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Jodhpur: घर में नौकर ने परिवार को मंचूरियन सूप में जहर मिलाकर परोस दिया।

Jodhpur: जोधपुर (Jodhpur) में एक नौकर दंपति की ओर से अपने मालिक को मंचूरियन सूप में जहर मिलाकर परोसने का मामला सामने आया है । इस घटना के बाद परिवार के चार सदस्यों की तबीयत बिगड़ी एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। इधर मामला बिगड़ते देख नौकर दंपति मौके से फरार हो गया। घर में नौकर होना अब आम-सी बात है। लेकिन उनकी सही जांच -पड़ताल करना कितना जरूरी है। इस बात को जोधपुर (Jodhpur) के सरदारपुरा थाना क्षेत्र में हुई घटना से समझा जा सकता है।

पाँच सदस्यों के परिवार में चार ने खाया जहर, एक बच गया 

इस संबंध में पुलिस (jodhpur Police) सूत्रों ने बताया कि शहर के सरदारपुरा थाना अंतर्गत सरदारपुरा डी रोड पर शुक्रवार की रात एक नौकर दम्पत्ति ने मालिक परिवार के 4 लोगों को खाने में जहर मिलाकर खिला दिया। इसके बाद चारों की तबीयत बिगड़ने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन परिवार के एक सदस्य ने जहर मिला खाना नहीं खाया, तो नौकर दंपती मामला बिगड़ते देख मौके से फरार हो गया। मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और प्रारम्भिक जांच शुरू कर दी है। 

 बेहोश होने लगे परिवार के लोग, तब किया अपने रिश्तेदारों को फोन किया

मिली जानकारी के अनुसार जहर मिले भोजन का सेवन करने से परिवार के सदस्य घनश्याम, शुभम, जयेश और नेहा धूत की अचानक तबीयत बिगड़ी। चारों उल्टी करते हुए बेहोश हो गए। लेकिन उनके परिवार के एक सदस्य ने भोजन नहीं किया था । वह अपने परिवार के एक-एक कर व्यक्ति को बेहोश होता देख हड़बड़ा गया। इसके बाद उसने तुरंत अपने रिश्तेदारों को फोन किया। इसी तरह आगे देखते ही देखते रिश्तेदार घर में जमा होने लगे । मामला बिगड़ता देख नौकर दंपति मौके से पैदल ही फरार हो गया। इधर बेहोश लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। 

सीसीटीवी के जरिए नौकर दंपती की तलाश

थानाधिकारी हनुमान सिंह का कहना है कि परिजनों से बातचीत कर घटना की जानकारी ली गई है। सीसीटीवी (CCTV) के जरिए नौकर दंपती की तलाश की जा रही है। पुलिस ने घर में लगे सीसीटीवी (CCTV) से नेपाल के रहने वाले मोहन और उसकी पत्नी कमला (नौकर दंपत्ति) की तस्वीरें हासिल कर ली है। अब दोनों की सरगर्मी से तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि इस संबंध में भी जांच की जा रही है कि नौकरी दंपति घर से क्या-क्या आभूषण नकदी चुराकर ले गए हैं । उन्हें ट्रेक किया जा रहा है। 

एक हफ्ते पहले ही रखा था नौकरी पर 

प्राप्त जानकारी के अनुसार सप्ताह भर पहले ही इस परिवार ने इन दोनों को नौकरी पर रखा था। साथ ही दोनों नौकरों का परिवार ने पुलिस सत्यापन (Police Verification) भी नहीं करवाया गया था। ऐसे में पुलिस को अंदेशा है कि संभवत घर में बड़ी चोरी करने के लिए के लिए ही इन लोगों ने यहां नौकरी हासिल की थी। साथ ही मौका देख कर मंचूरियन में जहर मिलाकर परिवार को परोस दिया। यह तो गनीमत रही कि घर के एक सदस्य ने भोजन नहीं किया। इसके चलते सभी का समय पर इलाज हो पाया। साथ ही घटना की जानकारी समय रहते अन्य परिजनों के पास पहुंच गई।

Corona Vaccination: कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से होगा शुरू

New Delhi : भारत सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण (Corona Vaccination) अभियान को 16 जनवरी से शुरू करने का फैसला लिया है। यह जानकारी केंद्र सरकार की ओर से दी गई है। सरकार ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) की स्थिति की समीक्षा और सरकार 16 जनवरी से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण (Corona Vaccination) अभियान शुरू करने जा रही है।

कोरोना वैक्सीन के लिए Co-WIN ऐप पर कराना होगा रजिस्ट्रेशन

Corona Vaccine पहले स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों की दी जाएगी।

सरकार की ओर से कहा गया कि कोरोना वायरस की वैक्सीन (Corona Vaccination) सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन पर काम करने वाले कर्मचारियों की दी जाएगी। सरकार ने बताया कि करीब 3 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले टीका लगाना सरकार की प्राथमिकता है। केंद्र सरकार की ओर से कहा गया कि स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद लगभग 27 करोड़ लोगों को वैक्सीन (Corona Vaccination) दी जाएगी, जिनमें 50 साल की उम्र से अधिक के लोग और स्वास्थ्य संबंधी समस्या वाले 50 साल से कम उम्र के लोग शामिल होंगे।

टीके के लिए होगा एक डिजिटल प्लेटफार्म

सरकार ने बताया कि एक डिजिटल टीका आपूर्ति प्रबंधन प्रणाली टीके के भंडार, भंडारण तापमान, लाभार्थियों के संबंध में जानकारी देगी। सरकार ने कहा कि डिजिटल प्लेटफार्म स्वत: सत्र आवंटित करने, सत्यापन और टीकाकरण (Corona Vaccination) के बाद व्यक्तियों को प्रमाणपत्र प्रदान करने में मदद करेगा। 

स्वास्थ्य मंत्री का बयान

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा महीनों तक सहयोगपूर्ण मंथन और टीका वितरण विशेषज्ञता पर काम करने के बाद भारत ने कोविड-19 टीकाकरण (Corona Vaccination) प्रक्रिया को सुगठित किया है। यह बात उन्होंने 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2021 को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने अंतत: कोविड-19 टीका प्रदायगी के लिए अत्याधुनिक डिजिटल मंच ‘कोविन’ बना लिया है। टीकाकरण के बाद किसी प्रतिकूल प्रभाव की संभावना जैसी स्थिति में टीकों की सुरक्षा में विश्वास कायम रखना हमारी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।’’ 

