New Delhi: किसानों ने ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के दौरान दिल्ली में जमकर हंगामा किया. कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारी किसान अपने नेताओं की बात भी नहीं सुन रहे हैं और बेकाबू हो गए हैं. हालांकि, किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का दावा है कि प्रदर्शन पर अब भी किसान नेताओं का नियंत्रण है. उन्होेंने कहा कि गड़बड़ी फैलाने की कोशिश करने वाली की पहचान है. राजनीतिक दलों के लोग हैं, जो आंदोलन (Farmers Protest) को खराब करने की कोशिश में जुटे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) ने जब राकेश टिकैत से पूछा कि आरोप लग रहे हैं कि प्रदर्शन किसान नेताओं के हाथ से निकल चुका है, तो उन्होंने कहा कि हम सब शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे हैं. जो लोग अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, वे चिह्नित हैं. ये राजनीतिक पार्टियों के लोग हैं, जो आंदोलन को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
Mumbai: दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) का देश के दूसरे हिस्सों में भी असर देखने मिला. मुंबई के आज़ाद मैदान में किसान जहां पिछले 3 दिनों से कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे हैं, तो वहीं बेंगलुरु में भी बाइक और ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकाली गई.
बेंगलुरु में भी निकाली गई ट्रैक्टर और बाइक रैली
गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर मुंबई के आज़ाद मैदान में किसानों ने कृषि कानून (Farm Laws) का विरोध किया. पिछले तीन दिनों से हज़ारों की संख्या में महाराष्ट्र के किसान मुंबई में मौजूद हैं. मंगलवार को किसानों ने यहीँ पर झंडा फहराकर अपना आंदोलन (Farmers Protest) खत्म किया. इस मौके पर महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर नाना पटोले भी मौजूद रहे, जिन्होंने यह ऐलान किया कि कृषि कानून (Farm Laws) को महाराष्ट्र में लागू नहीं किया जाएगा. तो वहीं किसान नेता अजित नवले ने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर महाराष्ट्र के किसान दिल्ली जाएंगे.
नाना पटोले ने कहा, ‘कृषि कानूनों को महाराष्ट्र में लागू नहीं किया जाए, इसलिए एक कमीटी बनाई गई है, हम किसानों के साथ हैं.’ वहीं ऑल इंडिया किसान सभा के जनरल सेक्रेटरी अजित नवले ने कहा, ‘1 फरवरी को संसद के घेराव करने की बात दिल्ली में चल रही है. अगर इसका निर्णय होता है, तो महाराष्ट्र के हज़ारों किसान भी इसमें शामिल होंगे, महाराष्ट्र पीछे नहीं रहेगा.’
उधर खुद को किसान नेता कहने वाले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा किसानों को नाराज़ नही करना चाहते थे. ऐसे में बेंगलुरु में अधिकारियों ने उनकी मदद की. बीच का रास्ता निकाला गया. सीमित संख्या में ट्रैक्टर और बाइक रैली निकालने की इजाज़त दी गई. किसानों के साथ कुछ राजनीतिक पार्टियां और दलित संगठन भी साथ हो लिए. अंग्रेज़ों के ज़माने की जेल जिसे अब फ्रीडम पार्क के नाम से जाना जाता है, वहां रैली ख़त्म हुई.
मुंबई और बेंगलुरु में जहां रैली को शांतिपूर्ण तरीके से खत्म कर दिया गया, तो वहीं किसानों का कहना है कि उनका आंदोलन (Farmers Protest) जारी रहेगा, क्योंकि किसानों ने अपनी मांगों को ज़रूर रखा है, लेकिन अबतक उन्हें कहीं भी राहत नहीं मिली है.
Mumbai: किसान महासभा के नेतृत्व में मुंबई के आजाद मैदान (Azad Maidan) में हो रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) में किसान नेता अशोक ढवले ने केंद्र सरकार (Modi Government) को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अडानी (Adani) और अंबानी (Ambani) को फायदा पहुंचाने के लिए यह तीन काले कानून (Farm Laws) लेकर आई है। लेकिन देश का किसान ऐसा होने नहीं देगा। उन्होंने महाराष्ट्र (Maharashtra) और देश के सभी किसानों से यह अपील की है कि वे अंबानी और अडानी की कंपनियों द्वारा बनाए गए सभी उत्पादों का बहिष्कार करें। ताकि उन्हें किसान एकता का पता चल सके। और सरकार यह तीनों किसान विरोधी कानून रद्द करने पर मजबूर हो जाए।
पुलिस (Mumbai police) के साथ मुंबई के मेट्रो सिनेमा (Metro Cinema) के पास एक घंटे से ज्यादा चली नोकझोंक के बाद किसान नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) को दिया जाने वाला ज्ञापन महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi Government) नेताओं की मौजूदगी में फाड़ दिया है। किसान नेताओं का कहना है कि वह अब राज्यपाल से मिलने नहीं जाएंगे। सब कुछ जानते हुए भी कोश्यारी गोवा मजा करने चले गए हैं अब सीधे राष्ट्रपति (President) को ज्ञापन दिया जाएगा।
किसान नेता अशोक ढवले इतने गुस्से में थे कि उन्होंने कहा कि कोश्यारी तुम्हारी होशियारी नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने महाराष्ट्र के किसानों का अपमान किया है। जब उन्हें पता था कि महाराष्ट्र के दूर-दराज के इलाकों से किसान पैदल चलकर मुंबई आ रहे हैं और उन्होंने खुद मिलने के लिए समय दिया था। ऐसे में वे गोवा क्यों चले गए।
किसानों के इस महा आंदोलन (Farmers Protest) में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) ने भी शिरकत की उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को ऐसा राज्यपाल कभी नहीं मिला है। जिसके पास कंगना से मिलने का वक्त है लेकिन किसानों से मिलने के लिए वक्त नहीं है। केंद्र सरकार ने यह कानून (Farm Laws) बनाकर डॉ. बाबा साहब आंबेडकर का भी अपमान किया है। संसद की प्रतिष्ठा का ख्याल ना रखते हुए इसे लाया गया है। अब किसानों का कहना है कि सरकार कानून वापस ले या ना ले लेकिन किसान इस सरकार और कानून दोनों को उखाड़ फेंकेगी। जिसकी शुरुआत हो चुकी है।
New Delhi: तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन आज लगातार 61वें दिन जारी है. इस बीच किसान संगठन गणतंत्र दिवस के मौके पर कल ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकालेंगे. इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है.
