाम का पहला अक्षर ह, द और म
जिन लोगों का जन्म पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र या मघा नक्षत्र में हुआ हो, या जिन लोगों के नाम की शुरुआत ‘ह‘ अक्षर से होती हो, ‘द‘ अक्षर से होती हो, ‘म‘ से होती हो, उन लोगों के परिवार के मुखिया को नुकसान होने की संभावना है। बुरे फलों से बचने के लिये आपको 19 नवंबर तक काले या नीले कपड़े पहनने अवॉयड करने चाहिए। साथ ही इस दौरान सिर ढंक कर रखें। ध्यान रहे कि सिर पर सूर्य की रोशनी न पड़े।
जिनके नाम का पहला अक्षर म, ट, प, ठ और ण
वहीं जिनका जन्म पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र, उतरा फाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, और चित्रा नक्षत्र में हुआ हो या जिन लोगों का पहला अक्षर म, ट, प, ठ या ण से शुरू हो, उन्हें दरिद्रता का सामना करना पड़ेगा। उन्हें आर्थिक नुकसान हो सकता है। इस नक्षत्र वाले लोगों को रात को 5 मूली या बादाम सिरहाने अपने रखकर सोना चाहिए और अगली सुबह उन्हें किसी धर्मस्थल या मन्दिर में दान देने से आपको निश्चित ही फायदा होगा।
जिनके नाम का पहला अक्षर र, त, और न
जिन लोगों का जन्म स्वाती नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, और अनुराधा नक्षत्र में हुआ हो या जिनके नाम का पहला अक्षर र, त, या न से शुरू हो, उन्हें रोग, पीड़ा व भय हो सकता है। इनसे बचने के लिये आपको 19 नवंबर तक दिन के समय घर का बरामदा खुला रखना चाहिए, जिससे सूर्य की पर्य़ाप्त रोशनी घर के अन्दर आये। साथ ही इस दौरान अपने शत्रुओं को क्षमा कर दें।
रमा एकादशी व्रत से प्रसन्न होती हैं लक्ष्मी जी, जानें व्रत की पूजा विधि
Rama Ekadashi 2020: एकादशी का व्रत का सभी व्रतों में श्रेष्ठ माना गया है. पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है. रमा एकादशी को सभी एकादशी में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. आइए जानते हैं रमा एकादशी के बारे में.
धन की कामना रखने वाले इस एकादशी का वर्ष भर इंतजार करते हैं, क्योंकि इस एकादशी पर माता लक्ष्मी की उपासना की जाती है. कार्तिक मास की इस एकादशी को लक्ष्मी जी के नाम पर रमा एकादशी कहा जाता है.
रमा एकादशी की पूजा
रमा एकादशी पर माता लक्ष्मी के रमा स्वरूप के साथ भगवान विष्णु के पूर्णावतार केशव स्वरुप की पूजा का नियम बताया गया है.
चातुर्मास की अंतिम एकादशी है रमा एकादशी
रमा एकादशी चातुर्मास की अंतिम एकादशी है. इस समय चातुर्मास चल रहे हैं. चातुर्मास में भगवान विष्णु विश्राम करने के लिए पाताल लोक चले जाते हैं और पृथ्वी की बागडोर भगवान शिव को सौंप जाते हैं. 25 नवंबर 2020 को चातुर्मास समाप्त होंगे. मान्यता है कि एकादशी का व्रत हर की मानोकामनाओं को पूर्ण करता है साथ ही मोक्ष की भी प्रवृत्ति होती है.
रमा एकादशी व्रत
एकादशी का व्रत सभी व्रतों में श्रेष्ठ माना गया है. एकादशी के व्रत के दौरान नियमों का गंभीरता से पालन करना चाहिए तभी इस व्रत का पुण्य प्राप्त होता है. नियम के अनुसार एकादशी व्रत का आरंभ दशमी की तिथि के समापन से ही आरंभ हो जाता है. इसलिए दशमी तिथि के दिन सूर्यास्त के बाद भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए. रमा एकादशी के दिन प्रात:काल स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
एकादशी पूजा विधि
एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए. पूजा में धूप, तुलसी के पत्तों, दीप, नैवेद्य, फूल और फल का प्रयोग करना चाहिए. इस दिन भगवान विष्णु का पीले वस्त्र और फूलों से श्रृंगार करना चाहिए. इसके बाद ही पूजा आरंभ करनी चाहिए. एकादशी के व्रत में रात्रि पूजा का भी विधान बताया गया है. एकादशी व्रत का पारण भी महत्वपूर्ण है. पारण के भी नियम बताए गए है. नियम के अनुसार एकादशी व्रत का पारण द्वादशी की तिथि पर करना चाहिए.