Noida: बहन से बदसलूकी का विरोध कर रहे भाई की हत्या, बदमाश गिरफ्तार

गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा सेक्टर-8 (Noida Sector-8) में बहन से कथित बदसलूकी करने का विरोध करने पर दो बदमाशों ने एक युवक की चाकू से हमला कर हत्या कर दी। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर नोएडा (Noida) पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 

अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रणविजय सिंह ने शनिवार को बताया कि दिल्ली के कोंडली में रहने वाली लड़की तथा उसका भाई रामबाबू (22 वर्ष) नोएडा (Noida) के सेक्टर-8 स्थित एक कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे दोनों भाई-बहन कंपनी से काम खत्म करके वापस घर लौट रहे थे।

उन्होंने बताया कि दोनों पैदल जा रहे थे, तभी नोएडा (Noida) सेक्टर-8 बिजली घर के पास कथित रूप से शराब के नशे में धुत दो युवक आए और उनमें से एक युवक ने बदनीयती से युवती को धक्का मारा, इससे गुस्साई युवती ने उसे थप्पड़ मार दिया। इस घटना के बाद युवक युवती पर झपट पड़े, जिसका उसके भाई ने विरोध किया।

इसके बाद उन बदमाशों ने रामबाबू के ऊपर चाकू से हमला कर दिया जिससे उसके शरीर में चाकू से कई जगह गहरे घाव बन गए। सिंह ने बताया कि गंभीर रूप से घायल रामबाबू को नोएडा (Noida) के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसकी बिगड़ती हालत को देखते हुए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। उन्होंने बताया कि वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

अपर उपायुक्त ने बताया कि घटना की रिपोर्ट युवती ने नोएडा (Noida) सेक्टर-20 थाने में दर्ज कराई है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इस घटना में सर्वेश कुमार तथा शनि नामक दो बदमाश शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि शनिवार को पुलिस ने एक आरोपी सर्वेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी से घटना में प्रयुक्त चाकू भी बरामद किया है।  

Cold Weather: पंजाब, हरियाण में ज़बरदस्त ठंड का प्रकोप जारी।

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Chandigarh: पंजाब और हरियाणा में शनिवार को भी ठंड ठंड (Cold Weather) का प्रकोप जारी रहा, हालांकि, इस क्षेत्र में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 10.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

Noida: साइबर अपराध शाखा ने दो विदेशियों को गिरफ्तार किया

मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब के अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में न्यूनतम तापमान क्रमश: 9.4 डिग्री, 10.7 डिग्री और 10.3 डिग्री सेल्सियस मापा गया। पठानकोट, आदमपुर, बठिंडा, फरीदकोट और गुरदासपुर का न्यूनतम तापमान क्रमश: 11.6 डिग्री, 8.7 डिग्री, 6.3 डिग्री, 7.5 डिग्री और 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा। 

मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के अंबाला, हिसार और करनाल में तापमान क्रमश: 9.6 डिग्री, 7.2 डिग्री और 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नारनौल, रोहतक, भिवानी और सिरसा का न्यूनतम तापमान क्रमश: 10.5 डिग्री, 10.8 डिग्री, 8.8 डिग्री और 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अंबाला, पटियाला, पठानकोट, बठिंडा, लुधियाना और सिरसा में कोहरा छाया रहा।

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Jharkhand: चाची ने रची भतीजे के हत्या की साजिश, भतीजे के अलावा नौकर से भी था संबंध।

Jharkhand: पुलिस (Jharkhand Police) की जांच में पता चला कि मृतक के मोबाइल पर उसकी चाची ने ही कई बार फोन किया था। दोनों के बीच पहले भी कई घंटे तक बात हुआ करती थी। यह बात सामने आने के बाद पुलिस ने मृतक की चाची को थाने में बुलाया, लेकिन चाची थाने में आने की जगह नौकर बिरसा के साथ पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ भाग गई।

जानकारी के अनुसार, मृतक संकेत मिश्रा ने अपनी चाची से तीन हजार रुपये की मांग की थी। जिसके बाद आरोपी चाची ने प्रेमघाघ पिकनिक स्थल पर उसे बुलाया। इस दौरान बिरसा कुछ सामान लाने गया, तो किसी बात को लेकर उसका चाची से विवाद हो गया। इस बीच नौकर भी मौके पर आ गया और उसने मौका देखकर संकेत मिश्रा पर हमला कर दिया। इस मारपीट के दौरान धारदार हथियार से संकेत मिश्रा की हत्या कर दी गई। उसके बाद नौकर बिरसा ने खुद का पहना जींस और जैकेट को पेट्रोल से गीला कर शव को जलाकर पहचान छिपाने की कोशिश की।

मामला सामने आने के बाद पुलिस (Jharkhand Police) की जांच में यह बात भी सामने आई कि मृतक के मोबाइल पर उसकी चाची ने ही कई बार फोन किया था। दोनों के बीच पहले भी कई घंटे तक बात हुआ करती थी। यह बात सामने आने के बाद पुलिस ने मृतक की चाची को थाने में बुलाया, लेकिन चाची थाने में आने की जगह नौकर बिरसा के साथ पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के जसपुर भाग गई। लेकिन पुलिस (Jharkhand Police) ने छत्तीसगढ़ पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया।

जिले के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ तोरपा ओम प्रकाश तिवारी के नेतृत्व में आठ सदस्यीय एसआईटी (SIT) का गठन किया गया। पुलिस ने पूरी गंभीरता से मामले की जांच की। जिसमें मुख्य आरोपी मृतक की चाची को छत्तीसगढ़ के जसपुर से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों ने अपना-अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त हथियार के अलावा दो मोबाइल और मोटरसाइकिल को भी जब्त किया गया है।

