spot_img
NewsnowदेशPM Modi: 'पर्यटन को बढ़ावा देकर देश पूर्वोत्तर को देता है प्राथमिकता'

PM Modi: ‘पर्यटन को बढ़ावा देकर देश पूर्वोत्तर को देता है प्राथमिकता’

PM Modi ने असम के बारपेटा में कृष्णगुरु सेवाश्रम में आयोजित विश्व शांति के लिए कृष्णगुरु एकनाम अखंड कीर्तन में भाग लिया।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को कहा कि देश पर्यटन को बढ़ावा देकर पूर्वोत्तर के विकास को प्राथमिकता दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में घोषित केंद्रीय बजट 2023 में देश भर में 50 पर्यटन स्थलों को विकसित करने पर जोर दिया गया है।

PM Modi participated in program organized in Assam
PM Modi: 'पर्यटन को बढ़ावा देकर देश पूर्वोत्तर को देता है प्राथमिकता'

केंद्रीय बजट 2023-24 का जिक्र करते हुए PM Modi ने कहा, ‘आज हम पूर्वोत्तर और असम के विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं। पर्यटन इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। जैसा कि बजट 2023 में प्रस्तावित है, देश भर के 50 पर्यटन स्थलों को संपूर्ण पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में प्रत्येक राज्य में यूनिटी मॉल स्थापित करने का प्रावधान किया गया है जहां कृषकों और कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा और वहां से बेचा जाएगा।

PM Modi असम में आयोजित विश्व शांति कार्यक्रम में शामिल हुए

PM Modi participated in program organized in Assam
PM Modi: 'पर्यटन को बढ़ावा देकर देश पूर्वोत्तर को देता है प्राथमिकता'

PM Modi ने समग्र विकास के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने असम के बारपेटा में कृष्णगुरु सेवाश्रम में आयोजित विश्व शांति के लिए कृष्णगुरु एकनाम अखंड कीर्तन में भाग लिया।

पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कृष्ण गुरु द्वारा प्रचारित ज्ञान, सेवा और मानवता की भारतीय परंपरा और भी मजबूत होती जा रही है। कृष्णगुरु जी ने विश्व शांति के लिए हर 12 साल में एक महीने तक अखंड नामजप (जप) और कीर्तन का अनुष्ठान शुरू किया था। हमारे देश में 12 वर्षों की अवधि में इस तरह के आयोजनों की प्राचीन परंपरा रही है।

यह भी पढ़ें: Joshimath की ठंड के बीच डोडा के सात घरों में दरारें

पीएम ने कहा कि यह अवसर जिम्मेदारी का प्रतीक था और भारत के सभी हिस्सों से लोग यहां इकट्ठा होते थे। उन्होंने कहा कि हर 12 साल बाद इस आयोजन का आयोजन भी कुंभ की परंपरा को दोहराता है।