Baking Soda त्वचा के लिए 6 तरीक़ों से फ़ायदेमंद: जानें
Baking Soda सिर्फ रसोई में ही इस्तेमाल नहीं होता, बल्कि यह स्वास्थ्य और त्वचा के निखार में भी मदद करता है। यह त्वचा के पीएच स्तर को संतुलित करता है, जिससे त्वचा में चमक व ताजगी आती है। आइए जानते हैं कि बेकिंग सोडा को ब्यूटी ट्रीटमेंट के रूप में कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
त्वचा के लिए Baking Soda के 6 फायदे
1. मुंहासे को करे दूर
बढ़ती उम्र की वजह से मृत कोशिकाएं बनने लगती हैं, जिसकी वजह से त्वचा अस्वस्थ लगने लगती है। इसकी वजह से त्वचा बेजान और सांवली हो जाती है. जब किसी की त्वचा तैलीय, बैक्टीरिया या डेड स्किन से भर जाती है, तो ऐसे में छोटे-छोटे दाने दिखाई देते हैं जिसे मुंहासे कहते हैं। अगर मुंहासों की सही तरीके से देखभाल नहीं की गई, तो यह कुछ निशान छोड़ सकते हैं। इन दागों को अपने चेहरे से हटाने के लिए बेकिंग सोडा और पानी के मिश्रण से बने पेस्ट का उपयोग करें। इसे पर्याप्त गाढ़ा करें, ताकि इसे त्वचा पर आसानी से लगाया जा सके। बेकिंग सोडा दाग वाली त्वचा को कम करके नई परत लाने में मदद करेगा। इस पेस्ट को दिन में दो या तीन बार 3-4 मिनट के लिए लगा सकते हैं।
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2. ब्लैकहेड्स की छुट्टी
बेकिंग सोडा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो ऐसे संक्रमण का इलाज कर सकते हैं, जिनकी वजह से ब्लैकहेड्स की समस्या होती है. बेकिंग सोडा के इस्तेमाल से ब्लैकहेड्स के आस पास की त्वचा ढीली हो जाती है और ऐसे में ब्लैकहेड्स आसानी से बाहर निकल आते हैं।
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3. सनबर्न के लिए बेहतरीन उपाय
बेकिंग सोडा क्षारीय प्रकृति का होता है, जो कि धूप से जली त्वचा को शांत करने और खुजली से राहत दिला सकता है। इसके एंटी-सेप्टिक गुण धूप की वजह से हुए छालों को भी ठीक कर सकते है। इसके लिए बेकिंग सोडा और ठंडे पानी का पेस्ट बनाएं और इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं और फिर धो लें। इसके अलावा आधा कप बेकिंग सोडा नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करें। तौलिये से शरीर को पोछे और शरीर को हवा में सूखने दें।
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4. त्वचा की टैनिंग करे ठीक
बेकिंग सोडा त्वचा के टैन को हटाने में मदद करता है। पेस्ट बनाने के लिए बेकिंग सोडा, पानी और सिरका के एक चम्मच का मिश्रण बना लें। इसे 5-10 मिनट के लिए त्वचा पर लगा रहने दें। त्वचा पर टैन की समस्या कितनी है, इसके आधार पर इस पेस्ट को सप्ताह में एक या दो बार लगाया सकता है।
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5. चकत्तों से दिलाए राहत
बेकिंग सोडा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह चकत्ते, खुजली और सूजन से राहत दिला सकता है। बेकिंग सोडा में नारियल का तेल मिलाएं और इस पेस्ट को 4-5 मिनट के लिए लगाएं। इस पेस्ट को दिन में दो बार लगा सकते हैं।
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6. त्वचा में लाए निखार