इससे बीच केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा शनिवार को तोरपा पहुंचे और शोकाकुल पत्रकार अनिल मिश्रा समेत परिजनों से मिले और सांत्वना दी। छोटे बेटे संकेत मिश्रा की निर्मम हत्या को लेकर दो दिन बीतने के बाद भी परिजनों के आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। बेटे अंकित के पिता पत्रकार अनिल मिश्रा बार-बार बेटे की हत्या की रोंगटे खड़े करने वाली बात बताकर रो रहे थे। शोकाकुल परिजनों को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने ढांढ़स बंधाया। 

मुझे और मेरे समर्थकों को चुप नहीं कराया जा सकता, ट्विटर बैन से बौखलाए Donald Trump

Washington: अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ट्विटर (Twitter) द्वारा स्थायी रूप से प्रतिबंधित किये जाने के बाद कहा कि उन्हें और उनके समर्थकों को चुप नहीं कराया जा सकता। ट्रंप ने इस कदम के लिए ट्विटर की निंदा की है। कैलिफोर्निया से संचालित सोशल मीडिया कंपनी का यह अभूतपूर्व कदम ट्रंप के इस ट्वीट के बाद सामने आया कि वह 20 जनवरी को अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत नहीं करेंगे। 

ट्विटर ने एक बयान में कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के अकाउंट से हाल ही में किये गये ट्वीट की गहन समीक्षा के बाद और विशेष रूप से ट्विटर पर तथा उसके बाहर की जा रही उनकी व्याख्या के संदर्भ को देखते हुए हमने आगे और हिंसा के जोखिम के मद्देनजर अकाउंट पर स्थायी रूप से रोक लगा दी है।’’ स्थायी निलंबन के समय ट्रंप के 8. 87 करोड़ फॉलोअर थे और वह 51 लोगों को फॉलो कर रहे थे।

ट्विटर पर प्रतिबंधित होने के कुछ घंटो बाद ट्रंप ने एक बयान में कहा, ‘‘मुझे ऐसा होने का अनुमान था। हम दूसरी साइटों से बात कर रहे हैं और इस पर जल्द ही बड़ी घोषणा करेंगे और हम निकट भविष्य में अपना खुद का प्लेटफॉर्म बनाने की संभावनाओं पर भी विचार कर रहे हैं। हम चुप नहीं बैठेंगे।’’

लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल करने में असफल रहने वाले डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 11वें राष्ट्रपति हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ ट्विटर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में नहीं है, यह सिर्फ अतिवादी वामपंथी विचार को बढ़ावा देने वाला प्लेटफॉर्म है, जहां दुनिया के सबसे खतरनाक लोगों को स्वतंत्रता के साथ अपनी बात रखने की इजाजत होती है। आप हमसे जुड़े रहें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जैसा कि मैं लंबे समय से यह कहता आया हूं कि ट्विटर स्वतंत्र आवाजों को प्रतिबंधित करने के मामले में काफी आगे बढ़ चुका है और आज रात ट्विटर के कर्मचारियों ने इस प्लेटफॉर्म से मेरा अकाउंट हटाने के लिए डेमोक्रेट्स और अतिवादी वामपंथियों के साथ तालमेल बिठा लिया।’’ ट्रंप (Donald Trump) ने कहा कि ट्विटर भले ही निजी कंपनी हो लेकिन बिना सरकार के धारा 230 के उपहार के वे लंबे समय तक नहीं टिक पाएंगे। 

डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के अलावा ट्विटर ने उनके पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन और ट्रंप समर्थक अटॉर्नी सिडनी पॉवेल के अकाउंट पर भी प्रतिबंध लगा दिया। कैपिटल बिल्डिंग पर बुधवार को हमले के बाद सोशल मीडिया कंपनियों पर घृणा अपराधों पर कार्रवाई करने का बेहद दबाव बना हुआ है और इसमें क्यूएनॉन अकाउंटों के सफाए की बात भी है।

ट्विटर ने कहा है कि उन अकाउंटों को स्थायी तौर पर निलंबित करेंगे जो सिर्फ और सिर्फ क्यूएनॉन सामग्रियों को साझा करने के लिए हैं। क्यूएनॉन एक ऐसी सोच और विश्वास का नाम है, जिसका जन्म इंटरनेट पर हुआ है और इसमें विश्वास करने वाले लोग यह मानते हैं कि ट्रंप गुप्त तरीके से देश के दुश्मनों और शैतान की पूजा करने वाले उन लोगों से लड़ रहे हैं जो बच्चों के यौन उत्पीड़न का रैकेट चलाते हैं।

Arvind Kejriwal: केंद्र सरकार सभी लोगों को मुफ्त लगाए कोरोना वैक्सीन

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New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने केंद्र सरकार से मांग की है कि ‘कोरोना वैक्सीन’ (Corona Vaccine) सभी देशवासियों को मुफ़्त लगवाई जाए. इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के दौरान डॉ हर्षवर्धन से मांग की थी कि दिल्ली और देश के सभी राज्यों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) मुफ़्त दी जाए. केंद्र सरकार ने कहा है कि पहले चरण में हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी.

गुरुवार को ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने यूके (UK) से आ रही फ्लाइट पर प्रतिबंध 31 जनवरी तक बढ़ाने की मांग की थी. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के साथ राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की हुई बैठक के दौरान भी यह मांग उठाई थी लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसा नहीं किया और 8 जनवरी से ब्रिटेन से फ्लाइट सर्विस शुरू कर दी.

सरकार प्राथमिकता श्रेणी वाले लोगों को टीके लगाने के लिए पूरी तरह तैयार

इसके बाद दिल्ली सरकार ने ब्रिटेन (Britain) में नए कोरोनावायरस स्ट्रेन (Coronavirus New Strain) के बीच वहां से भारत आने वाली फ्लाइट फिर शुरू होने पर अहम आदेश जारी किया. दिल्ली सरकार के आदेश के मुताबिक यूके (UK) से आने वाले सभी यात्रियों का दिल्ली एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्ट अनिवार्य रूप से किया जाएगा और इसका खर्चा भी वही यात्री देंगे.

केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार ने केंद्र की SoP से अलग हटकर नए निर्देश भी जारी किए, जिसके मुताबिक जो यात्री नेगेटिव पाए जाएंगे, उन्हें 7 दिन के लिए इंस्टिट्यूशनल क्वारन्टीन किया जाएगा और फिर 7 दिन के लिए होम क्वारन्टीन किया जाएगा. दिल्ली सरकार ने यह आदेश ट्रायल बेसिस पर 14 जनवरी तक के लिए जारी किया है.

