PGCIL भर्ती 2024: पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL) डिप्लोमा ट्रेनी (इलेक्ट्रिकल/सिविल), जूनियर ऑफिसर ट्रेनी (HR/F&A) और असिस्टेंट ट्रेनी (F&A) की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन कल बंद कर देगा। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट powergrid.in पर जाकर इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
पहले आवेदन की अंतिम तिथि 12 नवंबर, 2024 निर्धारित की गई थी, लेकिन इसे बढ़ाकर 19 नवंबर, 2024 कर दिया गया है।
आधिकारिक नोटिस के अनुसार, लिखित परीक्षा जनवरी या फरवरी 2025 में आयोजित होने की संभावना है। सटीक तिथि आधिकारिक वेबसाइट पर अलग से घोषित की जाएगी।
PGCIL भर्ती 2024: पात्रता मानदंड
डिप्लोमा ट्रेनी (इलेक्ट्रिकल) के पद के लिए, उम्मीदवारों के पास इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रिकल (पावर), इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, पावर सिस्टम इंजीनियरिंग, या पावर इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिकल) सहित इंजीनियरिंग के प्रासंगिक विषयों में पूर्णकालिक, नियमित तीन वर्षीय डिप्लोमा होना चाहिए। डिप्लोमा किसी मान्यता प्राप्त तकनीकी बोर्ड या संस्थान से प्राप्त किया जाना चाहिए। सामान्य, ओबीसी (एनसीएल) और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के पास न्यूनतम 70% अंक होने चाहिए, जबकि एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी उम्मीदवारों को केवल पास अंक चाहिए।
डिप्लोमा ट्रेनी (सिविल) के लिए, पात्रता के लिए किसी मान्यता प्राप्त तकनीकी बोर्ड या संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में पूर्णकालिक, नियमित तीन वर्षीय डिप्लोमा की आवश्यकता होती है। सामान्य, ओबीसी (एनसीएल) और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के पास न्यूनतम 70% अंक होने चाहिए, जबकि एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी उम्मीदवार पास अंकों के साथ पात्र हैं।
जूनियर ऑफिसर ट्रेनी (एचआर) के पद के लिए बीबीए, बीबीएम, बीबीएस जैसे विषयों में तीन साल की पूर्णकालिक स्नातक डिग्री या किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से समकक्ष योग्यता की आवश्यकता होती है। सामान्य, ओबीसी (एनसीएल) और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों को न्यूनतम 60% अंक प्राप्त करने होंगे।
जूनियर ऑफिसर ट्रेनी (एफ एंड ए) के लिए, उम्मीदवारों को इंटर सीए या इंटर सीएमए पूरा करना चाहिए। हालांकि, पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, सीए, सीएमए या समकक्ष जैसी उच्च योग्यता वाले व्यक्ति इस पद के लिए आवेदन करने के पात्र नहीं हैं।
सहायक प्रशिक्षु (एफ एंड ए) की भूमिका के लिए, उम्मीदवारों के पास सामान्य, ओबीसी (एनसीएल) और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए कम से कम 60% अंकों के साथ बी.कॉम की डिग्री होनी चाहिए, जबकि एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी उम्मीदवार पास अंकों के साथ पात्र हैं। डिग्री भारत में मान्यता प्राप्त होनी चाहिए और किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से प्राप्त की जानी चाहिए।
एक महत्वपूर्ण फैसले में, भारत के SC ने बिगड़ती वायु गुणवत्ता के कारण दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में 10वीं और 12वीं कक्षा को बंद करने का आदेश दिया है। न्यायालय ने खतरनाक वायु प्रदूषण स्तरों के खिलाफ एहतियाती उपाय के रूप में सभी शैक्षणिक संस्थानों को ऑनलाइन कक्षाओं पर स्विच करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इससे पहले, कक्षा 10 और 12 को छोड़कर सभी छात्रों के लिए भौतिक कक्षाएं बंद कर दी गई थीं। अदालत के नए आदेश के अनुसार अब छात्रों की भलाई के लिए सभी कक्षाएं ऑनलाइन जारी रहेंगी।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में पहुंच गई, शहर में AQI 484 दर्ज किया गया। प्राधिकरण ने प्रदूषण नियंत्रण उपायों को लागू किया, जिसमें ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध और सार्वजनिक परियोजनाओं पर निर्माण का निलंबन शामिल है, जो सुबह से लागू हुआ। घने जहरीले धुएं के कारण सुबह दृश्यता काफी कम हो गई।
