एंटीऑक्सिडेंट गुण: भिंडी में विटामिन C और अन्य एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकते हैं, जिससे गठिया के लक्षणों में राहत मिल सकती है।
विटामिन K: भिंडी विटामिन K का अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और गठिया के कारण हड्डियों में होने वाले नुकसान को कम कर सकता है।
फाइबर का अच्छा स्रोत: भिंडी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: भिंडी में मौजूद विभिन्न फाइटोन्यूट्रिएंट्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
लौह और मैग्नीशियम: भिंडी में लौह और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं, जो शरीर में ऊर्जा स्तर को बनाए रखते हैं और थकान को कम करते हैं, जो अक्सर गठिया रोगियों में देखा जाता है।
हाइड्रेशन: भिंडी में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है। पर्याप्त हाइड्रेशन जोड़ों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
लो कैलोरी फूड: भिंडी एक लो कैलोरी फूड है, जिससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। वजन का नियंत्रण गठिया के लक्षणों को कम कर सकता है क्योंकि अतिरिक्त वजन जोड़ों पर दबाव डालता है।