इसके बाद किसान संगठनों ने आगे की योजना के बारे में भी बताया है. किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि एक फरवरी को दिल्ली में अलग-अलग जगहों से हमलोग संसद तक पैदल मार्च करेंगे. बता दें कि एक फरवरी को ही केंद्र सरकार आम बजट पेश करेगी.
किसान संगठनों ने साफ-साफ कहा है कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस नहीं लेगी हम आंदोलन (Farmers Protest) जारी रखेंगे. सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने कहा कि 26 जनवरी को सुबह 8 बजे परेड शुरू होगी जब तक आख़िरी ट्रैक्टर वापस नहीं आ जाता है तब तक परेड चलता रहेगा. भले इसमें दो दिन लग जाएं.
नेताओं ने कहा कि ट्रैक्टर पर कोई लिमिट नहीं होगी. जितने ट्रैक्टर आए हैं सब परेड में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि आंदोलन (Farmers Protest) पूरे देश में फैल चुका है अब सरकार के पास कोई चारा नहीं बचा है. आंदोलन तब तक चलेगा जब तक कृषि क़ानून (Farm Laws) वापस नहीं होते.
वहीं सरकार का कहना है कि हम कानून में बदलाव के लिए तैयार हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि हम कानूनों में परिवर्तन तक करने को तैयार हैं. इसके मायने यह नहीं लगाने चाहिए कि कानून में कोई खराबी है. लेकिन अगर परिवर्तन से बात बन सकती है और गतिरोध टूट सकता है. एक अच्छा माहौल हो सकता है तो सरकार को इसमें कोई अहम या ईगो नहीं है.
Rajasthan: राजस्थान के दौसा में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे हर कोई हैरान है। दरअसल, यहां एक ही परिवार की चार महिलाओं से दुष्कर्म (Rape) का मामला सामने आया है। इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने का आरोप एक ही शख्स पर है। उसके खिलाफ महज तीन दिन में चार केस दर्ज हुए हैं। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, दौसा के सूर्य मंदिर के पीछे रहने वाली चार महिलाओं ने दुष्कर्म (Rape) होने की जानकारी दी है। ये चारों महिलाएं एक ही परिवार से ताल्लुक रखती हैं। इनमें तीन सगी बहनें और एक बेटी शामिल हैं।
Bihar: राजधानी पटना (Patna) में एक युवक का शव मुखिया के दफ्तर से मिला है. गोपालपुर थाना क्षेत्र के संपतचक बैरिया स्थित बैरिया पंचायत के मुखिया रामनाथ यादव के कार्यालय से युवक का शव बरामद होने से आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गयी. स्थानीय लोगों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दिए जाने के बाद पुलिस (Patna Police) मौके पर पहुंची और पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. मृतक की पहचान संपतचक बैरिया निवासी अनिल पंडित के 23 वर्षीय पुत्र रवि कांत कुमार के रूप में की गई है.
रविकांत की गला रेतकर और ईट पत्थर से कुचलकर कर हत्या (Murder) की गई है. घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतर कर पटना-मसौढ़ी मार्ग को जाम कर दिया है. सड़क जाम हंगामे की सूचना मिलते ही विभिन्न थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर आक्रोशितो को समझाने बुझाने में जुटी है. स्थानीय पुलिस द्वारा पूरे मामले से एफएसएल (FSL) की टीम को अवगत कराए जाने के बाद एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच कर पूरे मामले की छानबीन में जुटी है.
मृतक के परिजनों ने बैरिया पंचायत के मुखिया रामनाथ यादव और उसके सहयोगी सनी कुमार पर हत्या (Murder) किए जाने का आरोप लगाया है. घटना के बाद से आरोपी मुखिया और उसका सहयोगी फरार बताया जाता है. पुलिस ने इस मामले में मुखिया के एक अन्य सहयोगी विपिन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है जिससे कड़ी पूछताछ चल रही है.
बताया जाता है कि मृतक रविकांत कुमार पिछले एक वर्ष से रामनाथ मुखिया के यहां स्टाफ के रूप में काम कर रहा था. पिछले महीने मुखिया द्वारा उसे काम से हटा दिया गया था. घटना के संबंध में पूछे जाने पर मृतक की मां सुधा देवी और उसके भाई सनी कुमार ने मुखिया और उसके सहयोगी सनी कुमार पर हत्या (Murder) किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.
