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Farooq abdullah की 12 करोड़ की संपत्तियां ED ने अटैच कीं, मनी लॉन्ड्रिंग केस में कार्रवाई

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जम्मू और श्रीनगर में अब्दुल्ला (farooq abdullah) की संपत्तियां अटैच की गई हैं। इनमें 2 रिहायशी, एक कमर्शियल प्रॉपर्टी और 3 प्लॉट शामिल हैं। इनकी बुक वैल्यू 11.86 करोड़ दिखाई गई है, लेकिन मार्केट वैल्यू 60-70 करोड़ है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED अब्दुल्ला (farooq abdullah) से कई बार पूछताछ कर चुका है। आखिरी बार अक्टूबर में श्रीनगर में उनसे सवाल-जवाब हुए थे।

अब्दुल्ला पर पद के गलत इस्तेमाल का आरोप

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2005 से 2011 के बीच JKCA को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से 109.78 करोड़ रुपए मिले थे। अब्दुल्ला (farooq abdullah) 2006 से 2012 तक JKCA के अध्यक्ष थे। उन पर पद का गलत इस्तेमाल करने, अवैध नियुक्तियां करने और मनी लॉन्ड्रिंग के मकसद से JKCA के पदाधिकारियों को वित्तीय अधिकार देने के आरोप हैं।

उमर अब्दुल्ला बोले- अटैच की गई संपत्तियां पुश्तैनी हैं


फारुख अब्दुल्ला (farooq abdullah) के बेटे उमर अब्दुल्ला (Umar abdullah) ने कहा है कि जो संपत्तियां जब्त की गई हैं वे पुश्तैनी हैं। इसमें के कई 1970 के समय की हैं। फारुख अब्दुल्ला (farooq abdullah) अपने वकीलों के संपर्क में हैं, वे इन बेबुनियाद आरोपों के खिलाफ कोर्ट में लड़ेंगे, जहां हर किसी को न्याय की उम्मीद रहती है। जबकि मीडिया कोर्ट या भाजपा प्रायोजित सोशल मीडिया कोर्ट की बात अलग है।

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Honda Cars: कार निर्माता कंपनी होंडा कार्स ने ग्रेटर नोएडा प्लांट में उत्पादन रोका

प्रमुख कार निर्माता कंपनी होंडा कार्स (Honda Cars) इंडिया लिमिटेड (HCIL) ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थित प्लांट से उत्पादन बंद कर दिया है। इंडस्ट्री सूत्रों ने यह जानकारी दी है। HCIL जापान की होंडा मोटर कंपनी की सब्सिडियरी है। कंपनी ने 1997 में ग्रेटर नोएडा प्लांट की स्थापना की थी।

प्लांट में कॉरपोरेट ऑफिस चलता रहेगा

इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा प्लांट में HCIL का कॉरपोरेट हेड ऑफिस पहले की तरह चलता रहेगा। इसके अलावा स्पेयर पार्ट्स डिविजन और रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) सेंटर भी कार्य करते रहेंगे। हालांकि, कंपनी ने इस संबंध में किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी है। अब कंपनी अपनी कारों (Honda Cars) की पूरी रेंज के उत्पादन के लिए राजस्थान की तापूकारा प्लांट पर निर्भर हो गई है।

इस साल की शुरुआत में लॉन्च की थी VRS स्कीम

HCIL ने अपने मैन्युफैक्चरिंग लाइन एसोसिएट्स के लिए इस साल की शुरुआत में वॉलेंट्री रिटायरमेंट स्कीम (VRS) लॉन्च की थी। इस स्कीम का मकसद प्रोडक्टिविटी और कार्यक्षमता में बढ़ावा लाना था। कंपनी होंडा सिटी, होंडा CR-V और होंडा सिविक जैसी कारों (Honda Cars) का उत्पादन ग्रेटर नोएडा प्लांट में करती थी। इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 1 लाख यूनिट सालाना थी।

तापूकारा प्लांट की क्षमता 1.8 लाख यूनिट सालाना

राजस्थान के तापूकारा में स्थित प्लांट की क्षमता 1.8 लाख यूनिट सालाना है। इसके अलावा इस प्लांट में दूसरे देशों को निर्यात किए जाने वाले इंजनों का उत्पादन भी होता है। नवंबर 2020 में HCIL ने घरेलू बाजार में 9,990 यूनिट्स की बिक्री की है। नवंबर 2019 की 6,459 यूनिट्स के मुकाबले इस साल 55% की ग्रोथ रही है।

Farmers Protest: किसान आंदोलन की आवाज़ बना अख़बार Trolly Times

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New Delhi: किसान आंदोलन (Farmers Protest) के चलते सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर हज़ारों की संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली की कतारें कई किलोमीटर दूर तक लगी हुई हैं. कुछ ऐसी ही तस्वीर टिकरी बॉर्डर पर भी है. किसान आंदोलन (Farmers Protest) के मंच से किसान नेताओं की कही बात हर ट्रैक्टर ट्रॉली तक पहुँचाने के लिये अब आंदोलन के अपने अखबार (Trolly Times) का इस्तेमाल किया जायेगा. चूंकि एक-एक ट्रॉली तक खबर पहुंचाने का ज़रिया ये अखबार होगा और इसे शुरू करने की योजना भी एक ट्रॉली में ही बनाई गई थी इसलिये इस अखबार का नाम रखा गया है ‘ट्रॉली टाइम्स’ (Trolly Times)

शुक्रवार को अखबार का पहला एडिशन प्रकाशित किया गया. फिलहाल इसे सप्ताह में दो बार निकालने की योजना है. अखबार के पहले एडिशन की लीड स्टोरी का शीर्षक है ‘जुड़ेंगे, लड़ेंगे, जीतेंगे’. 4 पन्नों के इस अखबार में पंजाबी और हिंदी दोनों भाषाओं के लेखों को छापा गया है. कविता और कार्टून से लेकर आंदोलन की अलग अलग तस्वीरों को अख़बार में जगह दी गई है.

‘ट्रॉली टाइम्स’ (Trolly Times) को शुरू करने का विचार सुरमीत मावी ने दिया था जो कि पेशे से एक कथाकार हैं और फिल्मों के लिये स्क्रिप्ट लिखते हैं. सुरमीत ने पत्रकारिता की पढ़ाई की है और इसी के चलते किसान आंदोलन (Farmers Protest) की आवाज़ किसानों तक पहुंचाने के लिये उन्होंने अखबार का माध्यम चुना.

सुरमीत मावी ने कहा “मैं पेशे से एक फ़िल्म राइटर हूं, मेरी पढ़ाई पत्रकारिता की है लेकिन मावी जो मेरा सरनेम है इस गोत्र का मतलब होता है वो लोग जिनका पुश्तैनी काम ही खेती है. ये सिर्फ तीन काले कानूनों की लड़ाई नहीं है उससे बड़ी लड़ाई है. भारत का लोकतंत्र खत्म हो चुका है, उसकी बहाली की लड़ाई है. लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकारिता है. मेरे मन में आया कि इस क्रांति में अगर मुझे अपना योगदान देना है इस लड़ाई को लड़ने का मेरा तरीका चौथा स्तंभ है. हमारे किसान नेताओं ने इस किसान आंदोलन को 2020 की किसान क्रांति बनाया है.”

ट्रॉली टाइम्स (Trolly Times) के बारे बताते हुए सुरमीत मावी ने कहा, ‘सिंघू बॉर्डर पर आज 10 किलोमीटर दूर तक ट्रॉली खड़ी हैं, टिकरी बॉर्डर पर भी इसी तरह 14-15 किलोमीटर दूर तक ट्रॉली खड़ी हैं. किसी एक व्यक्ति को ट्रॉली में रहना ही पड़ता है. कई बार हर किसी तक हमारे नेताओं की बात नहीं पहुंच पाती. किसान नेताओं की बात स्पष्ट रूप से हर व्यक्ति तक पहुंचे इस विचार के साथ अखबार की शुरुआत की गई ताकि किसी को भी गुमराह नहीं किया जा सके. हमारे अखबार का फ्रंट पेज हमारे नेताओं का माउथपीस होगा.”