बदलते मौसम में खराब जीवनशैली का असर सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। आजकल जब हल्की Winter का मौसम आ गया है तो ज्यादातर लोग सर्दी, खांसी और गले की समस्याओं से परेशान रहते हैं। वहीं, दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण ने परेशानियां बढ़ा दी हैं। ऐसे में आपको स्वस्थ रहने के लिए दवाइयों के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय भी करते रहना चाहिए।
आयुर्वेदिक उपचार से हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए आप डाइट में कई चीजें शामिल कर सकते हैं। ऐसी ही एक असरदार चीज है लौंग। मसालों में इस्तेमाल होने वाली लौंग का पानी पीने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और सर्दी, जुकाम और फ्लू जैसी कई मौसमी बीमारियां भी दूर रहती हैं।
अगर आप सुबह लौंग का पानी पीते हैं तो इससे शरीर को कई फायदे मिलते हैं। लौंग में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो पानी में घुलकर शरीर में पहुंचते हैं और कई फायदे पहुंचाते हैं। लौंग का पानी पीने से हमारे शरीर में पाए जाने वाले त्रिदोष को भी संतुलित किया जा सकता है। जानिए लौंग का पानी पीने के फायदे।
Winter में लौंग का पानी पीने के फायदे
वात, पित्त और कफ रहेंगे संतुलित: आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ को सभी रोगों की जड़ माना जाता है। जब वात, पित्त और कफ का संतुलन बिगड़ जाता है तो कई प्रकार के रोग उत्पन्न हो जाते हैं। खासकर, इससे पेट, गले, नाक और त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। लौंग का पानी त्रिदोष को संतुलित करने में कारगर साबित होता है। इससे पाचन क्रिया बेहतर होगी और पेट ठंडा रहेगा। लौंग का पानी पीने से पेट की जलन और एसिडिटी कम हो जाएगी।
पाचन क्रिया दुरुस्त करता है: जो लोग सुबह खाली पेट लौंग का पानी पीते हैं उनका पाचन तंत्र मजबूत हो जाता है। यह पानी गैस, एसिडिटी, सूजन और अपच जैसी पेट की बीमारियों को ठीक करता है। पाचन क्रिया बेहतर होती है। लौंग का पानी पीने से शरीर में एंजाइम्स बढ़ते हैं जिससे खाना पचाने में आसानी होती है।
प्यास और जलन को कम करता है: अगर आपको बहुत अधिक प्यास लगती है और पेट में जलन होती है तो आप लौंग का पानी पी सकते हैं। लौंग की तासीर गर्म होने पर भी लौंग का पानी ठंडा हो जाता है। इससे प्यास कम लगती है और पेट में होने वाली जलन से भी राहत मिलती है। लौंग का पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है।
वजन घटाने में मदद करता है: सुबह खाली पेट लौंग का पानी पीने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है। भूख कम लगती है और अधिक खाने पर भी नियंत्रण किया जा सकता है। लौंग में ऐसे तत्व होते हैं जो फैट को तेजी से जलाने में मदद करते हैं। इसलिए वजन कम करने की कोशिश कर रहे लोग लौंग का पानी पी सकते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए: लौंग का पानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर साबित होता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। खासतौर पर बदलते मौसम में यह Winter, खांसी और कफ जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। लौंग में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो किसी भी संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं। यह मौसमी बीमारियों को दूर रखता है।
MA (Master of Arts) एक पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री है, जो छात्रों को उनकी चुनी हुई विषय विशेषज्ञता में गहराई से अध्ययन और शोध का अवसर प्रदान करती है। यह डिग्री मानविकी, सामाजिक विज्ञान, भाषा, इतिहास, दर्शन, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, और अन्य कला संबंधित क्षेत्रों में की जाती है। अगर आप MA करने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपको इसके महत्व, फायदे, करियर विकल्प और अन्य आवश्यक जानकारी प्रदान करेगा।
एमए (मास्टर ऑफ आर्ट्स): फायदे, करियर विकल्प और पूरी जानकारी
एमए क्या है?