परिजनों ने बताया कि मुखिया के सहयोगी सनी कुमार द्वारा रविकांत का मोबाइल छीन लिया गया था, जिसे वापस दिए जाने की बात कह कर उसे कल कार्यालय बुलाया गया था. देर रात रविकांत मुखिया के कार्यालय पहुंचा और उसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा. सोमवार की सुबह कार्यालय से उसका शव बरामद किया गया. हत्या (Murder) का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है.
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक रविकांत का मुखिया की बेटी के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि प्रेम-प्रसंग को लेकर ही रविकांत की हत्या (Murder) की गई है.
मौके पर मौजूद संपतचक प्रखंड के अंचलाधिकारी मुकुल झा ने हत्या (Murder) की पुष्टि करते हुए पुलिस अधिकारियों द्वारा पूरे मामले की जांच किए जाने की बात दोहराई है. घटना को लेकर ग्रामीणों में खास आक्रोश व्याप्त है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहन छानबीन में जुटी है.
New Delhi: केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने को कहा है. केंद्र ने इस बाबत सभी राज्यों औऱ केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है. देश में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) कार्यक्रम चल रहा है, लेकिन यह लक्ष्य के अनुरूप अपेक्षित गति नहीं पकड़ पा रहा है. भारत में अब तक 16 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका (Corona Vaccination) लग चुका है.
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पिछले हफ्ते राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को इस बाबत पत्र लिखा है. इसमें राज्यों को बताया गया है कि आपदा प्रबंधन कानून और आईपीसी की धाराओं के तहत ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जा सकती है. गृह सचिव ने कहा है कि अफवाह और झूठी खबरों पर रोक के लिए ऐसे लोगों पर कार्रवाई जरूरी है. इसके साथ ही वास्तविक तथ्यों के आधार पर विश्वसनीय सूचनाओं के प्रसार की सलाह भी राज्यों को दी गई है. कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination को लेकर अफवाह फैलाने वाले संगठनों औऱ किसी व्यक्ति पर कानूनी प्रावधानों के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है.
गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीनेशन के बाद कुछ लोगों की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें चलाई जा रही हैं. जबकि इन मौतों का टीकाकरण से कोई संबंध नहीं पाया गया है. इन अफवाहों में लोगों से वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) न कराने और इससे जानलेवा खतरे जैसी बातें हैं. केंद्र सरकार की एजेंसियां ऐसी अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह लोगों को दे चुकी हैं. कई जगहों पर जागरूकता कार्यक्रम भी टीकाकरण को प्रोत्साहन के लिए चलाए जा रहे हैं.
करीब चार महीने पहले वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर और सैनिकों की तैनाती के अपने प्रस्ताव का चीन (China) ने ही उल्लंघन किया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में अपनी स्थिति मजबूत की है और चुपके से अपने सैनिकों की संख्या भी बढ़ा दी है। चीन (China) ने प्रस्ताव दिया था कि दोनों देश अब अपने सैनिक नहीं बढ़ाएंगे।
(File Photo)
चीन चोरी-छिपे अपनी सेना बढ़ा रहा है
सितंबर में दोनों पक्षों की ओर से बयान जारी किया गया था जिसे सकारात्मक कदम माना जा रहा था। इस दौरान दोनों ने ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाने का वादा किया था जिससे स्थिति और जटिल हो जाए। सेना के सूत्रों के मुताबिक चार महीने बाद चीन(China) ने इसका उल्लंघन किया है। इंडिया टुडे ने दावा किया है कि चीन चोरी-छिपे लद्दाख के देपसांग में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है और दौलत बेग ओल्डी के पास नई जगहों पर तैनाती कर रहा है।
चीन (China) की हरकतों को देखते हुए भारत भी पहले से अपनी मजबूती के लिए कदम उठाने को मजूबर है। अभी सीमा के दोनों तरफ करीब 50-50 हजार सैनिक तैनात हैं और ये कोशिश की जा रही है कि कोई अनहोनी ना हो। भारत ने हाल ही में दो चीनी सैनिकों को सीमा के पार पहुंचाया है, जो रास्ता भटक कर सीमा लांघ गए थे। मई में तनाव शुरू होने के बाद चीनी सेना एलएसी (LAC) से करीब 8 किलोमीटर अंदर तक आ गई थी और पूर्वी लद्दाख में कई जगह तंबू लगा लिए थे।
भारत की ओर से विरोध के बावजूद चीनी सेना (China Army) पीछे नहीं हटी और दोनों ही देशों की सेनाओं ने अतिरिक्त सैन्य बल सीमा पर तैनात कर दिया। साथ ही टैंक, आर्टिलरी और हवाई हमला करने की भी पूरी तैयारी सीमा पर होने लगी। पिछले साल अगस्त में भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना को चौंका दिया था, जब पैंगोंग त्सो के दक्षिणी किनारे पर कब्जा कर लिया था। भारतीय सैनिक गुरुंग हिल, मगर हिल, मुखपरी, रेचिन ला और रेजैंग ला में भी अपना दबदबा कायम करने में सफल रहे।
1 अप्रैल से देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक या पीएनबी (PNB) बैंक कुछ नियमों में बदलाव करने जा रहा है. जानकारी के मुताबिक पीएनबी (PNB) एक अप्रैल से अपने ग्राहकों के पुराने आईएफएफसी और एमआईसीआर कोड (IFSC/MICR Code) को बदल रहा है. इसका मतलब यह है कि 31 मार्च के बाद से ये कोड काम करना बंद कर देंगे. ऐसे में पीएनबी (PNB) ग्राहकों को यदि पैसा ट्रांसफर करना है तो उसके लिए बैंक से नया कोड लेना होगा.