अखबार के पहले एडिशन की लीड स्टोरी का ज़िक्र करते हुए सुरमीत मावी ने कहा, “जुड़ेंगे लड़ेंगे जीतेंगे की हेडलाइन हमारे नेताओं के साथ हर व्यक्ति जो जुड़े हुआ है, उन सबके लिए यह लिखी गई है. इस आंदोलन (Farmers Protest) में सरकार एक झूठा नरेटिव देने की कोशिश कर रही है कि ये सिर्फ पंजाब और हरियाणा की लड़ाई है, जबकि यहां पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश के किसान जुड़े हैं. इसलिए हमने हिंदी में भी पेज पब्लिश किया है ताकि सभी तक हमारी आवाज़ पहुंच सके.”

‘ट्रॉली टाइम्स’ (Trolly Times) के पहले एडिशन की 2000 कॉपियां पब्लिश की गई हैं. करीब 20 लोगों की टीम अखबार की राइटिंग, प्रिंटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के लिये काम कर रही है. अखबार की एक एडिटोरियल पॉलिसी भी है, जो भी राइटिंग अखबार में प्रकाशित होगी वो मोर्चे पर बैठे लोगों की ही होंगी.

सुरमीत मावी ने बताया, “पद्मश्री सुरजीत पात्रा पंजाब के बहुत बड़े शायर हैं उन्होंने कविता लिखकर दी है. जितने भी लोगों ने इसमें आर्टिकल लिखे हैं वह मोर्चे पर बैठे हुए लोग हैं. मोर्चे पर बैठे हुए लोग इसकी रिपोर्टिंग कर रहे हैं, मोर्चे पर बैठे लोग ही इसको एडिट कर रहे हैं और मोर्चे के लोग ही इसको डिस्ट्रीब्यूट कर रहे हैं. छपाई छोड़कर बाकी हर व्यवस्था मोर्चे पर बैठे लोगों की ही है. छपाई के लिए हमने अपनी पॉकेट से भी पैसे इकट्ठे किए और कुछ लोगों से दान के ज़रिए भी मदद मिली है. जब तब्दीलियां होनी होती हैं तो रास्ता बन ही जाता है.”

‘ट्रॉली टाइम्स’ (Trolly Times) को ट्रॉली तक पहुंचाने का ज़िम्मा टीम के ही कुछ वॉलिंटियर्स के पास है. जो पैदल जा कर ट्रॉली-ट्रॉली इन अखबारों को बांटते हैं. एक गाड़ी में अखबार के गठ्ठर रखकर ले जाये जाते हैं जो वॉलिंटियर्स को रास्ते में उतार देती है और फिर वॉलिंटियर्स पेपर बांटने का काम करते हैं. टिकरी बॉर्डर पर भी इसी तरह की व्यवस्था की गई है. किसी को अगर अपना आर्टिकल पेपर में छपवाना है तो अख़बार की ईमेल आईडी timestrolley@gmail.com पर वह आर्टिकल भेज सकता है. अख़बार की कॉपियों की संख्या 2000 से बढ़ाकर 2500 तक करने पर विचार किया जा रहा है. इसके साथ ही एक ही अखबार की दो अलग-अलग भाषाओं में प्रति छाप दी जाए इन सारी चीजों पर भी फिलहाल ‘ट्रॉली टाइम्स’ (Trolly Times) की टीम विचार-विमर्श कर रही है.

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Rajasthan: सरकारी स्कूल के शिक्षक के खिलाफ नाबालिग से दुष्कर्म (Misdeed) का मामला दर्ज

Kota: राजस्थान (Rajasthan)में बूंदी जिले के एक गांव में एक स्कूल अध्यापक के खिलाफ नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म (Misdeed) करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि स्कूल में कक्षा तीन को पढ़ाने वाले एक शिक्षक ने कक्षा नौ में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ कई बार दुष्कर्म (Misdeed) किया.

सूत्रों ने कहा कि छात्रा की चिकित्सकीय जांच कराई जा रही है और मामले की जांच की जा रही है. आरोपी को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है. हिंडोली के पुलिस उपाधीक्षक श्याम सुंदर विश्नोई ने बताया कि बच्ची के माता-पिता ने शुक्रवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और कहा कि घटना का वीडियो भी बनाया गया है.

शिकायत में छात्रा ने कहा है कि शिक्षक ने दो बार स्कूल में और एक बार एक होटल में भी उससे दुष्कर्म (Misdeed) किया तथा किसी को इस बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी. अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को बच्ची ने हिम्मत कर अपने घरवालों को इस बारे में बताया, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया.

Bhagavad Gita: मानवता के लिए जरुरी है गीता ज्ञान, कब मनाई जाएगी गीता जयंती, जानें

प्रत्येक साल मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन इसे मनाया जाता है. हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता (Bhagavad Gita) का उपदेश दिया था. इस साल 25 दिसंबर को गीता जयंती मनाई जाएगी. गीता (Bhagavad Gita) को हिंदू धर्म सार ग्रंथ माना जा सकता है. धर्म, कर्म, अध्यात्म, ब्रह्म, जीवसभी विषयों पर इसमें चर्चा की गई है. गीता (Bhagavad Gita) की शिक्षाएं युगों युगों से मानवता को सत्य की राह दिखाती आ रही हैं.

Maa Laxmi का आर्शीवाद पाना चाहता है, रखें कुछ बातों का ध्यान, नहीं होगी धन का कमी।

महाभारत युद्ध से पहले भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र और भक्त अर्जुन को भगवत गीता (Bhagavad Gita) का उपदेश दिया था. श्रीमद्भगवद्गीता (Bhagavad Gita) में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं. इन श्लोकों में कर्म, धर्म, कर्मफल, जन्म, मृत्यु, सत्य, असत्य आदि जीवन से जुड़े प्रश्नों के उत्तर मौजूद हैं. श्रीमद्भगवद्गीता (Bhagavad Gita) में ऐसी अनेक बातें हैं जिन्हें हम जीवन में अपनाकर अपने जीवन को सफल बना सकते हैं.

आत्मा अमर है शरीर नश्वर

गीता में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि मृत्यु एक अटल सत्य है. यह शरीर नश्वर है. आत्मा अजर अमर है, आत्मा को कोई काट नहीं सकता अग्नि जला नहीं सकती और पानी गीला नहीं कर सकता. जिस प्रकार से एक वस्त्र बदलकर दूसरे वस्त्र धारण किए जाते हैं उसी प्रकार आत्मा एक शरीर का त्याग करके दूसरे जीव में प्रवेश करती है.

कर्मों के अनुसार मिलता है फल

भगवान श्रीकृष्ण गीता (Bhagavad Gita) में कहते हैं कि मनुष्य को उसके द्वारा किए गए कर्मों के अनुसार ही फल प्राप्त होता है. इसलिए मनुष्य को सदैव सत्कर्म करने चाहिए. गीता में कही गई इन बातों को प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में मानना चाहिए.

परमात्मा के साथ रहने के लिए देनी होती है जीवनरूपी परीक्षा

भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि आत्मा को परमात्मा के साथ हमेशा रहने के लिए इस जीवनरूपी परीक्षा को देना ही होगा. वह कहते हैं कि 88 हजार करोड़ योनियों में भ्रमण करने के बाद व्यक्ति को मर्यादित जीवन जीने का मौका देने के लिए मनुष्य रूपी जन्म लेने का अवसर मिलता है. इस जीवन में गुणों के आधार पर परमात्मा की प्राप्ति कर सकता है.