साफ और चमकदार त्वचा पाने के लिए एक से दो छोटे चम्मच बेकिंग सोडा को पर्याप्त फिल्टर किए हुए पानी या फिर गुलाब जल के साथ मिलाएं। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और एक मिनट तक रहने दें। उसके बाद उंगलियों से धीरे धीरे स्क्रब करते हुए चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। यह उपाय सप्ताह में 2-3 बार करें।
अमेरिकी चुनावः आखिर कहां अटका हुआ है नतीजा, क्या अब भी वापसी कर सकते हैं ट्रंप,
इस बीच डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने तीन राज्यों में मतों की गणना को कोर्ट में चुनौती दी है। चुनाव परिणामों में हो रही देरी को देखते हुए अब चुनाव अधिकारियों ने प्रमुख राज्यों में वोटों की गिनती को तेज कर दिया है। अभी नेवाडा, जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलिना और पेन्सिलवेनिया में अंतिम नतीजे अभी भी लंबित हैं। अगर बाइडेन केवल नेवाडा जीत लेते हैं तो वह 270 के जरूरी आंकड़े तक पहुंच जाएंगे। राष्ट्रपति ट्रंप अगर पेन्सिलवेनिया, नॉर्थ कैरोलिना, नेवाडा और जॉर्जिया में जीत जाते हैं तो वह 270 के आंकड़े तक पहुंच जाएंगे।उधर, ट्रंप की टीम के लिए बुरी खबर यह है कि जो बाइडेन जार्जिया और पेन्सिलवेनिया में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं जिससे ट्रंप की बढ़त कम होती जा रही है। ट्रंप की टीमने कहा है कि वह विस्कोन्सिन में फिर से मतगणना कराए जाने के लिए अपील करेंगे। उनकी टीम ने पेन्सिलवेनिया और मिशिगन में केस दायर कर रखा है। अभी भी इन राज्यों में लाखों वोटों की गिनती करना बाकी है और माना जा रहा है कि वोटों की गिनती करने में अभी कई दिन और लग सकते हैं।
वोटों की गिनती जारी रहने से अभी भी कौन राष्ट्रपति होगा, इसका फैसला लटका हुआ है। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक अभी 9 राज्यों में वोटों की गिनती जारी है। अलास्का में अभी केवल 56 फीसदी वोटों की गिनती हुई है। यहां ट्रंप आगे चल रहे हैं। इस कड़ी टक्कर के कारण अमेरिका यह चुनाव इतिहास का सबसे कांटे की टक्कर वाले मुकाबलों में शामिल हो गया है।
बाइडेन सबसे अधिक मत हासिल करने वाले प्रत्याशी बने
अमेरिका के इतिहास में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन राष्ट्रपति चुनाव में सबसे अधिक मत हासिल करने वाले प्रत्याशी बन गए हैं और उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा स्थापित रेकॉर्ड को तोड़ दिया है। नैशनल पब्लिक रेडियो (एनपीआर) की खबर के मुताबिक चार नवंबर तक बाइडेन को 7.07 करोड़ मत मिल चुके थे जो अब तक के राष्ट्रपति चुनाव में किसी प्रत्याशी को मिले सबसे अधिक मत हैं। एनपीआर के मुताबिक यह संख्या वर्ष 2008 के चुनाव में ओबामा को मिले मतों से करीब 3,00,000 अधिक है जो पिछला रेकॉर्ड था। बाइडेन ने लोकप्रिय मतों के मामले में ओबामा को पछाड़ दिया है जिनके पक्ष में वर्ष 2008 में 6,94,98,516 लोगों ने मतदान किया था।
डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक फैला रहे हैं भ्रमित सूचनाएं
इस बीच जैसे-जैसे अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा चुने जाने की संभावनाएं कम होती जा रही हैं, वैसे-वैसे ट्रंप के समर्थक फर्जी दावे करना शुरू कर दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनाव में धांधली हुई है जिससे जो बाइडेन को फायदा हुआ है। ट्रंप समर्थक सोशल मीडिया में फर्जी वीडियो डाल रहे हैं। ट्रंप के ये समर्थक फर्जी सबूत भी दे रहे हैं।