इस बात की जानकारी पीएनबी बैंक ने अपने ग्राहकों को सोशल मीडिया के जरिए दी है. बैंक (PNB) ने कहा है कि ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की पुरानी चेकबुक और IFSC/MICR Code सिर्फ 31 मार्च तक ही काम करेंगे. इसके बाद ग्राहकों को बैंक से नया कोड और चेकबुक इश्यू करवाना होगा. ग्राहक ज्यादा जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 18001802222/ 18001032222 पर फोन कर सकते हैं.
इसके साथ ही 1 फरवरी से पीएनबी (PNB) ग्राहक गैर ईएमवी एटीएम मशीनों से पैसे नहीं निकाल पाएंगे. दरअसल बढ़ते धोखाधड़ी के मामलों को देखते हुए पीएनबी (PNB) बैंक द्वारा ये कदम उठाया गया है. नॉन ईएमवी एटीएम या गैर ईएमवी एटीएम वे होते हैं जिनमें एटीएम (ATM) या डेबिट कार्ड (Debit Card) का यूज लेनदेन के समय किया जाता है. इसमें बस शुरुआत में एक कार्ड को एक बार स्वैप किया जाता है. इन मशीनों में कार्ड को मैग्नेटिक पट्टी के जरिए पढ़ा जाता है. वहीं ईएमवी (EMV) मशीन में कार्ड कुछ सेकेंड के लिए अंदर चला जाता है.
Alwar-Rajasthan: राजस्थान के अलवर (Alwar) जिले में बदमाशों के हौंसले दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। लिहाजा यहां लूट के मामले लगातार इजाफा हो रहा है। अभी 24 घंटे ही नहीं बीते कि अब एक और एटीएम (ATM) लूट की वारदात सामने आई है। अब जिले के नीमराणा थाना क्षेत्र के मोहलड़िया गांव में निजी कंपनी का स्टेट एटीएम (ATM) को देर रात बदमाश उखाड़ कर ले गए ।
एटीएम में 12 लाख 70 हजार रुपये की नकदी मौजूद थी। एटीएम को उखाड़ कर ले जाने की वारदात पास में दुकान में लगे सीसिटीवी (CCTV) कैमरे में कैद हो गई, जिसमें स्कार्पियो गाड़ी से एटीएम (ATM) को उखाड़ने के बाद 4-5 बदमाश एटीएम को स्कॉर्पियो गाड़ी में रखकर ले जाते हुए दिखाई दे रहे है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार और गाड़ी तथा चोरों की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि घटना के समय एटीएम (ATM) में कोई गार्ड मौजूद नहीं था।
मिली जानकारी के अनुसार प्राइवेट कंपनी स्टेट एटीएम को देर रात उखाड़ कर ले जाने की सूचना के बाद डीएसपी नीमराणा महावीर सिंह शेखावत ओर थानाधिकारी गौरव प्रधान पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने घटना का जायजा लिया। निजी कंपनी के कर्मचारी परमजीत ने बताया कि एटीएम (ATM) में 12 लाख 70 हजार रुपये का कैश मौजूद था । पुलिस अब कर्मचारियों से पूछताछ कर सभी पहलूओं पर छानबीन कर रही है।
अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत मौजपुर गांव से बदमाश दो दिन पहले एटीएम (ATM) उखाड़ ले गए थे। 3 माह पूर्व नीमराणा में ही घटना स्थल के कुछ दूरी पर बदमाश पीएनबी का एटीएम उखाड़ ले गए थे , जिसमें 10 लाख रुपये थे। इन घटनाओं में पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। नीमराना थाना अधिकारी गौरव प्रधान ने बताया कि रात 12:00 बजे के करीब स्कॉर्पियो गाड़ी के द्वारा बेल्ट के जरिए एटीएम (ATM) को उखाड़ कर ले गए हैं। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी हुई है।
New Delhi: किसान (Farmer) गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर दिल्ली (Delhi) में आ सकते हैं लेकिन गणतंत्र दिवस परेड को डिस्टर्ब नहीं होने देंगे. रैली पूरी शांतिपूर्ण होगी. ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) को डिस्टर्ब करने के भी इनपुट मिले हैं. किसान रैली को डिस्टर्ब करने के लिए 308 पाकिस्तान से ट्विटर हैंडल मिले हैं. दिल्ली पुलिस ने आज यह बात कही है. दिल्ली पुलिस के इंटेलिजेंस के स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक ने कहा कि पुलिस ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के मूवमेंट को सही तरीके से गाइड करेगी. यह पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. तमाम जरूरी इंतजाम में सब लगे हैं. मेडिकल या कोई हादसा हो जाए तो उससे निपटने के इंतजाम हो रहे हैं. गौरतलब है कि कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे किसान 26 जनवरी को दिल्ली एनसीआर में ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) निकालने वाले हैं. किसानों के इस कदम को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इसमें पुलिस खुद फैसला ले कि उसे क्या करना है.