MA एक दो वर्षीय स्नातकोत्तर डिग्री है, जिसे मुख्यतः कला और मानविकी के क्षेत्रों में विशेषज्ञता के लिए किया जाता है। यह डिग्री छात्रों को न केवल उनके चुने हुए विषय में गहराई से पढ़ाई करने का अवसर देती है, बल्कि उन्हें शोध और अकादमिक क्षेत्र में योगदान करने के लिए भी तैयार करती है।
MA में छात्रों को अपने क्षेत्र की बारीकियों और व्यावहारिक ज्ञान को समझने का मौका मिलता है। यह कोर्स विषय की मौलिक समझ और कौशल विकास पर केंद्रित होता है।
एमए करने के फायदे
1. विशेषज्ञता का विकास
MA करने से छात्रों को उनके चुने हुए क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त होती है। यह उन्हें अपने विषय के गहन अध्ययन और शोध में संलग्न करता है, जो न केवल उनके ज्ञान को बढ़ाता है बल्कि उन्हें उच्च-स्तरीय अवसर प्रदान करता है।
2. करियर के अवसरों का विस्तार
MA डिग्री के बाद छात्रों के लिए कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ जाते हैं। चाहे वह अकादमिक क्षेत्र हो, सरकारी नौकरियां हों, या कॉर्पोरेट सेक्टर, एमए करने वाले छात्रों की मांग हर जगह होती है।
3. प्रतियोगी परीक्षाओं में लाभ
MA की पढ़ाई से सरकारी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलती है। विशेषकर, यूपीएससी, एसएससी, बैंकिंग और अन्य उच्च स्तरीय परीक्षाओं में एमए डिग्री धारकों को फायदा होता है।
4. शोध और अकादमिक क्षेत्र में प्रवेश
MA डिग्री के बाद छात्र शोध (PhD) करने के लिए पात्र बनते हैं। यह डिग्री अकादमिक क्षेत्र में प्रोफेसर, शोधकर्ता, और सलाहकार के रूप में करियर बनाने का आधार प्रदान करती है।
5. उच्च वेतनमान और पदोन्नति के अवसर
MA डिग्रीधारक स्नातक स्तर के छात्रों की तुलना में अधिक वेतन और उच्च पदों पर कार्यरत होते हैं। यह डिग्री आपके करियर ग्राफ को तेजी से ऊपर ले जाती है।
6. कौशल विकास
MA कोर्स के दौरान छात्रों में निम्नलिखित कौशल विकसित होते हैं:
शोध और लेखन कौशल।
आलोचनात्मक और विश्लेषणात्मक सोच।
नेतृत्व और संचार कौशल।
सांस्कृतिक और सामाजिक समझ।
7. अंतरराष्ट्रीय अवसर
MA डिग्रीधारक विदेशी विश्वविद्यालयों और संस्थानों में उच्च शिक्षा और शोध के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह डिग्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
एमए के प्रमुख विषय और उनके लाभ
1. अंग्रेजी (English)
साहित्य, भाषा और संस्कृति का गहन अध्ययन।
पत्रकारिता, कंटेंट राइटिंग, शिक्षण और अनुवाद में करियर।
2. हिंदी (Hindi)
हिंदी साहित्य और भाषा का विशेषज्ञ ज्ञान।
सरकारी नौकरियां, पत्रकारिता और शिक्षा क्षेत्र में करियर।
3. इतिहास (History)
