सुहागन स्त्रियों का पसंदीदा त्योहार करवा चौथ जल्द ही आने वाला है। इस साल यह त्योहार 4 नवंबर को मनाया जाएगा। करवा चौथ के दिन महिलाएं परिवार के लोगों के लिए कई तरह के पकवान बनाती हैं। लेकिन एक खास चीज ऐसी है जो करवा चौथ के दिन हर किचन में जरूर बनाई जाती है। जी हां और वो है उड़द दाल। करवा चौथ के मौके पर पूरा दिन निर्जला व्रत रखने के बाद शाम को कुछ चटपटा खाने का मन करता है। ऐसे में आप इस खास मौके पर बना सकती हैं चटपटी उड़द दाल की कचौड़ी। आइए जान लेते हैं क्या है इसकी टेस्टी रेसिपी।
उड़द दाल की कचौड़ी बनाने के लिए सामग्री-
-1 कप उड़द दाल
-2 कप गेहूं का आटा
-1 छोटा चम्मच गरम मसाला
-चुटकी भर हींग (पिसी हुई)
-1 छोटा चम्मच सौंफ
-1 छोटा चम्मच भुना जीरा पाउडर
-1 छोटा चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट
-1 बारीक कटी हरी मिर्च
-1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
-1 छोटा चम्मच बारीक कटा हुआ हरा धनिया
-नमक स्वादानुसार
-तेल तलने के लिए।
उड़द दाल की कचौड़ी बनाने की विधि-
उड़द दाल की कचौड़ी बनाने के लिए सबसे पहले उड़द दाल को अच्छी तरह से धोकर 6 से 7 घंटे पानी में भिगोने के बाद उसका पानी निकाल कर उसे मिक्सी में पीस ले। अब एक बर्तन में आटा छानकर उसमें एक चम्मच तेल और आधा छोटा चम्मच नमक डालकर दोनों हाथों से मसल लें इस तरह तेल और नमक अच्छी तरह आटे में मिक्स हो जाएंगे।अब आटे में तेल डाल कर और छान कर रख दे। मीडियम आंच में एक कड़ाही में तेल गर्म करें।
तेल के गर्म होते ही उसमें हरी मिर्च और अदरक-लहसुन पेस्ट डालकर 20 सेकंड तक अच्छे से भूनें।अब हींग और दाल डालकर कड़छी से चलाते हुए तब तक भूनें जब तक दाल ब्राउन न हो जाएं। उसके बाद दाल में धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालकर 5 से 6 मिनट तक भूनकर आंच बंद कर दें। जब दाल का मिश्रण ठंडा हो जाए तब इसे गेंहू के आटे में मिक्स करके गूंध लें।
आटा गूंधते समय इसमे कटा हरा धनिया और सौंफ को भी मिला ले। इसके बाद मिक्स आटे से छोटी-छोटी लोइयां बनाकर पूरी की तरह बेल लें। इसी तरह से सारी कचौड़ियां तैयार कर लें।
अब तेज आंच में एक बार तेल को गरम कर ले फिर मीडियम आंच में एक कड़ाही में तेल गरम करें। तेल के गरम होते ही एक-एक करके सारी कचौड़ियां दोनो तरफ से सुनहरी होने तक तल लें। लीजिए तैयार हो गई हैं आपकी उड़द दाल की कचौड़ी, आप इसे धनियां-पुदीना की चटनी, दही या फिर बूंदी के रायते के साथ गर्मागर्म सर्व कर सकती हैं।
कोरोना महामारी की शुरुआत जब से हुई है तब से ‘जिंक’ को लेकर भी खूब चर्चा हो रही है. स्टडी के मुताबिक यह खनिज (जिंक) हमारे इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में काफी अहम रोल निभाता है. इतना ही नहीं यह न्यूट्रिएंट हमारे डाइजेशन सिस्टम और मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाता है. यकीन मानिए जिंक एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जिसे हमारी डाइट में जरूर होना चाहिए.
रोज की डाइट में जरूर करें जिंक का इस्तेमाल
वयस्कों को रोज जिंक की 8 मिलीग्राम से लेकर 13 मिलीग्राम तक की मात्रा लेनी चाहिए. अगर कोई महिला गर्भवती है या स्तनपान कराती है तो यह लिंग के आधार पर भिन्न होता है. सर्दी के मौसम की शुरुआत होते ही, फ्लू और दूसरे इंफेक्शन से लड़ने के लिए रोज की डाइट में जिंक को जरूर शामिल करें. चलिए हम आपको बताने जा रहे हैं जिंक युक्त पांच भोजन के बारे में जिन्हे आपको अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए.