सीपी दीपेंद्र पाठक ने कहा कि दो महीने से किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है. किसानों की तरफ से कहा जा रहा था कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकालना चाह रहे हैं. पांच से छह बार उनसे बात की. गणतंत्र दिवस पर जिस तरह सुरक्षा होती है, उनसे कहा कि ये राष्ट्रीय गौरव का विषय है, कोई दिक्कत ना आए. उन्होंने कहा कि किसानों से अच्छा संवाद बना पाए. हमने उनसे सब बिन्दुओं पर चर्चा की, उनसे सहमत हुए.
उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) की बात आती है तो सुरक्षा की चिंता भी बढ़ जाती है. गणतंत्र की व्यवस्था फुल प्रूफ हो. किसानों की इच्छा का आदर करते हैं. वे दिल्ली में कुछ किलोमीटर तक अंदर आएं और फिर बाहर चले जाएं. टिकरी बॉर्डर से 63 से 64, सिंघु बॉर्डर 62, गाजीपुर बॉर्डर से 46 किलोमीटर होगी. रैली पूरी शांतिपूर्ण होगी. ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) को डिस्टर्ब करने के भी इनपुट मिले हैं. किसान रैली को डिस्टर्ब करने के लिए 308 पाकिस्तान से ट्विटर हैंडल मिले हैं.
पाठक ने कहा कि ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) को सफल कराएंगे. इसमें अलग-अलग राज्य के एरिया भी आते हैं. हरियाणा और यूपी की पुलिस के साथ बैठक हुई. रैली खास समय में होगी. रूल और निर्देश का पालन करें. नियम और क़ानून का पालन करें. ट्रैक्टर के मूवमेंट को सही तरीके से गाइड करेंगे. यह पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. तमाम जरूरी इंतजाम में सब लगे हैं. मेडिकल या कोई हादसा हो जाए तो उससे निपटने के इंतजाम हो रहे हैं.
सीपी पाठक ने कहा कि रूट को इस तरह से तय किया है कि उसमें सुरक्षा दी जा सके. ट्रैक्टर का नंबर अभी तक तय नहीं है. रैली (Tractor Rally) गणतंत्र दिवस (Republic Day) का प्रोग्राम खत्म होने के बाद शुरू होगी, करीब 11.30 बजे के बाद. किसान ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के बाद वापस जाएंगे. मुझे उन पर विश्वास है. जहां से आएंगे वहीं चले जाएंगे. उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा दी जाएगी. खतरा है कि पाक के आतंकी गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं, कुछ ग्रुप यह कर सकते हैं. हमारी सब पर नजर है. उसी के मुताबिक इंतजाम कर रहे हैं. दिल्ली के अंदर 100 किलोमीटर का रूट होगा. किसानों के साथ मिलकर फाइनल फैसला होगा.
दिल्ली में गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह पिछली बार की तरह ही होगा. समारोह सुबह 9.45 शुरू होगा और करीब 11.35 बजे तक चलेगा. तिरंगा ठीक 10 बजे फहराया जाएगा. राजपथ पर पूरी परेड करीब 90-92 मिनट तक चलेगी.
Kolkata: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शनिवार को कोलकाता के विक्टोरियल मेमोरियल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Neta JI Subhash Chandra Bose) की 125वीं जयंती पर उनके सम्मान में आयोजित समारोह में बिफर पड़ीं. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का संबोधन शुरू होते ही किसी ने जय श्री राम का नारा लगाया तो उसके बाद मुख्यमंत्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी. ममता के साथ जब यह चौंकाने वाला व्यवहार हुआ तब पीएम नरेंद्र मोदी भी मंच पर मौजूद थे. दोनों नेता बेहद कम ही मंच साझा करते हैं.
ममता (Mamata Banerjee) ने कहा, मुझे यहां बुलाने के बाद मेरा अपमान मत कीजिए, यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है. अगर आप किसी को सरकारी कार्यक्रम में न्योता देते हैं तो उसकी बेइज्जती नहीं करनी चाहिए. नाराज और व्य़थित नजर आ रहीं ममता (Mamata Banerjee) ने अपना भाषण बीच में ही खत्म करते हुए यह तीखी प्रतिक्रिया दी.
मुख्यमंत्री (Mamata Banerjee) ने कहा, “मुझे लगता है कि सरकार के प्रोग्राम का कोई डिग्निटी होना चाहिए. ये गर्वमेंट का प्रोग्राम है कोई पॉलिटिकल पार्टी का प्रोग्राम नहीं है. ये सभी पॉलिटिकल पार्टी और पब्लिक का प्रोग्राम है. मैं आभारी हूं प्रधानमंत्री जी का, कल्चरल मिनिस्ट्री का कि कोलकाता में यह प्रोग्राम बनाया. लेकिन किसी को निमंत्रित करके उसको बेज्जत करना ये आपको शोभा नहीं देता. मैं कुछ नहीं कहने जा रही हूं. जय हिंद, जय बांग्ला.”
