Hyderabad: Covid-19 Vaccine Updates : भारत में विकसित किए जा रहे कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine)के लिहाज से आज काफी अहम दिन है क्योंकि आज कई देशों से कुल 64 राजदूत और उच्चायुक्त हैदराबाद की उन दो कंपनियों के विजिट पर पहुंचे हैं, जो भारत में कोरोनावायरस (Corona Vaccine)से लड़ने के लिए वैक्सीन विकसित कर रही हैं. ये अधिकारी सुबह फ्लाइट से हैदराबाद पहुंचे, जहां से वो Bharat-BioTech पहुंचे हैं, जो भारत की स्वेदश निर्मित वैक्सीन Covaxin बना रही है. ये अधिकारी Biological E भी जाएंगे. ऐसा पहली बार है, जब भारत में विकसित हो रही कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine)की जानकारी लेने के लिए विदेशी अधिकारी आए हैं.
पिछले महीने ही विदेश मंत्रालय ने डिप्लोमेटिक मिशन्स और बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनधियों को कोविड से जुड़े मुद्दों पर जानकारी दी थी.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ कोवैक्सीन को विकसित कर रहे भारत बायोटेक ने सोमवार को अपनी वैक्सीन के इमरजेंसी यूज़ के लिए अप्रूवल मांगा है. भारत बायोटेक अपनी कोविड वैक्सीन के लिए अप्रूवल मांगने वाली तीसरी ंकंपनी बन गई है.
Biological E. Ltd ने नवंबर में कहा था कि वो अपने कोविड वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर चुकी है और फरवरी तक इसके नतीजे आने के अनुमान हैं. कंपनी अमेरिका के टेक्सास के ह्यूस्टन के Baylor College of Medicine और अमेरिकी कंपनी Dynavax Technologies Corp के साथ अपनी वैक्सीन डेवलप कर रही है. इसके लिए उसे भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल से अनुमति मिली थी.
विदेशी अधिकारियों के वीआईपी विजिट के पहले 28 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के तीन शहरों में फार्मा कंपनियों-जो कोरोना वैक्सीन डेवलप कर रही हैं- के विजिट पर गए थे. उन्होंने यहां पर वैक्सीन और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस की पूरी जानकारी ली थी.
इसके अलावा, सूत्रों ने बताया है कि आज का दिन वैक्सीन के लिए इसलिए भी अहम है क्योंकि आज एक एक्सपर्ट पैनल सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक फार्मा कंपनियों के अप्रूवल के एप्लीकेशन की समीक्षा करेंगी, जिसके बाद ही उनके वैक्सीन के इमरजेंसी यूज को मंजूरी मिलेगी.
Pfizer ने भी इसके लिए आग्रह किया है लेकिन इसके एप्लीकेशन पर आज विचार नहीं किया जाएगा क्योंकि उसके अमेरिकी विशेषज्ञ आज उपलब्ध नहीं हो पाएंगे.
बता दें कि Pfizer-BioNTech के वैक्सीन का ब्रिटेन में मंगलवार से पहले ही बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है.