थायरॉयड की समस्या (Hyperthyroidism):   हाइपरथायरॉयडिज्म में थायरॉयड ग्रंथि अत्यधिक हार्मोन उत्पादन करती है, जिससे मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है और वजन कम होने लगता है।

डायबिटीज (Diabetes): विशेष रूप से टाइप 1 डायबिटीज में, इंसुलिन की कमी से शरीर ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तित नहीं कर पाता, जिससे वजन कम हो सकता है।

कैंसर (Cancer):   कैंसर के कारण शरीर का मेटाबोलिज्म बढ़ सकता है, और कैंसर कोशिकाएँ शरीर की ऊर्जा का अधिक उपयोग कर सकती हैं, जिससे वजन घट सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ (Mental Health Issues):   जैसे कि डिप्रेशन, एनोरेक्सिया, और बुलिमिया, ये मानसिक स्वास्थ्य विकार खाने की आदतों और भूख को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे वजन कम हो सकता है।

हृदय रोग (Heart Disease):   हृदय रोग के कारण थकान, भूख में कमी और शरीर के ऊर्जा स्तर में कमी आ सकती है, जिससे वजन कम हो सकता है।

संक्रमण (Infections):   जैसे कि टीबी (तपेदिक) और एचआईवी/एड्स, ये संक्रमण शरीर की ऊर्जा का उपयोग बढ़ा सकते हैं और भूख में कमी ला सकते हैं, जिससे वजन कम हो सकता है।