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TMC को झटकाः बीजेपी में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी, अमित शाह ने किया स्वागत

पश्चिम बंगाल में शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) की रैली के दौरान टीएमसी (TMC) के पूर्व नेता सुवेंदु अधिकारी (suvendu adhikari) ने बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया। कई दिनों से अधिकारी के बीजेपी में जाने की अटकले थीं। शाह ने सुवेंदु अधिकारी का बीजेपी में स्वागत किया. शाह ने टीएमसी (TMC) प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा, “क्यों इतने सारे लोग तृणमूल कांग्रेस (TMC) छोड़ रहे हैं. इसके पीछे ममता का कुशासन, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद है. दीदी यह तो सिर्फ आगाज है, चुनाव आने तक आप अलग-थलग पड़ जाएंगी.” 

ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के करीबी और प्रदेश के परिवहन मंत्री अधिकारी ने कुछ दिन पहले टीएमसी से इस्तीफा दिया था। अधिकारी के पिता और भाई भी टीएमसी से सांसद हैं। हालांकि, उन्होंने सुवेंदु के पार्टी छोड़ने पर चुप्पी साध रखी है लेकिन माना जा रहा है कि जल्दी ही वे भी पार्टी का साथ छोड़ देंगे।

संकीर्ण राजनीति बंद करें ममता

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने क्षेत्रवाद की “संकीर्ण” राजनीति करने वालों की आलोचना की. शाह ने कहा, “जो लोग बंगाल में संकीर्ण राजनीति कर रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि खुदीराम बोस पर जितना गर्व बंगाल को है उतना ही पूरे देश को है.” भाजपा (BJP) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जो लोग क्षेत्रवाद की राजनीति कर रहे हैं उन्हें इससे बाज आना चाहिए.बोस के पैतृक निवास पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए शाह ने कहा कि जब बोस को 1908 में अंग्रेजों द्वारा फांसी पर लटकाया जा रहा था तब उन्होंने ‘वंदे मातरम’ का उद्घोष कर देश के युवाओं को प्रेरित किया था.

ममता से क्यों नाराज हैं सुवेंदु?

सुवेंदु ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की सरकार में परिवहन मंत्री थे। उन्होंने 27 नवंबर को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। अटकलें थीं कि बीजेपी (BJP) के शीर्ष नेतृत्व से संपर्क होने के बाद सुवेंदु ने अपना पद छोड़ा था। सुवेंदु की नाराजगी की वजह पार्टी के दूसरे नेताओं की तुलना में ममता बनर्जी का अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को अधिक अहमियत देना माना जा रहा है। ममता अघोषित रूप से अभिषेक बनर्जी को अपना उत्तराधिकारी बना चुकी हैं। सुवेंदु जैसे पार्टी के कद्दावर नेता इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है। शुभेंदु ने खुल कर कभी भी पार्टी प्रमुख के खिलाफ कुछ नहीं कहा है लेकिन तृणमूल के अंदर वह लगातार निशाने पर रहे हैं।

Cold Waves: दिल्ली में कड़ाके की ठंड, पंजाब में 10 साल का रिकॉर्ड टूटा

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शिमला और कश्मीर में बर्फबारी के बाद अब दिल्ली में भी कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। दिल्ली के जाफरपुर में पारा शिमला के बराबर पहुंच गया है। यहां तापमान सामान्य से 6 डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। शीतलहर (Cold Waves) से पंजाब में फिलहाल राहत मिलती नजर नहीं आ रही। शुक्रवार को अमृतसर में ठंड का 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया। यहां पारा 0.4 डिग्री पर पहुंच गया है। जालंधर में तापमान 1.6 डिग्री रहा। बर्फीली हवाओं (Cold Waves) ने बिहार की राजधानी पटना में भी कोल्ड डे जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। यहां एक दिन में पारा 4 डिग्री तक गिर गया।

Delhi NCR में लगातार लुढ़क रहा पारा


राजधानी दिल्ली में इंसान से लेकर पशु-पक्षी भी ठंड की कहर के आगे बेबस दिखे। दिल्ली-NCR में तापमान लगातार गिर रहा है। शुक्रवार को नजफगढ़ क्षेत्र के जाफरपुर कलां में सामान्य से 6 डिग्री कम, शिमला के बराबर 2.7 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग (IMD) के अनुसार दिल्ली का सामान्य तापमान 4.4° सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है। दिल्ली के पालम में सामान्य 5 डिग्री कम 3.4° सेल्सियस, लोधी रोड में 3.8°, सफदरजंग में 4.4°, नजफगढ़ में 5.9° और दिल्ली के रिज इलाके में न्यूनतम तापमान 6.2° दर्ज किया गया।

Punjab: साइकिल बदलने से कारण ज्यादा पड़ रही ठंड


शीतलहर (Cold Waves) से पंजाब में फिलहाल राहत मिलती नजर नहीं आ रही। शुक्रवार को अमृतसर में ठंड का 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया। यहां न्यूनतम पारा 0.4 डिग्री रहा, जो सूबे में सबसे कम है। जालंधर-कपूरथला में पारा 1.6 डिग्री रहा। शीतलहर (Cold Waves) के साथ कोहरा भी बढ़ेगा। मौसम केंद्र के डायरेक्टर डॉ. सुरिंदर पाल ने बताया कि दिन और रात के तापमान की साइकिल बदलने से ठंड ज्यादा है। पिछले साल दिन का तापमान तेजी से गिरता था, रात को चढ़ जाता था। इस साल साइकिल बदला है।

उधर, चंडीगढ़ में भी पारा लगातार गिर रहा है। यहां न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यह सीजन में सबसे कम है। अगले कुछ दिन तक और पारा गिरेगा और धुंध पड़ सकती है।

Rajasthan: सभी 33 जिलों में पारा 7 से नीचे

राजस्थान में शीतलहर (Cold Waves) के साथ सर्दी का सितम जारी है। 24 घंटे के दौरान ही ज्यादातर शहरों में पारा 3 डिग्री सेल्सियस तक और नीचे चला गया। अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम था। एक भी शहर ऐसा नहीं रहा जहां रात का पारा 7 डिग्री से ज्यादा हो। वहीं, माउंट आबू और चांदन के बाद अब चूरू और जोबनेर में पारा माइनस में चला गया। बीती रात जोबनेर और माउंट आबू में तापमान -2.5° और चूरू में -0.3° सेल्सियस दर्ज किया गया।

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Farmers Protest: प्रधानमंत्री की अपील का असर नहीं, दिल्ली की सर्दी में किसान अब भी डटे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बावजूद किसान आंदोलन (Farmers Protest) 24वें दिन भी जारी है। किसान तीन नए कृषि कानूनों (Farms Law) के खिलाफ दिल्ली-यूपी और हरियाणा बॉर्डर पर डटे हुए हैं। दिल्ली में बढ़ती ठंड और सर्द हवा के बीच भी वे पीछे हटने को तैयार नहीं है।

आंदोलन कर रहे किसानों (Farmers Protest) को समर्थन देने कई सेलेब्रिटी भी लगातार पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को सिंगर बब्बू मान और एक्ट्रेस स्वरा भास्कर पहुंची।

मोबाइल चार्ज करने घर से सोलर पैनल लेकर आए

मोबाइल चार्ज करने में परेशान न हो इसलिए किसान सोलर पैनल और ट्रैक्टर की बैटरी चार्ज कर रहे हैं। एक किसान अमृत सिंह ने बताया कि वे अपने साथ सोलर प्लेट लेकर आए हैं कि अगर फोन की बैटरी डिस्चार्ज हो जाएगी तो घर पर बात नहीं हो पाएगी। यहां कोई सुविधा मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार क्या सुविधा देगी, वह तो हमारी मांग तक नहीं मान रही है।

चिदंबरम ने प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया

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चिदंबरम ने प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम ने MSP के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। यहां तीन तथाकथित झूठ हैं, जिन पर शायद वह टिप्पणी करना चाहें। किसानों के विरोध का समन्वय करने वाली AIKSCC ने कहा है कि किसान 900 रुपये प्रति क्विंटल पर धान बेच रहे हैं, हालांकि एमएसपी 1,870 रुपये प्रति क्विंटल है। क्या यह झूठ है?

