शिलांग: मेघालय (Meghalaya) में महामारी शुरू होने के बाद से अब तक 14 साल तक के 5,000 से अधिक बच्चे COVID-19 से संक्रमित हो चुके हैं और उनमें से 17 की मौत हो गई है।
इन 17 बच्चों में से 13 की मौत पिछले महीने राज्य में COVID-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बाद हुई थी।
राज्य (Meghalaya) के स्वास्थ्य मंत्री अलेक्जेंडर लालू हेक ने आंकड़ों को साझा करते हुए आज मीडियाकर्मियों को बताया कि सरकार ने अब तीन स्थानों पर बाल चिकित्सा अस्पताल (Paediatric Hospitals) स्थापित करने का फैसला किया है, ये अस्पताल शिलांग, पश्चिम गारो हिल्स के तुरा और पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले के जोवाई में खोले जाएँगे।
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मंत्री ने कहा कि ये अस्पताल (Paediatric Hospitals) पूर्वनिर्मित इमारतों में स्थापित किए जाएंगे, कारखाने-निर्मित घटकों को एक साथ रखकर भवन निर्माण किया जाएगा।
Meghalaya के स्वास्थ्य विभाग के वेबसाइट की COVID-19 डैशबोर्ड पर डेटा 0-14 वर्ष आयु वर्ग में 5,101 पुष्ट मामलों को दर्शाता है। इनमें से 4,344 बच्चे अब तक ठीक हो चुके हैं।
इनमें से ज्यादातर मामले पिछले एक महीने में सामने आए हैं। 15 मई से अब तक 2,950 बच्चों में COVID-19 पॉजिटिव पाया गया है; उनमें से 2,821 अब तक ठीक हो चुके हैं।
राज्य द्वारा अब तक दर्ज किए गए कुल 43,732 मामलों में से बच्चों में पुष्ट मामलों की संख्या 11.66 प्रतिशत है।
यह पूछे जाने पर कि क्या बच्चों के लिए तीन अस्पताल इस आशंका के मद्देनजर पर्याप्त हैं कि COVID-19 संक्रमण की संभावित तीसरी लहर इस आयु वर्ग को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है, मंत्री ने जवाब दिया, “कोविड सिर्फ बच्चों पर ही नहीं, सभी पर हमला करेगा। हमें सावधान रहना होगा”।
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जबकि विशेषज्ञों और अध्ययनों के एक वर्ग ने कहा है कि अभी तक कोई संकेत नहीं है कि तीसरी लहर की स्थिति में बच्चे अधिक गंभीर रूप से प्रभावित होंगे, कई राज्यों ने उन पर ध्यान केंद्रित करते हुए मामलों में अगले स्पाइक की तैयारी शुरू कर दी है।
Meghalaya ने पिछले 24 घंटों में 478 नए COVID-19 मामले और चार मौतों की सूचना दी।