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Mayawati: मायावती ने किसान-सरकार वार्ता बेनतीजा रहने पर चिंता जताई

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Lucknow: बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने किसानों व केंद्र सरकार के बीच अब तक हुई वार्ता (Farmers-Govt Talks) के बेनतीजा रहने पर चिंता जाहिर करते हुये कहा कि सरकार को नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने की किसानों की मांग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करना चाहिए.

लव जिहाद के खिलाफ प्रस्तावित कानून को कैबिनेट की मंजूरी, दोषियों को 10 साल तक की जेल।

बसपा अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने शनिवार को ट्वीट किया, “काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन (Farmers Protest) कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता कल एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है.” 

उन्होंने कहा, “केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने की किसानों की मांग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे.”

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Makar Sankranti: मकर संक्रांति 2021 पर ग्रहों का बन रहा है अद्भूत संयोग

Makar Sankranti 2021: पंचांग और ज्योतिष गणना के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी 2021 को मनाया जाएगा. मकर संक्रांति के पर्व का लोग वर्षभर इंतजार करते है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, पूजा और दान का विशेष महत्व बताया गया है।

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Makar Sankranti कब है?

ज्योतिष गणना के अनुसार जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इस पूरी प्रक्रिया को Makar Sankranti के नाम से जाना जाता है. मकर राशि में सूर्य प्रवेश का विशेष महत्व माना गया है। सूर्य देव मकर संक्रांति के दिन उत्तरायण होते है इसे सूर्य का राशि परिवर्तन भी कहते है।

मकर संक्रांति इस बार क्यों विशेष है

मकर संक्रांति (Makar Sankranti) इस बार की कई मायनों में विशेष है। मकर संक्रांति का पर्व इस वर्ष वृहस्पतिवार को पड़ रही है. देव गुरु बृहस्पति मकर राशि में ही विराजमान रहेंगे. इसलिए इसे एक विशेष संयोग के तौर भी देखा जा रहा है.

मकर संक्रांति पर बन रहा है 5 ग्रही संयोग

मकर संक्रांति पर इस बार विशेष 5 ग्रही संयोग बनने जा रहा है. मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर मकर राशि में 5 ग्रह एक साथ विराजमान रहेंगे. मकर संक्रांति पर मकर राशि में सूर्य, शनि, बृहस्पति, बुध और चंद्रमा का गोचर रहेगा।

A wonderful combination of planets is being formed on Makar Sankranti 2021

मकर संक्रांति पुण्य काल

14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य देव प्रात: 8 बजकर 20 मिनट के करीब धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे. पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति का पुण्यकाल सूर्यास्त तक रहेगा।

मकर संक्रांति पर सूर्योदय का समय

पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्योदय प्रात: 7 बजकर 15 मिनट 13 सेकेंड पर होगा. वहीं सायं 5 बजकर 45 मिनट पर सूर्य देव अस्त होंगे. मकर संक्रांति पर पुण्यकाल 9 घंटे से अधिक समय तक रहेगा।

मकर संक्रांति पर क्या करें

मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर सूर्योदय से पूर्व पवित्र नदी में स्नान करें. यदि पवित्र नदी में स्नान संभव न हो तो जल में गंगाजल की कुछ बूंदे मिलाकर स्नान करें. इसके बाद पूजा करें और उगते हुए सूर्य को तीन बार जल अर्पित करें। मकर संक्रांति पर दान का भी विशेष महत्व है। इस दान जरूरतमंदों को दान करें।

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Farmers Protest on Farm Laws: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र पर कसा तंज। 

Farmers Protest:  नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) पिछले एक महीने से ज्यादा समय से जारी है। इस आंदोलन (Farmers Protest) को समाप्त करने के लिए किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन उनका कोई ठोस परिणाम अब तक नहीं निकल सका है। ऐसा ही कुछ आज की बैठक में हुआ, जिसके बाद वार्ता की अगली तारीख तय कर दी गई। इसी को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र पर तंज कसा।  

राहुल गांधी ने एक ट्वीट में केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए शायराना अंदाज में लिखा, ‘नीयत साफ नहीं है जिनकी, तारीख पे तारीख देना स्ट्रैटेजी है उनकी!’ बता दें कि नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर किसान समेत विपक्षी दल भी केंद्र सरकार पर सवाल उठाते आए हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि नए कृषि कानूनों (Farm Laws) की आड़ में सरकार कृषि क्षेत्र को भी कॉरपोरेट के हवाले करना चाहती है और इन कानूनों के आने से छोटे किसानों के लिए संकट उत्पन्न हो जाएगा। 

उल्लेखनीय है कि नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) शुक्रवार को 44वें दिन में प्रवेश कर गया। लेकिन अब तक इसे लेकर शुरू हुआ गतिरोध खत्म होता नहीं दिख रहा है। किसानों को मनाने के लिए आज हुई आठवें दौर की वार्ता भी एक बार फिर बेनतीजा रही। अब अगली बैठक 15 जनवरी को आयोजित होगी। किसान यूनियनें कृषि कानूनों (Farm Laws) को रद्द करने से कम पर राजी नहीं हैं, जबकि सरकार बार-बार इसमें संशोधन करने की बात कह रही है।  

किसान पेश नहीं कर पाए कोई अन्य विकल्प: नरेंद्र सिंह तोमर 

उधर, बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान नेता कोई विकल्प पेश नहीं कर पाए। तोमर ने कहा, कानूनों पर चर्चा हुई लेकिन किसी निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। सरकार ने अनुरोध किया कि अगर किसान यूनियनें कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने के अलावा कोई अन्य विकल्प देती हैं तो हम उस पर विचार करेंगे। लेकिन, किसान यूनियों ने कोई विकल्प पेश नहीं किया, इसलिए बैठक समाप्त कर दी गई और अगली बैठक करने का फैसला किया गया।  