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाया था कि वह किसानों को भड़का रहा है। पूर्व वित्त मंत्री का यह बयान इसी आरोप के जवाब में आया है। उन्होंने तब्लीगी जमात और हाथरस मामले का भी जिक्र किया है।

कांग्रेस ने कहा- मोदी सरकार ने किसानों पर 3 वार किए

सुरजेवाला बोले- सत्ता संभालते ही मोदी सरकार ने किसानों को दरकिनार किया और सारे सरकारी संसाधन पूंजीपतियों को दे दिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों पर 3 वार किए।
पहला वार: 12 जून 2014 को मोदी सरकार ने सारे राज्यों को पत्र लिखकर फरमान जारी कर दिया कि समर्थन मूल्य के ऊपर अगर किसी भी राज्य ने किसानों को बोनस दिया तो उस राज्य का अनाज समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा जाएगा और किसान भाइयों को बोनस से वंचित कर दिया गया।

दूसरा वार: दिसंबर 2014 में मोदी सरकार किसानों की भूमि के उचित मुआवजे कानून 2013 को खत्म करने के लिए एक के बाद एक तीन अध्यादेश लाई, ताकि किसानों की जमीन आसानी से छीनकर पूंजीपतियों को सौंपी जा सके।

तीसरा वार: फरवरी 2015 में मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर साफ इनकार कर दिया कि अगर किसानों को समर्थन मूल्य लागत का 50% से ऊपर दिया गया, तो बाजार खराब हो जाएगा यानी फिर पूंजीपतियों के पाले में खड़े हो गए।

मोदी की अपील- कृषि मंत्री की चिट्ठी जरूर पढ़ें

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को किसानों के नाम चिट्ठी लिखी, जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत दूसरी चिंताओं पर भरोसा दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के साथ-साथ पूरे देश से तोमर की चिट्ठी पढ़ने की अपील करते हुए इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- सरकार कानून होल्ड करने का रास्ता सोचे

किसानों को सड़कों से हटाने की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहा कि किसानों को विरोध करने का हक है, लेकिन किसी की संपत्ति या किसी की जान को कोई खतरा नहीं होना चाहिए। साथ ही सलाह दी कि विरोध के तरीके में बदलाव करें, किसी शहर को जाम नहीं किया जा सकता। अदालत ने सरकार से भी पूछा- इस मामले की सुनवाई पूरी होने तक क्या आप कृषि कानूनों को रोक सकते हैं?

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DRDO: हमारी 48 किमी रेंज वाली होवित्जर तोप दुनिया में सबसे बेहतर।

डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने शनिवार को देश में बनी ATAGS होवित्जर तोप का ट्रायल किया। इस तोप की रेंज 48 किलोमीटर है। इस समय सेना को 1800 ऑर्टिलरी गन की जरूरत है। DRDO के मुताबिक, यह तोप इस जरूरत को पूरा कर सकती है। इसके बाद विदेश से तोपें मंगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ATAGS के फील्ड ट्रायल के दौरान DRDO के साइंटिस्ट और प्रोजेक्ट के डायरेक्टर शैलेंद्र वी गढ़े ने बताया कि यह गन सिस्टम अब तक भारत की सबसे बड़ी ताकत रही बोफोर्स समेत दुनिया की किसी भी तोप से बेहतर है। इसमें काफी तेज माना जाने वाला इजरायल का गन सिस्टम ATHOS भी शामिल है। हम इस तोप का परीक्षण चीन सीमा के पास सिक्किम और पाकिस्तान सीमा के पास पोखरण में कर चुके हैं। वहां इससे दो हजार से ज्यादा गोले दागे गए थे। कोई भी देश इस तकनीक के साथ मार करने वाली ऐसी तोप नहीं बना सका है।

दुश्मन से दूर रहकर उसे तबाह करेगी

गढ़े ने बताया कि जंग की हालत में यह तोप कैसे दुश्मनों पर बढ़त दिलाएगी। उन्होंने कहा कि यह तोप 48 किलोमीटर तक मार करती है। इस मामले में यह सबसे आगे है। दुनिया में किसी तोप की फायरिंग रेंज इतनी नहीं है। इस वजह से युद्ध की स्थिति में यह तोप दुश्मन हमले से बची रहेगी।

दूरी ज्यादा होने की वजह से दुश्मन हम तक नहीं पहुंच पाएंगे, लेकिन हम उन्हें 48 किलोमीटर दूर से निशाना बना सकते हैं। इससे वे हमारा मुकाबला नहीं कर पाएंगे। हम उनकी रेंज से आठ किलोमीटर दूर रह सकते हैं।

बोफोर्स समेत किसी भी तोप से भी बेहतर


यह तोप एक मिनट में पांच राउंड फायर कर सकती हैं। दूसरी तोपों से इतनी देर में सिर्फ तीन फायर हो सकते हैं। इसकी रेंज सबसे ज्यादा 48 किलोमीटर है। बोफोर्स से सिर्फ 32 किलोमीटर तक फायर किया जा सकता है। इसे तेजी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। यह बहुत भरोसेमंद और मजबूत है। इसे मेंटेनेंस की जरूरत भी नहीं पड़ती।

भारतीय सेना लगभग 1600 तोपें अभी खरीदने पर विचार कर रही है। इसके लिए इजरायल से 400 ATHOS तोपें तुरंत मंगाने का विकल्प भी रखा है।

भविष्य के लिहाज से बनाई गई तोप


इजरायल की ATHOS और फ्रांस की नेक्सटर तोप से ATAGS कितनी बेहतर है। इस पर शैलेंद्र ने कहा यदि आप ATHOS और नेक्सटर गन की क्वालिटी जरूरतों को देखते हैं तो पाएंगे ये बहुत ज्यादा हैं। ये आज के समय के मुताबिक नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि भविष्य में 2027 से 2030 तक का समय देखते हैं तो यह उसी का जवाब है। अब भारत को विदेश से तोपें मंगाने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि भारत ने वर्ल्ड क्लास ऑर्टिलरी सिस्टम बनाने की क्षमता हासिल कर ली है।

Farms Law: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर किया बड़ा हमला

New Delhi: केंद्र सरकार के नए कृषि कानून (Farms Law) के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) को कांग्रेस समेत कई राजनीतिक पार्टियों और संगठनों का समर्थन है. इस आंदोलन (Farmers Protest) को खत्म करने के लिए केंद्र तमाम उपाए कर रहा है. वह लगातार कह रहा है कि विपक्षी पार्टियां किसानों को बेवजह भड़का रही हैं.

केंद्र ने जो कानून (Farms Law) किसानों के हित के लिए बनाया है, उसके खिलाफ भ्रम पैदा कर रहा है. इसी बीच, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने मेरठ में विपक्षी पार्टी पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा, विपक्ष का कहना है कि जिसने बिल (Farms Law) बनाया वह किसान नहीं है. जो 40 इंच आलू पैदा करने की बात करता है, क्या वह किसान है? क्या सोनिया गांधी किसान हैं? वास्तव में किसानों के लिए कुछ करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) के मुताबिक, स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने मेरठ में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अपने कार्यकाल के दौरान किसानों को एमएसपी (MSP) में 8 लाख करोड़ रुपये दिए. जबकि यूपीए (UPA) ने अपने 10 साल के कार्यकाल में महज 3.5 लाख करोड़ रुपये दिए. सत्तारूढ़ दल होने पर यूपीए (UPA) ने क्या किया? गौरतलब है कि ऐसा ही बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कच्छ में दिया. उन्होंने कहा कि किसानों के हित में केंद्र ने बड़ा कदम उठाया है और विपक्ष इसपर भ्रम पैदा कर रहा है. उन्होंने किसानों को आर्थिक मदद दिए जाने की बात भी कही.

