जयपुर में CM Bhajanlal की उच्चस्तरीय बैठक, जनसेवा को बताया सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से पशुपालन, स्वायत्त शासन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पंचायतीराज, और उच्च शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि वे पखवाड़ा अवधि में विभागीय जनकल्याण कार्यों को प्राथमिकता देते हुए तेजी से पूरा करें।
Bhajanlal सरकार 24 जून से 9 जुलाई तक “पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा” का आयोजन करेगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनकल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना और सरकारी सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक की।
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इस बैठक में संभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी, विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, शासन सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े। मुख्यमंत्री ने इस अभियान को जनसेवा का “रिचार्ज अभियान” करार देते हुए अधिकारियों से कहा कि यह अभियान लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान और योजनाओं के लाभ सीधे नागरिकों तक पहुंचाने का एक मजबूत माध्यम बने।
इस दौरान विभागवार विशेष टास्क भी दिए गए:
- राजस्व विभाग: सीमाज्ञान, पत्थरगड़ी, नामांतरण और लंबित नोटिसों की तामील।
- वन विभाग: “हरियालो राजस्थान” अभियान के तहत पौधारोपण और पौधों का वितरण।
- खाद्य एवं रसद विभाग: आधार सीडिंग, ई-केवाईसी, लंबित प्रकरणों का निस्तारण और नए पात्र परिवारों को योजना में शामिल करना।
- शिक्षा विभाग: विद्यालयों की सफाई, अनुपयोगी सामग्री का निस्तारण, प्रवेशोत्सव, नए संकाय की शुरुआत, स्कूटी वितरण।
- ऊर्जा विभाग: झूलते विद्युत तारों की मरम्मत, और संपर्क में आने वाले पेड़ों की छंटाई।
- जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और जल संसाधन विभाग: लंबित जल कनेक्शन, पानी की टंकियों की सफाई, और नहरी क्षेत्रों में विवादों का निस्तारण।
CM Bhajanlal का निर्देश: योजनाओं को कागज़ से ज़मीन तक लाना होगा
मुख्यमंत्री Bhajanlal ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी विभागों को जमीनी स्तर पर काम करते हुए जनसंपर्क बढ़ाना होगा, ताकि यह अभियान महज सरकारी औपचारिकता न रहकर जनहित में ठोस बदलाव लाने वाला अभियान बने।
मुख्यमंत्री Bhajanlal Sharma ने “पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा” को जनहित के कार्यों का प्रभावी माध्यम बनाते हुए निर्देश जारी किए हैं कि यह अभियान केवल योजनाओं के प्रचार तक सीमित न रहे, बल्कि वास्तविक लाभार्थियों तक उनके हक की योजनाएं पहुंचें, यह सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से पशुपालन, स्वायत्त शासन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पंचायतीराज, और उच्च शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि वे पखवाड़ा अवधि में विभागीय जनकल्याण कार्यों को प्राथमिकता देते हुए तेजी से पूरा करें।
उन्होंने कहा कि अंत्योदय संबल पखवाड़ा का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाना है। सभी अधिकारी इसे सामाजिक दायित्व और संवेदनशीलता के साथ लें। पखवाड़ा “अंत्योदय भावना” को साकार करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे प्रशासनिक व्यवस्था में लोगों का विश्वास और सहभागिता बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि जनता से जुड़े कार्यों को टालने या अनदेखा करने की प्रवृत्ति को समाप्त करना ही इस अभियान की आत्मा है।
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