उत्तर प्रदेश पुलिस ने उर्दू शायर मुनव्वर राना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उनपर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है। लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। राना ने पिछले दिनों फ्रांस में एक शिक्षक का सिर कलम करने को सही ठहराया था। राना का तर्क था कि पैगंबर मोहम्मद का ‘भद्दा’ कार्टून बनाने वाले के साथ यही होना चाहिए। उन्होंने कहा था कि ‘अगर कोई हमारी मां का या हमारे बाप का ऐसा कार्टून बना दे तो हम तो उसे मार देंगे।’
अगर अभी कोई शख्स मेरे बाप का कार्टून कोई ऐसा बना दे गंदा, मेरी मां का कार्टून कोई ऐसा गंदा बना दे तो हम तो उसको मार देंगे। अगर कोई हमारे हिंदुस्तान में हमारे किसी देवी-देवता का, मां सीता का या भगवान राम का ऐसा कोई कार्टून बना दे कि गंदा हो तो हम उसको मार देंगे। मुनव्वर राना, शायर
एमएफ हुसैन का दिया था उदाहरण
मुनव्वर राना ने एक चैनल से बातचीत में यह बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘एमएफ हुसैन ने हिंदू देवी-देवताओं की विवादित पेंटिंग्स बनाईं तो उस बुजुर्ग शख्स, 90 साल के बूढ़े आदमी को देश छोड़कर भागना पड़ा।’ मुनव्वर कहते हैं कि ‘एमएफ हुसैन इस बात को जान चुके थे कि यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उन्हें मार दिया जाएगा। गैर मुल्क में उसकी मौत हुई।’ मुनव्वर राना ने यह भी कहा, ‘जब हिंदुस्तान में हजारों साल से ऑनर किलिंग को जायज मान लिया जाता है कोई सजा नहीं होती है तो फ्रांस की घटना को नाजायज कैसे कहा जा सकता है।’
‘इस्लाम को बदनाम करने के लिए बनाते हैं ऐसे कार्टून’
राना का कहना था कि आपत्तिजनक कार्टून पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम को बदनाम करने की नीयत से बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी हरकतों की वजह से भी लोग ऐसे कदम उठाने को मजबूर होते हैं जैसा फ्रांस में हुआ। राना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए भारत के फ्रांस का समर्थन करने को भी गलत बताया। राना का आरोप था कि मोदी ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि राफेल सौदा बीच में आ रहा है। मोदी ने फ्रांस में आतंकी घटनाओं की निंदा करते हुए पीड़ितों के प्रति शोक जताया था।