प्राचीन और आधुनिक इतिहास का विस्तृत अध्ययन।
संग्रहालय, पुरातत्व और शोध के क्षेत्र में अवसर।
4. राजनीति विज्ञान (Political Science)
राजनीतिक सिद्धांत और प्रशासन का गहन अध्ययन।
सिविल सेवाओं और प्रशासनिक करियर में सहायता।
5. समाजशास्त्र (Sociology)
समाज और सामाजिक संरचनाओं का अध्ययन।
सामाजिक कार्य, एनजीओ और मानव संसाधन में करियर।
6. मनोविज्ञान (Psychology)
मानव व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन।
काउंसलिंग, मनोचिकित्सा और शोध के क्षेत्र में करियर।
7. अर्थशास्त्र (Economics)
आर्थिक सिद्धांतों और नीतियों का विश्लेषण।
बैंकिंग, वित्तीय संस्थानों और सरकारी नीतियों के क्षेत्र में अवसर।
8. दर्शनशास्त्र (Philosophy)
मानव जीवन, नैतिकता और विचारधारा का अध्ययन।
लेखन, शिक्षण और शोध के क्षेत्र में उपयोग।
एमए के बाद करियर विकल्प
1. शिक्षा और अकादमिक क्षेत्र
शिक्षक या प्रोफेसर: एमए के बाद बीएड या नेट/सेट परीक्षा पास करके शिक्षा क्षेत्र में काम कर सकते हैं।
शोधकर्ता: एमए के बाद पीएचडी कर सकते हैं और शोध क्षेत्र में योगदान दे सकते हैं।
2. सरकारी क्षेत्र
सिविल सेवा परीक्षाओं (IAS, IPS, IFS) और अन्य सरकारी नौकरियों के लिए एमए छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है।
बैंकिंग, रेलवे, और लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में अवसर।
एमए एक ऐसा कोर्स है जो छात्रों को उनके चुने हुए विषय में गहराई से अध्ययन और विशेषज्ञता का अवसर प्रदान करता है। यह डिग्री न केवल आपके ज्ञान और कौशल को बढ़ाती है, बल्कि आपको उच्च स्तरीय करियर विकल्प भी प्रदान करती है।
यदि आप शिक्षा, शोध, या प्रशासन में करियर बनाने की योजना बना रहे हैं, तो एमए आपके लिए एक आदर्श विकल्प हो सकता है। यह डिग्री न केवल व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में सहायक है, बल्कि समाज और देश के विकास में भी आपका योगदान सुनिश्चित करती है।
BA (Bachelor of Arts) एक स्नातक डिग्री है, जो विद्यार्थियों को कला और मानविकी के विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता प्रदान करती है। यह डिग्री मानविकी, सामाजिक विज्ञान, भाषा, इतिहास, राजनीति, मनोविज्ञान, और अन्य कला से संबंधित विषयों में पढ़ाई के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करती है। अगर आप BA करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह लेख आपको इसके फायदे, करियर विकल्प, संभावनाएं और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा।
Table of Contents
बीए (बैचलर ऑफ आर्ट्स) करने के फायदे और पूरी जानकारी
बीए क्या है?