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का पलटवार 

प्रधानमंत्री के बयान के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है, ‘मोदी जी के संबोधन में सबसे बड़ा झूठ यह है कि गन्ना किसानों को 16 करोड़ की मदद की जा रही हैं. यह मदद नहीं शुगर मिल पर किसानों का बकाया है उसका भुगतान शुगर मिल को करना था. अगर सरकार उसको दे रही है तो शुगर मिलों को मदद मिल रही है, न कि किसान को. 

वहीं सरकार अगर इसे इंसेंटिव के रूप में देती तो किसान को कोई लाभ होता. मोदी जी भंडारण हेतु ढांचे की बात कर रहे हैं लेकिन अपील कॉरपोरेट से की जा रही है. इसका मतलब सरकार किसान को नही एग्री बिजनेस को बढ़ावा दे रही है. खेती में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है.’

टिकैत ने आगे कहा, ‘नवरत्न कंपनियों के निजीकरण के बाद मोदी सरकार (Modi Government) की निगाह अब खेती के निजीकरण पर है. इसके साथ ही किसानों के साथ चर्चा की बात गलत है क्‍योंकि आज किसान संगठनों से कोई चर्चा नही हुई. स्‍वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने का दावा सरासर झूठ है. स्वामीनाथन की सिफारिश में लागत में C2+ 50% जोड़कर देने की है. लेकिन सरकार ने फार्मूला बदलकर A2+FL दिया है. जिससे किसानों का हक़ मारा जा रहा है. हमें 500 रुपये महीना की भीख नहीं समर्थन मूल्य का हक चाहिए.’

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Cold Waves: दिल्ली में और गिरेगा तापमान, 2 डिग्री तक गिर सकता है पारा।

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New Delhi: मौसम विभाग ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बदलते मौसम को लेकर पूर्वानुमान लगाया है। मौसम विभाग ने शहर में बर्फीली हवाओं (Cold Waves) के चलते तापमान में गिरावट के बाद राष्ट्रीय राजधानी में आगले दो दिनों के लिए रविवार तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

बर्फीली हवाओं (Cold Waves) से शहर का पारा लगभग 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। वहीं शनिवार को फॉग के साथ बादल छाए रहने की संभावना जताई है, जिससे सोमवार तक यातायात बाधित रहने की आशंका है। 

मौसम विभाग (IMD) चार रंग की कोडित चेतावनी हरा, पीला, नारंगी और लाल जारी करता है। आरेंज अलर्ट अधिकारियों को तैयार रहने के लिए जारी किया जाता है। प्रतिदिन डेटा प्रदान करने वाले सफदरजंग ऑब्र्जवेटरी में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अयानगर और लोधी रोड के मौसम स्टेशनों में क्रमश: 3.5 और 3.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

आईएमडी (IMD) ने अपने बुलेटिन में कहा, “कुछ स्थानों पर कड़ाके की ठंड पड़ेगी। शहर में शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और अगले तीन दिनों तक धुंध रहेगी।’ आईएमडी ने बताया कि शनिवार (19 दिसंबर) को दिल्ली में शीत लहर (Cold Waves) चलने का पूर्वानमान है और इसके सोमवार तक जारी रहने की संभावना है।

आईएमडी मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर (Cold Waves) की घोषणा तब करता है जब न्यूनतम तापमान लगातार दो दिन तक 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे हो और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली जैसे छोटे इलाकों के लिए शीत लहर (Cold Waves) की घोषण तब भी की जा सकती है जब उक्त स्थितियां एक दिन के लिए भी बन जाएं।

मौसम विभाग का अनुमान है कि दिसंबर के आखिर में दिल्ली में 2 डिग्री तक पारा गिर सकता है। पहाड़ों पर माइनस डिग्री तापमान के कारण दिल्ली पर भी उसका कहर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दिल्ली पर ठंड का असर अभी शुरुआती दौर में है और आने वाले दिनों में इसमें बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। 

मौसम विभाग ने राजस्थान के कई हिस्सों में शीतलहर (Cold Waves) चलने की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार राज्य के गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू, बूंदी, सीकर, झुंझुनू, अलवर और भरतपुर जिले में कहीं-कहीं अगले 24 घंटे में शीतलहर (Cold Waves) चलने की संभावना है।

यहां हो सकती है बारिश

मौसम विभाग की जानकारी देने वाली स्काइमेट वेबसाइट के मुताबिक, आगामी 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह, आंतरिक तमिलनाडु और केरल के भी कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।

यूपी, बिहार समेत यहां 2 से 3 डिग्री लुढ़केगा न्यूनतम तापमान 

कोल्ड डे की स्थिति पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश और दिल्ली तथा उत्तरी राजस्थान के कुछ इलाकों पर बनी रहेगी। इन भागों में कहीं-कहीं पाला भी पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज किए जाने की संभावना है।

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Hathras Case: सीबीआई ने दाखिल की चार्जशीट, पीड़िता की गैंगरेप के बाद हुई हत्या।

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Hathras Case: उत्तर प्रदेश (UP) में हाथरस गैंगरेप (Hathras Case) केस के तीन महीने बाद शुक्रवार को मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने चारों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। आरोपी 19 साल की दलित युवती के साथ गैंगरेप (Gang Rape) करने तथा बाद में उसकी हत्या कर देने के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। जांच एजेंसी ने हाथरस की एक स्थानीय अदालत में संदीप, लवकुश, रवि और रामू के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप-हत्या की धाराओं के अलावा एससी/एसटी ऐक्ट (Sc/St Act) की धाराएं भी लगाई गई हैं।

आरोपियों के वकील ने कोर्ट के बाहर बताया कि हाथरस (Hathras) की स्थानीय अदालत ने मामले को संज्ञान में लिया है। बता दें कि बीते 14 सितंबर को हाथरस की दलित युवती के साथ कथित उच्च जाति के चार लोगों ने गैंगरेप (Gangrape) किया था। युवती की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद कथित तौर पर परिवार की मंजूरी के बिना पुलिस ने आनन-फानन में युवती का दाह-संस्कार कर दिया था।

आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं 

परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे लेकिन विभाग का कहना है कि परिवार की मर्जी के बाद ही युवती का अंतिम संस्कार किया गया। मामले में (Hathras Gang Rape) यूपी पुलिस के अलावा एसटीएफ (STF) ने भी जांच की। बाद में केस सीबीआई (CBI) को सौंप दिया गया था। एजेंसी मामले में आरोपियों संदीप, लवकुश, रामू और रवि की भूमिका की जांच में लगी है। फिलहाल, चारों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।

सीबीआई (CBI) ने अपनी चार्जशीट में चारों पर गैंगरेप (Hathras Gang Rape) और उसके बाद हत्या के गंभीर आरोप लगाए हैं। जांच के दौरान आरोपियों का कई तरह का फरेंसिक टेस्ट किया गया था। इसके अलावा जांचकर्ताओं ने जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल के डॉक्टरों से भी बातचीत की, जहां गैंगरेप पीड़िता का इलाज कराया गया था। बता दें कि मामले को लेकर योगी सरकार को भी काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी थीं। यूपी पुलिस गैंगरेप (Gang Rape) थ्योरी खारिज करने के चलते लोगों के निशाने पर थी।

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Maa Laxmi का आर्शीवाद पाना चाहता है, रखें कुछ बातों का ध्यान, नहीं होगी धन का कमी।

जीवन में धन की क्या अहमियत है, इसे बताने की जरूरत नहीं है. इसीलिए हर व्यक्ति मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) का आर्शीवाद पाना चाहता है. क्योंकि धन ही एक मात्र ऐसा साधन है जिसके दम पर सुख सुविधाओं की इमारत खड़ी होती है. हर व्यक्ति चाहता है कि वह धनवान बनें. लेकिन यह इच्छा हर किसी की पूर्ण नहीं होती है. करोड़पति बनने की इच्छा उन्ही लोगों की पूर्ण होती है जिन पर लक्ष्मी जी (Maa Laxmi) की विशेष कृपा होती है.

