महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कोरोना का एक और दौर आने से इनकार नहीं किया जा सकता। हमें अब भी पूरी सावधानी बरतनी चाहिए। कोरोना का सामना करने के लिए बनाए गए नियम-कानून का कड़ाई से पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद 9वीं व 12वीं की कक्षाएं शुरू की जाएंगी, लेकिन उसके लिए पहले तैयारी करनी होगी। विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर छिड़काव, सैनेटाइजेशन, साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा।
शनिवार को वेबिनार बैठक में मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि वैश्विक स्थिति को देखते हुए कोरोना की एक और लहर की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। दिवाली के बाद अगले कुछ दिन तक और सतर्क रहने की आवश्यकता है। जिन स्कूलों में आइसोलेशन केंद्र स्थापित किए गए थे, उन्हें बंद नहीं किया जा सकता है। स्थानीय प्रशासन को यह तय करना चाहिए कि क्या ऐसी जगहों के स्कूलों को वैकल्पिक स्थानों पर शुरू किया जा सकता है।
स्कूलों की स्वच्छता, शिक्षकों के कोरोना निरीक्षण जैसे सभी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ठाकरे ने छात्रों के माता-पिता से अपील की है कि अगर उनके बच्चे की तबीयत खराब है या फिर परिवार में किसी सदस्य की तबीयत खराब है, तो वे अपने बच्चों को स्कूल में नहीं भेजें। इस अवसर पर स्कूली शिक्षा मंत्री गायकवाड ने कहा कि स्कूल शुरू होने से पहले सभी शिक्षकों की आरटीपीसीआर की जांच 17 से 22 नवंबर के दरम्यान स्थानीय प्रशासन के माध्यम से की जाएगी। इसके अलावा, विद्यार्थियों की थर्मल चेकिंग की जाएगी। एक बेंच पर एक छात्र को बैठाया जाएगा। राज्य मंत्री बच्चु कडू ने कहा कि स्कूल चरणबद्ध तरीके से शुरू किए जाएंगे।