BA एक तीन वर्षीय स्नातक डिग्री है, जिसे भारत और दुनिया भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों द्वारा प्रदान किया जाता है। यह मुख्यतः उन छात्रों के लिए है जो कला और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्रों में गहराई से ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं। BA में विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता का विकल्प मिलता है, जैसे:
भाषा और साहित्य: हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, फ्रेंच आदि।
सामाजिक विज्ञान: इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान।
मनोविज्ञान और दर्शनशास्त्र।
कला और संस्कृति: ड्रामा, संगीत, चित्रकला।
बीए करने के मुख्य फायदे
1. विविध करियर विकल्प
BA करने के बाद छात्रों के लिए कई क्षेत्रों में करियर बनाने के दरवाजे खुल जाते हैं। यह डिग्री छात्रों को विभिन्न सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करती है। BA के बाद आप निम्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं:
शिक्षा क्षेत्र: शिक्षक, प्रोफेसर या अकादमिक शोधकर्ता बन सकते हैं।
मीडिया और जनसंचार: पत्रकार, लेखक, संपादक, पीआर विशेषज्ञ।
सरकारी नौकरियां: सिविल सेवा, बैंकिंग, रेलवे, और अन्य सरकारी विभाग।
मनोरंजन उद्योग: पटकथा लेखक, निर्देशक, या निर्माता।
BA की पढ़ाई से सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं, जैसे UPSC, SSC, बैंक पीओ, और रेलवे परीक्षा की तैयारी आसान हो जाती है। इतिहास, राजनीति विज्ञान, और समाजशास्त्र जैसे विषय इन परीक्षाओं के लिए आधार प्रदान करते हैं।
3. कौशल विकास
BA कोर्स के दौरान छात्रों को कई व्यावहारिक और सैद्धांतिक कौशल विकसित करने का मौका मिलता है, जैसे:
संचार कौशल
आलोचनात्मक सोच
लेखन और विश्लेषण कौशल
सांस्कृतिक समझ
नेतृत्व कौशल
4. आर्थिक दृष्टिकोण से किफायती
BA कोर्स की फीस अन्य प्रोफेशनल कोर्स की तुलना में काफी किफायती होती है। इसके कारण यह मध्यमवर्गीय परिवारों के छात्रों के लिए एक उपयुक्त विकल्प बनता है।
5. विदेश में पढ़ाई और नौकरी के अवसर
BA डिग्री के बाद छात्र विदेश में उच्च शिक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं, जैसे एमए, एमएसडब्ल्यू (सोशल वर्क), या पीएचडी। यह डिग्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
बीए के लोकप्रिय विषय और उनके लाभ
1. अंग्रेजी (English)
लेखन और संचार में विशेषज्ञता।
कंटेंट राइटिंग, अनुवाद, पत्रकारिता और शिक्षा में करियर।
2. हिंदी (Hindi)
हिंदी भाषा और साहित्य की गहरी समझ।
सरकारी नौकरी, पत्रकारिता, और अध्यापन के लिए उपयुक्त।
3. राजनीति विज्ञान (Political Science)
राजनीति और प्रशासन की बुनियादी समझ।
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में सहायक।
4. इतिहास (History)
प्राचीन और आधुनिक इतिहास की जानकारी।
पुरातत्व, संग्रहालय और शोध के क्षेत्र में करियर।
5. समाजशास्त्र (Sociology)
समाज और संस्कृति का अध्ययन।
सामाजिक कार्य, मानव संसाधन और अनुसंधान में अवसर।
6. मनोविज्ञान (Psychology)
मानव मस्तिष्क और व्यवहार का अध्ययन।
काउंसलिंग, मनोचिकित्सा, और मानव संसाधन में करियर।
7. भूगोल (Geography)
पर्यावरण और पृथ्वी विज्ञान का अध्ययन।
पर्यावरण संरक्षण, योजना आयोग और शिक्षा के क्षेत्र में करियर।
बीए करने के बाद करियर विकल्प
1. शिक्षा क्षेत्र में करियर
स्कूल और कॉलेज में अध्यापन: BA के बाद बीएड या एमए करके शिक्षक बन सकते हैं।
शोध और अकादमिक क्षेत्र: उच्च शिक्षा के बाद पीएचडी कर सकते हैं।
2. मीडिया और जनसंचार
