होम देश Bijnor में HT लाइन की चपेट में आए 2 सरकारी शिक्षक, एक...

Bijnor में HT लाइन की चपेट में आए 2 सरकारी शिक्षक, एक की मौत दूसरा घायल 

हाईटेंशन विधुत की लाइन से एक टीचर की करंट लगने से तो मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा शिक्षक गम्भीर रूप से झुलस गया। हालत नाजुक देखते हुए झुलसे शिक्षक को मेरठ अस्पताल भर्ती कराया।

बिजनौर/यूपी: Bijnor में विधुत विभाग की लापरवाही का आलम उस वक़्त देखने को मिला जब स्कूल परिसर से होकर गुजर रही जर्जर हाईटेंशन विधुत की लाइन टूटकर अचानक दो शिक्षको के ऊपर गिर गई।

हाईटेंशन विधुत की लाइन से एक टीचर की करंट लगने से तो मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा शिक्षक गम्भीर रूप से झुलस गया। हालत नाजुक देखते हुए झुलसे शिक्षक को मेरठ अस्पताल भर्ती करा दिया, वहीं गुस्साए मृतक के परिजनों ने विधुत विभाग के खिलाफ थाने में तहरीर दे दी। पुलिस मामला दर्ज करने की क़वायद में जुट गई है।

Bijnor के मीरापुर पाहिली का सरकारी प्राथमिक विद्यालय

2 government teachers came under the grip of HT line in Bijnor

ये है बिजनौर का सरकारी प्राथमिक विद्यालय जो बिजनौर के मीरापुर पाहिली इलाके में मौजूद है। इसी स्कूल में कौशल व जॉनी कुमार बच्चों को पढ़ाते है।

इसी स्कूल के परिसर से जर्जर हालत में हाई टेंशन की लाइन होकर गुजर रही है। अचानक हाई टेंशन का तार टूटकर दोनों शिक्षको के ऊपर गिर गया, जिसकी वजह से कौशल टीचर की करंट लगने से तो मौके पर ही मौत हो गई। 

यह भी पढ़ें: Bijnor में नील गाय से टकराकर बाइक सवार किसान की मौत 

दूसरे टीचर जॉनी कुमार गंभीर रूप से झुलस गए, उनकी नाजुक हालत को देखते हुए मेरठ अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।

सरकारी प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका की माने तो मुख्य अध्यापक कौशल ने कई बार हाई टेंशन की जजर्र लाइन की शिकायत की थी, लेकिन उसके बावजूद विधुत विभाग से बदहाल जजर्र लाइन ठीक नही हो पाई थी। 

यह भी पढ़ें: Bijnor में रहस्यमय बुखार से 7 की मौत, 100 से अधिक बीमार

दोनों शिक्षको को करंट लगते ही दोनों बेहोश हो गए थे, कौशल अध्यापक को तो होश नही आया, बल्कि जानी कुमार को ज़रूर होश आ गया। लेकिन जानी की भी हालत नाजुक बनी हुई है। गुस्साए मृतक के परिजनों ने विधुत विभाग के लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ थाने में तहरीर दे दी है। 

पुलिस के अफसर विधुत विभाग के खिलाफ केस दर्ज करने में जुट गए है।

बिजनौर से संवाददाता मोहम्मद रहमान की रिपोर्ट

Exit mobile version