समारोह में साफ देखा गया कि जब ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) बोलने के लिए उठ खड़ी हुईं तो भीड़ ने नारेबाजी की, आयोजक उन्हें बार-बार शांत रहने के लिए कहते रहे. जब ममता के बोलने की बारी आई तो नारेबाजी करने वाली भीड़ पर उनका गुस्सा फूटा. उन्होंने लोगों को सरकारी कार्यक्रम की मर्यादा रखने की नसीहत दी. ममता (Mamata Banerjee) ने इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को नेताजी (Neta JI Subhash Chandra Bose) के कार्यक्रम में शामिल होने पर धन्यवाद दिया और मंच से चली गईं. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम से प्रभावित हुए बिना पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने संबोधन की शुरुआत में मुख्यमंत्री को बहन ममता कहकर बुलाया.
New Delhi: किसानों (Farmers) की आज दिल्ली और एनसीआर की पुलिस (Police) के साथ मीटिंग हुई. इस बैठक में पुलिस ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर किसानों के ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकालने की बात मान ली. किसान नेता दर्शन पाल (Darshan Pal) ने कहा कि अब हम दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे. पुलिस अब हमें नहीं रोकेगी. उन्होंने कहा कि हम अलग-अलग पांच रूटों से अपनी परेड निकालेंगे. परेड शांतिपूर्वक होगी.
किसान नेताओं की पुलिस के साथ हुई बैठक के बाद किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि ट्रैक्टर रैली करीब 100 किलोमीटर चलेगी. परेड में जितना समय लगेगा, वो हमें दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह परेड ऐतिहासक होगी जिसे दुनिया देखेगी. कल परेड के पूरे रूट और समय के बारे में जानकारी देंगे.
दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने पर किसान अड़े हुए थे लेकिन दिल्ली पुलिस उन्हें रैली निकालने से रोकने की कोशिश कर रही थी. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में भी किसान आंदोलन (Farmers Protest) के मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि इस पर फैसला पुलिस को लेना होगा.
दिल्ली एनसीआर (Delhi- NCR) में निकलने वाली ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) में शामिल होने के लिए कई राज्यों के किसान दिल्ली आ रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता जोगेंद्र तालु ने शनिवार को दावा किया कि 24 जनवरी को भिवानी जिले से पांच हजार ट्रैक्टर दिल्ली में प्रस्तावित किसानों की ट्रैक्टर रैली में शामिल होने के लिए रवाना होंगे.
किसान नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि करीब दो महीने से अन्नदाता ठंड के मौसम में अपने हकों के लिए बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं लेकिन सरकार अपना तानाशाही रवैया छोड़ने को तैयार नहीं है. तालु ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार सरकारी व सावर्जनिक क्षेत्र को बर्बाद करने के बाद अब खेती व खाद्य सुरक्षा को उजाडऩे के लिए तीन कृषि कानून (Farm Laws) को लेकर आई है.
भारतीय किसान यूनियन के नेता ने कहा कि हजारों किसान करीब दो महीने से दिल्ली के चारों ओर डेरा डाले बैठे हैं, लेकिन सरकार उनके साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा देश-विदेश के चंद उद्योगपतियों के मुनाफों के लिए ऐसा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कि ये तीनों कृषि कानून (Farm Laws) किसान विरोधी हैं.
New Delhi: आरबीआई (RBI) ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों यानी NBFC के बेहतर रेगुलेशन का प्लान बनाया है. पिछले एक-दो साल से गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में गड़बड़ियों के बाद आरबीआई के लिए यह चिंता का विषय बन गया है. आरबीआई (RBI) ने अपने एक डिस्कशन पेपर में नियमन के ढांचे और तरीके का जिक्र किया है.
आरबीआई (RBI) के डिस्कशन पेपर के मुताबिक एनबीएफसी (NBFC) के लिए नियमन और निगरानी के लिए चार स्तरीय रणनीति बनाने की जरूरत है. इसमें एनबीएफसी को उनके पूंजी आधार पर चार वर्गो में विभाजित करने, इनके पूंजी आधार में भारी वृद्धि करने और सामान्य बैंकों की तरह ही NPA के नियम लागू करने की बात है.
ये स्तर होंगे- बेस लेयर, मिडिल लेयर, अपर लेयर और टॉप लेयर. टॉप लेयर वाली एनबीएफसी (NBFC) का पूंजी आधार 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है. कहा गया है कि बेहद बड़ी एनबीएफसी (NBFC) को देश की पूंजी व्यवस्था के लिए काफी अहम है. लिहाजा इनके लिए ज्यादा सख्त मानक तय करने करने होंगे.
एनबीएफसी कंपनियों की गडबड़ियां भी आ रही हैं सामने
सभी एनबीएफसी (NBFC) के लिए एनपीए (NPA) के नियम बैंकों की तरह करने की सिफारिश की गई है. यानी अगर कोई ग्राहक 90 दिनों तक कर्ज नहीं चुकाता है तो उसके खाते को एनपीए (NPA) घोषित करना होगा. आइएलएंडएफएस के ध्वस्त होने और उसके बाद कुछ दूसरी बड़ी एनबीएफसी (NBFC) के नाकाम रहने के बाद इनके नियमन को लेकर सवाल उठ रहे थे. इस पर आरबीआई (RBI) ने एक समिति गठित की थी, जिसके सुझावों को अब सार्वजनिक किया गया है. पिछले पांच साल के दौरान होम फाइनेंस कंपनी समेत तमाम एनबीएफसी कंपनियों की बैलेंस शीट दोगुना बढ़ कर 20.72 लाख करोड़ रुपये बढ़ कर 49.22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है.