कानून वापसी से पहले पीछे नहीं हटेंगे किसान: राकेश टिकैत 

उधर, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बैठक के बाद कहा कि जब तक नए कृषि कानून (Farm Laws) वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक आंदोलन (Farmers Protest) जारी रहेगा और किसान पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम कहीं नहीं जा रहे हैं। सरकार संशोधनों के बारे में बात करना चाहती थी। लेकिन, हम कानूनों के हिस्सों पर चर्चा नहीं करना चाहते। हम केवल यह चाहते हैं कि नए कानून निरस्त किए जाएं।’ 

Farmers Protest: बैठक के बाद बोले कृषि मंत्री, कोई विकल्प नहीं दे पाए किसान नेता।

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New Delhi: किसानों और सरकार के बीच शुक्रवार को हुई आठवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान नेता कोई विकल्प नहीं दे पाए। ऐसे में अब 15 जनवरी को दोपहर 12 बजे एक बार फिर सरकार और किसानों के बीच बैठक होगी। इससे पहले 30 दिसंबर को हुई बैठक में केंद्र ने किसानों की ओर से उठाए गए चार मुद्दों में से दो पर रजामंदी जताई थी। 

तोमर ने कहा, कानूनों (Farm Laws) पर चर्चा हुई लेकिन किसी निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। सरकार ने अनुरोध किया कि अगर किसान यूनियनें कानूनों को वापस लेने के अलावा कोई अन्य विकल्प देती हैं तो हम उस पर विचार करेंगे। लेकिन, किसान यूनियों ने कोई विकल्प पेश नहीं किया, इसलिए बैठक समाप्त कर दी गई और फैसला लिया गया कि अगली बैठक का आयोजन 15 जनवरी को किया जाएगा।

लव जिहाद के खिलाफ प्रस्तावित कानून को कैबिनेट की मंजूरी, दोषियों को 10 साल तक की जेल।

कृषि मंत्री तोमर ने कहा, ‘वो लोग जो प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं उनका ये मानना है कि कानूनों (Farm Laws) को वापस लिया जाना चाहिए। लेकिन, कई ऐसे भी हैं जो इन कानूनों (Farm Laws) का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उन किसान यूनियनों से लगातार बात कर रही है जो इन कानूनों के विरोध में हैं। जब उन लोगों ने मिलने का अनुरोध किया, जो कानूनों के समर्थन में हैं तो हमने उन्हें भी समय दिया। 

तोमर ने कहा, लाखा सिंह (कालेरन स्थित नानकसार गुरुद्वारा के अध्यक्ष) इस बात से व्यथित थे कि किसान सर्दी के मौसम में आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे हैं। उन्होंने हमारे सामने किसानों का पक्ष रखा और हमने उनके सामने सरकार की बात रखी। मैंने उनसे अनुरोध किया कि वह किसान यूनियनों के नेताओं से बात करें। हमने उनसे संपर्क नहीं किया बल्कि उन्होंने किसानों के दर्द के कारण हमसे बात की। 

राकेश टिकैत: कानून वापसी से पहले पीछे नहीं हटेंगे किसान

उधर, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बैठक के बाद कहा कि जब तक नए कृषि कानून (Farm Laws) वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक आंदोलन (Farmers Protest) जारी रहेगा और किसान पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम कहीं नहीं जा रहे हैं। सरकार संशोधनों के बारे में बात करना चाहती थी। हम कानूनों के हिस्सों पर चर्चा नहीं करना चाहते। हम केवल यह चाहते हैं कि नए कानून (Farm Laws) निरस्त किए जाएं।’

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Farmers Protest: सुप्रीम कोर्ट जाना है या नहीं हम खुद तय करेंगे, किसान नेता

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Farmers Protest: सरकार हमें कोर्ट जाने का सुझाव नहीं दे सकती. सुप्रीम कोर्ट में 11 जनवरी को महत्वपूर्ण सुनवाई होगी. बरार ने कहा कि हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि हमारा आंदोलन (Farmers Protest) तब तक चलता रहेगा जब तक तीनों कानून (Farm Laws) रद्द नहीं किए जाते चाहे फैसला जो भी हो. 

ऑल इंडिया किसान सभा के नेता बालकरण सिंह बरार ने कहा है कि केंद्र सरकार के साथ आठवें दौर की वार्ता में भी कोई नतीजा नहीं निकला है. अगले दौर की बैठक 15 जनवरी को होगी. शुक्रवार की बैठक में सरकार ने किसान संगठन के नेताओं से कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चल रहे मामले में पार्टी बनना चाहिए. 

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किसान नेताओं ने सरकार से साफ शब्दों में कह दिया है कि इस मामले में हम सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) जाएंगे या नहीं यह फैसला सभी 40 किसान संगठन के नेता एक साथ मिलकर करेंगे.

किसानों ने साफ किया है कि वह अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे. किसानों की ओर से वार्ता में शामिल किसान नेता बलवंत सिंह बहरामके ने कुछ ऐसा ही रुख जाहिर किया. बहरामके ने अपनी टेबल पर डायरी पर पंजाबी में लिख रख था कि हम मरेंगे या जीतेंगे. किसान नेताओं की यह दृढ़ता दिखा रही है कि सरकार भले ही वार्ता को लंबा खींचकर उन्हें थकाने और अलग-थलग करने का प्रयास करेंगे. लेकिन वे डिगने वाले नहीं हैं.

पिछले 44 दिनों से जारी किसान आंदोलन (Farmers Protest) को खत्म कराने के लिए केंद्र और किसान नेताओं के बीच 8वें दौर की बातचीत हुई. बैठक में 40 किसान नेताओं ने हिस्सा लिया. केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा रेल एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्यमंत्री सोम प्रकाश ने इस बैठक में शिरकत की. किसानों ने मांगें नहीं मानने पर गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर राजधानी में ट्रैक्टर रैली निकालने की धमकी दे रखी है. किसानों के साथ अगले दौर की बैठक 15 जनवरी को होगी.

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Sitamarhi: सड़क किनारे बोरे में बंद मिला कॉलेज स्टूडेंट का शव।

Sitamarhi: राज्य में बढ़ते अपराध का कहर ऐसा है कि जमीनी विवाद में युवक को गोली मारने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि 36 घंटे के अंदर सीतामढ़ी (Sitamarhi) में कॉलेज छात्रा की गला रेतकर हत्या की वारदात सामने आ गई. आज (शुक्रवार) सुबह सड़क किनारे युवती का शव मिलने से शहर में सनसनी फ़ैल गई. घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में कर तफ्तीश में जुट गई है.