पत्रकारिता और लेखन के क्षेत्र में BA के छात्रों की भारी मांग है।
टीवी, रेडियो, और डिजिटल मीडिया में अवसर।
3. सरकारी क्षेत्र
सिविल सेवाओं (IAS, IPS, IFS), बैंकिंग सेक्टर, और अन्य सरकारी विभागों में नौकरी।
BA के विषय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सहायक होते हैं।
4. प्राइवेट सेक्टर में अवसर
एचआर, ग्राहक सेवा, मार्केटिंग और कंटेंट राइटिंग जैसे क्षेत्रों में।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों में रोजगार।
5. स्वतंत्र करियर विकल्प
फ्रीलांस लेखक, ब्लॉगर, यूट्यूबर, या कंटेंट क्रिएटर।
BA एक ऐसा कोर्स है जो छात्रों को विविध क्षेत्रों में करियर बनाने का अवसर प्रदान करता है। यह डिग्री न केवल छात्रों को शिक्षा और रोजगार के नए आयाम प्रदान करती है, बल्कि उनके व्यक्तिगत और सामाजिक कौशल को भी निखारती है। यदि आप कला, साहित्य, इतिहास, या सामाजिक विज्ञान में रुचि रखते हैं और अपने कौशल को विकसित करना चाहते हैं, तो बीए आपके लिए एक उपयुक्त विकल्प है।
इस डिग्री के साथ, आप न केवल अपने सपनों को साकार कर सकते हैं, बल्कि समाज और देश के विकास में भी योगदान दे सकते हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ने के एक दिन बाद दिल्ली के पूर्व परिवहन मंत्री Kailash Gahlot सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। वह केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा की मौजूदगी में भगवा पार्टी में शामिल हुए।
BJP में शामिल हुए Kailash Gahlot
बीजेपी में शामिल होने के बाद Kailash Gahlot ने कहा कि कुछ लोग सोच रहे होंगे कि यह फैसला रातोंरात और किसी के दबाव में लिया गया है। “मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैंने आज तक कभी भी किसी के दबाव में कुछ नहीं किया… मैं सुन रहा हूं कि एक कहानी बनाने की कोशिश की जा रही है कि यह ईडी और सीबीआई के दबाव में किया गया था, लेकिन यह सब गलत है।” उन्होंने आगे कहा।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जब उन्होंने उन मूल्यों से समझौता होते देखा, तो उन्हें बहुत दुख हुआ। गहलोत ने कहा, “जिस उद्देश्य से हम साथ आए थे वह उद्देश्य आज नजर नहीं आ रहा है। अगर कोई सरकार लगातार हर मुद्दे पर केंद्र सरकार से टकराव में उलझी रहेगी तो दिल्ली का विकास नहीं हो सकता।” उन्होंने कहा, “मेरा दृढ़ विश्वास है कि दिल्ली का विकास केंद्र सरकार के सहयोग से ही हो सकता है। यही कारण है कि मैं भाजपा में शामिल हुआ हूं। मैं प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण और नीतियों से प्रेरित होकर काम करना जारी रखूंगा।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आप को झटका देते हुए, Kailash Gahlot ने रविवार को आम आदमी पार्टी छोड़ दी थी, उन्होंने आरोप लगाया था कि “राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं” लोगों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता से आगे निकल गई हैं। उन्होंने ‘शीशमहल’ जैसे कुछ “अजीब” और “शर्मनाक” विवादों को उजागर करते हुए केजरीवाल पर भी कटाक्ष किया और कहा कि इससे हर किसी को संदेह होता है कि क्या “हम अभी भी ‘आम आदमी’ होने में विश्वास करते हैं।”
गहलोत ने दिल्ली सरकार द्वारा अपना अधिकांश समय केंद्र के साथ लड़ने में खर्च करने और यमुना नदी को साफ करने में विफलता के खिलाफ भी बात की। इस बीच, आप नेताओं ने कहा कि गहलोत ईडी और सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं और उनके पास भाजपा में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह भाजपा की “गंदी राजनीतिक साजिश” है जो केंद्रीय एजेंसियों का “दुरुपयोग” कर रही है।