New Delhi: अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस होम फाइनेंस (Reliance Home Finance) का दिसंबर तिमाही का शुद्ध घाटा 339.55 करोड़ पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में इसने 73.52 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया था।
कंपनी द्वारा शुक्रवार को बाजार को दी गयी जानकारी के अनुसार आलोच्य तिमाही में उसकी कुल आय गिरकर 174.66 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले इसी दौरान आय 442.03 करोड़ रुपये थी। इसी दौरान खर्च एक साल पहले के 549.03 करोड़ रुपये की तुलना में 688.97 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी के ऋणदाताओं ने अंतर-करदाता समझौते (ICA) को तीन माह के लिए और बढ़ा दिया था। कंपनी दिवाला संहिता के तहत निपटान प्रक्रिया में है। इसके लिए छह कंपनियों की बोलियां प्राप्त हुई हैं।
New Delhi: गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह से पहले दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने परामर्श जारी किया है, जिसमें कहा है कि राजपथ (Raj Path) पर लोगों को परेड देखने की इजाजत तभी मिलेगी जब उनके पास आमंत्रण-पत्र या टिकट होगा. इस व्यवस्था का सख्ती से पालन किया जाएगा. इसमें पुलिस ने यह भी कहा कि कार्यक्रम में 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों को शामिल होने की इजाजत नहीं होगी.
दिल्ली पुलिस की ओर से ट्वीट किया गया, ‘‘इस वर्ष, गणतंत्र दिवस (Republic Day) परेड देखने के लिये प्रवेश आमंत्रण पत्र अथवा टिकट से ही मिलेगा और इस व्यवस्था का सख्ती से पालन किया जाएगा. जिनके पास आमंत्रण पत्र/टिकट नहीं है उन्हें सलाह दी जाती है कि वे घर पर ही सीधा प्रसारण देखें. 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों को राजपथ पर परेड देखने के लिए आने की इजाजत नहीं है.” पुलिस ने कहा कि इस वर्ष कार्यक्रम में निर्बाध प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में जमीन से लेकर आसमान तक अभूतपूर्व सुरक्षा बंदोबस्त किया गया है. यहां हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं तथा शहर के व्यस्त बाजार एवं इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है. किसान संगठनों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर सीमावर्ती इलाकों में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
राजपथ पर गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह के लिये लगाई जाने वाली कुर्सियों को भी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए लगाया जाएगा. इस बार परेड देखने वालों की संख्या में भी कटौती करते हुई इसे 25 हजार तक सीमित किया गया है जबकि पिछली बार यहां करीब सवा लाख लोगों के लिये व्यवस्था थी.
New Delhi: देश में पेट्रोल और डीजल के दाम (Petrol-Diesel Prices) शनिवार को अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गए. पेट्रोलियम विपणन कंपनियों ने इस सप्ताह चौथी बार वाहन ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी की है. पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, शनिवार को पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel) दोनों के दाम 25-25 पैसे प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं. इससे दिल्ली में पेट्रोल 85.70 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 92.28 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. राष्ट्रीय राजधानी में डीजल 75.88 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 82.66 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
वाहन ईंधन कीमतों में लगातार दूसरे दिन वृद्धि की गई है. इस सप्ताह चार बार में वाहन ईंधन के दाम एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं. स्थानीय बिक्री कर या मूल्यवर्धित कर (VAT) की वजह से विभिन्न राज्यों में वाहन ईंधन कीमतों में अंतर होता है. इस समय देश में वाहन ईंधन के दाम अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर हैं.
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इससे पहले इसी सप्ताह वाहन ईंधन (Petrol-Diesel) कीमतों में बढ़ोतरी के लिए सऊदी अरब द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि, उन्होंने वाहन ईंधन पर करों में कटौती को लेकर कुछ नहीं कहा था.
24 जनवरी 2021 को एकादशी की तिथि है. इस एकादशी को पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) के नाम से जाना जाता है. पंचांग के अनुसार पौष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) का व्रत संतान को बुरी आदतों, रोग और कई प्रकार की बाधाओं से बचाता है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) का व्रत संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाता है. इस व्रत का संबंध संतान से है. यदि किसी की संतान रोग आदि से पीड़ित है या फिर संतान की सफलता में किसी तरह की बाधा आ रही है तो माताएं इस व्रत को रखती है. ऐसा मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान के कष्टों को दूर करता है.
पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) का व्रत कठिन व्रतों में से एक है. इस व्रत का आरंभ दशमी की तिथि के समापन के बाद से ही आरंभ हो जाता है. इस व्रत का पारण यानि समापन द्वादशी की तिथि को किया जाता है. एकादशी के व्रत में पारण का भी विशेष महत्व माना गया है.
मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान को बुरी आदतों, रोग और कई प्रकार की बाधाओं से भी बचाता है. जिन बच्चों की पढ़ाई में बाधा आ रही है, करियर से जुड़ी कोई समस्या है या फिर किसी गंभीर रोग के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है तो ऐसी स्थिति में पुत्रदा एकादशी (Ekadashi) का व्रत लाभकारी माना गया है. विधि पूर्वक पूजा करने से संतान से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं.