गीता में भी भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि कलयुग में जिस व्यक्ति के पास जितना धन होगा, वह उतना गुणी कहलाएगा. इसलिए आज के युग में धन का विशेष महत्व है. लेकिन इतना ध्यान रखना होगा कि लक्ष्मी जी (Maa Laxmi) उसी पर शोभा देती हैं जिसे मां सरस्वती (Maa Saraswati) का भी आर्शीवाद प्राप्त हो. इसलिए लक्ष्मी जी (Maa Laxmi) के साथ साथ मां सरस्वती (Maa Saraswati) का भी आर्शीवाद लेना चाहिए

घर में सुख-शांति और समृधि बनाए रखने के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि घर में मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने से मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) प्रसन्न होती है और जातक के घरों में धन की वर्षा करती है. इससे घर में धन की कभी कमी नहीं होती है. हालांकि कभी –कभी घर में बहुत पूजा-अर्चना करने के बाद भी घर में बरकत नहीं होती है. अगर आप भी चाहते हैं कि मां लक्ष्मी की कृपा से आपके घर में आर्थिक परेशानी कभी न हो तो शुक्रवार को इस विधि से मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) की पूजा करें.

इस पूजन विधि से करें मां लक्ष्मी की पूजा तो होगी घर में बरकत

अगर आपके हाथों में पैसा नहीं रुकता है बहुत अधिक खर्च होता है तो आप पूजा स्थल पर मां लक्ष्मी (Maa Laxmi) की ऐसी तस्वीर लगाएं जिसमें मां लक्ष्मी खड़ी हों और उनके हाथों से धन गिर रहा हो. मां की तस्वीर के सामने घी का दीपक जरूर जलाएं. मां लक्ष्मी को इत्र चढ़ाएं. उसी इत्र का नियमित उपयोग करें.

अगर आपके हाथों से बेवजह धन खर्च हो रहा है. तो मां के चरणों में प्रतिदिन 1 रूपये का सिक्का अर्पित करें और महीने के अंत में इसे इकट्ठा करके किसी सौभाग्यशाली स्त्री को दान करें.

अगर आपको अक्सर धन की परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो आप निम्नलिखित गलतियों में सुधार करें.

1. जिन घरों में पूजा का दीपक फूंक मारकर बुझाया जाता है उस घरों में मां लक्ष्मी नहीं रूकती हैं.

2. टूटी हुई कंघी से बाल संवारना घर में धन के लिए अपशगुन माना जाता है.

3. यदि आप रात में बिना पैर धोये या गीले पैर ही सो जाते हैं तो यह धन के लिए अपशगुन है. ऐसा कतई न करे.

4. अगर आपके घर में रात के जूठे बर्तनों का ढेर लगा रहता है और उसे सुबह साफ़ किया जाता है तो ऐसे घर में लक्ष्मी नहीं ठहरती है. इस आदत में सुधर करें.

5. अगर आपको नाखून चबाने या दांतों से काटने की आदत है तो यह भी धन के लिए अच्छा नहीं है. ऐसी आदत को बदलें.

6. जिन घरों में सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाया जाता है वहां लक्ष्मी नहीं ठहरती है.

7. जिन घरों में नियमित शंखनाद नहीं होता है और देवी देवताओं को गाली दी जाती है. वहां भी लक्ष्मी का वास नहीं होता है.

8. जिन घरों में पितृपक्ष में पितरों का श्राद्ध नहीं किया जाता है वहां लक्ष्मी नहीं रुकती.

इन बातों को विशेष रूप से याद रखना चाहिए

धन का प्रयोग अच्छे कार्यों के लिए करें


धन की देवी लक्ष्मी (Maa Laxmi) उसी को अपना आर्शीवाद प्रदान करती हैं जो धन का प्रयोग मानव कल्याण के लिए करता है. लक्ष्मी जी उस व्यक्ति का साथ बहुत जल्दी छोड़ देती हैं जो धन का प्रयोग दूसरों को नुकसान पहुचाने के लिए करते हैं.

अहंकारी मनुष्य को लक्ष्मी जी पसंद नहीं करती हैं


लक्ष्मी जी अहंकारी व्यक्ति को पसंद नहीं करती हैं. रावण ज्ञानी और शक्तिशाली था, लेकिन अहंकारी था. इसलिए रावण की सोने की लंका भी नष्ट हो गई. समझदार व्यक्ति को अहंकार से दूर रहना चाहिए.

नकारात्मक विचारों से दूर रहें


लक्ष्मी जी (Maa Laxmi) का आर्शीवाद उस व्यक्ति को अवश्य मिलता है जिसके विचार शुद्ध और सकारात्मक होते हैं. उस व्यक्ति से लक्ष्मी जी दूरी बना लेती हैं जिसके विचार नकारात्मक होते हैं.

PM Modi: MSP खत्म हो जाने की बात झूठ, विपक्ष बहा रहा झूठे आंसू।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मध्य प्रदेश के किसानों के साथ संवाद करते हुए फिर कहा कि एमएसपी (MSP) कभी खत्म नहीं होगी। अगर हमें MSP हटानी ही होती तो स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू ही क्यों करते? स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने का काम हमारी ही सरकार ने किया। प्रधानमंत्री ने नए कृषि कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) खत्म होने का दावा करने वालों को भी घेरा. उन्होंने बताया कि कृषि कानून रातोंरात नहीं लाए गए. कृषि कानूनों की आशंकाओं को खारिज करते हुए उसके फायदों और बारीकियों को उन्होंने एक-एक कर गिनाया. 

पीएम ने विपक्ष पर जमकर साधा निशाना

मध्य प्रदेश के रायसेन में किसानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि नए कृषि कानूनों (Farm Laws) से फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) खत्म होने की बात करना अब तक का सबसे बड़ा झूठ है. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि कानूनों (Farm Laws) को किसी भी जल्दबाजी में नहीं लाया गया. कृषि समूहों, विशेषज्ञों, सरकारी प्रतिनिधियों के बीच पिछले 20-22 साल से इस मुद्दे पर चर्चा और बहस होती रही है. अर्थशास्त्री, वैज्ञानिक और प्रगतिशील किसानों ने ऐसे सुधारों का समर्थन किया है.

पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वो किसानों के मुद्दे पर झूठे आंसू बहा रहे हैं। अचानक भ्रम और झूठ का जाल बिछाकर अपनी राजनीतिक जमीन जोतने के खेल खेले जा रहे हैं। किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर वार किए जा रहे हैं। 

पीएम बोले- किसानों को भ्रमित करना छोड़ दीजिए

पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि मुझे लगता है कि उनको पीड़ा इस बात से नहीं है कि कृषि कानूनों में सुधार क्यों हुआ। उनको तकलीफ इस बात से है कि जो काम हम कहते थे लेकिन कर नहीं पाते थे, वो मोदी ने कैसे किया, मोदी ने क्यों किया। मैं सभी राजनीतिक दलों को कहना चाहता हूं कि आप अपना क्रेडिट अपने पास रखिए। मुझे क्रेडिट नहीं चाहिए। मुझे किसान के जीवन में आसानी चाहिए, समृद्धि चाहिए, किसानी में आधुनिकता चाहिए। कृपा करके किसानों को बरगलाना, उन्हें भ्रमित करना छोड़ दीजिए। सचमुच में तो देश के किसानों को उन लोगों से जवाब मांगना चाहिए जो पहले अपने घोषणापत्रों में इन सुधारों की बात लिखते रहे, किसानों के वोट बटोरते रहे, लेकिन किया कुछ नहीं। सिर्फ इन मांगों को टालते रहे और देश का किसान, इंतजार ही करता रहा।

हमारी सरकार ने पीएम-किसान योजना शुरू की

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने जो पीएम-किसान योजना शुरू की है, उसमें हर साल किसानों को लगभग 75 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे। यानि 10 साल में लगभग साढ़े 7 लाख करोड़ रुपये। किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर। कोई लीकेज नहीं, किसी को कोई कमीशन नहीं। अगर पुरानी सरकारों को चिंता होती तो देश में 100 के करीब बड़े सिंचाई प्रोजेक्ट दशकों तक नहीं लटकते। सोचिए, बांध बनना शुरू हुआ तो पच्चीसों साल तक बन ही रहा है। बांध बन गया तो नहरें नहीं बनी, नहरें बन गई तो नहरों को आपस में जोड़ा नहीं गया।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि अब हमारी सरकार हजारों करोड़ रुपए खर्च करके इन सिंचाई परियोजनाओं को मिशन मोड में पूरा करने में जुटी है। हम हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं। किसानों की लागत कम हो, इसके लिए भी सरकार ने निरंतर प्रयास किए हैं। किसानों को सोलर पंप बहुत ही कम कीमत पर देने के लिए देशभर में बहुत बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। हम अपने अन्नदाताओं को ऊर्जादाता बनाने पर भी काम कर रहे हैं।

सरकार का जोर कि अनाज की खरीदारी MSP पर की जाए

पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकार के में धान पर MSP थी 1310 रुपये प्रति क्विंटल। हमारी सरकार प्रति क्विंटल धान पर करीब 1,870 रुपये MSP दे रही है। पिछली सरकार में ज्वार पर MSP थी 1,520 रुपये प्रति क्विंटल। हमारी सरकार ज्वार पर प्रति क्विंटल 2,640 रुपये MSP दे रही है। पिछली सरकार के समय मसूर की दाल पर MSP थी 2,950 रुपये प्रति क्विंटल। हमारी सरकार प्रति क्विंटल मसूर दाल पर 5,100 रुपये MSP दे रही है। ये इस बात का सबूत है कि हमारी सरकार MSP समय-समय पर बढ़ाने को कितनी तवज्जो देती है, कितनी गंभीरता से लेती है। MSP बढ़ाने के साथ ही सरकार का जोर इस बात पर भी रहा है कि ज्यादा से ज्यादा अनाज की खरीदारी MSP पर की जाए।

Bihar: भैंस चुराने के शक में एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या, छह गिरफ्तार

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Bihar:  पटना (Patna) में 32 साल के एक शख्स की बुधवार को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. राजधानी पटना के पास हुई इस घटना में मृतक पर भैंस चुराने की कोशिश करने का शक था. पुलिस ने बताया है कि इस घटना में लिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने कहा कि शिकायत में दिए गए सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

घटना बिहार (Bihar) के पटना (Patna) के फुलवारीशरीफ के पास बुधवार सुबह की है. पीड़ित मुहम्मद आलमगीर को तड़के सुबह 3 बजे एक गौशाला से एक भैंस को खोलते हुए देखा गया था, जिसके बाद उसकी पिटाई कर दी गई थी. आलमगीर के साथ मौके पर एक अन्य शख्स भी था, जो मौके से भागने में कामयाब हो गया.

आलमगीर को पकड़ने के बाद उसकी घंटों तक पिटाई हुई थी, जिसके बाद बुधवार दोपहर में उसकी मौत हो गई.

2017 में, गौरक्षा समूहों की ओर से बढ़े हमलों के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन घटनाओं का जिक्र किया था और कहा था कि गायों के प्रति समर्पण के लिए दूसरों की हत्या मंजूर नहीं है.

हिंदू धर्म में गायों को पवित्र माना गया है और उनकी बलि या भक्षण भारत के अधिकतर हिस्सों में गैरकानूनी है. कई गौरक्षक समूह खुद कानूनों को लागू करने के लिए सक्रियता दिखाते हैं, अकसर बहुत ही हिंसात्मक तरीके से. गौरक्षा को लेकर भीड़ की पिटाई या फिर मॉब लिंचिंग की घटनाओं में पीड़ित मुस्लिम रहे हैं.

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Cold Waves: शीतलहर की चपेट में दिल्ली, बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई सर्दी

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नई दिल्ली.  देश के उत्तरी क्षेत्र में गुरुवार को प्रचंड शीत लहर (Cold Waves) जारी रही जहां ठंड लगातार बढ़ रही है. दिल्ली में इस मौसम का सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में बीते 24 घंटे में 18 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली जिसके चलते तापमान में और गिरावट दर्ज की गई. माना जा रहा है कि शुक्रवार को भी स्थितियां ऐसी ही रहेंगी. हालांकि शनिवार को हवा की रफ्तार कम होने के आसार हैं लेकिन ठंड इसी तरह जारी रह सकती है.

राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार ‘ठंडा दिन’ रहा जहां अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है. ‘ठंडा दिन’ उसे कहते हैं जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस कम होता है. गिरते तापमान के साथ दिल्ली ने गुरुवार को ठंड के 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. बता दें साल 2011 में 17 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस था.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक शहर के आंकड़े मुहैया कराने वाली सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. वहीं पालम स्टेशन ने न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. क्योंकि पश्चिमी हिमालय से उठीं बर्फीली हवाएं (Cold Waves) लगातार दिल्ली में चल रही हैं. आयानगर और रिज मौसम स्टेशनों में न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.8 डिग्री सेल्सियस और 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक़ पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालय में भारी बर्फबारी हुई और अब शीत लहर (Cold Waves) के मैदानी इलाकों की ओर बढ़ने की वजह से तापमान में गिरावट आ रही है.

IMD मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर (Cold Waves) की घोषणा तब करता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे हो और लगातार दो दिन तक सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो. उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे छोटे इलाके के लिए शीतलहर की घोषण तब भी की जा सकती है जब उक्त स्थितियां एक दिन के लिए भी बन जाएं. शहर की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।

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दिसंबर में Diesel की बिक्री गिरी, ट्रांसपोर्ट और कृषि सेक्टर में धीमी रफ्तार के संकेत

New Delhi: दिसंबर (2020) के पहले पखवाडे़ में डीजल (Diesel) की बिक्री में, पिछले साल की समान अवधि में 5.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. हालांकि इस दौरान पेट्रोल  (Petrol) की बिक्री में 9.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई. डीजल (Diesel) की बिक्री में नवंबर के पहले पखवाड़े की तुलना में दिसंबर के पहले पखवाड़े में 3.4 फीसदी की गिरावट आई. जबकि इस अवधि में पेट्रोल (Petrol) की बिक्री 1.6 फीसदी बढ़ गई . इंटरनेशनल ट्रैवल में प्रतिबंध की वजह से जेट फ्यूल की बिक्री में 47 फीसदी गिरावट दर्ज की गई.

