जल स्वच्छता:
नल के पानी में संक्रमण का खतरा हो सकता है जो किडनी स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
धातुओं का संचयन:
नल के पानी में उच्च मात्रा में धातुओं का संचयन हो सकता है, जैसे कि लीड, कैडमियम, और अन्य धातु, जो किडनी को हानि पहुंचा सकते हैं।
प्रदूषण:
नल के पानी में प्रदूषण और अनियमित जल संरचना के कारण किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है।
पेशाब की तकलीफ:
नल के पानी में कई विषैले तत्व हो सकते हैं जो पेशाब की समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जो किडनी की स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
ऊर्जा लाभ:
कई बार नल के पानी में उपयोगिता कम होती है, जिसके कारण व्यक्ति विशेष रूप से उच्च ऊर्जा स्तर के कारण किडनी समस्याओं का सामना कर सकता है।
उच्च आयोगों का उपयोग:
नल के पानी में उच्च मात्रा में आयोडीन, क्लोरीन, फ्लोराइड आदि का उपयोग हो सकता है, जो किडनी को प्रभावित कर सकते हैं।