पुत्रदा एकादशी शुभ मुहूर्त
एकादशी व्रत प्रारंभ: 23 जनवरी, शनिवार, रात 8:56 मिनट.
व्रत समापन: 24 जनवरी, रविवार, रात 10: 57 मिनट.
व्रत पारण समय: 25 जनवरी, सोमवार, सुबह 7:13 से 9:21 मिनट तक
पूजा में प्रयोग करें पीले पुष्प और वस्त्र
पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन पूजा में पीले पुष्प और पीले रंग के वस्त्रों का प्रयोग करना चाहिए. पीला रंग भगवान विष्णु का प्रिय रंग है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेकर पूजा आरंभ करनी चाहिए. इस दिन दान आदि का कार्य भी कर सकते हैं.
24 जनवरी की सुबह स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें. इसके बाद पूजा स्थल पर पूजा आरंभ करें. पूजा आरंभ करने से पूर्व व्रत का संकल्प लें. इस दिन विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम का पाठ करना अत्यंत शुभ माना गया है. इस दिन व्रत के नियमों का कठोरता से पालन करें. इस दिन अन्न और चावल का सेवन नहीं करना चाहिए. पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) व्रत में शाम की भी पूजा महत्वपूर्ण मानी गई है. इस दिन शाम को विधि पूर्वक भगवान विष्णु की पूजा और आरती करनी चाहिए. व्रत पारण के बाद जरूरतमंद लोगों का दान देना चाहिए.
Ayodhya: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण के लिये नींव की खुदाई का काम वैदिक रीति रिवाज के साथ शुरू हो गया। राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में एक बात पर सहमति बन गयी है कि जितनी भूमि पर राम मंदिर का निर्माण किया जाना है उतनी पूरी भूमि को लगभग 12 मीटर तक खोदा जायेगा और वहां की मिट्टी निकाली जायेगी। इसके बाद खाली स्थान को मजबूत मीटिरियल से भरा जायेगा, इस तरह मंदिर के लिये मजबूत बुनियाद की सतह तैयार होगी।
Ram Mandir निर्माण कार्य का जायजा लेने अयोध्या पहुंचे नृपेंद्र मिश्र
श्रीरामजन्मभूमि परिसर में हो रहे निर्माण कार्य का जायजा लेने अयोध्या पहुंचे मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने ट्रस्ट के सदस्यों के साथ भगवान विश्वकर्मा की पूजन अर्चना की। इसके साथ उन्होंने पहला फावड़ा चलाकर सांकेतिक खुदाई का काम शुरू किया। बताते चलें कि निर्माण एजेंसी की निशानदेही के बाद नींव पूजन के लिए स्थान का चयन किया गया।
मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने ट्रस्ट के सदस्यों के साथ भगवान विश्वकर्मा की पूजन अर्चना की।
इंजीनियर्स करेंगे रामजन्मभूमि परिसर की मिट्टी की जांच
फिलहाल अभी जिस भूमि पर राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण किया जाना है, वहां से फिलहाल मिट्टी हटाई जा रही है। बताया कि जाता है कि राम मंदिर की नींव की खुदाई का कार्य फरवरी माह से युद्ध स्तर पर शुरू किया जायेगा। लेकिन सांकेतिक रूप से मंदिर (Ram Mandir) की नींव की खुदाई का काम शुरू हो गया है। वहीं सूत्रों की मानें तो इंजीनियर्स फिर से रामजन्मभूमि परिसर की मिट्टी की जांच करेंगे। बताया जाता है कि इसका मकसद मिट्टी की ताकत और उसकी गुणवत्ता का पता लगाना है।
किन मीटिरियल्स से बुनियाद को मजबूती दी जायेगी।
भूमि के 12 मीटर नीचे से जमीन की सतह तक किस मीटिरियल से भरा जायेगा। इसको लेकर अभी तक रिसर्च चल रही है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा की मानें तो यह रिसर्च रिपोर्ट लगभग 15 दिनों के भीतर आ जायेगी। इससे साफ हो जायेगा कि किन मीटिरियल्स से उस स्थान को भरा जायेगा और राम मंदिर की बुनियाद को मजबूती दी जायेगी।
New Delhi: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शिरोमणि अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
खबरों के मुताबिक, दिल्ली की एक अदालत ने पिछले साल नवंबर में DSGMC के महासचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान धन की कथित हेराफेरी के मामले में सिरसा के खिलाफ ईओडब्ल्यू को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि सिरसा और अन्य लोगों के खिलाफ गुरुवार को मामला दर्ज किया गया था। उन पर धोखाधड़ी करने और गुरुद्वारे के कोष से टेंट, कंबल और तिरपाल खरीदने के नाम पर एक करोड़ रुपये का बेहिसाब भुगतान करने का आरोप है।
Delhi Police's Economic Offences Wing registered a case against Shiromani Akali Dal leader and Delhi Sikh Gurdwara Management Committee (DSGMC) president Manjinder Singh Sirsa and others on charges for cheating and embezzlement of Gurdwara funds
पुलिस ने कहा कि यह मामला एक शिकायतकर्ता भूपिंदर सिंह की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जो DSGMC द्वारा धन प्राप्त करने वाले हितधारकों में से एक हैं। पुलिस ने कहा कि आईपीसी की धारा 420, 406 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया था। फिलहाल जांच चल रही है।