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इस घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मृतका मंजू कुमारी शहर से आधा किमी पर स्थित बरियारपुर कॉलेज में अध्ययनरत थी. वह स्नातक प्रथम पार्ट की छात्रा थी. कल (गुरूवार) वह घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थी. देर शाम तक वह घर नहीं लौटी. परिजन काफी खोजबीन किए, लेकिन नहीं मिली. आज सुबह बरियारपुर के समीप ही सड़क किनारे उसका शव मिला है.शव एक बोरा में बंद था.

मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि गला रेतकर छात्रा की हत्या की गई है. मामले की जांच की जा रही है. घटनास्थल पर पहुंचे छात्रा के माता – पिता का रो-रो कर बुरा हाल है .

Amazon Sale: ओप्पो के स्मार्टफोन्स को सस्ते में खरीदने का मौका

New Delhi: ई-कॉमर्स वेबसाइट्स ऐमजॉन (Amazon) पर स्मार्टफोन्स (Smartphones) को शानदार छूट के साथ खरीदा जा सकता है। 8 जनवरी से ई-कॉमर्स वेबसाइट पर Amazon Oppo Fantastic Days सेल का आयोजन किया जा रहा है। यह सेल 12 जनवरी तक चलेगी। 

Amazon Oppo Fantastic Days सेल में HDFC बैंक, ICICI बैंक और SBI बैंक कार्ड्स के साथ शॉपिंग करने पर 10 प्रतिशत इंस्टेंट डिस्काउंट भी मिलेगा। इसके अलावा नो-कॉस्ट ईएमआई, एक्सचेंज ऑफर और प्रीपेड ऑफर भी मिलेंगे। आपको बताते हैं कि ओप्पो के किन स्मार्टफोन्स (Oppo Smartphones) को आप इस सेल में छूट के साथ ले सकते हैं।

Oppo F17 को इस सेल 9 महीने तक की नो-कॉस्ट ईएमआई पर लेने का मौका है। 20,990 रुपये की जगह यह फोन 16,990 रुपये में खरीदा जा सकता है। इसी तरह ओप्पो एफ17 प्रो स्पेशल एडिशन 26,990 रुपये की जगह 21,490 रुपये में ऑफर किया जा रहा है। इस फोन में 6.4 इंच सुपर एमोलेड डिस्प्ले दी गई है। 

ओप्पो ए53 हैंडसेट को इस सेल में 15,990 रुपये की जगह 12,990 रुपये में लिया जा सकता है। 

ओप्पो फाइंड एक्स2 को 64,990 रुपये में खरीदने का मौका है। इस फोन पर अतिरिक्त 13 हजार रुपये प्रीपेड ऑफ भी है। 

AI ड्यूल रियर कैमरे वाले ओप्पो ए12 को 11,490 रुपये में सेल में उपलब्ध कराया गया है। इस फोन पर अतिरिक्त 2 हजार रुपये प्रीपेड छूट है। 

ओप्पो ए15 स्मार्टफोन को इस सेल में 9,490 रुपये में लिया जा सकता है। हैंडसेट पर 6 महीने तक की नो-कॉस्ट ईएमआई भी है। 

ओप्पो एफ17 प्रो को 21,490 रुपये में लेने का मौका है। इसके अलावा 9 महीने तक की नो-कॉस्ट ईएमआई भी है। 

ओप्पो ए11के स्मार्टफोन में ड्यूल रियर कैमरा दिया गया है। इस फोन को 8,490 रुपये में खरीदने का मौका है। 

इसके अलावा Amazon Sale में 4000mAh बैटरी वाले ओप्पो ए1k को 7,990 रुपये में, ओप्पो ए15एस के 4 जीबी रैम व 64 जीबी स्टोरेज वेरियंट को 11,490 रुपये, ओप्पो ए5एस को 8,990 रुपये और ओप्पो रेनो4 प्रो को 34,990 रुपये में सेल में खरीदा जा सकता है। 

Amazon Sale में  स्मार्टफोन (Smartphone) के अलावा ओप्पो वॉच सीरीज को भी इस सेल में 19,990 रुपये में उपलब्ध कराया गया है। ओप्पो वॉच को लेकर कंपनी का कहना है कि यह 21 दिन तक की बैटरी लाइफ ऑफर करती है। 

ओप्पो Enco W11 इयरबड्स को 1,999 रुपये, Enco W31 को 2,999 रुपये, Enco W51 को 4,999 रुपये और Enco M31 को 1,799 रुपये में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया है। 

Reliance Mobile Tower: शरारती तत्वों ने लगाई आग

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Jind: हरियाणा के जींद जिले के जलालपुरा कलां में बीती रात शरारती तत्वों ने रिलायंस मोबाइल कंपनी के टावर (Mobile Tower) में आग लगा दी, जिसके बाद टावर पर रखे उपकरण जल गए और संचार का कार्य बाधित हो गया। कंपनी के एक कर्मचारी ने इसकी जानकारी दी । 

सदर थाना पुलिस ने कंपनी के टेक्नीशियन की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ आगजनी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शिकायत के हवाले से पुलिस ने बताया कि बीती रात शरारती तत्वों ने टावर (Mobile Tower) पर बने प्लेटफार्म पर रखे उपकरणों में आग लगा दी और इस घटना का उस समय पता चला जब उपकरण जलने के कारण टावर ने कार्य करना बंद कर दिया और आसपास के इलाकों के मोबाइलों की रेंज गायब हो गई। 

लव जिहाद के खिलाफ प्रस्तावित कानून को कैबिनेट की मंजूरी, दोषियों को 10 साल तक की जेल।

घटना की सूचना पाकर कंपनी के टेक्नीशियन के साथ सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया। टावर (Mobile Tower) के टेक्नीशियन मनजीत ने बताया कि बीती रात लगभग पौने 11 बजे टावर में दिक्कत आने की सूचना मिली थी और जब वह टावर पर पहुंचा तो उपकरण जले हुए थे और प्लेटफार्म पर जली हुई पराली तथा लकडियां थी। मनजीत ने आरोप लगाया कि किसी शरारती तत्व ने टावर (Mobile Tower) के उपकरणों को आग लगाई है, जिसकी शिकायत पुलिस से की गई है। सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि मोबाइल कंपनी टेक्नीशियन की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ आगजनी का मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