मूंगफली
मूंगफली जिंक का सस्ता और स्वादिष्ट स्रोत है. इसे आसानी से रोज की डाइट में शामिल किया जा सकता है. खास बात यह है कि मूंगफली सभी को पसंद भी होती है. आप अपने सलाद में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर सेब या ब्रेड पर मूंगफली का मक्खन इस्तेमाल कर सकते हैं. जो लोग शाकाहारी भोजन करते हैं उनके लिए मूंगफली जिंक का महत्वपूर्ण स्रोत है.
हुम्मस (काबुली चने की चटनी)
हुम्मस में भी जिंक की प्रचूर मात्रा होती है. हुम्मस को सैंडविच के साथ या चिप्स के साथ खाया जा सकता है. हुम्मस एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और कई दूसरे पोषक तत्वों से भरपूर होता है.
अंडा
अडों में मध्यम मात्रा में जिंक होता है. एक बड़े अंडे में जिंक की रोज की जरूरत का 5 प्रतिशत होता है. एक बड़े अंडे में 77 कैलोरी, 6 ग्राम प्रोटीन और 5 ग्राम स्वस्थ फैट्स व दूसरे मिनिरल्स और पोषक तत्व होते हैं
दाल, छोले
दाल, छोले और बीन्स जैसे फलियों में जिंक की पर्याप्त मात्रा होती है. 100 ग्राम पकी हुई दाल में जिंक की रोज की जरूरत का 12 प्रतिशत होता है. लेकिन फलियों में फाइटेट्स होते हैं, जो जिंक और अन्य खनिजों के अवशोषण को रोकते हैं.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सकों ने सोमवार को सामूहिक आकस्मिक अवकाश ले लिया है। डॉक्टरों के इस कदम के बाद तीनों नगर निगम के मेयर मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि दिल्ली सरकार उनका फंड रिलीज करे ताकि वह डॉक्टरों का वेतन दे सकें।
वहीं डॉक्टरों के सामूहिक आकस्मिक अवकाश के चलते नगर निकायों द्वारा संचालित अस्पतालों में चिकित्सकों के लंबित वेतन को लेकर संकट और गहरा गया है। म्युनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएशन (एमसीडीए) के अध्यक्ष आर आर गौतम ने कहा, अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो कल से हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।
एमसीडीए ने शनिवार को धमकी दी थी कि अगर पिछले तीन महीने का बकाया वेतन जारी नहीं किया गया तो उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) अस्पतालों के उसके सदस्य सामूहिक आकस्मिक अवकाश लेंगे।
संस्था ने हाल में एक बयान जारी कर अपने बकाए वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हिंदूराव अस्पताल और कस्तूरबा अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता व्यक्त की थी। दोनों ही अस्पताल एनडीएमसी द्वारा संचालित किये जाते हैं।
शिवसेना और कंगना रनौत के बीच जुबानी जंग अब तक जारी है.
एक दशहरा रैली के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बिना नाम लिए कंगना पर निशाना साधा, जिसके बाद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने उद्धव ठाकरे का नाम लेते हुए उन्हें चेताया.
नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और शिवसेना के बीच जुबानी जंग अब तक जारी है. रविवार को एक दशहरा रैली के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बिना नाम लिए कंगना पर निशाना साधा, जिसके बाद कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे का नाम लेते हुए उन्हें चेताया. दरअसल, इस रैली में सीएम उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार, मुंबई पुलिस और आदित्य ठाकरे सहित उनके परिवार पर काफी कीचड़ उछाला गया है.
उद्धव ठाकरे के निशाने पर कंगना
उद्धव ने इस दौरान कंगना के पीओके वाले ट्वीट का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘किसी ने कहा था कि मुंबई पीओके की तरह है… ये लोग मुंबई में काम करने आते हैं और फिर शहर का नाम खराब करते हैं. यह एक तरह से ‘नमक हरामी’ है. एक ऐसी कहानी बनाई गई है, जैसे मुंबई और पूरा महाराष्ट्र एक ड्रग हैवन है और यहां पर सब ड्रग अडिक्ट हैं. मुंबई और महाराष्ट्र की बेइज्जती करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.’
इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने अपने एक बयान में कंगना रनौत को ‘हरामखोर’ बोल दिया था.
कंगना ने भी किया सीएम पर पलटवार
उद्धव के इस बयान के बाद कंगना ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ठीक जैसे हिमालय की खूबसूरती हर भारतीय की है, ठीक वैसे ही मुंबई जो मौके देती है वह हम सभी से संबंधित है. ये दोनों ही मेरे घर हैं. उद्धव ठाकरे आप हमसे हमारे लोकतांत्रिक अधिकार छीनने और हमें बांटने की कोशिश मत कीजिए. आपके गंदे भाषण आपकी नाकाबिलियत का अश्लील प्रदर्शन हैं.’