कॉमर्शियल वाहनों से ढुलाई में कमी का असर 

डीजल (Diesel) की खपत में कमी कॉमर्शियल ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्री और फार्म सेक्टर में घटती आर्थिक गतिविधियों का संकेत देती हैं. रिफाइंड पेट्रोलियम प्रोडक्ट में डीजल (Diesel) की हिस्सेदारी 40 फीसदी है. मार्च में लॉकडाउन लगने के बाद अक्टूबर को छोड़ कर अब तक हर महीने डीजल (Diesel) की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है. दरअसल फेस्टिवल सीजन में कंज्यूमर गुड्स की स्टॉकिंग के लिए अक्टूबर में माल ढुलाई बढ़ गई थी. लिहाजा कॉमर्शियल वाहनों से माल ढोने में रफ्तार आने की वजह से डीजल (Diesel) की खपत और बिक्री में भी इजाफा हुआ. दिवाली के बाद उपभोक्ता सामानों की मांग में कमी होने की वजह से माल ढुलाई कम हो गई है. इस वजह से भी डीजल की बिक्री में कमी आई है.

निजी वाहनों की बिक्री से पेट्रोल की बिक्री में इजाफा 

नवंबर में निर्यात में कमी आई है. इसका भी असर डीजल (Diesel) की बिक्री पर पड़ा है. इसके उलट पेट्रोल (Petrol) की बिक्री में रिकवरी ज्यादा तेज हुई है. चूंकि लोगों ने कोरोनावायरस (Corona Virus) की वजह से सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करना कम किया है और निजी वाहनों की खरीदारी बढ़ी है इसलिए भी पेट्रोल (Petrol) की बिक्री में इजाफा दर्ज हुआ है.

फ्रांस के राष्ट्रपति Emmanuel Macron Corona पॉजिटिव, खुद को किया क्वारंटाइन

France: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल (Emmanuel Macron) मैक्रों कोविड-19 पॉजिटिव (Corona Positive) पाए गए हैं. वहां के प्रसिडेंशियल पैलेस, जिसे एलईसी के नाम से जाना जाता है, उसने एक बयान जारी कर गुरुवार को यह बताया. राष्ट्रपति आवास ‘एलईसी पैलेस’ ने गुरुवार को बताया कि जैसे ही राष्ट्रपति को लक्षण दिखे, उन्होंने फौरन जांच कराई. संक्षिप्त बयान में यह नहीं बताया गया है कि मैक्रों (Emmanuel Macron) में कैसे लक्षण दिखे थे.

बयान में यह कहा गया है कि 42 वर्षीय मैक्रों (Emmanuel Macron) सात दिनों के लिए खुद को अलग कर लेंगे और काम जारी रखेंगे. गौरतलब है कि फ्रांस में कोरोना संक्रमण (Corona) के अब तक 24 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जबकि यहां पर 59 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के बाद संक्रमित दुनिया के बड़े नेताओं में इमैनुअल मैक्रों (Emmanuel Macron) का ताजा नाम आया है.

1 करोड़ 73 लाख से ज्यादा कोरोना के मामलों के साथ अमेरिका दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमितों देशों की सूची में पहले स्थान पर है, और 3 लाख 14 हजार से ज्यादा लोगों की वहां पर मौत हो चुकी है. भारत में कोरोना संक्रमण के अब तक 99 लाख 51 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं जबकि 1 लाख 44 हजार से ज्यादा की जान जा चुकी है.

1 जनवरी से पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम में नहीं चलेगा WhatsApp, चेक करें लिस्ट।

New Delhi: नया साल आने वाला है. नया साल आते ही WhatsApp पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए अपना सपोर्ट बंद कर देता है और इस बार भी कंपनी ने उन स्मार्टफोन्स (Smart Phone) की लिस्ट जारी कर दी है जिनमें एक जनवरी से WhatsApp काम करना बंद कर देगा. iOS 9 और एंड्रॉयड (Android) 4.0.3 ऑपरेटिंग सिस्टम से नीचे वाले स्मार्टफोन्स (Smart Phone) पर WhatsApp काम नहीं करेगा.

कंपनी के मुताबिक WhatsApp के सारे फीचर्स यूज करने के लिए iPhone यूजर्स को iOS 9 या उससे ऊपर और एंड्रॉयड यूजर्स को 4.0.3 या उससे ऊपर का वर्जन यूज करना होगा. आपको बताते हैं कि एक जनवरी से WhatsApp किन-किन स्मार्टफोन (Smart Phone) में काम करना बंद कर देगा.

iPhones के इन मॉडल्स में नहीं चलेगा WhatsApp


ऐपल (Apple) के iPhone 4, iPhone 4S, iPhone 5, iPhone 5S, iPhone 6, और iPhone 6S को ऑपरेटिंग सिस्टम iOS 9 से अपडेट करना होगा, अगर ऐसा नहीं किया तो इन स्मार्टफोन्स में WhatsApp नहीं चलेगा. हालांकि iPhone 6S, 6 Plus, और iPhone SE को iOS 14 से अपडेट किया जा सकता है.

इन Android फोन में भी बंद हो जाएगा WhatsApp


वहीं ऐसे एंड्रॉयड स्मार्टफोन (Smart Phone) जो Android 4.0.3 पर नहीं काम करते हैं, उनमें भी WhatsApp नहीं चलेगा. इन स्मार्टफोन्स (Smart Phone) में HTC Desire, LG Optimus Black, Motorola Droid Razr, Samsung Galaxy S2 जैसे मॉडल्स को शामिल किया गया है. लेकिन कई यूजर्स ये जानते ही नहीं हैं कि उनका फोन किस ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है. तो इसको पता करने का तरीका भी हम आपको बता रहे हैं.

iPhone और Android यूजर्स ऐसे करें पता


सबसे पहले सेटिंग में जाएं. इसके बाद General पर टैप करें. अब आप जैसे ही Information पर टैप करेंगे आपको ऑपरेटिंग सिस्टम की डिटेल्स मिल जाएगी. वहीं अगर आप Android यूजर्स हैं तो सबसे पहले Settings में जाएं. अब About Phone में जाकर फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में पता लगा सकते हैं.

Suvendu Adhikari ने तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी दिया इस्तीफा, TMC से पूरी तरह नाता तोड़ा।

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Kolkata: कभी ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के सबसे करीबी नेताओं में शुमार रहे सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने अब तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। एक दिन पहले ही उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। सुवेंदु पिछले महीने अचानक सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने पश्चिम बंगाल कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं।

पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी (TMC) चेयरपर्सन ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) को पत्र लिखकर इस्तीफा सौंपते हुए सुवेंदु ने लिखा, ‘मैं तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही पार्टी और इसके संगठनों के सभी पदों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा सौंपता हूं।’ सुवेंदु पूर्व में ममता बनर्जी सरकार के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर भी रहे थे और उन्होंने हाल ही में अपना मंत्री पद छोड़ा था।

पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने सुवेंदु (Suvendu Adhikari) का इस्तीफा मिलने की पुष्टि करते हुए कहा, ‘मुझे सचिवालय से सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) का इस्तीफा मिल गया है। मैं इसके निरीक्षण के बाद डिटेल ऑर्डर जारी करूंगा। तब तक यह कहना गलत होगा कि इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है या फिर खारिज कर दिया गया है।’

ममता से क्यों नाराज हैं सुवेंदु?

सुवेंदु अधिकारी ममता कैबिनेट में नंबर दो के मंत्री कहे जाते थे लेकिन पिछले कुछ समय से जैसे-जैसे ममता के भतीजे अभिषेक का राजनीति में उदय होने लगा, सुवेंदु का कद घटने लगा। शुभेंदु इसी बात से नाराज थे। हालांकि खबर है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी के लिए रणनीति तैयार कर रहे प्रशांत किशोर और उनकी एजेंसी की दखलअंदाजी सुवेंदु को रास नहीं आ रही।

बीजेपी में शामिल होने की अटकलें

सुवेंदु का परिवार भी बंगाल की राजनीति में अच्छा खासा दखल रखता है। उनके भाई और पिता राजनीति में हैं और सांसद हैं। दक्षिण बंगाल के इलाकों में इनका काफी प्रभाव है। इस बात की अटकलें हैं कि सुवेंदु इस हफ्ते अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।

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