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America: सीएनएन ने लिखा अमेरिका के लिए आने वाले 13 दिन खतरनाक

New york: अमेरिका (America) के एक बड़े और विश्व विख्यात समाचार समूह सीएनएन (CNN) ने अपने ही देश के लिए अगले 13 दिनों को बेहद खतरनाक बताया है। दरअसल सात जनवरी को अमेरिकी संसद भवन कैपिटल बिल्डिंग ने जो देखा, उसकी निंदा पूरी दुनिया में हो रही है। ट्रंप (Donald Trump) ने अपने समर्थकों को उकसाया और नतीजतन बेकाबू भीड़ ने संसद भवन पर हमला बोल दिया। गोलियां चलीं, तोड़फोड़ हुई और दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के मुंह पर कालिख पुती। व्हाइट हाउस (White House) की इज्जत पर काले दाग लग गए। 

सीएनएन (CNN) का यह शीर्षक पूरी दुनिया के लिए एक संदेश है। यह बता रहा है कि कैसे एक सत्तालोलुप शख्स देश के लिए खतरा बनता जा रहा है। 20 जनवरी तक ट्रंप ही अमेरिका (America) के राष्ट्रपति रहेंगे और इस दौरान वो कोई भी आदेश जारी कर सकते हैं। अमेरिकी फौजों का सुप्रीम कमांडर होने के नाते वो सत्ता में बने रहने के लिए फौज का सहारा भी ले सकते हैं।

डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) लगातार चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते रहे हैं। फिर परिणामों को मानने से भी इनकार कर रहे थे। लेकिन हठ इस पर भी शांत नहीं हुआ। जब सही तरीके से सत्ता बचती नहीं दिखी तो दंगे फसाद का सहारा लेने से भी नहीं चूके हैं। यह दुर्गति उस अमेरिका (America) की है, जो दुनिया को लोकतंत्र की दुहाई देता फिरता है।

ग्रामीण, किसान की लाश लेकर पहुंचे Bank, दाह संस्कार के लिए माँगे पैसे।

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Patna: बिहार (Bihar) के एक गांव में अजीबोगरीब वाकया सामने आया जब एक शख्स की मौत के बाद ग्रामीण उसका शव लेकर बैंक (Bank) पहुंच गए. ग्रामीणों ने कहा कि मृत व्यक्ति महेश यादव के बैंक खाते (Bank Account) से पैसा निकाल कर उन्हें दिया जाए ताकि उसका अंतिम संस्कार विधिवत किया जा सके. स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पेशे से किसान महेश के परिवार में कोई नहीं था और उसकी मौत की जानकारी भी पड़ोसियों को कई घंटों के बाद हो पाई, लेकिन कोई भी दाह संस्कार के लिए रकम खर्च करने को राजी नहीं हुआ.

ग्रामीणों ने पहले तो दाह संस्कार के लिए रकम जुटाने की खातिर महेश के घर को खंगाला, लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला. लेकिन वहां उसके बैंक की पासबुक (Bank Passbook) मिली, जिसमें 1 लाख 17 हजार 298 रुपये जमा थे. पुलिस अधिकारी अमरेंद्र कुमार ने कहा कि बुधवार को ग्रामीण महेश की लाश और उसकी पासबुक लेकर बैंक (Villagers reach bank with farmer’s corpse in Bihar) पहुंच गए.

ग्रामीणों ने बैंक मैनेजर द्वारा बैंक (Bank) खाते से पैसा जारी करने तक ग्रामीणों ने वहां से जाने से इनकार कर दिया. गांव वालों का कहना था कि अगर बैंक (Bank) से धन नहीं मिला तो वे महेश का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. कई घंटों के बाद स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने जब बीचबचाव किया तो बैंक ने कुछ रकम जारी की.

केनरा बैंक (Canara Bank) के ब्रांच मैनेजर संजीव कुमार ने कहा कि वहां असाधारण स्थिति उत्पन्न हो गई थी, क्योंकि यह पहला ऐसा मामला था. आखिरकार उन्होंने 10 हजार रुपये दिए, तब जाकर ग्रामीण अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए. पड़ोसन शकुंतला देवी का कहना है कि महेश के पास कोई जमीन नहीं थी और उसे सरकार से कोई मदद नहीं मिलती थी. बीमारी के बावजूद उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था. कई महीनों से पड़ोसी ही उसे खाना और अन्य सहायता दे रहे थे.

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Corona Virus: दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या पिछले 8 महीनों में सबसे कम

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New Delhi: राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण की दर 0.63 फीसदी दर्ज की गई है. इसके साथ ही रिकवरी रेट पहली बार 97.64 फीसदी रहा है जो कि अब तक की सबसे बड़ी दर है. दिल्ली में एक्टिव मरीजों की बात करें तो इसकी दर 0.66 फीसदी है जो कि अब तक की सबसे कम दर है. 

पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना (Corona Virus) के 19 मरीजों की मौत हुई है इसके साथ ही शहर में मौत का कुल आंकड़ा 10,644 हो गया है. राजधानी में एक्टिव मरीजों की संख्या 4168 है जिनमें होम आइसोलेशन के मरीज 2015 हैं.

8 मई के बाद से दिल्ली में (Corona Virus) सक्रिय मरीजों की सबसे कम संख्या रही है. 8 मई 2020 को दिल्ली में 4230 एक्टिव मरीज थे. जो कि आज 4168 है.

राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 486 केस सामने आए है. इसके साथ ही मरीजों का कुल आंकड़ा 6,28,838 हो गया है. 24 घंटे में 780 मरीज ठीक हुए हैं. ठीक होने वाले मरीजों का कुल आंकड़ा 6,14,026 हो गया है. 

पिछले 24 घंटे में 77,522 टेस्ट हुए हैं, जिनमें RTPCR टेस्ट 43,347 और एंटीजन 34,175 है. इसके साथ ही कुल टेस्ट का आंकड़ा 91,58,755 हो गया है. दिल्ली में कोरोना (Corona Virus) का डेथ रेट 1.69 फीसदी है. 

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Tractor March: ट्रैक्टर चलाकर रैली में आई 54 साल की महिला किसान

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New Delhi: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर पिछले 43 दिनों से धरने पर बैठे किसान गुरुवार ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) निकाल रहे हैं. सिंघु बॉर्डर पर भी आंदोलनकारी किसान ट्रैक्टर लेकर दिल्ली घेरने निकल चुके हैं. किसानों का कहना है कि आज की रैली से वे सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. सर्द मौसम में भी किसान अपनी मांग पूरी करवाने को अड़े हुए हैं. 8 जनवरी को किसानों और सरकार की बैठक होगी.

किसानों ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) में महिला किसान भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहीं हैं. ऐसी ही एक 54 साल की महिला किसान कुलबीर कौर भी पुरूष किसानों के साथ ख़ुद अपना ट्रैक्टर लेकर निकल पड़ी हैं. कुलबीर कौर ख़ुद पंजाब के पटियाला में खेती करती हैं. उनका कहना है कि पति और बेटे की मौत हो चुकी ऐसे में अब घर चालने वाला कोई नहीं है.

उन्होंने कहा, “मेरी दो एकड़ ज़मीन है, पति की 2014 में और बेटे की अभी कोरोना से मौत हो चुकी है. ख़ुद किसानी करने के अलावा कोई चारा नही है.”

गुरुवार को किसानों के ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) के चलते जिस ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तमाम लग्जरी गाड़ियां तेज रफ़्तार से दौड़ती थीं, आज वहां पर किसान अपने ट्रैक्टरों से मार्च कर रहे हैं. किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर भारत का झंडा भी लगाया है. किसानों का कहना है कि अगर सरकार नहीं मानी तो 26 जनवरी पर दिल्ली की सड़कों पर अपने ट्रैक्टरों को दौड़ाएंगे जिससे वो खेती करते हैं.

कड़ी सुरक्षा के बीच हजारों किसानों ने गुरुवार को तीन कृषि कानूनों (Farm laws)के खिलाफ प्रदर्शन स्थल-सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से ट्रैक्टर रैली (Tractor March) निकाली. भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के प्रमुख जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि 3500 से ज्यादा ट्रैक्टरों और ट्रॉलियों के साथ किसान मार्च में हिस्सा ले रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने कहा कि 26 जनवरी को हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश के विभिन्न हिस्सों से राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले ट्रैक्टरों की प्रस्तावित परेड के पहले यह ‘‘रिहर्सल” की तरह है.

दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस के कर्मियों की भारी तैनाती के बीच ट्रैक्टर पर सवार किसानों ने कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे की ओर मार्च शुरू किया. भाकियू नेता राकेश टिकैत की अगुवाई में ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) पलवल की तरफ बढ़ा है.

संयुक्त किसान मोर्चा के एक वरिष्ठ सदस्य अभिमन्यु कोहाड़ ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘आगामी दिनों में हम तीनों कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करेंगे. आज के मार्च में हरियाणा से करीब 2500 ट्रैक्टर आए हैं. ”उन्होंने कहा, ‘‘हम आगाह करना चाहते हैं कि अगर सरकार हमारी मांगें स्वीकार नहीं करेगी तो किसानों का प्रदर्शन आगे और तेज होगा.”सिंघू से टिकरी बॉर्डर, टिकरी से कुंडली, गाजीपुर से पलवल और रेवासन से पलवल की तरफ ट्रैक्टर रैलियां (Tractor March) निकाली गयी है.

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Farmers Protest With Tractor March: बातचीत से पहले किसानों का शक्ति प्रदर्शन

नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) निकाला है। तस्वीरें दिल्ली के बुराड़ी की है जहां एक तरफ किसान ट्रैक्टर लेकर जमे हुए हैं तो दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस बैरिकेड्स लगाकर मोर्चा संभाले हुए है।

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Image Source ANI

सोनीपत में ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) में शामिल एक किसान ने कहा कि ये तो ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है। 26 जनवरी को हम पूरी पिक्चर दिखाएंगे।

मार्च में बड़ी संख्या में शामिल हुए ट्रैक्टर

नए कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे किसान संगठन आज शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। कुंडली-मानेसर-पलवल केएमपी एक्सप्रेस-वे (KMP Expreeway) पर निकले ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) में भारी संख्या में ट्रैक्टर शामिल हुए हैं। गाजियाबाद के यूपी गेट से भी 400 ट्रैक्टरों के साथ पलवल की तरफ मार्च निकाला गया।

पलवल में ट्रैक्टर लेकर निकले किसान

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान हरियाणा के पलवल में ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार कक्का ने कहा कि हम यहां से सिंघु बॉर्डर जा रहे हैं। 

गाजियाबाद की तरफ NH-9 पर ट्रैफिक प्रभावित

किसानों के ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) की वजह से दिल्ली बॉर्डर के आसपास ट्रैफिक काफी प्रभावित हैं। NH-9 पर गाजियाबाद की तरफ जाने वाला ट्रैफिक भी काफी प्रभावित है जिसकी वजह से हाइवे पर जाम भी लग गया है। 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) निकालने से पहले ही किसान आज ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं।

टिकरी बॉर्डर पहुंचा महिलाओं का जत्था

एक्सप्रेसवे पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च से पहले पंजाब के कई शहरों में ट्रैक्टर मार्च (Tractor March) निकाला गया। ट्रैक्टर मार्च के लिए महिलाओं का बड़ा जत्था ट्रैक्टर पर सवार होकर पहले ही टिकरी बॉर्डर पहुंच चुका है। दरअसल, 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली का ऐलान किया है। उसके पहले यह किसानों का शक्ति प्रदर्शन है।

कल होगी सरकार के साथ अगले दौर की बैठक

किसान संगठनों और सरकार के बीच इससे पहले 4 जनवरी को 8वें दौर की हुई बातचीत बेनतीजा रही थी। किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर अड़े हुए है, वहीं सरकार लगातार नए कानून के फायदे गिनाने में लगी हुई है। अब दोनों पक्षों के बीच अगले दौर की बातचीत कल यानी 8 जनवरी को होगी।